देवभूमि को रोशन करने निकली तेजस्विनी, 13 जिलों में 3823 KM का सफर तय करेगी मशाल..
उत्तराखंड: प्रदेश में 38वें राष्ट्रीय खेल 28 जनवरी से शुरू होंगे। इसके लिए गुरुवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्या ने मशाल (टार्च) रिले का शुभारंभ किया जो प्रदेश के 13 जिलों में 3823 किलोमीटर का सफर तय करेगी। गौलापार स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के बैडमिंटन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि मशाल खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्साहित करेगी। खिलाड़ियों को जीत के अपने संकल्प को इतना मजबूत करना होगा कि वे शिखर तक पहुंच सकें। खेल मंत्री रेखा आर्या ने खिलाड़ियों से कहा कि आप इन खेलों में इतिहास बदल दीजिए, हमें टॉप- 5 में आना है। इसके बाद सीएम और खेल मंत्री ने मशाल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली काठगोदाम होते हुए वाहनों से नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क गई। यहां से मिनी स्टेडियम तक ओलंपियन राजेंद्र रावत समेत राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मशाल बदल-बदलकर दौड़ते गए। तेजस्विनी प्रदेश के सभी 13 जिलों से गुजरेगी, 27 जनवरी को देहरादून में रैली संपन्न होगी। उसके बाद 28 जनवरी से 14 फरवरी तक राष्ट्रीय खेल होंगे।
नए अंदाज में लॉन्च होगा शुभंकर, नया एंथम और लोगो होगा जारी, पीटी उषा रहेंगी मौजूद..
उत्तराखंड: 38वें राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर मोनाल पक्षी 15 दिसंबर से नए अंदाज में नजर आएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उस दिन शुभंकर समेत राष्ट्रीय खेलों का एंथम, लोगों, टार्च और जर्सी को लॉन्च करेंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा मौजूद रहेंगी। यह जानकारी गुरुवार को खेल मंत्री रेखा आर्या ने प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे और भारतीय ओलंपिक संघ अध्यक्ष पीटी उषा से मुलाकात कर 15 दिसंबर के लॉन्चिंग कार्यक्रम का आमंत्रण दिया। जिस पर खडसे और पीटी उषा ने सहमति जताई है। मंत्री मांडविया व्यस्तता की वजह से वीडियो संदेश भेजेंगे। खेलों का एंथम इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने विशेष तौर पर तैयार किया है, जिसका गीत पूरी दुनिया में उत्तराखंड के खेल संदेश को प्रसार करेगा। लॉन्चिंग के बाद टॉर्च को एकता और सामूहिकता के प्रतीक के रूप में पूरे राज्य में घुमाया जाएगा।
14 दिसंबर तक आ जाएंगे बाकी चार डीओसी..
खेल मंत्री का कहना हैं कि चार डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (डीओसी) नियुक्त हो चुके हैं, बाकी चार भी 14 दिसंबर तक नियुक्त हो जाएंगे। इस समय पूरे प्रदेश में राष्ट्रीय खेलों के लिए कुल 42 कैंप चल रहे हैं जिनमें 1260 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। बेहतर प्रशिक्षण के उद्देश्य से न सिर्फ दूसरे राज्यों से अच्छे कोच बुलाए गए हैं, बल्कि कुछ कोच विदेशों से भी आमंत्रित हैं। जिन स्थानों पर जो इवेंट होने हैं उनके खिलाड़ियों को उन्हीं स्थानों पर प्रशिक्षण दिया जाए , ताकि वह खेल स्थल के वातावरण से पूरी तरह परिचित हो सके। मंत्री आर्या में बास्केटबॉल और लाॅनबॉल शिविरों का निरीक्षण और खिलाड़ियों से सुविधाओं के बारे में बारे की।
परंपरागत खेलों पर 15 दिसंबर से पहले हो जाएगा फैसला..
खेल मंत्री ने कहा कि प्रदेश के परंपरागत खेल योग, मलखंब, राफ्टिंग, पिट्ठू व अन्य को कोर इवेंट के रूप में मेडल खेलों में शामिल करने के मुद्दे पर बुधवार रात पीटी उषा से वार्ता हुई है। उम्मीद है कि 15 दिसंबर को सिंबल लॉन्च से पहले इस बारे में निर्णय हो जाएगा।
उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों पर सामने आया बड़ा अपडेट, देहरादून में होगा शुभारंभ, हल्द्वानी में होगा समापन..
उत्तराखंड: 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड में होने जा रहा है। जिसे लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। आगामी 38वें राष्ट्रीय खेलों का भव्य शुभारंभ देहरादून में होगा। जबकि राष्ट्रीय खेलों का समापन हल्द्वानी में किया जाएगा। 38वें राष्ट्रीय खेलों का भव्य शुभारंभ देहरादून में और समापन हल्द्वानी में किया जाएगा। सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन राज्य में खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
सीएम ने कहा कि उत्तराखण्ड के लोग जहां भी जाते हैं अपनी सांस्कृतिक धरोहर, लोक परंपराएं, खानपान और अपनत्व की भावना को जीवित रखते हैं। उनके घरों में हमेशा ऐपण और गंगा दशहरा द्वार पत्र की सुंदर झलक देखने को मिलती है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार राज्य के समग्र विकास और युवाओं के उत्थान के साथ ही प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता एवं स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पटल पर स्थापित करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। बता दें कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए प्रदेश में लंबे समय से तैयारी की जा रही है। उत्तराखंड में नेशनल गेम्स 25 जनवरी से 14 फरवरी तक होने जा रहे हैं।
राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी को ऐतिहासिक बनाएंगे- खेल मंत्री..
उत्तराखंड: 38वें राष्ट्रीय खेलों की तारीख तय होने पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा है कि हम खेलों की मेजबानी को ऐतिहासिक और बेहतरीन बनाकर दिखाएंगे। राष्ट्रीय खेलों के साथ विंटर नेशनल गेम का भी आयोजन होगा। राज्य ने का दावा किया कि ज्यादातर खेलों को विश्वस्तरीय स्थायी बुनियादी व्यवस्था में कराने की रूपरेखा और अधिकांश तैयारियां हो चुकी हैं। भारतीय ओलंपिक संघ की 25 अक्तूबर को प्रस्तावित बैठक के बाद खेल प्रतियोगिताओं के लिए स्थान चयन, भव्य आयोजन व अन्य प्रक्रियाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा। खेल निदेशालय का कहना है कि हमें अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने का पर्याप्त समय मिल गया है।
खेल निदेशालय के अनुसार राष्ट्रीय खेलों में 38 प्रतियोगिताओं के लिए उत्तराखंड के नौ शहरों का चयन किया गया है। इनमें देहरादून और हल्द्वानी में सबसे अधिक प्रतियोगिताएं होंगी। इनके साथ ही हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल, टिहरी, पिथौरागढ़, रुद्रपुर और गुलरभोज में प्रतियोगिताएं कराया जाना प्रस्तावित है। इन जगहों पर ऐसे स्टेडियम और संसाधन विकसित किए जा रहे हैं, जिनसे खेलों के समापन के बाद भी राज्य के खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय स्टेडियम, मैदान आदि सुविधाएं मिलती रहें। रेखा आर्य का कहना हैं कि यहां प्रदेश हित में बड़ा मौका है। यह हर उत्तराखंड के निवासी के लिए गर्व का विषय है। हम 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी को ऐतिहासिक और बेहतरीन करके दिखाएंगे।