दून लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर की सुविधाओं से सरकारी स्कूल के छात्र-छात्राओं को मिलेगा निःशुल्क लाभ..
उत्तराखंड: सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। अब सरकारी स्कूलों के बच्चों को दून लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर की सुविधाओं का निःशुल्क लाभ मिलेगा। सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राएं दून लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर की सुविधाओं का निःशुल्क लाभ उठा सकते हैं। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने दून लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर (डीएलआरसी) में सभी सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क सदस्यता की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। सीएस ने जिलाधिकारी देहरादून को तत्काल इस संबंध में सभी सरकारी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को पत्र लिखने के निर्देश दिए हैं।
स्टार्ट अप पॉलिसी की जानकारी का किया जाए प्रचार-प्रसार..
सचिवालय में दून लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर की 45वीं गवर्निंग बॉडी की बैठक की अध्यक्षता के दौरान मुख्य सचिव ने दून लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर में प्रतियोगी परीक्षाओं के ऑरियेण्टेशन प्रोग्राम के साथ सरकार द्वारा युवाओं के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं, स्वरोजगार योजनाओं, स्टार्ट अप पॉलिसी की जानकारी का प्रचार-प्रसार करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मुख्य सचिव ने दून लाइब्रेरी एण्ड रिसर्च सेन्टर के कॉर्पस फण्ड के लिए 2.12 करोड़ रूपए के धनराशि की मांग पर अनुमोदन दिया।
Doon Library का बदल गया नाम, अब मिलेंगी ये सुविधाएं..
उत्तराखंड: अगर आप पढ़ने का शौक रखते हैं, तो आपके लिए देहरादून में चार मंजिला मॉडर्न दून लाइब्रेरी (Modern Doon Library Dehradun) तैयार हो चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर देहरादून को लोक पुस्तकालय घोषित किया गया है। सचिव रविनाथ रामन द्वारा शुक्रवार को इसका आदेश भी जारी कर दिया गया है। इस मॉडर्न दून लाइब्रेरी’ में किताबों के शौकीनों को खास सुविधाएं मिलेंगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 12.80 करोड़ की लागत से चार मंजिला लाइब्रेरी बनकर तैयार हो गई है। परेड ग्राउंड के नजदीक लैंसडाउन चौक पर यह लाइब्रेरी बनाई गई है। चार मंजिला इस इमारत में किताबें, अखबार, मैगजीन्स के साथ-साथ ई-रीडिंग की व्यवस्था भी होगी। दून लाइब्रेरी से 40 हजार से अधिक किताबों और अन्य सामान को मॉर्डन लाइब्रेरी में शिफ्ट किया जाने लगा है।
नई लाइब्रेरी में किताबों का संकलन और बढ़ेगा। पुरानी दून लाइब्रेरी में बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। लाइब्रेरी में अध्ययन के लिए एक साल की सदस्यता शुल्क प्रति व्यक्ति 300 रुपये है। जबकि, एक हजार सिक्योरिटी ली जाती है। मॉर्डन लाइब्रेरी में भी सदस्यता शुल्क की दर यही रहेगी।यहां एक साथ 600 लोग बैठकर अध्ययन कर सकते हैं। यहां आने वालों को निशुल्क वाई-फाई सुविधा भी मिलेगी।
बताया जा रहा है कि भवन की पहली और दूसरी मंजिल पर रीडिंग रूम के साथ किताबें रखने के लिए स्टेकिंग रूम बनाए गए हैं। किताबों का ट्रैकिंग और वितरण सिस्टम पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत होगा। लाइब्रेरी में कंप्यूटर लैब की भी सुविधा है। यहां लोग कंप्यूटर के माध्यम से भी ऑनलाइन मैगजीन, किताबें और शोधपत्र पढ़ सकेंगे। साथ ही कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम की भी सुविधा होगी। भवन में लिफ्ट, दिव्यांग लोगों के लिए अलग से रैंप बनाए गए हैं। लाइब्रेरी की चौथी मंजिल पर म्यूजियम बनाया गया है। इसमें उत्तराखंड के प्राचीन वाद्य यंत्र ढोल, दमाऊ, काष्ठ कला, चित्रकला, मंदिरों से जुड़ी ऐतिहासिक धरोहर आदि दिखने को मिलेंगे। वहीं बच्चों के लिए यहां स्पेशल किड्स जोन भी बनाया गया है।