पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज को मिली ये सौगात..
उत्तराखंड: मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज को राज्य का एक आदर्श एवं बेहतरीन मेडिकल कॉलेज बनाने की कार्ययोजना पर गंभीरता एवं तत्परता से कार्य करने के निर्देश चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा कार्यदायी संस्था उत्तराखण्ड पेयजल निगम को दिए हैं। सोमवार को विधानसभा भवन में आयोजित पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज की संशोधित प्रोजेक्ट की ईएफसी (व्यय वित्त समिति) की बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने इसकी ईएफसी के प्रत्येक बिन्दु पर विस्तार से गहन चर्चा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट किया कि पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज सीएम श्री पुष्कर सिंह धामी की एक महत्वकांक्षी परियोजना है। इसे प्रदेश के एक आदर्श मेडिकल कॉलेज के रूप में विकसित करने के साथ ही मेडिकल टूरिज्म से भी जोड़ा जाएगा।
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी का कहना है कि कार्यदायी संस्था पेयजल निगम द्वारा पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज के प्रोजेक्ट को नेशनल मेडिकल कमीशन के मानकों के अनुरूप संशोधित कर दिया गया है। मुख्य सचिव ने पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज के टीचिंग हॉस्पिटल में एक रैनबसेरे के निर्माण के भी निर्देश दिए हैं। उत्तराखण्ड पेयजल निगम द्वारा पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज हेतु 768.89 करोड़ रूपये के संशोधित प्रोजेक्ट पर कार्य किया जा रहा है। पेयजल निगम द्वारा इस प्रोजेक्ट को नेशनल मेडिकल कमीशन तथा इण्डियन पब्लिक हेल्थ स्टैण्डर्ड की गाइडलाइन्स के अनुसार संशोधित किया गया है। बैठक में सचिव डा0 आर राजेश कुमार, श्री एस एन पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
Uttarakhand: नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों की ग्रेडिंग के आधार पर तय होगी फीस, बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव
उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से शुल्क नियामक समिति निजी कॉलेजों के लिए फीस तय करती है। निजी नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों के संचालकों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के समक्ष फीस तय करने का मुद्दा उठाया।
प्रदेश में चल रहे नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों की ग्रेडिंग के आधार पर फीस का तय की जाएगी। इससे नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। साथ ही नर्सिंग कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
प्रदेश में 2016-17 के बाद से नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों में चल रहे कोर्सों की फीस का निर्धारण नहीं किया गया। उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से शुल्क नियामक समिति निजी कॉलेजों के लिए फीस तय करती है। निजी नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों के संचालकों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के समक्ष फीस तय करने का मुद्दा उठाया।
सुविधाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों में फीस निर्धारण के लिए नई व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। इसमें कॉलेजों की शिक्षा की गुणवत्ता, फैकल्टी व हॉस्टल की सुविधाओं पर ग्रेडिंग की जाएगी। इसके आधार पर कॉलेजों की फीस तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि निजी संस्थानों को शिक्षा और सुविधाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा।
मंत्री ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों की तुलना में पर्वतीय क्षेत्रों में नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों की संख्या कम है। सरकार का प्रयास है कि पर्वतीय क्षेत्रों के युवाओं को नर्सिंग की पढ़ाई के लिए दूसरे क्षेत्रों में न जाना पड़े। इसके लिए पर्वतीय क्षेत्रों में निजी नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थान खोलने को प्राथमिकता दी जाएगी।
टिहरी गढ़वाल में जल्द बनेगा मेडिकल कॉलेज..
उत्तराखंड: जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार की अध्यक्षता एवं विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय की उपस्थिति में आज जिला सभागार टिहरी गढ़वाल में मेडिकल कॉलेज स्थापना हेतु भूमि के लिए प्रस्ताव प्राप्त कर उन पर चर्चा की गई। इस मौके पर कुठ्ठा, पांगर, कोलधार, जुगड़गांव, बालमा खेमड़ा, भटकण्डा, गौसारी, भाटूसैंण, इण्डियान, देवरी तल्ली-मल्ली, तानगला, पुला लग्गा नवाकोट, सारज्यूला, लालसी चेक, जीजीआईसी/पीआईसी जिला मुख्यालय टिहरी, सावली, गौसारी आदि अन्य ग्राम पंचायतों द्वारा प्रस्ताव उपलब्ध कराये गये।
जिलाधिकारी द्वारा एसडीएम/तहसीलदार को निर्देशित किया गया कि सभी प्राप्त प्रस्तावों पर भूमि निरीक्षण को लेकर डेट वाईज रोस्टर बनाकर स्थलीय निरीक्षण कर लें तथा संबंधितों को भी उससे अवगत करा दें, ताकि भूमि निरीक्षण के समय वे उपस्थित रह सके और उनके बिन्दुओं को भी नोट किया जा सके। कहा कि मेडिकल कॉलेज हेतु कम से कम 10 हेक्टियर भूमि उपलब्ध हो और कोशिस की जाय कि उसमें वन भूमि या सामुदायिक भूमि न हो। भूमि चयन को लेकर जांच के बिन्दुओं में यथा जमीन तीव्र ढालदार न हो, धूप की कमी न हो, आवासीय परिसर हो, मार्केट स्थिर हो, केन्द्र बिन्दु, दूरी, आदि को सम्मिलित करें, ताकि निरीक्षण करने में सुविधा हो।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि भूमि चयन के दौरान स्वास्थ्य विभाग से नामित अधिकारी भी समन्वय कर उस क्षेत्र में स्थापित सीएचसी, पीएचसी उपयोगिता का जीपीएस का प्लान उपलब्ध कराये। कहा कि मेडिकल कॉलेज को लेकर भूगर्भीय जांच सहित अन्य मूलभूत आवश्यकताओं को लेकर भी संबंधित विभागों से चर्चा की जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में मेडिकल कॉलेज बनाने की सोच मा. विधायक जी की है और मेडिकल कॉलेज स्थापना हेतु भूमि चयन की कार्यवाही जारी है, आज भी बैठक में भूमि चयन को लेकर काफी प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनका विजिट कर जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर शासन को उपलब्ध कराया जायेगा। जिलाधिकारी ने उपस्थित ग्राम पंचायतों से आये जनप्रतिनिधियों से कहा कि परिवहन विभाग के माध्यम से जनपद में टैªनिंग संेटर भी बनाया जाना है, उसके लिए भी भूमि की आवश्यकता होगी, जिसकी डिटेल शेयर कर दी जायेगी। कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर ग्रामीण हाट भी लगा सकते हैं, जिससे वह टूरिस्ट स्पोर्ट भी बन सकता है।
विधायक किशोर उपाध्याय का कहना हैं कि जनपद में कई विकास योजनाओं के कार्य होंगे और आज भूमि के जितने भी प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उन सभी का उपयोग किया जायेगा। कहा कि जिला प्रशासन द्वारा मेडिकल कॉलेज भूमि चयन को लेकर तत्परता से कार्य किया जा रहा है। कहा कि जनपद के अन्य क्षेत्रों में भी आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक, नर्सिंग में हब रूप में बनायेंगे। टिहरी को अंतरराष्ट्रीय डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जायेगा।
बैठक में सीडीओ मनीष कुमार, ब्लॉक प्रमुख चम्बा शिवानी बिष्ट, एडीएम रामजी शरण शर्मा, सीएमओ डॉ. संजय जैन, एसडीएम लक्ष्मीराज चौहान, तहसीलदार टिहरी आशीष घिल्डियाल, जिला महामंत्री भाजपा उदय रावत सहित खेम सिंह चौहान, मेहरबान सिंह रावत, विजय कठैत, ग्राम प्रधान, राजस्व विभाग के अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।