अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग, छुट्टियां हुई रद्द; एयरलिफ्ट की भी है तैयारी..
उत्तराखंड: सिलक्यारा में बचाव अभियान में आई तेजी के साथ ही सुरंग में फंसे श्रमिकों के बाहर निकलने की उम्मीद के साथ स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी पूरी कर ली है। महानिदेशक चिकित्सा डा. विनिता शाह ने मंगलवार को सिलक्यारा में बनाए गए छह बेड के अस्थायी अस्पताल समेत आसपास के सभी अस्पतालों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। इसके साथ ही डा. विनिता शाह ने अग्रिम आदेशों तक उत्तरकाशी जनपद में सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है। जो चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी छुट्टी पर थे, उनकी छुट्टी रद्द करते हुए उन्हें तत्काल ड्यूटी पर लौटने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही घटनास्थल पर एंबुलेंस खड़ी कर दी गई हैं।
आपको बता दे कि सुरंग में गत 12 नवंबर की सुबह से फंसे 41 श्रमिकों के स्वास्थ्य का हाल जानने और उन तक आवश्यक दवा पहुंचाने के लिए चिकित्सकों की एक टीम पहले ही दिन से सिलक्यारा में तैनात है। सिलक्यारा में छह बेड का अस्थायी अस्पताल भी बनाया गया है। यहां की जिम्मेदारी जनरल फिजिशियन डा. प्रेम पोखरियाल को सौंपी गई है। मंगलवार को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक डा. विनिता शाह ने गढ़वाल मंडल स्वास्थ्य निदेशक डा. प्रवीण कुमार, निदेशक डा. केके टम्टा व सहायक निदेशक डा. विमलेश जोशी के साथ सिलक्यारा का भ्रमण किया।
श्रमिकों के स्वास्थ्य की जानकारी से रहे डॉक्टर
महानिदेशक सुरंग में उस स्थल तक भी पहुंचीं, जहां से चिकित्सक सुरंग में फंसे श्रमिकों के स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। महानिदेशक ने जिला अस्पताल में श्रमिकों के प्राथमिक उपचार के लिए तैयार किए गए वार्ड का भी निरीक्षण किया। सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की दशा में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के परीक्षण को पहुंची स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह
स्वास्थ्य विभाग की हैं खास तैयारी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक जनरल फिजिशियन और दो मनोचिकित्सकों की तैनाती सिलक्यारा में पहले ही जा चुकी है। विभाग की ओर से यह भी तैयारी की जा रही है कि जैसे ही श्रमिकों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला जाएगा तो उनकी स्वास्थ्य जांच के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम सुरंग के बाहर तैनात रहे।
स्वास्थ्य रिपोर्ट के आधार पर ही श्रमिकों को अस्थायी अस्पताल सिलक्यारा, जिला अस्पताल या फिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट भेजा जाएगा। अगर श्रमिकों की स्थिति गंभीर हुई तो उन्हें एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश भेजने की भी तैयारी की गई है। सिलक्यारा में 20 एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई हैं। जिनमें आक्सीजन और जीवन रक्षक दवा आदि की पूरी व्यवस्था है।
पीएम मोदी ने सीएम धामी से ली रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी..
उत्तराखंड: उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर दिवाली के मौके पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा टूट गया है। सुरंग के अंदर करीब 40 मजूदर फंसे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली है।सीएम धामी ने ट्विटर पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि पीएम मोदी ने उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे को लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत और बचाव कार्यों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न राज्य और केंद्रीय एजेंसियां परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया और बचाव कार्यों पर लगातार नजर रखें हुए हैं। बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। सीएम ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं। सभी को जल्द बाहर निकलने की पूरी कोशिश की जा रही है।बता दें अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार मुख्यमंत्री से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी सीएम धामी से हादसे के बारें में जानकारी ले चुके हैं।