मुख्यमंत्री घोषणा के तहत खटीमा स्थित शहीद स्थल पर शैड सहित कई विकास कार्यों के लिए प्रदान की स्वीकृति..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री घोषणा के क्रम में जनपद उधमसिंह नगर के विधानसभा क्षेत्र खटीमा स्थित शहीद स्थल पर शैड के निर्माण हेतु 66 लाख की धनराशि की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की हैं। सीएम धामी ने प्रदेश के विकासखण्डवार हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के टॉपर 5-5 छात्र-छात्राओं को भारत दर्शन-शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम में सम्मिलित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की है। पहले यह संख्या विकासखण्डवार 2-2 छात्र-छात्राओं की थी। सीएम धामी ने भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के घटक बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजनान्तर्गत शहीद दुर्गामल्ल राजकीय महाविद्यालय डोईवाला, हुकम सिंह बोरा बालिका छात्रावास, अल्मोड़ा एवं औ. प्रशिक्षण संस्थान पाईन्स नैनीताल में छात्रावासों के निर्माण हेतु राज्यांश के रूप में 7 करोड़ 64 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की।
आज से शुरू होगा 18वीं लोकसभा का पहला सत्र..
उत्तराखंड: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरु हो गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी बात मीडिया के सामने रखी। उन्होनें सभी सांसदों का स्वागत किया। इसी के साथ पीएम मोदी ने आपातकाल की तारीख पर बोलते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए खुशी का अवसर है। आज आजादी के बाद पहली बार हम इस नई संसद में शपथ ग्रहण समारोह मना रहे हैं। अभी तक ऐसा पुरानी संसद में होता था। इस मौके पर पीएम ने सभी सांसदों का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।
इस दौरान पीएम मोदी ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उनका कहना हैं कि कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 साल पूरे हो गए हैं। भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था, संविधान के हर हिस्से की धज्जियां उड़ा दी गई थीं, देश को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबा दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि अपने संविधान, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके, जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य मानवी के सपनो को पूरा करने का संकल्प लेंगे।
शासन स्तर पर तैयार की जा रही चिकित्साधिकारियों की सूची..
उत्तराखंड: स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही बड़ा फेरबदल होगा। कई जिलों में मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) बदले जा सकते हैं। जबकि बागेश्वर, उत्तरकाशी, नैनीताल जिले में स्थायी सीएमओ की तैनाती की जाएगी। शासन स्तर पर चिकित्साधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है। स्वास्थ्य महानिदेशालय में लंबे समय में तैनात अधिकारियों को भी जिलों में भेजा जा सकता है। 30 जून को स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह सेवानिवृत्त हो रहीं हैं। इसके बाद निदेशक डॉ. तारा आर्य महानिदेशक का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगी। वर्तमान में उनके पास स्वास्थ्य निदेशक कुमाऊं मंडल का कार्यभार है। जुलाई महीने में स्वास्थ्य विभाग में निदेशालय और जिला स्तर पर फेरबदल के लिए कवायद चल रही है।
बागेश्वर, उत्तरकाशी और नैनीताल जिले में वर्तमान में प्रभारी सीएमओ हैं। जबकि 30 जून को सीएमओ चमोली भी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इन जिलों में स्थायी सीएमओ तैनात करेगी। साथ ही अन्य जिलों में तैनात सीएमओ इधर से उधर किए जाएंगे। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार का कहना है कि 30 जून को कई अधिकारी सेवानिवृत्त होने से पद खाली हो रहे हैं। इन पदों पर अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। फेरबदल के लिए विचार किया जा रहा है।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सम्मान समारोह में शामिल हुए सीएम धामी..
उत्तराखंड: प्रदेश में सबसे पहले UCC लागू किए जाने पर सीएम पुष्कर सिंह धामी को सम्मानित किया गया है। सीएम धामी को मुंबई में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति पुरस्कार प्रदान किया गया है। रविवार को दादर, वेस्ट मुंबई में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस एवं उत्तराखण्ड में सर्वप्रथम यू.सी.सी. लागू किए जाने के उपलक्ष्य में आयोजित ‘डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सम्मान समारोह’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान सीएम को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।
सीएम धामी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन भारत की एकता, अखंडता को समर्पित किया है। वो एक अच्छे विचारक थे। उन्होंने भारतीय जन संघ के रूप में जो बीज बोया वह आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने है। उनका जीवन हमें देश सेवा में समर्पण की याद दिलाता है। उन्होंने हमेशा समानता, एकता, न्याय का समर्थन किया, उन्होंने देश को एक विधान, एक प्रधान और एक निशान का मंत्र दिया। अपने विचारों से एक शक्तिशाली समृद्ध भारत के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। सीएम धामी का कहना हैं कि छत्रपति शिवाजी महाराज, वीर सावरकर और डॉ मुखर्जी को एक साथ स्मरण करने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कार्यक्रम हेतु आयोजकों का भी आभार व्यक्त किया।
सीएम धामी का कहना हैं कि आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरा होते सभी देशवासी देख रहे हैं। आज देश में समान नागरिक अधिकार पर कार्य हो रहा है। देश की आज़ादी के बाद अब जाकर कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार ने भी डॉ. मुखर्जी के सपनों को साकार करते हुए संविधान के अनुसार समान नागरिक संहिता विधेयक पारित कर महामहिम राष्ट्रपति जी की मंजूरी ले ली है। देश में उत्तराखंड राज्य सबसे पहले समान नागरिक संहिता लागू करने वाला राज्य बन गया है। विधानसभा चुनाव 2022 में उत्तराखंड की जनता ने एक बार फिर लगातार दूसरी बार हमारी सरकार बनाई। सत्ता में आते ही हमने सबसे पहले जनता से लिए वादे अनुसार समान नागरिक संहिता लाने का काम किया। उन्होंने कहा राज्य में सभी के विचारों को एकत्र कर समान नागरिक संहिता के ड्राफ्ट को तैयार किया गया ।
मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए सभी को समान कानून की आवश्कता..
सीएम का कहना हैं कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का मानना था कि मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए समाज में रह रहे सभी लोगों हेतु समान कानून की आवश्कता है। उन्होंने इसे समाजिक और नैतिक आवश्यकता बताया था। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता किसी से पक्षपात करने के लिए नहीं अपितु पीएम मोदी का सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास को धरातल में उतारने हेतु लाए हैं। उन्होंने कहा यूसीसी से महिलाओ, बुजुर्गों, बच्चों, आम नागरिकों को उनका अधिकार मिलेगा।
यात्रियों के लिए अच्छी खबर, हवाई सफर से पहले पता चलेगा मौसम का मिजाज..
उत्तराखंड: प्रदेश में पल-पल बदलते मौसम के बीच हवाई सेवा का संचालन करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में चारधाम के लिए हेली सेवा से यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर है। तीर्थयात्रियों को अब हवाई सफर करने से पहले मौसम का मिजाज पता चल सकेगा। इसके लिए मौसम विज्ञान केंद्र और उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूकाडा) के बीच करार होने वाला है। करार के तहत केंद्र की ओर से चारधाम यात्रा के उन स्थानों पर उपकरण लगाए जाएंगे जहां से हेली सेवा का संचालन किया जा रहा है। बीते रोज उत्तराखंड के मौसम में हुए बदलाव के चलते विभिन्न हेली कंपनियों के चार हेलीकॉप्टर ने एम्स में इमरजेंसी लैंडिंग की थी। इन सभी हेलीकॉप्टर ने चारधाम यात्रा के लिए उड़ान भरी थी। ऐसे में अगर मौसम की सटीक जानकारी होती तो हवाई यात्रा को स्थगित किया जा सकता था। इस तरह की समस्या से बचने के लिए मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से करार के संबंध में यूकडा को पत्र भेजा गया है।
चारधाम के मौसम की नहीं मिल रही सटीक जानकारी..
चारधाम यात्रा रूट में उपकरण न होने की वजह से मौसम की सटीक जानकारी नहीं मिल रही है। ऐसे में मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से इन स्थानों पर उपकरण लगाने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है। लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद भी उपकरण न लग पाने से मौसम का सटीक अनुमान नहीं लग पा रहा है। हालांकि, मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से अर्द्ध स्वचालित मशीनें लगाई गई हैं। लेकिन चारधाम यात्रा में होने वाली बर्फबारी के चलते यह खराब हो जाती हैं। हेली सेवा के संचालन के लिए मौसम की सटीक जानकारी लेने के लिए यूकाडा के साथ मिलकर उपकरण लगाने की योजना है। इस संबंध में यूकाडा को पत्र भेजा गया है। रही बात चारधाम में उपकरण कि तो इस संबंध में भी राज्य सरकार को पत्र भेजा गया है। सरकार के साथ मिलकर ही इन स्थानों पर मौसम के अनुमान के लिए उपकरण लगाए जाने हैं।
अल्मोड़ा में सल्ट के पास गहरी खाई में गिरी कार, पांच महीने के मासूम की मौत..
उत्तराखंड: सल्ट में एक कार खाई अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। ये दर्दनाक सड़क हादसा शुक्रवार देर शाम हुआ। जिसमें पांच महीने के एक बच्चे की मौत हो गई। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में एक कार हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में पांच महीने के एक बच्चे की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम अल्टो कार संख्या UK-15B-8057 सल्ट के झिमार गांव के पास अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस हादसे में पांच महीने के अंश नेगी पुत्र दीपक नेगी की मौत हो गई।
तीन लोग गंभीर रूप से घायल..
हादसे में कार में सवार अन्य तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार किरण पत्नी दीपक नेगी उम्र 26 वर्ष, अमित नेगी पुत्र उमेद सिंह उम्र 26 वर्ष और सरोज पत्नि स्व बालम सिंह उम्र 55 वर्ष गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को रेस्क्यू कर सल्ट के देवालय अस्पताल ले जाया गया। जहां सभी की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। बता दें कि कार सवार सभी लोग कोटद्वार के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि अमित नेगी अपनी भाभी को उनके मायके से ससुराल लाने के लिए कार लेकर गए थे। अमित गौलीखाल से अपनी भाभी किरण, भतीजा अंश और भाभी की मां सरोज को साथ लेकर कोटद्वार आ रहे थे। लेकिन रास्ते में ही उनकी कार हादसे का शिकार हो गई।
आपदा राहत बचाव कार्यों में लगेंगे तीन हेलीकॉप्टर, सरकार अलग से कर रही तैनात..
उत्तराखंड: प्रदेश में मानसून सीजन में आपदा राहत बचाव कार्यों के लिए तीन हेलीकॉप्टर तैनात किए जाएंगे। इनके चयन के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन एवं विकास प्राधिकरण (युकाडा) ने कंपनियों के चयन की प्रक्रिया तेज कर दी है। पहली बार सरकार राहत-बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर तैनात करने जा रहे हैं।आपदा बाहुल्य उत्तराखंड में हर साल आपदा आने पर राहत-बचाव कार्यों में खासी परेशानी होती है। एक हेलीकॉप्टर से जहां राहत-बचाव चुनौतीपूर्ण है तो वहीं कई बार वायुसेना की मदद भी लेनी पड़ती है। इस बार सरकार ने तय किया है कि आपदा राहत कार्यों के लिए अलग से हेलीकॉप्टर तैनात किए जाएं, जिनका बजट आपदा प्रबंधन विभाग खर्च करेगा। पिछले दिनों युकाडा ने इसका टेंडर जारी किया था। युकाडा के सीईओ सी रविशंकर का कहना हैं कि टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। एक सप्ताह के भीतर दो से तीन हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए जाएंगे। गढ़वाल और कुमाऊं में आपदा की सूरत में ये हेलीकॉप्टर तत्काल राहत-बचाव कार्यों में मदद करेंगे।
सीएम धामी के अधिकारियों को निर्देश,सीमांत क्षेत्र विकास से संबंधित योजनाओं का हो प्रभावी क्रियान्वयन..
उत्तराखंड: गुरूवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गुंजी में आयुक्त कुमांऊ, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के साथ सेना, आई.टी.बी.पी. तथा बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ सीमांत क्षेत्र विकास से जुडे विषयों के साथ ही क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की तथा सीमांत क्षेत्र विकास से संबंधित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिये।
उनका कहना हैं कि हमारे सीमान्त क्षेत्रवासी भी हमारी सीमाओं के प्रहरी हैं। उन्होंने क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं के निराकरण के निर्देश देते हुये अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा। इससे पूर्व सीएम धामी के गुंजी पहुंचने पर प्रशासन, सेना, आई.टी.बी.पी. व बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन के अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दिन-रात समर्पण भाव के साथ राष्ट्र सेवा में तैनात जवानों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
यूपीसीएल रोजाना एक करोड़ यूनिट बिजली बाजार से खरीद रहा..
उत्तराखंड: प्रदेश में बिजली की मांग और बढ़ गई है, जिसके चलते यूपीसीएल को आपूर्ति करने में काफी मशक्कत उठानी पड़ रही है। हालात ये है कि दिन में तो बाजार में आसानी से सस्ती बिजली उपलब्ध हो रही है लेकिन शाम को पीक आवर में 10 रुपये प्रति यूनिट की दर पर भी बिजली नहीं मिल पा रही है। हालांकि निगम का दावा है कि मांग के सापेक्ष करीब पूरी बिजली उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे घोषित कटौती नहीं हो रही।
पहली बार प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर तक पहुंची है। बारिश कम होने से यूपीसीएल की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। ऊर्जा निगम मुख्यालय के अनुसार बिजली की मांग जून माह में रिकॉर्ड 6.4 करोड़ यूनिट तक पहुंची है। इसके सापेक्ष उपलब्ध महज 5.8 करोड़ यूनिट तक है। रोजाना 80 लाख से एक करोड़ यूनिट बिजली बाजार से खरीदनी पड़ रही है। दिन में बाजार में उपलब्धता होने की वजह से सस्ती दरों पर बिजली मिल पा रही है लेकिन शाम को पीक आवर में बाजार में भारी शॉर्टेज हो रही है।
इसके चलते 10 रुपये के दाम पर भी बिजली नहीं मिल पा रही है। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार का कहना है कि बाजार में पीक आवर में बिजली जुटाना काफी चुनौतीपूर्ण हो रहा है। बुधवार को प्रदेश के मैदानी इलाकों खासतौर से देहरादून व आसपास बारिश हुई, जिसकी वजह से यूपीसीएल को कुछ राहत मिली है। अब आने वाले दिनों में बारिश होने पर ही यूपीसीएल को कुछ उम्मीद है। यूपीसीएल प्रबंधन के मुताबिक, फिलहाल कहीं भी घोषित कटौती नहीं की जा रही है। स्थानीय कारणों से ही कटौती हो रही है।
40 दिन में भारी संख्या में चारधाम यात्रा पर आये श्रद्धालु..
उत्तराखंड: जून की प्रचंड गर्मी और इंद्रदेव की बेरुखी भले ही जनसामान्य को बेचैन किए हुए है, लेकिन चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष चारधाम यात्रा देरी से शुरू हुई है, लेकिन मैदानी क्षेत्रों में पड़ रही प्रचंड गर्मी और पर्वतीय अंचल में सुकून की छांव के कारण इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। वर्षाकाल में विलंब के कारण भी श्रद्धालुओं को यात्रा सुगम एवं सुरक्षित लग रही। इसकी गवाही यात्रा के आंकड़े दे रहे हैं। बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 40 दिन में 6.19 लाख अधिक श्रद्धालु चारधाम पहुंचे हैं
उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बद्रीनाथ के दर्शन को हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। लेकिन, इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या बीते वर्षों की अपेक्षा कहीं अधिक है। इस वर्ष यात्रा 10 मई को शुरू हुई और इस दौरान ज्यादातर स्कूल-कालेज में ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते बंद हो चुके थे। इसके साथ ही जून के दूसरे पखवाड़े में भी वर्षा नहीं हुई तो श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुरक्षित और सुलभ हो गई।
पिछले वर्ष 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी और 22 अप्रैल से 31 मई के बीच 40 दिनों में 18,91,217 श्रद्धालुओं ने चारों धाम के दर्शन किए। जबकि, इस बार 10 मई से शुरू हुई यात्रा में 18 जून तक (40 दिनों के बीच) 25,10,767 श्रद्धालु चारों धाम में दर्शन को पहुंच चुके हैं। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी। चारों धाम में सबसे अधिक श्रद्धालु केदारनाथ दर्शन को पहुंच रहे हैं। बीते वर्ष से करीब 30 प्रतिशत श्रद्धालु सिर्फ केदारनाथ धाम आ रहे हैं। वर्ष 2023 में 19,61,025 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे थे। इस बार 40 दिनों में ही 9,17,413 श्रद्धालु केदारनाथ आ चुके हैं।