केदारनाथ गर्भगृह विवाद- मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय आए आगे..
उत्तराखंड: बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के अनुसार केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को सोने से अलंकृत किया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि इस रचनात्मक कार्य पर रार तकरार उचित नहीं। उन्होंने इस कार्य में सभी से सहयोग की अपील की। उनका कहना है कि तीर्थ पुरोहित समाज के अधिकांश लोग केदारनाथ मंदिर के अंदर स्वर्ण मंडित किये जाने के समर्थन में हैं।
समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार का कहना हैं कि केदारनाथ मंदिर के लिए एक महाराष्ट्र के एक दानी दाता ने स्वर्ण दान किया है। जिससे मंदिर का गर्भगृह स्वर्णमंडित किया जा रहा है। और इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने जनता से केदारनाथ धाम के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने के प्रयास में मदद करने का आग्रह किया है।
मंदिर समिति के सदस्य वीरेंद्र असवाल ने सोमनाथ मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि यह सदियों से सोने की परत चढ़ा हुआ है। काशी विश्वनाथ समेत देश के सभी मंदिरों में सोना और रत्न चढ़ाए जाते हैं। केदारनाथ धाम में सोना चढ़ाने की कोई आलोचना नहीं होनी चाहिए। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ का कहना हैं कि मंदिर समिति ने आम जनता,तीर्थ पुरोहित एवं हकूक धारियों से केदारनाथ मंदिर के अंदर स्वर्णमंडित किये जाने में सहयोग करें।
मंदिर समिति सदस्य पुष्कर जोशी, नंदा देवी, जय प्रकाश उनियाल, कृपा राम सेमवाल, राजपाल जड़धारी का कहना हैं कि केदारनाथ मंदिर हेतु स्वर्ण दान का विरोध किया जाना गलत है। उल्लेखनीय है कि केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को स्वर्णमंडित किये जाने का विरोध कर रहे है। वे मंदिर के वास्तु और मन्दिर शिल्प के साथ किसी भी छेड़छाड़ के पक्ष में नहीं हैं। गर्भ गृह के चारों स्तंभों और दीवार पर भी देव देवता हैं।