एक ही दिन में फुल हुई केदारनाथ के लिये 10 दिन की हेली टिकटें..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में केदारनाथ हेली सेवा के लिए एक दिन में 18 से 27 मई तक की टिकट बुकिंग फुल हो गई है। शुक्रवार को आईआरसीटीसी के पोर्टल को ऑनलाइन बुकिंग के लिए खोला गया था, जिसमें 5937 टिकटों की बुकिंग की गई। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) के सीईओ सी. रविशंकर का कहना हैं कि केदारनाथ हेली सेवा के लिए बुकिंग 27 मई तक फुल हो चुकी है।
आपको बता दे कि वर्तमान में गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा हेलिपैड से सात कंपनियों के माध्यम से हेली सेवा का संचालन किया जा रहा है। 12 मई को हेली टिकटों की बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी का पोर्टल खोला गया था। एक दिन में 18 से 27 मई तक 5937 टिकटों की बुकिंग की गई। जल्द ही आगे की यात्रा के लिए बुकिंग स्लॉट तय किया जाएगा।
केदारनाथ हेली सेवा की बुकिंग के लिए चारधाम यात्रा का पंजीकरण अनिवार्य है, जिसके बाद ही आईआरसीटीसी पोर्टल पर हेली टिकटों की बुकिंग की जा सकती है। हेलीकॉप्टर से केदारनाथ धाम जाने के लिए हेली सेवा की मांग ज्यादा है। सात अलग-अलग कंपनियों की ओर से अब तक 2000 से अधिक शटल संचालित की गयी हैं। केदारनाथ धाम में बारिश और हिमपात से हेली सेवा उड़ानें प्रभावित रही। जिन यात्रियों का टिकट रद्द किया गया, उन्हें पूरा किराया वापस किया गया है।
अक्षय तृतीय पर हुआ चारधाम यात्रा का आगाज, पुष्प वर्षा के साथ गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों का हुआ स्वागत..
उत्तराखंड: अक्षय तृतीय के अवसर पर आज शनिवार को गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। गंगोत्री के कपाट 12:35 मिनट पर जबकि यमुनोत्री के कपाट 12:41 मिनट पर खुले। मां गंगा की भोगमूर्ति और छड़ी गंगोत्री धाम में विराजमान हुई। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी इस मौके पर धाम पहुंचे और गंगा पूजन किया। पूजा-अर्चना के बाद विधिवत रूप से सीएम की मौजूद में गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए। इसके बाद यमुनोत्री धाम के कपाट खुले। पुष्प वर्षा के साथ तीर्थयात्रियों का स्वागत किया गया।
गंगोत्री के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई थी। इसके तहत शुक्रवार को मुखबा से मां गंगा की डोली आर्मी बैंड की धुनों के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई थी। मां गंगा की विदाई के दौरान मुखबा गांव के ग्रामीण भावुक हो गए। शुक्रवार को चारधाम यात्रा औपचारिक रूप से शुरू हुई जबकि यात्रा का विधिवत आगाज शनिवार दोपहर को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुआ। इससे पूर्व शुक्रवार को मां गंगा की भोगमूर्ति को डोली में विराजमान किया गया और मुखबा गांव से डोली को जयकारों के साथ दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर आर्मी बैंड, ढोल दमाऊं और रणसिंगे के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना किया गया।
राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने आज अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री धाम एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के शुभ अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं के सुगम, सुखद और मंगलमय चारधाम यात्रा की कामना की है।
चारधाम यात्रा के लिए https://www.tripsofindia.com/यहां बुकिंग करें।
केदारनाथ हेली सेवा के लिए http://heliyatra.irctc.co.in यहां बुकिंग करें।
केदारनाथ यात्रा के लिए https://www.travelingkedarnath.com/ यहां बुकिंग करें।
चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण शुरू, इस बार यहां खुलेंगे काउंटर..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में पैदल भाग लेने वाले संतों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का विकल्प है। बिना रजिस्ट्रेशन के आने वाले तीर्थयात्री भी ऑफलाइन काउंटर पर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए साधु संत पैदल चलते हैं। ऐसे में उन्हें धामों तक पहुंचने में कई दिन लग जाते हैं। पैदल चलने वाले साधुओं के लिए टूरिज्म एजेंसी ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है।
चारधाम यात्रा के लिए https://www.tripsofindia.com/ यहां बुकिंग करें।
केदारनाथ हेली सेवा के लिएhttp://heliyatra.irctc.co.in यहां बुकिंग करें।
केदारनाथ यात्रा के लिए https://www.travelingkedarnath.com/ यहां बुकिंग करें।
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार का कहना हैं कि इस बार चारधाम यात्रा में सभी के लिए पंजीकरण जरूरी है। वर्तमान में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है, लेकिन पैदल यात्रा करने वाले सांधु संतों का ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।
इस बार सिर्फ हरिद्वार और ऋषिकेश में ही रजिस्ट्रेशन के लिए ऑफलाइन काउंटर खुले रहेंगे। चारधाम यात्रा मार्गों पर कोई अन्य पंजीकरण विकल्प उपलब्ध नहीं होगा। अब तक लगभग 15 लाख यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण किया है।
चारधाम यात्रा के लिए हुए 12.27 लाख से ज्यादा पंजीकरण..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा और बाबा केदार के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। यात्रा के लिए अब तक हुए पंजीकरण के आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं। चार धाम और हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए 12.47 लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण किया है। इनमें से 4.43 लाख से ज्यादा सिर्फ केदारनाथ धाम के हैं। चार धाम यात्रा इस बार 22 अप्रैल से शुरू हो रही है।
चारधाम यात्रा के लिए https://www.tripsofindia.com/ यहां बुकिंग करें।
केदारनाथ हेली सेवा के लिए http://heliyatra.irctc.co.in यहां बुकिंग करें।
केदारनाथ यात्रा के लिए https://www.travelingkedarnath.com/ यहां बुकिंग करें।
पर्यटन विभाग द्वारा 21 फरवरी को पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गई थी। यात्रा के लिए पंजीकरण आवश्यक है। रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिलों के स्थानीय निवासियों को पंजीकरण से छूट दी गई है।पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार का कहना हैं कि वर्तमान में वेबसाइट, मोबाइल एप, व्हाट्सअप के माध्यम से आनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। अब तक कुल पंजीकरण की आंकड़ा 12.47 लाख से अधिक पहुंच गया है।
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण की स्थिति..
धाम यात्रियों का पंजीकरण
केदारनाथ 443958
बद्रीनाथ 369217
गंगोत्री 219527
यमुनोत्री 193415
हेमकुंड साहिब 1605
स्वर्गारोहिणी व ध्यान गुफा जून तक फुल..
गढ़वाल मंडल विकास निगम ने केदारनाथ यात्रा के लिए आगामी जून तक केदारनाथ में विश्राम गृह और ध्यान गुफा के लिए बुकिंग मिल चुकी हैं। रिजर्वेशन के लिए सैकड़ों फोन आ रहे हैं। यात्रा शुरू होने से एक सप्ताह पूर्व निगम की टीम धाम रवाना हो जाएगी। क्योंकि इस बार भीमबली और लिनचोली में भी यात्री संख्या अधिक संभावना को देखते हुए यहां भी पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
बीते तीन वर्षों में ध्यान गुफा ने गढ़वाल मंडल विकास निगम की आमदनी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। इस वर्ष भी जून तक ध्यान गुफा की 70 फीसदी बुकिंग मिल चुकी है। जीएमवीएन के क्षेत्रीय प्रबंधक सुदर्शन खत्री का कहना हैं कि बीते वर्ष की तरह इस बार भी ध्यान गुफा को लेकर यात्रियों में खासा उत्साह नजर आ रहा है।
तीन धामों में श्रद्धालुओं की संख्या पर पाबंदी न लगाने पर विचार कर रही सरकार..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा से जुड़े व्यापारियों और तीर्थयात्रियों के मुखर विरोध के कारण राज्य सरकार श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित करने के प्रस्ताव को स्थगित कर सकता है। तीर्थयात्रियों को बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की संख्या पर पाबंदी न लगाने पर विचार शुरू हो गया है। यह बात सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कही है। उनका कहना हैं कि केदारनाथ में प्रवेश करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या का कोटा तय हो सकता है। बाकी धामों के बारे में सरकार विचार कर रही है।
पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा में बद्रीनाथ , केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की धारण क्षमता के आधार पर दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों का दैनिक कोटा निर्धारित करने की योजना बनाई है। चारधाम यात्रा में शामिल तीर्थ पुजारियों, होटल व्यवसायियों, ढाबा मालिकों और टैक्सी चालकों ने श्रद्धालुओं का कोटा निर्धारित करने के प्रस्ताव का विरोध किया। इस पर सरकार ने प्रस्ताव पर निर्णय लिया। साथ ही अधिकारियों को हितधारकों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए थे।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में सभी हित धारकों के साथ बैठक की जा चुकी है, जिसमें चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत, होटल व्यवसायी और टैक्सी आपरेटरों ने श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने का पुरजोर समर्थन किया था। 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू होनी है। हितधारकों के विरोध को देखते हुए सरकार केदारनाथ को छोड़ गंगोत्री, यमुनोत्री व बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं के कोटे को समाप्त कर सकती है।
केदारनाथ धाम में तय हो सकता है कोटा
आपको बता दे कि केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है। पीएमओ से सीधे केदारनाथ धाम की निगरानी की जा रही है। केदारनाथ धाम के लिए लगभग 18 किमी. की पैदल चढ़ाई है। साथ ही केदारपुरी में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए पर्याप्त होटल व धर्मशाला नहीं है। केदारनाथ धाम की विकट भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए सरकार केदारनाथ धाम के लिए श्रद्धालुओं का कोटा तय कर सकती है।
चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर पुलिस महानिदेशक ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश..
यात्रा ड्यूटी में तैनात कार्मिक पूरे मनोयोग से दायित्वों का करें निर्वहन..
रुद्रप्रयाग। आगामी चारधाम को सकुशल संपंन कराए जाने को लेकर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने रुद्रप्रयाग पहुंचकर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व सभी क्षेत्राधिकारियों के साथ यात्रा तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही पुलिस कार्मिकों के साथ संवाद कर समस्यायें भी पूछी।
डीजीपी ने कहा कि आगामी दिनों में चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। जनपद में स्थित केदारनाथ धाम में पिछले कुछ सालों से अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। ऐसे में यात्रा ड्यूटी में तैनात होने वाले पुलिस बल को अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से करना है। पुलिस महानिदेशक ने केदारनाथ धाम परिसर के अन्तर्गत भीड़ नियन्त्रण व श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराये जाने के लिए सेक्टरों में विभाजित कर अनुभवी निरीक्षकों को नियुक्त करने के निर्देश दिए।
साथ ही पैदल मार्ग पर लैंड स्लाइड स्थलों का चयन कर एसडीआरएफ की तैनाती सहित आवश्यक पुलिस बल तैनात किये जाने को कहा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के निकट पर्याप्त संख्या में जेसीबी, पोकलैण्ड मशीन सहित आवश्यक पुलिस बल तैनात करने की बात भी कही।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं पुलिस अधीक्षक डाॅ विशाखा भदाणे ने डीजीपी को बताया कि यात्रा संबंधी प्रशासनिक तैयारियों के साथ ही प्रशासन व पुलिस के नियुक्त होने वाले कार्मिकों की आवासीय व्यवस्था की जा रही है। पैदल मार्ग पर बर्फ हटाये जाने तथा राष्ट्रीय राजमार्ग सहित राज्य मार्गों को दुरुस्त किया जा रहा है। सोनप्रयाग व सीतापुर की स्थायी पार्किंगों के अलावा अन्य स्थानों पर भी अस्थायी पार्किंग व्यवस्थित की जा रही हैं।
डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि यात्रा के सफल संचालन के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती की जा चुकी है। यात्रा व्यवस्थाओं के सफल संचालन व भीड़ नियन्त्रण के लिए पुलिस स्तर से नियुक्त होने वाले सेक्टर पुलिस अधिकारियों की तर्ज पर प्रशासन के स्तर से सेक्टर अधिकारी तैनात किये जा रहे हैं। भीड़ नियन्त्रण के लिए केदारनाथ धाम परिसर में बैरिकेडिंग करायी जा रही है। इस वर्ष धाम के लिए संचालित होने वाली हेली सेवा प्रदाता कम्पनियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये जाने के लिए यूकाडा से अनुरोध किया जा चुका है।
सुरक्षा की दृष्टि से केदारनाथ हेलीपैड पर बैरिकेडिंग कर सेक्टर में विभाजित किया जाएगा और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही पुलिस बल तैनात कर भीड़ पर नियन्त्रण किया जाएगा। निर्धारित क्षमता से अधिक की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की दशा में उनकी सुरक्षा व बुनियादी सुविधाओं के दृष्टिगत ऋषिकेश व आस-पास के क्षेत्र में ही अस्थायी रूप से रोके जाने का सुझाव दिया गया।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इस संबंध में उनके स्तर से भी सक्षम पुलिस अधिकारी की तैनाती ऋषिकेश में करने के निर्देश दिए जायेंगे। इस अवसर पर डीएम मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक डाॅ विशाखा अशोक भदाणे, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, सीओ गुप्तकाशी विमल रावत, सीओ आपरेशन्स हर्षवर्द्धनी सुमन, प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन, यातायात निरीक्षक, थाना प्रभारी, चैकी प्रभारी सहित अधीनस्थ पुलिस बल उपस्थित था।
पुलिस कार्मिकों के कल्याण को लेकर निरन्तर किये जायेंगे कार्य: डीपीजी
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस कार्मिकों के वेलफेयर और मनोबल को बढ़ाये जाने के लिए निरन्तर कार्य किये जा रहे हैं। हाल ही में पुलिस विभाग के सभी संवर्गों में पदोन्नति प्रदान की गई है। कुछ पदों पर पदोन्नति के लिए आ रही दिक्कतों के चलते शासन स्तर पर समन्वय स्थापित कर शिथिलीकरण प्राप्त कर पदोन्नति प्रदान की गयी है। निकट भविष्य में भी पुलिस कार्मिकों के कल्याण को लेकर निरन्तर कार्य किये जायेंगे।
पुलिस बल के आधुनिकीकरण की दिशा में भी कार्य किये जा रहे हैं। राज्य के अधिकांश जनपदों में हाल ही में कुल 6 थाने व 20 पुलिस चैकियां सृजित कर अधिक से अधिक क्षेत्र को पुलिस के अधीन सम्मिलित किया गया है। डीजीपी ने रुद्रप्रयाग के अन्तर्गत सृजित 2 रिपोर्टिंग पुलिस चैकियों के गांवों में निरन्तर भ्रमण कर जनता के बीच पहुंचकर संवाद स्थापित किये जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि ऊखीमठ क्षेत्रान्तर्गत खुली पुलिस चैकी चोपता का पर्यटन की दृष्टि से एवं तुंगनाथ धाम के चलते अत्यधिक महत्व है। अभी से तुंगनाथ क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग की जाए। बद्रीनाथ-केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालु इस मार्ग का भी भरपूर उपयोग करते हैं। ऐसे में इस मार्ग पर प्रभावी यातायात व्यवस्था बनाई जाए।
चारधाम यात्रा- तीर्थयात्रियों के लिए इस साल बस का किराया नहीं बढ़ेगा..
उत्तराखंड: इस साल चारधाम यात्रा के किराया में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं होगी। 13 मार्च को चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन समिति की नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। अनाधिकृत ट्रेवल एजेंटों पर लगाम कसी जाएगी। चारधाम यात्रा के आयोजन को लेकर परिवहन विभाग की ओर से आरटीओ (प्रशासन) सुनील शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यात्रा किराया नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा का कहना हैं कि चारधाम यात्रियों से राज्य परिवहन प्राधिकरण द्वारा निर्धारित किराया ही लिया जाएगा। बताया कि इस बार यात्रा के दौरान दो की जगह पांच टीमें सुरक्षा और लापरवाही की जांच करेगी। उनका कहना हैं कि सभी ट्रांसपोर्टर 13 मार्च को चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन समिति के अध्यक्ष के चयन के लिए बैठक करेंगे। समिति के नामित पदाधिकारियों की जानकारी परिवहन विभाग को उसी दिन उपलब्ध कराएंगे।
समिति की ओर से चारधाम यात्रा के लिए बसें उपलब्ध कराई जाएंगी। ग्रीनकार्ड ट्रिपकार्ड से संबंधित व्यवस्था बनाई जाएगी। रोडवेज की बसों से हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए किराया का निर्धारण किया जाएगा। यात्रा के चरम पर होने पर 15-31 मई तक वाहनों की उपलब्ध सुनिश्चित कराई जाएगी।
इस दौरान परिवहन विभाग की ओर से अन्य स्रोतों से वाहन उपलब्ध कराकर रोटेशन के अधीन संचालित होंगे। पंजीकृत ट्रेवल एजेंट यात्रा करा सकेंगे। अनाधिकृत ट्रेवल्स एजेंटों पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी, एआरटीओ प्रशासन एके पांडे, एआरटीओ (प्रवर्तन) ऋषिकेश मोहित कोठारी, रश्मि पंत, टीजीएमओ के अध्यक्ष जितेंद्र नेगी, सुधीर राय, भोपाल सिंह नेगी, मनोज ध्यानी, संजय शास्त्री, प्यारेलाल जुगरान, विनोद भट्ट आदि उपस्थित थे।
परिवहन विभाग की ओर से चारधाम यात्रा को लेकर बाईपास मार्ग स्थित एआरटीओ कार्यालय में ट्रांसपोर्टरों की बैठक बुलाई गई थी। लेकिन इसकी जानकारी मीडिया को नहीं दी गई। इसको को लेकर सवाल उठ रहे हैं। परिवहन विभाग के अधिकारी क्या छिपाना चाह रहे हैं।
केदारनाथ जाने का पारंपरिक मार्ग फिर से शुरू होगा..
उत्तराखंड: केदारनाथ के परंपरागत मार्ग को दोबारा शुरू करने की उम्मीद जगी है। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग ने रास्ते के निर्माण के लिए चिन्हित क्षेत्र का सर्वेक्षण कर केंद्र सरकार को भेज दिया है। स्वीकृति के बाद जमीन का हस्तांतरण होगा। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो पारंपरिक रास्ते पर निर्माण यात्रा सीजन के दौरान शुरू हो जाएगा।
आपदा के बाद 2016 से केदारनाथ यात्रा को प्रतिवर्ष नया आयाम मिल रहा है। यात्रा में वृद्धि के कारण पारंपरिक मार्ग को पुनर्जीवितकरने के लिए बीते तीन वर्ष से प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई की जा रही है जो अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। केदारनाथ के वन्य जीवों के भू-सर्वेक्षण का प्रस्ताव राज्य स्तरीय स्वीकृति मिलने के बाद अब शासन को भेजा गया है।
अगले दो महीनों में इसे मंजूरी मिलने की उम्मीद है। वन भूमि के हस्तानांतरण के बाद स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से रास्ता निर्माण की कार्रवाई की जाएगी। इस रास्ते के पुनर्जीवित होने से केदारनाथ की पैदल यात्रा भी आसान हो जाएगी। अधिकारियों की मानें तो आने वाले वर्षों में परंपरागत रास्ते के अस्तित्व में आने पर यात्राकाल में घोड़ा-खच्चरों का संचालन इसी रास्ते से कराया जाएगा।
आपदा में ध्वस्त हो गया था पैदल मार्ग
आपदा में गौरीकुंड-रामबाड़ा-केदारनाथ पैदल मार्ग रामबाड़ा से केदारनाथ तक कई जगहों पर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था। मार्च 2014 में मंदाकिनी नदी के दाहिनी ओर रामबाड़ा से केदारनाथ तक एक नया रास्ता बनाया गया, जिस पर वर्तमान में यात्रा संचालन हो रही है। मार्ग पर जहां रामबाड़ा से लिनचोली तक तीखे मोड़ व चढ़ाई है वहीं यह पूरा क्षेत्र एवलांच जोन है। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ इंद्र सिंह नेगी का कहना हैं कि पारंपरिक मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए भू- सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है। साथ ही प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। उम्मीद है कि अप्रैल तक स्वीकृति मिल जाएगी।
पीएम मोदी की तपस्थली फिर होगी गुलजार..
आपको बता दे कि परंपरागत रास्ता बनने से पीएम मोदी की तपस्थली गरूड़चट्टी दो तरफा जुड़ जाएगा। साथ ही यात्राकाल में यहां काफी संख्या में यात्री रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे। केदारनाथ से गरूड़चट्टी को जोड़ने के लिए बीते वर्ष मंदाकिनी नदी पर स्टील गार्डर पुल बनकर तैयार हो चुका है।
केदारनाथ में प्रशासन ने भेजे दस हजार झंडे..
उत्तराखंड: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में आजादी के अमृत महोत्सव पर केदारनाथ धाम में मानव श्रृंखला बनायी जायेगी। साथ ही केदारनाथ में स्थित सभी भवनों में तिरंगा लगाया जायेगा। केदारनाथ आने वाले प्रत्येक यात्री को पैदल मार्ग सहित केदारनाथ धाम में तिरंगे वितरित किये जा रहे हैं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण हो गई हैं। सम्पूर्ण जनपद के साथ ही केदारनाथ में भी विशेष तैयारियां की गई हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में 15 अगस्त को ध्वजा रोहण के बाद मानव श्रृंखला बनायी जायेगी।
साथ ही केदारनाथ के सभी भवनों में तिरंगे को लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में छोटे-बड़े मिलाकर दस हजार झंडे भेज दिये गये हैं। सभी यात्रियों को भी झंडे वितरित किये जा रहे हैं। साथ ही धाम पहुंचने वाले यात्रियों को भी आजदी के अमृत महोत्सव में शामिल किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि विभागीय अधिकारियों को आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर आवश्यक जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
वहीं आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में जनपद के सभी विभागों की ओर से अपने-अपने स्तर से आम जनमानस को घरों में तिरंगा फहराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को पुलिस के जवान झंडे उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे की अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके।
इसके साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग ने जनपद के आंगनबाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत छोटे बच्चों में देश प्रेम की भावना उजागर करने के उद्देश्य से चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है तथा जिला सूचना कार्यालय में पंजीकृत सांस्कृतिक दलों ने भी जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों मे नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सभी घरों में तिरंगा झंडे लगाये जाने के लिए जागरुक किया जा रहा है।
पंचायती राज विभाग द्वारा जनपद के सभी गांवों में 13 से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज लगाये जाने के लिए ग्राम स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर राष्ट्रीय ध्वज उपलब्ध कराये जा रहे हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात कार्मिक भी सभी लोगों को अपने घरों में तिरंगा लगाये जाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा मार्ग पर खोले जाएंगे ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा मार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय से मुलाकात कर इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग स्टेशन का मुद्दा उठाया। केंद्रीय मंत्री का कहना हैं कि इसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से प्रस्ताव बनाकर भेजा जाए। इसके साथ ही नैनीताल जिले के रानीबाग में एचएमटी उद्योग को राज्य सरकार को सौंपने का आग्रह किया। सरकार इस उद्योग को खरीदने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पांडेय से चारधाम यात्रा मार्ग पर इलेक्ट्रॉनिक चार्जिग स्टेशन बनाने का आग्रह किया। जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों से बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले यात्रियों को चार्जिंग की सुविधा मिलेगी। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिलेगा। केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री से चार्जिंग स्टेशन के लिए प्रस्ताव भेजने के लिए कहा। सीएम ने कहा कि जल्द ही राज्य सरकार की ओर से स्थान चिन्हित कर प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजेगी।
मुख्यमंत्री ने जनपद नैनीताल के रानीबाग स्थित एचएमटी उद्योग को राज्य सरकार को सौंपने के लिए मंत्रालय के अधिकारियों का निर्देश देने का आग्रह किया। सीएम ने कहा कि एचएमटी उद्योग लगातार घाटे में चलने के कारण आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने इसे बंद करने की सिफारिश की थी। एचएमटी उद्योग को जैसा है, जहां है के आधार पर राज्य सरकार को हस्तांतरित किया जाना प्रस्तावित है। प्रदेश सरकार ने एनबीसीसी की ओर से तय एचएमटी की चल और अचल संपत्ति के मूल्य का आकलन किया गया। इस मूल्य पर एचएमटी को खरीदने के लिए सरकार ने अपनी सहमति भारी उद्योग मंत्रालय को भेज दी है।