नए साल के छुट्टी कैलेण्डर से ‘इगास’ हुआ गायब..
उत्तराखंड: साल समाप्त होने को महज 28 दिन रह गए है और इसी के साथ आगमी साल 2022 का कैलेंडर जारी हो गया है। वही बीते माह नवंबर में ईगास पर्व की घोषणा की गई थी लेकिन जारी हुए 2022 के कैलेंडर में छुट्टियों की सूची में से इगास पर्व शामिल ही नहीं है। बता दे कि नवंबर में सीएम धामी की घोषणा के बाद इगास पर्व को सर्वजनिक अवकाश के रूप घोषित किया गया था जिसके बाद 25 नवंबर को उत्तराखंडवासियों ने इगास पर्व को धूम धाम से मनाया था।
लेकिन अब बात यह है की इसे सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के बावजूद भी आगामी साल 2022 के कैलेंडर में इसे जगह नहीं मिली। वही जब बीजेपी से इसका जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा की सार्वजनिक घोषणा हुई है तो अवकाश होगा या शायद कैलेंडर में मिस प्रिंट हुआ होगा।
आपको बता दे कि सीएम धामी ने सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया था। क्यूंकि 2022 विधानसभा चुनाव नजदीक है और भाजपा पार्टी पूरी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। लेकिन नए कैलेंडर के गायब होने का साफ मतलब है कि यह छुट्टी सिर्फ चुनाव थी। उत्तराखंड में पहली बार इगास पर्व को सार्वजिक अवकाश के तौर मनाया गया था।
हरेला की छुट्टी शामिल, इगास की गायब..
इस पर्व में सीएम धामी से लेकर कई मंत्रियों ने प्रतिभाग किया था जिसका उदेश्य था की उत्तराखंड की परंपरा और लोक संस्कृति को बढ़ावा मिले। साथ इसे हर साल घरों में मानाने के लिए सर्वजनिक अवकाश में शामिल किए जाने के लिए कहा गया था। लेकिन अब जारी हुए कैलेंडर में हरेला की छुट्टी शामिल है लेकिन एगास की छुट्टी गायब है। इस साल दिवाली 24 अक्टूबर को पड़ रही है लेकिन सूची में इगास पर्व का कुछ पता नहीं। वही उत्तराखंड में चुनावी रेलगाड़ी में भाजपा के साथ आप पार्टी भी अपने घोषणाओं के रंग बिखेर रही है। लेकिन अब मैदान में कौन खरा उतरेगा और किसकी घोषणाएँ रंग लाएगी यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।
राज्य कर्मचारियों के लिए 26 अवकाश..
फिलहाल ईगास पर्व पर सर्वजनिक अवकाश कर क्या भाजपा वोट के लिए लुभावने तरीके अपना रही है। वही इस साल कैलेंडर में राज्य कर्मचारियों के लिए 26 अवकाश घोषित किए गए है जिनमे से 6 रविवार और तीन शनिवार पड़ रहे है। हालाकिं विधानसभा व सचिवालय में पांच दिवसीय सप्ताहिक कार्य होने के कारण से केवल 22 दिन के अवकाश अनुमन्य होगा।
त्रिवेंद्र सिंह रावत का आश्वासन नहीं आया किसी काम, तीन साल के बाद भी नहीं मिली पक्की सड़क
उत्तराखंड: पौड़ी गढ़वाल में बीते वर्ष 2018 में एक बस दुर्घटना के बाद से ग्रामीणों के बेहतर और बुनियादी सड़क नहीं मिल पाई है। इस सड़क दुर्घटना में 48 लोगों की मौत हो गई थी जिसके बाद गुस्साए स्थानीय लोगों को त्रिवेंद्र सरकार ने पीड़ितों को आश्वासन दिया गया था, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी क्षेत्र में अभी तक पक्की सड़क नहीं बन पाई। टंडोली के ग्राम प्रधान दीपक कंधारी का कहना हैं कि दुर्घटना के दौरान बस में 58 लोग सवार थे।
इनमें धूमकोट के पास बस के खाई में गिरने से 48 की मौत हो गई। दुर्घटना के समय वाहन नैनीताल जा रहा था। यह राज्य की सबसे भयानक सड़क दुर्घटना त्रासदियों में से एक थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक संतप्त परिवारों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की और लोगों को आश्वासन दिया कि क्षेत्र में सड़क के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाया जाएगा।
12 वर्षों से जर्जर है मार्ग
तीन साल बाद, हमें अभी तक मोर्चे पर कोई विकास नहीं दिख रहा है। पौड़ी निवासियों का कहना है कि उनके गांवों को धूमकोट जैसे बड़े शहरों से जोड़ने वाली 25 किलोमीटर लंबी धूमकोट-पिपली-भान सड़क राज्य की सार्वजनिक परिवहन बसों द्वारा उपयोग किए जाने वाले मार्ग पिछले 12 वर्षों से जर्जर है।
पौरी के चैनपुर गांव के निवासी ने कहा हमने अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है लेकिन हमारी सारी चिंताएं बहरे वर्षों में आ गई हैं। ग्रामीणों का दावा है कि खराब सड़क संपर्क के कारण उन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। गड्ढा मुक्त सड़कों पर राज्य सरकार के दावे के विपरीत, हमारे पास एक भी उचित पक्की सड़क नहीं है। खराब कनेक्टिविटी के कारण, यहां के अस्पतालों और स्कूलों में कई पद खाली रहते हैं।
चुनाव से पहले भाजपा का दामन थाम सकता हैं कांग्रेस का ये दिग्गज नेता..
उत्तराखंड: कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भाजपा का दामन थाम सकते हैं, इसे लेकर सियासी हलकों में चर्चाएं गर्म हैं। हालांकि इसे लेकर दोनों ओर से ही चुप्पी साधी गई है। अलबत्ता, भाजपा के सूत्र प्रधानमंत्री मोदी के चार दिसंबर को दून दौरे के दौरान कुछ बड़े नेताओं के शामिल होने के संकेत दे रहे हैं।
आपको बता दे कि प्रदेश में कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह फिर सतह पर है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय 2017 की हार का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत को निशाने पर लिए हुए हैं। हरीश रावत ने किशोर की टिप्पणी पर नसीहत और चेतावनी भी दी थी। किशोर उपाध्याय सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में इस पर भी कटाक्ष करने से नहीं चूके।
किशोर के तेवरों से कांग्रेस हलकान है। इसे देखते ही किशोर उपाध्याय के भाजपा में जाने की चर्चाएं हैं। हालांकि संपर्क करने पर किशोर ने सीधे तौर पर न इसका खंडन किया और न ही समर्थन। उनका कहना हैं कि वह उत्तराखंड को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उधर, भाजपा संगठन भी इस पर सीधी टिप्पणी से बच रहा है। सूत्रों के अनुसार पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के चार दिसंबर को दून दौरे के दौरान कुछ बड़े नेताओं को पार्टी में शामिल कराने की कोशिश में है।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण के बीच भी सोशल मीडिया पर वार-पलटवार तेज है। शूरवीर सिंह सजवाण ने सोनिया के साथ बैठकर चर्चा करने और इस दौरान खड़े दिखाई दे रहे किशोर को लेकर पुरानी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की।
अपनी पोस्ट में उन्होंने यह दावा भी किया कि 1985 में उन्हें कांग्रेस के तत्कालीन नेताओं कमलनाथ, वीर बहादुर सिंह व चंद्रमोहन सिंह नेगी के आशीर्वाद से देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र का टिकट मिला था। सजवाण के इस दावे पर किशोर ने चुटकी ली। उनका कहना हैं कि सजवाण शपथ लेकर यह बात कह दें तो वह अपनी बात वापस लेंगे।
उत्तराखंड में पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतर जाएगी भाजपा..
उत्तराखंड: प्रदेश में भाजपा शुक्रवार से विधानसभा चुनाव के लिए पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर जाएगी। पार्टी हर घर भाजपा, घर-घर भाजपा अभियान से अपने प्रचार का आगाज करेगी। कल पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, सह चुनाव प्रभारी आरपी सिंह व लॉकेट चटर्जी चुनाव प्रचार गरमाने के लिए विधानसभा क्षेत्रों में उतर जाएंगे। इन सभी केंद्रीय नेताओं को अनुसूचित जाति, ओबीसी, बंगाली और सिख मतदाताओं को साधने के उद्देश्य से जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम व रेखा वर्मा को टिहरी, उत्तरकाशी, देहरादून और हरिद्वार की विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई है। दोनों नेताओं को अनुसूचित जाति और ओबीसी मतदाताओं के प्रभाव वाली सीटों का जिम्मा सौंपा गया है। चुनाव सह प्रभारी लॉकेट चटर्जी यूएस नगर की बंगाली मतदाता प्रभाव वाली छह सीटों की जिम्मेदारी संभालेंगी।
पार्टी ने उन्हें बंगाली वोटरों को साधने के लिए दायित्व सौंपा है। इसके साथ ही वह अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर व चंपावत जिले की विधानसभा सीटों को भी देखेंगी। सह चुनाव प्रभारी आरपी सिंह यूएसनगर की सिख प्रभाव वाली तीन सीटों के अलावा नैनीताल जिले की छह विधानसभा सीटों पर मोर्चा संभालेंगे।
देहरादून में 12 को बनेंगी प्रचार की रणनीति..
जानकारी के अनुसार 12 नवंबर को देहरादून प्रदेश पार्टी कार्यालय में बैठकों के दौर चलेंगे। पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी भी बैठक में शामिल होंगे। इसी दिन प्रदेश टोली की बैठक होगी, जिसमें पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर अंतिम मुहर लगेगी। इस बैठक में 15 दिसंबर तक के कार्यक्रम तय हो जाएंगे।
चुनाव प्रचार अभियान को धार देने के लिए भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक इस महीने के अंत में होगी। चुनावी बैठक होने की वजह से इसमें 200 से अधिक सदस्य भाग लेंगे। बैठक में 2022 के विधानसभा चुनाव प्रचार की रणनीति बनाई जाएगी। बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों के अलावा सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष, मोर्चों के अध्यक्ष भाग लेंगे।
नड्डा का दौरा तय, मोदी-शाह जल्द आएंगे..
विधानसभा चुनाव प्रचार में जान फूंकने के लिए पार्टी ने केंद्रीय नेताओं के प्रस्तावित दौरे तकरीबन तय कर दिए गए हैं। टोली कमेटी की बैठक में इन दौरों पर अंतिम मुहर लगेगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का दौरा तय हो गया है। वह 15 नवंबर को दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। वह कुमाऊं में प्रवास करेंगे। बता दे कि नड्डा कुमाऊं में अल्मोड़ा व रुद्रपुर में प्रवास कर सकते हैं। प्रधानमंत्री व गृह मंत्री के दौरे भी प्रस्तावित हैं।
देवस्थानम बोर्ड को लेकर सीएम धामी का बड़ा फैसला..
उत्तराखंड: देवस्थानम बोर्ड की स्थापना के बाद से ही चारों धाम के तीर्थपुरोहित और पुजारी बोर्ड का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। तीर्थ पुरोहित बोर्ड के विरोध में 2019 से ही आंदोलन चल रहा है। आपको बता दे कि इन दिनों चारों धामों में जबरदस्त विरोध हो रहा है जो कि भाजपा के लिए चिंताजनक है।
सरकार के खिलाफ सभी हकहकूकधारियों एवं तीर्थपुरोहितों ने हुंकार भर ली है जिससे सरकार की चिंता भी बढ़ गई हैं। चुनावी वर्ष होने के कारण अगर बीजेपी ने इसको प्राथमिकता नहीं दी तो भाजपा को आगामी चुनावों में गलती का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
बद्रीनाथ से लेकर यमुनोत्री तक हर जगह देवस्थानम बोर्ड का विरोध किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी तीर्थ पुरोहितों से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का वचन दिया था मगर बीते दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से वार्तालाप नहीं की गई जिस वजह से चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड और सरकार का पुरजोर विरोध किया जा रहा है।
कृष्णकांत कोटियाल का कहना है कि पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत व वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं होने से तीर्थपुरोहित व हक-हकूकधारी आंदोलन करने के लिए बाध्य हैं।
इसी बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है। उनका कहना हैं कि सरकार देवस्थानम बोर्ड को लेकर इसी माह अपना निर्णय लेगी। अगले कुछ ही दिनों में कमेटी की रिपोर्ट मिलते ही सरकार अपना फैसला सुना देगी। सीएम धामी ने कहा कि मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है।
कुछ लोगों का कहना था कि बोर्ड बनाए जाने से पहले उनका पक्ष सुना नहीं गया था। इसलिए सरकार ने एक कमेटी बनाई जो सभी पक्षों को सुन रही है। कमेटी सभी की भावनाओं के अनुरूप काम कर रही है। मुख्यमंत्री का कहना हैं कि सरकार सबकी भावनाओं को मध्यनजर रखकर ही देवस्थानम बोर्ड पर कोई निर्णय लेगी।
गोपेश्वर में भाजयुमो की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति आज से..
उत्तराखंड: भाजपा युवा मोर्चा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक शनिवार से गोपेश्वर में होगी। मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोज पटवाल का कहना हैं कि प्रदेश कार्यसमिति में राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार पर चर्चा की जाएगी। साथ ही युवा मोर्चा 2022 विधानसभा चुनावों में अबकी बार 60 पार सीटों का संकल्प भी लेगा। प्रदेश कार्यसमिति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित कई मंत्री व भाजपा के बड़े पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे कार्यसमिति का शुभारंभ..
मनोज पटवाल का कहना हैं कि नौ अक्तूबर को शाम चार बजे प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक होगी और 10 अक्तूबर को प्रदेश कार्यसमिति का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। कार्यसमिति का शुभारंभ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे। कार्यसमिति चार सत्रों में आयोजित होगी।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, भाजपा के महामंत्री संगठन अजेय, प्रदेश महामंत्री संगठन कुलदीप कुमार, भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री वैभव सिंह, अलग-अलग सत्रों को संबोधित करेंगे। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश के सभी पदाधिकारी, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व जिलाध्यक्ष और जिला महामंत्री उपस्थित रहेंगे।
भाजपा सोशल मीडिया को बनाएगी विधानसभा चुनाव में हथियार..
उत्तराखंड: भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी पार्टी के मीडिया और सोशल मीडिया प्रभारियों को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर टिप्स देंगे। चुनावी साल में भाजपा सोशल मीडिया वार के जरिए भी पार्टी के लिए माहौल बनाने का काम करेगी। भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजेय कुमार ने इस पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर दी है। यह कार्यशाला 24 सितंबर को आईटीडीए सभागार में होगी।
इसमें सांसद अनिल बलूनी के साथ एक और राष्ट्रीय प्रवक्ता भी पहुंचेंगे। इस वर्कशॉप में विभिन्न मोर्चों और जिलों के मीडिया, सोशल मीडिया प्रभारियों के साथ ही पार्टी के पैनलिस्ट भी शिरकत करेंगे। भाजपा के प्रांतीय मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान का कहना हैं कि पार्टी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हर रणनीति को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया प्रभारियों की क्या भूमिका रहने वाली है।
इस पर राज्यसभा सांसद बलूनी विस्तार से प्रशिक्षण देंगे। विपक्ष के हमलों का सोशल मीडिया के जरिए किस रणनीति से जवाब दिया जाना है, इन सभी बिंदुओं के बारे में जानकारी देंगे। इसके साथ ही पैनालिस्ट को अब और ज्यादा मुखर करने के लिए भी टिप्स दिए जाएंगे।
हरक सिंह रावत को हरीश धामी ने कहा कुछ ऐसा…
उत्तराखंड: प्रदेश में चुनावी माहौल शुरू होते ही नेताओ के एक दूसरे पर व्यंग्य औऱ टीका टिप्पणी शुरू हो गई हैं। आपको बता दें कि हाल ही में भाजपा के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत औऱ मंत्री हरक सिंह के बीच तीखी तकरार हो गई थी । जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी भी की थी। बता दें कि इस बार भी व्यंग के घेरे में मंत्री हरक सिंह रावत ही हैं।
अब कांग्रेस के हरीश धामी ने मंत्री हरक सिंह रावत पर व्यंग्य कसते हुए कहा है कि कांग्रेस का प्रिंसिपल भाजपा में जाकर एलकेजी का स्टूडेंट् बन गया है। आगे उन्होंने कहा कि जिस तरह की बयानबाजी हरक सिंह कर रहे हैं उससे स्पष्ट हो गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उन्हें ढेंचा ढेंचा कहकर ढेंचू बना दिया है। हरीश धामी का कहना हैं कि हरक सिंह रावत कांग्रेस में प्रिंसिपल की भूमिका में थे उनकी हालत आज भाजपा में एक एलकेजी स्टूडेंट् की तरह है।
उत्तराखंड में फिर सरकार बनाएगी भाजपा- केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी..
उत्तराखंड: भाजपा के चुनाव प्रभारी का दायित्व मिलने के बाद पहली बार देहरादून पहुंचे केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्त्ताओं का आह्वान किया कि वे ‘मिशन-2022’ के लिए पूरे मनोयोग से जुट जाएं। प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में उन्होंने कहा कि भाजपा इस बार उस मिथक को तोड़ेगी, जिसमें कहा जाता है कि उत्तराखंड में एक दल की सरकार रिपीट नहीं होती। उन्होंने कहा कि इस मर्तबा पिछली बार से अधिक सीटें जीतने का पार्टी ने लक्ष्य रखा है।
चुनाव प्रभारी जोशी का कहना हैं कि राज्य में फिर से भाजपा की प्रचंड बहुमत वाली सरकार लाने के लिए प्रत्येक कार्यकर्त्ता को अपने बूथ को मजबूत करने पर जोर देना है।उनका कहना हैं कि जिस प्रकार केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के सात सालों में उस पर कोई भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है, उसी प्रकार प्रदेश की भाजपा सरकार ने ईमानदारी से जनहित के कार्य किए हैं। इस दौरान उस पर भी कहीं कोई आरोप नहीं लगा, जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों में घपले-घोटालों की लंबी श्रृंखला सी बन गई थी।
उन्होंने केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख भी किया। उन्होंने सभी जिला प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिले के मंडलों, शक्ति केंद्रों और बूथों में निरंतर प्रवास करने के साथ ही कार्यकर्त्ताओं से संवाद स्थापित करें। उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकारों की कल्याणकारी योजनाओं व कार्यों को जनता के बीच ले जाने के निर्देश भी दिए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं प्रदेश चुनाव सह प्रभारी आरपी सिंह ने भी कार्यकर्त्ताओं से लगातार संवाद के साथ ही पार्टी के कार्यक्रमों के सुचारू क्रियान्वयन पर जोर दिया। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना हैं कि चुनाव प्रभारी व सह प्रभारियों के मार्गदर्शन में प्रदेश में भारी बहुमत से भाजपा सरकार बनाएगी। प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय ने सभी पदाधिकारियों का परिचय चुनाव प्रभारी व सह प्रभारियों से कराया। उन्होंने बूथ समितियों के गठन और उनका सत्यापन कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी। साथ ही कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए संगठनात्मक रूप से पार्टी पूरी तरह तैयार है।
भाजपा नेता के घर पर देर रात हुआ धमाका, इलाके में हड़कंप..
उत्तराखंड: नैनीताल भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट के घर पर मंगलवार देर रात धमाका होने से हड़कंप मच गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट के हीरानगर आवास में मंगलवार देर रात करीब साढ़े 12 बजे तेज धमाका हुआ। इससे घर का मुख्य गेट, दरवाजे व खिड़कियां ध्वस्त हो गईं हैं। बुधवार की सुबह डीआईजी नीलेश आनंद भरणे विस्फोट के बाद मुआयना करने पहुंचे। वहीं कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत और मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला भी उनके आवास पर पहुंचे। धमाका होने के कारणों की जांच की जा रही है।
मौके पर मौजूद जिलाधिकारी धीराज सिहं गर्ब्याल का कहना हैं कि जांच के बाद ही धमाके के कारणों का पता चल पाएगा। जांच में फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार रात साढ़े बजे जोरदार धमाका हुआ। जिससे घर की खिड़कियां और दरवाजे उखड़कर दूर गिर गए।
एक कमरे की दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई है। मामले की सूचना मिलते ही एसपी सिटी, सीओ हल्द्वानी, एसडीएम मनीष सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह मौके पर पहुंचे। उक्त घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने डीआईजी को जांच के आदेश देकर खुद भी जिलाध्यक्ष से बात की है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी जिलाध्यक्ष से बात की है। वहीं प्रदीप बिष्ट का कहना है कि धमाका कैसे हुआ कुछ पता नहीं। लेकिन नुकसान बहुत हुआ है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। आसपास के लोगों का कहना हैं कि देर रात तेज धमाका हुआ। लगा कि कहीं जैसे बम फटा हो। सभी लोग घरों से बाहर निकले तो प्रदीप बिष्ट के घर के दरवाजे व खिड़कियां गिरी पड़ी थी।