सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा..
उत्तराखंड: देहरादून से एक बड़ी खबर सामने आ रही है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से भेंट कर मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र सौंपा। पुष्कर सिंह धामी का इस्तीफ़ा स्वीकार करते हुए राज्यपाल ने उनसे राज्य में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति होने एवं पदभार ग्रहण करने की अवधि तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।
पिछले साल जुलाई में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी ने धामी को राज्य की कमान सौंपी थी। इसके बाद धामी ने राजनीतिक कौशल का परिचय देकर पार्टी हाईकमान का ध्यान खींचने में सफलता पाई थी। यही वजह है कि पार्टी ने साफ कर दिया था कि विधानसभा चुनाव में धामी ही उसका चेहरा होंगे। पुष्कर सिंह धामी ही मेहनत का ही नतीजा रहा कि बीजेपी स्पष्ट बहुमत से सत्ता में आ गई, लेकिन वो अपना दुर्ग नहीं बचा पाए। धामी के चुनाव हारने के बाद कई विधायकों ने उनके लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की है। चंपावत से चुनाव जीतने वाले बीजेपी विधायक कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि अगर धामी दोबारा चुनाव लड़ने को तैयार हैं, तो वो उनके लिए सीट छोड़ सकते हैं। बहरहाल मुख्यमंत्री पद को लेकर कई दावेदार मैदान में है, हालांकि अभी इसे लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
एक लाख वोटों से जीते योगी, संगीत सोम को मिली मात..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए मतगणना जारी है। रुझानों में UP में 273 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बना ली है। जबकि सपा 123 सीटों पर ही सिमटी दिखाई दे रही है। कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। मोहनलालगंज सीट से भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। देवबंद सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह जीत गए हैं, वहीं जनसत्ता दल के खाते में प्रतापगढ़ का पहला नतीजा आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1,02,399 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। वहीं, मेरठ की सरधना सीट से भारतीय जनता पार्टी के संगीत सोम हार गए हैं। उन्हें सपा के अतुल प्रधान ने हराया। भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम नहीं लगा सके जीत की हैट्रिक। सरधना में पहली बार साइकिल दौड़ी। सरधना विधानसभा सीट से सपा रालोद गठबंधन के अतुल प्रधान ने भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हरा दिया है। संगीत सोम इससे पहले दो बार यहां से चुनाव जीते थे, जबकि अतुल प्रधान दो बार चुनाव हारे थे। सरधना सीट पर ऐसा पहली बार हुआ है जब सपा का कोई प्रत्याशी जीता है। हार जीत का अंतर करीब 18000 वोटों का है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। जब चार राउंड की मतगणना होनी बाकी थी, उससे पहले ही संगीत सोम मोदीपुरम में कृषि विश्वविद्यालय स्थित मतगणना स्थल से चले गए थे।
कांग्रेस के साथ अपनी भी नैया पार नहीं लगा पाए हरीश रावत, 10 हजार से ज्यादा वोटों से हारे..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के 23 दिन बाद आज उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजे आएंगे। इसके साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि इस बार सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में आएगी। शुरुआती एक घंटे के रुझानों में भाजपा ने बहुमत की 36 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है
अपनी सीट नहीं बचा पाए हरीश रावत
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत कांग्रेस के साथ ही अपनी नैया भी पार नहीं लगा सके और उन्हें 10 हजार से भी ज्यादा वोटों से करारी हार मिली है।
गदरपुर में कांग्रेस आगे..
गदरपुर विधानसभा क्षेत्र की 10वीं राउंड की मतगणना पूरी। भाजपा के प्रत्याशी अरविंद पांडे को 2348 कांग्रेस के प्रत्याशी प्रेमानंद महाजन को 4175 वोट मिले। अरविंद पांडे को कुल 46400 एवं प्रेमानंद महाजन 41841 मिले हैं। अरविंद पांडे 4571 वोटों से आगे।
जसपुर विधानसभा की 10 राउंड की गिनती पूरी। कांग्रेस प्रत्याशी आदेश सिंह चौहान 2899 वोट से आगे।
रुड़की में कांग्रेस विधायक यशपाल राणा भाजपा विधायक से 1715 वोटों से आगे निकले।
गंगोत्री सीट आठ राउंड के बाद भाजपा 6071 वोट से आगे।
पुष्कर सिंह धामी 4000 वोट से चल रहे पीछे
सितारगंज विधानसभा के छठे चरण में भाजपा के सौरभ बहुगुणा को 3886, कांग्रेस के नव तेजपाल सिंह को 4520, बसपा के नारायण पाल को 348 एवं आम आदमी पार्टी के अजय जयसवाल को 155 वोट मिले। अभी तक भाजपा को कुल 29801 कांग्रेस को 16173 आम आदमी पार्टी को 9445 एवं बसपा को 5226 वोट प्राप्त हुए हैं। भाजपा के सौरभ अभी भी 13630 वोटों से आगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व हरिद्वार शहर सीट से भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक 8 राउंड की गिनती के बाद करीब 8 हजार वोटों से लीड कर आगे हैं। इससे भाजपाइयों में खुशी का माहौल बनने लगा है।
खटीमा विधानसभा क्षेत्र के पांचवें राउंड में भाजपा के पुष्कर सिंह धामी को 2908 कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी को 4702 वोट मिले। अभी तक भाजपा को 19979 और कांग्रेस को 24060 वोट मिले हैं। धामी चार हजार वोट से पीछे।
लोहाघाट सीट पर 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के 23 दिन बाद आज उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजे आएंगे। इसके साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि इस बार सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में आएगी। शुरुआती एक घंटे के रुझानों में भाजपा ने बहुमत की 36 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है
लोहाघाट सीट पर 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी
लोहाघाट सीट कांग्रेस ने 10 साल बाद भाजपा से वापस ली। 6118 वोटों से जीते। उत्तराखंड में लोहाघाट विधानसभा का रिजल्ट आया सामने। लोहाघाट सें कांग्रेस की जीत हुई। कांग्रेस प्रत्याशी खुशाल सिंह अधिकारी को 32,244 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी पूरन सिंह फर्तयाल को 26,126 वोट मिले। कांग्रेस के खुशाल सिंह अधिकारी ने 6,118 वोटो सें जीत हासिल की।
खटीमा में सीएम धामी को पछाड़कर कांग्रेस के भुवन कापड़ी 1068 मतों से आगे..
खटीमा सीट से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर पूरे प्रदेश की निगाह है, लेकिन सीटों की दौड़ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीसरे चरण के बाद भारी मतों से पीछे चल रहे हैं। खटीमा में तीसरे चरण की मतगणना पूरी हो गई है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 12,989 वोट मिले हैं। वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के भुवन कापड़ी को 14057 मत मिले हैं। जबकि तीसरे चरण तक कुल 203 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है। आम आदमी पार्टी के कलेर को कुल 192 वोट मिले हैं। मतगणना के दौरान पहले चरण में भी मुख्यमंत्री धामी पीछे चल रहे थे। जबकि कहा जा रहा है कि दूसरे चरण में सीएम धामी आगे हो गए थे। ऐसे में अब तीसरे चरण में भी सीएम धामी पीछे हो गए हैं। फिलहाल मतगणना का कार्य जारी है।
जीत के लिए मंदिरों में पूजा अर्चना करते नजर आये सीएम पुष्कर सिंह धामी..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा की जीत और प्रदेश की खुशहाली के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे सीएम ने भवाली के निकट घोड़ाखाल के गोल्ज्यू मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की। सुबह करीब 10 बजे नैनीताल पहुंचे। यहां पहले तल्लीताल स्थित पाषाण देवी मंदिर और उसके बाद मल्लीताल स्थित नैना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
नैनीताल के बाद धामी ने काशीपुर जाकर कुंडेश्वरी रोड स्थित साई धाम मंदिर में भी विधिवत पूजा-अर्चना की। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद राजनीति के जानकार प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच इस बार कड़ी टक्कर बता रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाए हुए हैं। वहीं भाजपा में मुख्यमंत्री धामी लगातार अलग-अलग स्थानों के दौरे कर रहे हैं।
भाजपा की जीत के लिए मंदिरों में पूजा-पाठ का दौर भी जारी है। गुरुवार को नैनीताल पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने कई मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हुए इन पूजास्थलों पर काफी समय भी बिताया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से केवल मंदिर में ही मुलाकात की। नैनीताल के नैना देवी मंदिर में पुजारी बसंत बल्लभ पांडे ने धामी को विशेष पूजा-अर्चना कराई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा की जीत के साथ ही प्रदेश की खुशहाली की कामना की
योगी को कुटिया बनाने के लिए दे दूंगा जमीन- हरीश रावत..
देश-विदेश: प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रचार में जुट गए हैं। बुधवार को प्रयागराज पहुंचे हरीश रावत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा और कहा कि हार के बाद उन्हें कुटिया बनाने के लिए उत्तराखंड में जमीन दे देंगे। हरीश रावत का कहना हैं कि उत्तराखंड में बीजेपी की हार होगी। चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही सीएम पद के लिए दावेदारी जताने में जुटे हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस को बहुमत मिलेगा।
उन्होंने यूपी में भी बीजेपी की हार का दावा करते हुए सीएम योगी पर कटाक्ष किया। हरीश रावत ने कहा, ”बीजेपी को उत्तराखंड से भगा दिया गया है। हम सीएम योगी को (यूपी में चुनाव हारने के बाद) उत्तराखंड में कुटिया बनाने के लिए जगह दे देंगे।” गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ का जन्म अविभाजित यूपी के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था, जो अब उत्तराखंड में है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सिविल लाइंस के एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नेहरू परिवार की पांचवीं पीढ़ी जनता से सेवा का मौका मांग रही है, उसे भी मौका दें। उन्होंने कहा कि मोती लाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के बाद अब राहुल और प्रियंका जनता की सेवा के लिए सामने आए हैं।
विधानसभा चुनाव के संदर्भ में हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा को खदेड़ दिया और अब यूपी में भी ऐसा होगा। प्रयागराज त्रिवेणी संगम का क्षेत्र है। प्रयाग की माटी से कांग्रेस का पुराना नाता है। इस लगाव को अब ऊर्जा देने का वक्त आ गया है। उनका कहना हैं कि भाजपा ने यूपी की जनता के अरमान रौंदने का काम किया। ऐसे में अब कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है। कोरोनाकाल में लोग बेबसी के हाल में घरों को लौटे। सरकार ने लोगों को मरने के लिए सड़कों पर छोड़ दिया था।
2023 तक हरिद्वार मेडिकल कालेज का कार्य पूरा करने का लक्ष्य-सीएम धामी..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जगजीतपुर में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज और अस्पताल का जायजा लिया। इसके साथ ही निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से कार्यों की प्रगति भी जानी। इस दौरान सीएम धामी ने निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उनका कहना हैं कि कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए।
बता दे कि हरिद्वार के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगस्त 2023 तक मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है। 2024 तक यह पूरी तरह से अस्तित्व में आ जाएगा। एक सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार आ रही है। इसके साथ ही उनका कहना हैं कि पार्टी के लोगों को अपनी बात पार्टी स्तर पर रखनी चाहिए। चाहे उसमें विधायक हो या पार्टी संगठन का कोई भी पदाधिकारी।
सरकार बनी तो मुंडन करने वालों को भी पेंशन- हरीश रावत..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव का मतदान खत्म हो गया है। लेकिन उनकी घोषणाओं का दौर भी जारी हैं। बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार अपनी विधानसभा में लोगों के बीच में बने हुए है। इस दौरान वह लोगो की समस्या सुनकर उसके समाधान की घोषणा भी कर रहे है। उन्होंने गुरुवार को मुंडन करने वालो के लिए सम्मान पेंशन योजना लागू करने की भी घोषणा की है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया है कि अभी आगे बहुत कुछ करना है जिसे अभी तक नहीं कर पाए है। इसे हम अपने घोषणापत्र में भी सम्मिलित नहीं कर पाए। उनका कहना है कि मुंडन हिन्दु धर्म का एक बड़ा संस्कार है। जब बच्चे का मुंडन संस्कार होता है और जब किसी का देहांत होता है तो उसके पुत्र व अपने लोग भीमुंडन करते हैं। वर्तमान समय में मुंडन करने वाले लोग विलुप्त होते जा रहे है। फिर भी कुछ लोग मुंडन करने वाले है तो उन्हे राज्य सम्मान योजना योजना प्रारंभ करनी होगी।
इससे पूर्व उन्होंने घस्यारी सम्मान योजना, शगुन आंखर पेंशन योजना के साथ ही पुलिस कर्मियों को ग्रेड पे करने का वादा भी किया है। हरीश रावत ने मंगलगीत गाने वाली महिलाओं के लिए सरकार बनने पर 1800 रुपये की पेंशन दिए जाने की घोषणा की है, जिससे की मांगलिक गीत गाने की परम्परा जीवत रह सके। साथ ही घसियारी महिलाओं के लिए घसियारी सम्मान पेंशन योजना शुरू करने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इस घोषणा के तहत घसियारी महिलाओं को 500 रुपये की सम्मान राशि प्रतिमाह पेंशन के रूप में दी जाएगी। पुलिस के जवानों से भी ग्रेड पे लागू करने का वादा पहले ही कर चुके हैं। वह पुलिसकर्मियों के पास जाकर व ऑडियो क्लिप जारी कर इसकी घोषणा की। कहा की सरकार में आने पर वह पुलिस कर्मियों की इस मांग और अन्य मांगों को प्राथमिकता के आधार पर हल करेंगे।
उत्तराखंड में ढाई लाख से ज्यादा हैं पूर्व सैनिक, इन्ही के सहारे उत्तराखंड का सियासी समर..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों के बीच पूर्व सैनिक परिवारों से जुड़े करीब साढ़े बारह लाख वोटरों को रिझाने के लिए सभी पार्टियां अपने-अपने तरीके से चाल चल रही हैं। आने वाले समय में कांग्रेस भी पूर्व सैनिकों के वोटों को साधने के लिए दांव चल सकती है। जिसके चलते सैनिकों व पूर्व सैनिकों के वोटों के लिए होड़ मचनी शुरू हो गई है।
आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर के सांसद अजय भट्ट को केंद्र में रक्षा राज्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके साथ ही मंत्री अजय भट्ट भी पूर्व सैनिकों से बातचीत आगे बढ़ाने में जुट गए हैं। मंत्री बनने के बाद से वह लगातार पूर्व सैनिकों के संपर्क में नजर आ रहे हैं। सोमवार को निकाली गई जन आशीर्वाद यात्रा में भी कई पूर्व सैनिक शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि सेना, सैनिक व पूर्व फौजी भाजपा का सबसे बड़ा फोकस है। यही वजह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तराखंड दौरे में पूर्व सैनिकों का एक अलग कार्यक्रम रखा गया है।
इसके साथ ही अब आम आदमी पार्टी ने कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल पर दांव खेलकर सैन्य बहुल उत्तराखंड में फौजी वोट बैंक पर सेंध लगाने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर खलबली मचा दी। सियासी जानकारों का कहना है कि कांग्रेस भी बहुत जल्द पूर्व फौजियों को रिझाने के लिए कोई बड़ा कदम उठा सकती है।
आपको बता दे कि प्रदेश में पूर्व सैनिकों की संख्या ढाई लाख से ज्यादा है। बताया जा रहा है कि हर पूर्व सैनिक के परिवार में औसतन पांच वोटर होंगे। इसलिए साढ़े बारह लाख से ज्यादा वोटरों पर सभी की निगाहें हैं। इसके अलावा वर्तमान फौजियों के परिवार भी बड़ी संख्या में उत्तराखंड में रहते हैं। पूर्व फौजी उनके भी मतों पर असर डालते हैं। इसके साथ ही कई परिवार ऐसे भी हैं जिनमें पूर्व के साथ ही वर्तमान फौजी भी हैं। विधानसभा चुनावों में ये वोट कई सीटों पर हार-जीत का फैसला भी करते हैं। पूर्व में भी पार्टियों के बीच इन वोटरों को लेकर खींचतान रही है। भाजपा इन वोटों पर ज्यादा सेंध लगाती है। इस बार भी राजनीतिक पार्टियां इस होड़ में जुट गई हैं।
भाजपा के दो बड़े मुद्दों पर केजरीवाल ने की चोट..
वही भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सैनिक और हिंदुत्व के एजेंडों पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चोट करने का प्रयास किया है। एक ओर जहां उन्होंने हिंदुओं के लिए उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की घोषणा कर हिंदुत्व के एजेंडे पर चोट की है तो दूसरी ओर पूर्व सैनिकों के वोट बैंक को लेकर उन्होंने कर्नल को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया है। सैन्य बहुल हमारे प्रदेश में बड़ी संख्या पूर्व सैनिक और उनके परिवार की है। आज भी उनकी कई समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उनका कहना हैं कि हमें मौका मिलेगा तो उनकी समस्याओं के समाधान सर्वोच्च प्राथमिकता पर किए जाएंगे।
भाजपा सरकार का मेगा इवेंट आज,हर विस के लिए 12 लाख रुपये की व्यवस्था..
उत्तराखंड: आचार संहिता लागू होने से पहले शुक्रवार को राज्य की भाजपा सरकार का मेगा इवेंट होगा। राज्य के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें राज्य सरकार की उपलब्धियों को पांच साल तक साझा किया जाएगा। साथ ही हर विधानसभा विकास कार्य का शिलान्यास व उद्घाटन भी होगा।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा के कार्यक्रम में होंगे, जबकि हर विधानसभा में कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के विधायक करेंगे। जहां पार्टी का कोई विधायक नहीं है, वहां जिलाधिकारी अपने विवेक से एक जन प्रतिनिधि से कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस मेगा इवेंट के आयोजन के लिए राज्य सरकार ने 8.40 करोड़ रुपये का बजट भी प्रावधान किया है।
इसके साथ ही प्रत्येक विधानसभा के कार्यक्रम पर 12 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। कार्यक्रम के आयोजन के लिए सरकार की ओर से सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के लाइव संबोधन की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री खटीमा से संबोधित करेंगे। जो कि सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सुना जाएगा। प्रत्येक विधानसभा में आयोजन स्थल पर एलईडी लगाई जाएगी।