यूक्रेन-रूस हमले के बाद आज पहली बार मिलेंगे पांच देशों के विदेश मंत्री..
देश-विदेश: ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक गुरुवार यानि आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने जा रही है। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की यह पहली बैठक है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर गुरुवार को चीन, रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के अपने समकक्षों के साथ ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की एक आभासी बैठक में शामिल होंगे। यह बैठक अगले महीने होने वाले नेताओं के शिखर सम्मेलन से पहले हो रही है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिनका कहना हैं कि जयशंकर के अलावा दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं सहयोग मंत्री नलेदी पंडोर, ब्राजीली विदेश मंत्री कार्लोस फ्रांका और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी बैठक में हिस्सा लेंगे। इसकी अध्यक्षता चीन के स्टेट काउंसलर एवं विदेश मंत्री वांग यी करेंगे।
वेनबिन ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि बैठक के दौरान ब्रिक्स विदेश मंत्री उभरते बाजारों और विकासशील देशों के अपने समकक्षों के साथ संवाद करेंगे। हालांकि उन्होंने ‘ब्रिक्स प्लस’ वार्ता में भाग लेने वाले देशों के नामों का खुलासा नहीं किया। चीन इस साल ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) की अध्यक्षता कर रहा है। ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को लेकर चीन की अपेक्षाओं के बारे में, वांग वेनबिन का कहना हैं कि बैठक एकता का स्पष्ट संदेश देगी और पांच सदस्यीय समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन की तैयारी करेगी।
जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर रूस का कब्जा..
देश-विदेश: यूक्रेन के जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट के पास रूसी मिसाइल से हमला किया गया। इस हमले के बाद प्लांट में भीषण आग लग गई। उधर, रूस का यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमला जारी है। इस बीच कीव में एक भारतीय छात्र गोली लगने से घायल हो गया। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह का कहना है कि, हम कम से कम नुकसान में ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को एयरलिफ्ट कराने की कोशिश कर रहे हैं।
रिपोर्ट्स में दावा किया है कि है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट को अपने कब्जे में ले लिया है। यह परमाणु संयंत्र देश की लगभग 25 से 30 फीसदी परमाणु ऊर्जा की आपूर्ति करता है
न्यूक्लियर प्लांट के उपकरणों को नुकसान नहीं- जेलेंस्की
यूक्रेन के जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी से बात की। उन्होंने बताया कि रूसी मिसाइल से हमले के बाद प्लांट के पास आग लग गई। हालांकि, इससे प्लांट के आवश्यक उपकरणों को नुकसान नहीं पहुंचा है।
पुतिन ने हमले रोकने से इनकार किया: मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों का कहना हैं कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन पर हमले रोकने के लिए एक बार फिर कहा है, लेकिन पुतिन अभी ऐसा नहीं करेंगे। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पुष्टि की कि उन्होंने गुरुवार को पुतिन से फोन पर बात की थी और कहा कि वह संवाद जारी रखेंगे ताकि और अधिक मानवीय त्रासदी नहीं हो।
भारतीयों के लिए 130 रूसी बसें तैयार
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 130 रूसी बसें तैयार की गई हैं। रूसी राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख कर्नल जनरल मिखाइल मिजिंटसेव ने बताया कि, 130 रूसी बसें भारतीय छात्रों और अन्य विदेशियों को यूक्रेन के खार्किव और सूमी से रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में निकालने के लिए तैयार हैं।
यूक्रेन के 15 शहरों पर हवाई हमलों का अलर्ट, अब तक 10 लाख लोगों ने छोड़ा देश..
देश-विदेश: रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का आठवां दिन है। रूस की ओर से अभी भी ताबड़तोड़ हमले किए जा रहे हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पास कर रूसी सेना को यूक्रेन से बाहर जाने के लिए कहा है। इसके अलावा यूक्रेन में हवाई हमले का अलर्ट जारी किया गया है।
यूक्रेन के 15 शहरों पर हवाई हमलों का अलर्ट जारी
रूस के ताबड़तोड़ हमले के बीच यूक्रेन के 15 शहरों पर हवाई हमलों का अलर्ट जारी किया गया है। अब तक डर से 10 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है।
आपको बता दे कि रूस ने राजधानी कीव में फिर से सिलसिलेवार धमाके किए हैं। लोगों में दहशत का माहौल है। धमाके इतनी आवाज के साथ हुई कि लोगों को लगा कोई छोटा परमाणु बम फटा हो। घर में रह रहे बच्चों के साथ-साथ बड़े लोग भी रोने लगे। सभी जान बचाने के खातिर इधर-उधर भाग रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार रूस ने अब यूक्रेन की सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि कीव स्थित सेंट्रल रेलवे स्टेशन को भी मिसाइल से उड़ा दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के आंकड़े के अनुसार यूक्रेन में रूसी हमले में अब तक 752 लोगों की मौत हो गई है। यह आंकड़ा एक मार्च तक का है।
छात्रों की निकासी के लिए पीएम मोदी ने फिर से बुलाई आपात बैठक..
यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजे जा सकते हैं कुछ केंद्रीय मंत्री..
देश-विदेश: यूक्रेन ने रूस को पिछले चार दिनों से कीव के बाहर रोक कर रखा है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि, अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए सबसे कठिन होने वाले हैं। वहीं जी 7 नेताओं ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात की। उनका कहना हैं कि रूस के खिलाफ लड़ाई में सभी देश यूक्रेन का समर्थन जारी रखेंगे। इधर, रूसी हमलों में यूक्रेन के 352 आम नागरिकों की मौत हुई है। इसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं।
बेलारूस भी यूक्रेन में भेजेगा सैनिक..
आपको बता दे कि यूक्रेन पर रूस के हमले के समर्थन में बेलारूस भी उतर आया है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि, रूस के समर्थन में बेलारूस भी अपने सैनिकों को यूक्रेन की जंग में उतारने जा रहा है। वह सोमवार से ही सैनिकों को यूक्रेन में भेजना शुरू कर देगा।
बता दे कि यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने एक बार फिर आज उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार को भी एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। इस दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि पीएम की उच्च स्तरीय बैठक दो घंटे से ज्यादा समय तक चली। इस दौरान पीएम ने कहा कि हमारे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी ने आपात बैठक बुलाई है। सूत्रोंसे मिली जानकारी के अनुसार वहां फंसे छात्रों की निकासी के लिए कुछ केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में भेजा जा सकता है। ये मंत्री अन्य देशों के साथ छात्रों की निकासी में समन्वय स्थापित करने का काम करेंगे।
रूस ने फिर दी हथियार डालने की चेतावनी, फिर दिखा तबाही का मंजर..
देश विदेश: रूस-यूक्रेन की लड़ाई गंभीर हो गई है। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले में बहुत से लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि रूस के हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं।यूक्रेन के राष्ट्रपति यूक्रेन में रूस के हमले में पहले दिन यूक्रेन में 137 लोगों की मौत हो गई। इसमें 10 से ज्यादा सैन्य अधिकारी शामिल हैं। जबकि, 316 लोग घायल भी हुए हैं। वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि उनके देश को रूस से लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि हर कोई डर रहा है। हमारे साथ लड़ने के लिए कोई नहीं खड़ा है। यूक्रेन की राजधानी कीव में रूस ने फिर से हमले शुरू कर दिए हैं। कीव में सुबह-सुबह कई जगहों पर तेज धमाकों की आवाज सुनाई दी। इसके अलावा यूक्रेन के कोनोटोप को रूस की सेना ने चारों तरफ से घेर लिया है।
अगले 96 घंटों में हो सकता है कब्जा- अमेरिका..
रूस की तरफ से तेज होते हमलों के बीच अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों ने आशंका जताई है कि, अगले 96 घंटों के अंदर यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा हो सकता है। वहीं एक सप्ताह के अंदर सरकार भी गिराई जा सकती है। रूस-यूक्रेन लड़ाई में अमेरिका अब पीछे हटता दिखाई दे रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कर दिया है कि वह, यूक्रेन में अपनी सेना नहीं भेजेंगे। हालांकि, बाइडन ने यह भी कहा कि नाटो देशों की इंचभर जमीन की भी रक्षा की जाएगी। बाइडन ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध का असर अमेरिका पर पड़ सकता है। अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
रूस ने क्रूज मिसाइल से उड़ाया जेट..
कीव पर कब्जे के लिए रूस के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रूसी फौज सुबह चार बजे से यहां मिसाइल हमले कर रही है। अब खबर आ रही है कि राजधानी कीव में रूसी क्रूज मिसाइल ने यूक्रेन के Su27 जेट को मार गिराया है।
बताया जा रहा हैं कि अमेरिकी रक्षा अधिकारियों की आशंका के बीच रूस की सेना कीव के और नजदीक पहुंच गई है। रूसी सैनिक कीव से महज 30 किलोमीटर दूर रह गए हैं। इस बीच यूक्रेन ने रूस पर साइबर अटैक कर दिया है। जानकारी के अनुसार रूस की कई वेबसाइट ठप हो गई हैं।
यूक्रेन की राजधानी कीव में शुक्रवार सुबह चार बजे(स्थानीय समयानुसार) से रूस के हमले शुरू हो गए। कीव में आसमान से आग बरसती हुई दिखाई दी। इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि कीव में उन्होंने एक रूसी जेट मार गिराया है।
यूक्रेन ने मार गिराए दो रूसी एयरक्राफ्ट..
यूक्रेन की राजधानी कीव में हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। इस बीच यूक्रेन ने दावा किया है कि, उसने रूस के दो और एयरक्राफ्ट मार गिराए हैं। उसका दावा है कि, उसने रूसी सेना को बहुत नुकसान पहुंचाया है। अब तक सात एयरक्राफ्ट, छह हेलीकॉप्टर और 30 टैंकों को तबाह कर दिया है।