उत्तराखंड के पौड़ी जिले में एक दुखद हादसे में बुधवार को अलकनंदा नदी में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई। यह हादसा श्रीनगर इलाके के चौरास पुल के पास हुआ, जहां तीन युवक नदी में तैरने गए थे।
मृतकों की पहचान:
. आयुष राज (20) और हर्ष राज कौशिक (19), दोनों बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के निवासी थे।
. दिव्यांशु (21), जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी के मऊ का रहने वाला है, को स्थानीय लोगों ने बचा लिया।
घटना का विवरण:
दोपहर करीब 3 बजे, तीनों युवक चौरास पुल के पास अलकनंदा नदी में तैरने उतरे। पानी में उतरते ही वे डूबने लगे। स्थानीय लोगों की सतर्कता से दिव्यांशु की जान बचा ली गई, लेकिन आयुष और हर्ष को नहीं बचाया जा सका।
रेस्क्यू अभियान:
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) ने जिला पुलिस और स्थानीय निवासियों की मदद से सघन तलाशी अभियान चलाया। अंततः दोनों युवकों के शव बरामद कर लिए गए।
परिजनों को दी गई सूचना:
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतकों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है और अब उनके पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है। यह हादसा एक बार फिर नदी के किनारे सुरक्षा और सतर्कता की जरूरत को रेखांकित करता है। स्थानीय प्रशासन और SDRF की त्वरित कार्रवाई के बावजूद यह त्रासदी नहीं टल सकी।
श्रीनगर गढ़वाल की स्नेहा नेगी ISRO में बनी वैज्ञानिक..
उत्तराखंड: अपनी प्रतिभा के दम पर देवभूमि उत्तराखंड की बेटियां हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही हैं। सेना, खेल, थिएटर, प्रशासनिक पदों में अग्रणी रहकर ये बेटियां देवभूमि का नाम रोशन कर रही हैं। अब एक और बेटी ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। श्रीनगर गढ़वाल की रहने वाली स्नेहा नेगी ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। स्नेहा नेगी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान यानी इसरो में वैज्ञानिक बनी है। स्नेहा की उपलब्धि से परिवार में खुशी का माहौल है। स्नेहा के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है।
आपको बता दे कि स्नेहा नेगी का परिवार मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले का रहने वाला है। स्नेहा ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान में कंप्यूटर साइंस से संबंधित वैज्ञानिकों के पदों के लिए भर्ती में भाग लिया था, इस भर्ती का परिणाम आ गया है और इसमें स्नेहा को सफलता मिली है। स्नेहा नेगी ने सरस्वती विद्या मंदिर श्रीकोट से अपनी पढ़ाई की। हाल में उनका परिवार श्रीकोट में रहता है। उन्होंने यही से बीटेक और एमटेक की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने 2021 में ऑल इंडिया गेट एक्जाम में 80वीं रैंक हासिल की। अब वो इसरो में वैज्ञानिक बन गयी है।