उत्तराखण्ड : श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) की बोर्ड बैठक में पहली बार कर्मचारी सेवा नियमावली का विस्तृत मसौदा पेश कर शासन को प्रेषित किया गया।। इसके साथ ही BKTC में कार्यरत करीब 400 अस्थायी कर्मचारियों को उपनल की तर्ज पर वेतन और अन्य सुविधाएं देने के संबंध में भी प्रस्ताव पारित किया गया।
बुधवार को बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल दिशा- निर्देशन में श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ने धामों की मान्यताओं परंपराओं के अनुसार तीर्थयात्रा को संचालित किया है। बेहतर यात्रा प्रबंधन के फलस्वरूप अभी तक दस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम तथ ग्यारह लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए हैं। कहा कि मंदिर समिति अधिकारियों- कर्मचारियों, सहित शासन-प्रशासन, हक हकूकधारियों, धामों के तीर्थपुरोहितों के सहयोग से यात्रा सरल सुगम माहौल में संचालित हुई है।
बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बैठक का ऐजेंडा प्रस्तुत करते हुए पिछली बोर्ड बैठक के निर्णयों की अनुपालन आख्या सदन के समक्ष रखी, सदस्यों ने चर्चा की तथा अपने सुझाव रखे।
बैठक में सर्वसम्मति से त्रिजुगीनारायण व श्री तुंगनाथ मंदिर परिसरों के विकास, सौंदर्यीकरण, विस्तारीकरण सहित श्री केदारनाथ धाम स्थित भैरवनाथ शिला में परिक्रमा निर्माण कार्यों हेतु कार्ययोजना तैयार करने की स्वीकृति दी गयी।
BKTC के कर्मचारियों-अधिकारियों की सेवा नियमावली तैयार करने के लिए पहल की गई। अभी तक BKTC में सेवा नियमावली नहीं होने के कारण कई तरह की विसंगतियां पैदा हो रहीं थीं। बैठक में सेवा नियमावली का मसौदा रख कर इसे शासन की स्वीकृति के लिए भेजने का निर्णाय लिया गया।
मंदिर समिति ने कार्मिकों के हित में एक अन्य बड़ा निर्णय लिया है। BKTC ने अपने 400 अस्थाई कर्मचारियों के मानदेय को उपनल की तर्ज पर बढाये जाने का प्रस्ताव शासन को भेजने का निर्णय लिया है। अभी तक अस्थाई कार्मिकों को मानदेय का कोई निश्चित फ्रेम नहीं है और ना ही अस्थाई कर्मचारियों को ईपीएफ की सुविधा हासिल है। अस्थाई कर्मचारियों को ईपीएफ की सुविधा भी उपलब्ध करायी जायेगी।
सचिवालय की तर्ज पर मंदिर समिति ने अपना सुरक्षा संवर्ग बनाने का भी फैसला किया है तथा पदों के सृजन हेतु शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया है। ताकि यात्रियों को सुगम व सरल तरीके से दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा सके।
BKTC ने यात्रा व्यवस्थाओं में सुधार, कार्यालयीय व्यवस्थाओं में पारदर्शिता के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (IT) का अधिक से अधिक उपयोग करने का निर्णय लिया है। एकाउंट सेक्सन व यात्री सुविधाओं को ऑनलाइन करने, ई- आफिस, ई- फाइलिंग आदि हेतु सूचना प्रौद्योगिकी पर जोर देने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए BKTC में IT विंग स्थापित करने और पद सृजन हेतु प्रस्ताव पारित किया गया है।
श्री केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि को देखते हुए वहां अपर मुख्य कार्याधिकारी (ACEO) का पद सृजन हेतु शासन को प्रस्ताव भेजने पर सहमति बनी। इसके अलावा श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में सुरक्षा दीवार बनाये जाने, BKTC के अस्थाई कर्मचारियों को स्वास्थ्य तथा जोखिम को देखते मेडिकल बीमा व ग्रुप इंश्योरेंस सुविधा प्रदान किये जाने के संबंध में भी निर्णय लिया गया।
BKTC ने बदरीनाथ धाम में इंडियन ग्लोबल फाउंडेशन नामक संस्था को यात्री विश्राम गृह बनाने की अनुमति देने का प्रस्ताव भी पारित किया है। संस्था अपने संसाधनों से विश्राम गृह का निमार्ण करा कर यात्रियों की सुविधार्थ BKTC को यह गेस्ट हाउस सौंपेगी।
बीकेटीसी ने प्रदेश व प्रदेश के बाहर विभिन्न स्थानों पर स्थित अपनी संपत्तियो का ब्यौरा जुटाने और अवैध कब्जाधारियों के विरूद्ध समुचित कार्यवाही का निर्णय भी लिया है।
बैठक में मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार,सदस्य महेंद्र शर्मा, डा वीरेंद्र असवाल, राजपाल जरदारी, भास्कर डिमरी, कृपा राम सेमवाल, नंदा देवी, श्रीनिवास पोस्ती, पुष्कर जोशी, आशुतोष डिमरी, रणजीत सिंह राणा, मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह, वरिष्ठ वित्त अधिकारी भारत चंद्र, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, विशेष कार्याधिकारी रमेश सिंह रावत आदि मौजूद रहे।