देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हो गया। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधायकों ने विधानसभा परिसर में योग किया। सत्र में दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही सदन की कार्यवाही प्रारंभ हुई। तीन दिवसीय सत्र के दौरान प्रदेश सरकार लगभग 4000 करोड़ से अधिक का अनुपूरक बजट पास कराएगी। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेशन में रह रहे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सत्र की कार्यवाही में वर्चुअली जुड़े हुए हैं।
सत्र की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले सल्ट विधानसभा से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना, उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी, कांग्रेस से पौड़ी के पूर्व विधायक सुंदरलाल मंद्रवाल एवं अविभाजित उत्तर प्रदेश में पिथौरागढ़ विधानसभा सीट से दो बार बीजेपी के विधायक रहे कृष्ण चंद्र पुनेठा, पूर्व विधायक तेजपाल सिंह पंवार को सदन में श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद सोमवार को ही अनुदान वार अनुपूरक मांगों का प्रस्तुतीकरण भी सदन के पटल पर होगा। 22 दिसंबर को अनुदान वार अनुपूरक मांगों पर चर्चा होगी साथ ही प्रश्नकाल चलेगा एवं पटल पर विधेयको को रखा जाएगा।
शीतकालीन सत्र में सरकार उत्तराखंड लोक सेवा (आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण)( संशोधन )विधेयक 2020, उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश भू राजस्व अधिनियम 1901)( संशोधन) विधेयक 2020, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (संशोधन) विधेयक 2020, उत्तराखंड शहीद आश्रित अनुग्रह अनुदान विधेयक 2020, उत्तराखंड विनियोग (2020-21)अनुपूरक विधेयक 2020 को सदन में रखेगी।
कोविड-19 की महामारी को देखते हुए सत्र के दौरान विशेष इंतजाम किये गए हैं। सदन के भीतर सदस्यों के बैठने की व्यवस्था में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है। सदन में प्रवेश से पहले सभी सदस्यों को आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य किया गया था। साथ ही सभी की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई।