ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी की समीक्षा बैठक कहा चारधाम यात्रा में स्थानीय उत्पादों को मिलेगा मंच..
उत्तराखंड: ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने सोमवार को अपने कैंप कार्यालय में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति का विस्तृत ब्यौरा अधिकारियों से लिया। बैठक में मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से मिशन की जमीनी स्थिति, महिला स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी, और आर्थिक सशक्तिकरण के परिणामों पर चर्चा की। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और गति लाने के निर्देश दिए।
मंत्री जोशी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला समूहों के आजीविका से जुड़ी गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि ये समूह ग्राम्य अर्थव्यवस्था के केंद्र में हैं और उनके द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है। ऐसे में उन्हें अधिक अवसर और संसाधन उपलब्ध कराए जाने चाहिए। बैठक में मंत्री ने आगामी चारधाम यात्रा का भी विशेष उल्लेख किया और कहा कि यात्रा मार्गों पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक आउटलेट खोले जाएं। इससे एक ओर जहां महिलाओं को आर्थिक संबल मिलेगा, वहीं दूसरी ओर स्थानीय पहचान को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
चारधाम यात्रा रूट पर खुलेंगे 200 रेस्टोरेंट..
मंत्री ने परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत शेष बचे 96 आउटलेट्स को शीघ्र शुरू करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। साथ ही उन्होंने इस विषय में कृषि विभाग के साथ संयुक्त बैठक करने के निर्देश भी दिए, ताकि योजनाओं का समन्वित क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके। उनका कहना हैं कि इन प्रयासों के जरिए अधिक से अधिक महिलाओं को आजीविका संवर्धन से जोड़ा जा सकता है। मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि ग्राम्य विकास विभाग द्वारा जल्द ही गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में चारधाम यात्रा रूट पर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के आजीविका संवर्धन के लिए करीब 15 लाख रुपये की लागत से 200 नए रेस्टोरेंट खोले जाएंगे।
उत्तराखंड में अभी तक 1.68 लाख लखपति बनकर हुई तैयार..
गणेश जोशी ने अधिकारियों को इस संबंध में शीघ्र आकलन तैयार करने के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने यह भी बताया कि राज्य में अब तक 1.68 लाख लखपति दीदी तैयार हो चुकी हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि तय लक्ष्य से आगे बढ़ते हुए राज्य में 2 लाख लखपति दीदी बनेगी। बता दें अभी तक अल्मोड़ा 14143, उत्तरकाशी 9887, देहरादून 12518, चंपावत 5835, नैनीताल 12910, हरिद्वार 23588, चमोली 10315, बागेश्वर 6042, पिथौरागढ़ 9208, टिहरी 12663, ऊधमसिंह नगर 27435, पौड़ी 12771, रुद्रप्रयाग 6072 लखपति दीदी बन चुकी है।