आंदोलन की राह पर चलने को बिजली कर्मी फिर तैयार, मांगों पर कार्रवाई न होने से नाराज..
उत्तराखंड: ऊर्जा मंत्री के साथ सहमति बनने के दो माह बाद भी कार्रवाई न होने से ऊर्जा कर्मी फिर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में कार्मिक जल्द आंदोलन का नोटिस भेज सकते हैं। पुरानी एसीपी, पुरानी पेंशन समेत विभिन्न मांगों पर कार्रवाई न होने से ऊर्जा कर्मियों में आक्रोश है।
आपको बता दे कि रविवार को उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले ऊर्जा कर्मियों की बैठक ईसी रोड स्थित कार्यालय में हुई। बैठक में कार्मिकों ने भविष्य की रणनीति पर विमर्श किया। वक्ताओं का कहना हैं कि ऊर्जा के तीनों निगमों में वर्ष 2017 में सातवां वेतनमान लागू किए जाने के समय से ही पूर्ववर्ती तिथि से कर्मचारियों को मिल रहे वेतनमान व एसीपी की पुरानी व्यवस्था को समाप्त कर दिया था, इसमें नौ, 14, 19 वर्ष में तीन प्रोन्नत वेतनमान दिए जा रहे थे।
यह सेवा शर्तों का उल्लंघन था, जिसके विरोध में कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण आंदोलन किया था, लेकिन जब कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो संगठनों ने मार्च 2021 में 14 सूत्री मांग पत्र के माध्यम से तीनों ऊर्जा निगम प्रबंधन को समस्या से अवगत कराया। इसके बाद कार्यबहिष्कार समेत हर प्रकार से मांगों को लेकर आवाज उठाई गई।
ऊर्जा मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में हुए समझौते के अनुपालन की आशा में कर्मचारियों ने पिछले दो माह से कोई आंदोलन नहीं किया, लेकिन शासन कर्मचारियों के धैर्य की परीक्षा ले रहा है। लेकिन अब ऊर्जा कर्मियों का कहना हैं कि अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई तो जल्द ही दोबारा आंदोलन शुरू किया जाएगा।