उत्तराखंड में तीन जिलों में एवलांच की चेतावनी..
उत्तराखंड: प्रदेश में अगले कुछ दिन मौसम खराब रहने की संभावना जताई जा रही है। पिछले कई दिनों से लोग गरमी और लू से लोग परेशान थे। जिसके चलते सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा छाया रहता था। लोग घरों से निकलने से बचते थे। लेकिन आज राजधानी देहरादून में भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप के बाद खुशनुमा हुए मौसम से लोगों ने राहत की सांस ली है।
उत्तराखंड में अगले 5,7 दिन खराब मौसम होने की बात सामने आई है। इसके साथ ही डीजीआरई चंडीगढ़ की ओर तीन जिलों में एवलांच की चेतावनी जारी की गई है। इसके बाद उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी जिलाें को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर हल्की से हल्की बारिश/आंधी/बर्फबारी होने की संभावना जताई है। इसके साथ ही आज प्रदेश के शेष जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने आगे पूर्वानुमान लगाया है कि 3,500 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 25 अप्रैल को भी यलो अलर्ट जारी करते हुए उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय जनपदों में बिजली चमकने और गरज के साथ बरसात होने की भी संभावना व्यक्त की है तथा उन्होंने लोगों से अपील की है कि बिजली गिरने से जनहानि भी हो सकती है इसलिए बेहद सतर्कता बरतें।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एवलांच का खतरा- अगले 24 घंटे उत्तराखंड में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एवलांच का खतरा है। रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और चमोली को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। NDMA ने 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एवलांच के खतरे की चेतावनी जारी की है।
केदारनाथ धाम में बर्फबारी का अलर्ट- केदारनाथ धाम में अगले कुछ दिनों में बर्फबारी के अलर्ट के मद्देनजर भी जिलों को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए है। प्रदेश में मौसम खराब रहने की संभावनाओं की बीच सचिव आपदा प्रबंधन ने संबंधित विभागों को भी निर्देश जारी किए हैं।
डीजीपी अशोक कुमार का कहना हैं कि केदारनाथ धाम में अगले छह से सात दिन तक बर्फबारी की संभावना जताई गई है। इसके लिए रुद्रप्रयाग पुलिस को जिला प्रशासन व संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। बर्फबारी के संबंध में सोशल मीडिया, न्यूज चैनलों, समाचार पत्रों से प्रचार-प्रसार कराने को कहा गया है।