उत्तराखंड के इस जिले में जल्द स्थापित होगी एयरोस्पेस लैब, पीएमओ से मिली मदद..
उत्तराखंड: सीमांत जिले चमोली में अंतरिक्ष शिक्षा विकास के लिए जल्द ही एयरोस्पेस लैब की स्थापना होने जा रही है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी की पहल पर एयरोस्पेस लैब की स्थापना के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। अंतरिक्ष प्रयोगशाला की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यरत उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने जिलाधिकारी चमोली को बोइंग एयरोस्पेस से समन्वय स्थापित किया है। यह प्रयोगशाला युवाओं को अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यरत उप सचिव मंगेश घिल्डियाल इससे पहले चमोली जिले के मुख्य विकास अधिकारी और टिहरी व रुद्रप्रयाग जिले में जिलाधिकारी के पद पर काम कर चुके हैं। पहाड़ी जिलों में किए गए विकास कार्यों के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। आईएएस मंगेश घिल्डियाल जब टिहरी के जिलाधिकारी थे, तब चमोली के मौजूदा जिलाधिकारी संदीप तिवारी उनके साथ टिहरी में एसडीएम के पद पर कार्यरत थे।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने 76 वें गणतंत्र दिवस समारोह में अपने संबोधन में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल का जिक्र करते हुए कहा कि आज भी उनका अपने कनिष्ठ अधिकारियों को मार्गदर्शन और सहयोग मिलता रहता है। उनके सहयोग और मार्गदर्शन से ही आज सीमांत जनपद चमोली में अंतरिक्ष प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए बोइंग एयरोस्पेस के साथ समन्वय किया गया है। इसके लिए जिलाधिकारी ने उप सचिव का आभार भी व्यक्त किया। जिलाधिकारी का कहना हैं कि अंतरिक्ष प्रयोगशाला खुलने से युवा शिक्षार्थियों को अंतरिक्ष के चमत्कारों और रहस्यों का पता लगाने का मार्ग प्रशस्त होगा। अंतरिक्ष विज्ञान से परिचित होने पर अंतरिक्ष अन्वेषण क्षेत्र में देश की प्रगति में तेजी आएगी।