सोशल मीडिया पर Rajkumar Rao ने सीएम धामी के लिए लिखा- ‘धन्यवाद सर’..
उत्तराखंड: प्रसिद्ध फिल्म निर्माता कंपनी जंगली पिक्चर्स ने अपनी फिल्म ‘बधाई दो’ की शूटिंग और सब्सिडी के लिए उत्तराखंड में मिले सहयोग के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रति आभार जताया है। जंगली पिक्चर्स ने मुख्यमंत्री को अपने सोशल मीडिया पोस्ट (ट्वीट और इंस्टा) पर टैग करते हुए लिखा है। मुख्यमंत्री धामी और उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद का सहयोग और गर्मजोशी से भरे आतिथ्य के लिए हार्दिक धन्यवाद। फिल्म के लिए शूटिंग की अनुमति देने से लेकर सब्सिडी स्वीकृत करने तक उनकी कार्यप्रणाली वास्तव में सराहनीय है। हम एक बार फिर सुरम्य राज्य उत्तराखंड में शूटिंग करने के अवसर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं’।
आपको बता दे कि जंगली पिक्चर्स के इस पोस्ट को अभिनेता राजकुमार राव ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर करते हुए लिखा ‘धन्यवाद सर’। उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बंशीधर तिवारी ने फिल्म निर्माता को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड में फिल्म निर्माताओं के लिए एक आदर्श वातावरण तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है।
रोजगार सृजन पर फोकस
बंशीधर तिवारी का कहना हैं कि राज्य में फिल्म निर्माण को एक उद्योग की भांति बढ़ावा दिया जाएगा। फिल्म निर्माण के क्षेत्र में रोजगार सृजन पर फोकस किया जा रहा है। नई फिल्म नीति में क्षेत्रीय फिल्मों को प्रोत्साहन देने के लिए उनको दी जाने वाली सब्सिडी में उल्लेखनीय वृद्धि प्रस्तावित की गई है।
नए पर्यटन स्थल में शूटिंग को प्रोत्साहन देने की नीति भी तैयार..
उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बंशीधर तिवारी ने कहा कि राज्य में अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर शूटिंग को प्रोत्साहन देने के लिए भी नीति बना ली गई है। राज्य के शूटिंग लोकेशन और फिल्म निर्माण से जुड़े कलाकारों तथा तकनीशियनों के लिए डायरेक्ट्री बनाने के लिए सूचना संकलन का कार्य शुरू हो गया है। हाल में ही लागू की गई निजी औद्योगिक क्षेत्र स्थापना नीति-2023 में भी निजी फिल्म सिटी, स्टूडियो एवं अन्य उपक्रमों को बढ़ावा मिलेगा। कई बड़े फिल्म निर्माता राज्य में फिल्म निर्माण, फिल्म सिटी, फिल्म संस्थान के लिए बातचीत कर रहे हैं।
एक साल में 200 फिल्म शूटिंग को मंजूरी..
वही उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी संयुक्त निदेशक डॉ. नितिन उपाध्याय का कहना हैं कि इस वर्ष बड़े बैनर की दो हिंदी फिल्मों ‘बधाई दो’ (जंगली प्रोडक्शन) तथा ‘तड़प’ (साजिद नाडियाडवाला प्रोडक्शन) को सब्सिडी दी गई। कुछ अन्य हिन्दी और क्षेत्रीय फिल्मों की सब्सिडी के लिए भी कार्यवाही गतिमान है। पिछले एक वर्ष में लगभग 200 फिल्म शूटिंग की अनुमतियां जारी की गई हैं। अभी राज्य में कई फिल्मों और वेबसीरीज की शूटिंग चल रही हैं या प्रस्तावित हैं।
सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले में छोलिया नृत्य से हुआ सीएम धामी का स्वागत..
उत्तराखंड: सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरी मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। इस दौरान कुमाऊंंनी छोलिया नृत्य से सीएम धामी का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उनके साथ सांसद अजय टम्टा भी मौजूद रहे। हालांकि जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या और वन विकास निगम अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी किसी कारणवश शामिल नहीं हो पाए। प्रतिवर्ष इस शक्ति पीठ की यात्रा करने आस्थावान श्रद्धालु कष्ट सहकर भी यहाँ आते हैं। होली के अगले दिन यानी 9 मार्च से शुरू हुए पूर्णागिरी मेले मेले के लिए छह सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी गई है। मेला मजिस्ट्रेट एसडीएम सुंदर सिंह का कहना हैं कि मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए छह सेक्टर बनाए गए हैं।
बताया कि ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर सेक्टर में तहसीलदार पिंकी आर्या को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है। इसके अलावा भैरव मंदिर से काली मंदिर तक सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता आरके यादव को, काली मंदिर से मुख्य मंदिर तक लोनिवि के एई विभोर गुप्ता को, काकरालिगेट से ठुलीगाड़ तक जल संस्थान के एई बीएस कुवार्बी, टनकपुर सेक्टर में ईओ भूपेंद्र प्रकाश जोशी और बनबसा मेला क्षेत्र सेक्टर में नगर पंचायत ईओ राकेश कोटिया को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है।
तीन माह से उत्तराखंड में ग्रुप-सी की नई भर्ती नहीं निकली..
उत्तराखंड: प्रदेश में समूह-ग की भर्तियों में तेजी लाने के सरकार के आदेश सुस्त सिस्टम के कारण अटक गए हैं। हालात ये हैं कि समूह-ग की आखिरी भर्ती कनिष्ठ सहायक की 30 नवंबर को निकली थी। इसके बाद से तीन महीने बीत गए किसी नई भर्ती का नोटिफिकेशन जारी नहीं हो पाया।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का पेपर लीक होने के बाद सरकार ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को ग्रुप-सी भर्ती पर नियंत्रण दे दिया था। सरकार ने यह भी दावा किया था कि राज्य लोक सेवा आयोग अब भर्तियों में तेजी लाएगा। इसके तहत आयोग ने भर्तियों का कैलेंडर जारी किया था। कैलेंडर के हिसाब से आयोग ने पुलिस कांस्टेबल, पटवारी लेखपाल, फॉरेस्ट गार्ड, सहायक लेखाकार, बंदीरक्षक की भर्तियों के नोटिफिकेशन भी जारी कर दिए थे।
इस बीच आयोग ने कनिष्ठ सहायक पुलिस कांस्टेबल, पटवारी लेखपाल के पदों के लिए भी परीक्षा आयोजित की।भर्तियों का अभियान फिर धीमा हो गया है। 30 नवंबर को कनिष्ठ सहायक की आखिरी भर्ती निकाली गई थी। इसके बाद जनवरी में कृषि पशुपालन विभाग की भर्ती शुरू होने वाली थी, लेकिन विभाग ने इस पद को रद्द कर दिया। इसके बाद जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्रयोगशाला सहायक, पर्यावरण पर्यवेक्षक और पुलिस सब-इंस्पेक्टर की भर्ती नहीं निकली। वर्तमान में मार्च में मानचित्रकार, प्रारूपकार की भर्ती निकालने की योजना है लेकिन अभी यह पुष्ट नहीं है। इससे हजारों युवाओं का सरकारी नौकरी का इंतजार बढ़ता जा रहा है।
प्रस्तावों में संशोधनों में लटकी फाइलें
आपको बता दें कि नई भर्तियों के लिए प्रस्तावों में अभी भी संशोधन चक्कर में फाइलें लटकी हुई हैं। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत का कहना हैं कि पुलिस सब इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए सेवा नियमों में कुछ बदलावों की जरूरत है। मानचित्रकार प्रारूपकार की भर्ती के प्रस्ताव में भी बदलाव होना है। उन्होंने कहा कि आयोग स्तर की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी तक अपना प्रस्ताव नहीं दिया है
होली के दिन टिहरी झील में बंद रहेगी ये गतिविधियां, लगी ये रोक…
उत्तराखंड: 08 मार्च, 2023 को होली की छुट्टी रहेगी। इस दिन टिहरी झील में संचालित होने वाले बोट, जेटस्की, जेट अटैक एवं अन्य किसी भी प्रकार के जलयान का संचालन पूर्णतः प्रतिबन्धित रखने के आदेश जारी किए गए हैं। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण टिहरी गढ़वाल अतुल भंडारी ने टिहरी झील में संचालित होने वाले समस्त वाटर स्पोर्टस संचालको को सूचित करते हुए कहा कि दिनांक 08.03.2023 को होली अवकाश होने के कारण टिहरी बांध जलाशय में समस्त साहसिक गतिविधियां पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगी। उनका कहना हैं कि होली अवकाश के दिन कोई भी बोट, जेटस्की, जेट अटैक एवं अन्य किसी भी प्रकार के जलयान का संचालन करता हुआ पाया जाता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार दण्डात्मक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
सीएम धामी के निर्देश, विकास कार्यों की महीने में दो बार समीक्षा करें डीएम, प्रगति का अपडेट भी लें..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विधायकों के प्रस्ताव शासन में भेजने के बाद उसकी प्रगति का अपडेट भी लेते रहें। उन्होंने विधायकों के विकास कार्यों से जुड़े प्रस्तावों पर महीने में दो बार समीक्षा करने के निर्देश दिए। सीएम ने निर्देश दिए कि जन समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। फाइलों का निपटारा करने में बेवजह देरी न किया जाए और न ही अनावश्यक आपत्ति लगाई जाए
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अधिकांश जन समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर किया जाए। आवश्यकता पड़ने पर ही समस्याओं को मंडल एवं शासन स्तर पर भेजा जाए। प्रदेश की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत अलग-अलग क्षेत्रों की अलग-अलग समस्याएं हैं। अधिकारियों को क्षेत्र विशेष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करने होंगे।
बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा..
विधायकों ने सड़कों के निर्माण एवं सुधारीकरण, पुल निर्माण के कार्य, विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता, बाढ़ नियंत्रण से संबधित कार्य एवं क्षेत्र की अन्य समस्याओं को उठाया। सीएम ने अफसरों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
मानसखंड कॉरिडोर पर तेजी से काम हो.
मानसखंड कॉरिडोर के लिए तेजी से कार्य किये जाएं। अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ एवं चंपावत जिलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की अनेक संभावनाएं हैं।
ये निर्देश भी दिए
– नालियों की सफाई एवं झाड़ी कटान के लिए अभियान चलाया जाए
– मुख्यमंत्री की घोषणाओं की अलग से समीक्षा की जाएगी।
– स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाए।
– जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए।
जिलों में कितना सरलीकरण हुआ पता लगाएंगे सीएम..
मुख्यमंत्री जिलों में जन सुविधाओं से जुड़ी सरकारी प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए, इसका पता मुख्यमंत्री लगाएंगे। इसकी जल्द समीक्षा होगी।
उत्तराखंड में सड़कों पर उतरे भोटिया जनजाति के लोग..
उत्तराखंड: भोटिया जनजाति की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी से समाज के लोगों में आक्रोश है। शनिवार को हजारों की संख्या में महिलाओं, पुरुषों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और सरकार से कार्रवाई की मांग की। आपको बता दे कि भोटिया जनजाति समुदाय के अध्यक्ष सुपिया सिंह राणा का कहना हैं कि जोशीमठ आपदा के दौरान 10 जनवरी को दीपक ढौंडियाल नाम के एक व्यक्ति ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर एक लेख अपलोड किया। उस पर लिखा था डॉ भगवती प्रसाद पुरोहित की कलम से। ये शिक्षक चमोली जिले के ही हैं। लेख में भोटिया जनजाति की महिलाओं और बेटियों पर आपत्तिजनक पोस्ट लिखी गई थी। इस पोस्ट को 48 लोगों ने साझा किया था। इस पोस्ट ने समाज को आक्रोशित कर दिया। हमने 17 जनवरी को गोपेश्वर थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन जोशीमठ आपदा के कारण पुलिस ध्यान नहीं दे पाई। हालांकि 18 फरवरी को मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई थी।
उनका कहना हैं कि एक शिक्षक समाज को रास्ता दिखाता है। जब शिक्षक ही ऐसी अभद्र बातें लिखने लग जाएं, तो समाज कहां जाएगा। लिखना ही है तो बहू-बेटियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ लिखें। कौन रोकता है ? लेकिन एक समुदाय की बेटियों, महिलाओं के खिलाफ अभद्र और तथ्यहीन बातें लिखने से आक्रोश तो पनपेगा ही। इस मामले में पुलिस और प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई है। यदि शिक्षक पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन तेज किया जाएगा। 13 मार्च को गैरसैंण में विधानसभा सत्र में विधानसभा भवन घेरने की भी योजना बनाई गई है।
उत्तराखंड में चार साल से खेल एसोसिएशनों से जुड़े खिलाड़ियों को नहीं मिली किट..
उत्तराखंड: प्रदेश की खेल संस्थाओं से जुड़े खिलाड़ियों को चार साल से खेल विभाग से किट व अन्य सुविधाएं नहीं मिली हैं। यह हाल तब है जबकि सरकार अगले वर्ष उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कराने जा रही है। राज्य के अनेक खेल एसोसिएशन से जुड़े खिलाड़ियों को राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये खेल विभाग की ओर से किट एवं आने-जाने का खर्च दिया जाता रहा है।
राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए कैंप भी लगाए जाते हैं लेकिन खिलाड़ियों को उत्तराखंड में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए, विभिन्न खेल एसोसिएशन अपने स्तर से किट, ट्रैक शूट एवं खिलाड़ियों के आने-जाने का खर्च वहन कर रही है। उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डीके सिंह का कहना हैं कि जब राज्य की एक टीम राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जब प्रदेश का प्रतिनिधित्व कोई टीम करती है और ओपनिंग सेरेमनी में देशभर की मीडिया होती है।
ऐसे में अगर उत्तराखंड के खिलाड़ी वहां बिना ट्रैक सूट में जाते हैं तो इससे कहीं न कहीं प्रदेश की गरिमा को ठेस पहुंचती है। उनका कहना हैं कि उत्तराखंड ओलंपिक संघ से जुड़े कई खेल एसोसिएशन खिलाड़ियों के आने-जाने और किट का खर्च खुद वहन कर रहे हैं। राष्ट्रीय खेलों से पहले खिलाडियों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं, लेकिन यह प्रशिक्षण शिविर भी खेल विभाग की ओर से कुछ चयनित खेलों को दिए जाते हैं।
डीके सिंह का कहना है कि भले ही उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन तीस से अधिक खेल संघों से जुड़ी है, लेकिन किसी भी एसोसिएशन की ओर से राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग के लिए खिलाड़ियों से पैसा नहीं लिया जाता है। एसोसिएशन ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि किसी ने खिलाड़ियों से आने-जाने का पैसा लिया तो उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
चारधाम यात्रा- तीर्थयात्रियों के लिए इस साल बस का किराया नहीं बढ़ेगा..
उत्तराखंड: इस साल चारधाम यात्रा के किराया में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं होगी। 13 मार्च को चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन समिति की नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। अनाधिकृत ट्रेवल एजेंटों पर लगाम कसी जाएगी। चारधाम यात्रा के आयोजन को लेकर परिवहन विभाग की ओर से आरटीओ (प्रशासन) सुनील शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में यात्रा किराया नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा का कहना हैं कि चारधाम यात्रियों से राज्य परिवहन प्राधिकरण द्वारा निर्धारित किराया ही लिया जाएगा। बताया कि इस बार यात्रा के दौरान दो की जगह पांच टीमें सुरक्षा और लापरवाही की जांच करेगी। उनका कहना हैं कि सभी ट्रांसपोर्टर 13 मार्च को चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन समिति के अध्यक्ष के चयन के लिए बैठक करेंगे। समिति के नामित पदाधिकारियों की जानकारी परिवहन विभाग को उसी दिन उपलब्ध कराएंगे।
समिति की ओर से चारधाम यात्रा के लिए बसें उपलब्ध कराई जाएंगी। ग्रीनकार्ड ट्रिपकार्ड से संबंधित व्यवस्था बनाई जाएगी। रोडवेज की बसों से हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए किराया का निर्धारण किया जाएगा। यात्रा के चरम पर होने पर 15-31 मई तक वाहनों की उपलब्ध सुनिश्चित कराई जाएगी।
इस दौरान परिवहन विभाग की ओर से अन्य स्रोतों से वाहन उपलब्ध कराकर रोटेशन के अधीन संचालित होंगे। पंजीकृत ट्रेवल एजेंट यात्रा करा सकेंगे। अनाधिकृत ट्रेवल्स एजेंटों पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी, एआरटीओ प्रशासन एके पांडे, एआरटीओ (प्रवर्तन) ऋषिकेश मोहित कोठारी, रश्मि पंत, टीजीएमओ के अध्यक्ष जितेंद्र नेगी, सुधीर राय, भोपाल सिंह नेगी, मनोज ध्यानी, संजय शास्त्री, प्यारेलाल जुगरान, विनोद भट्ट आदि उपस्थित थे।
परिवहन विभाग की ओर से चारधाम यात्रा को लेकर बाईपास मार्ग स्थित एआरटीओ कार्यालय में ट्रांसपोर्टरों की बैठक बुलाई गई थी। लेकिन इसकी जानकारी मीडिया को नहीं दी गई। इसको को लेकर सवाल उठ रहे हैं। परिवहन विभाग के अधिकारी क्या छिपाना चाह रहे हैं।
एनएचएम में निकली इन पदों पर बंपर भर्ती,ऐसे कर सकते हैं आवेदन..
उत्तराखंड: स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत सौ से ज्यादा हेल्थ वर्करों की भर्ती निकली है । ये भर्ती एएनएम , नर्सिंग स्टाफ और लैब तकनीशियन समेत तमाम पदों पर निकल रही है। ये भर्ती आउटसोर्स एजेंसी द्वारा की जाएगी। बता दे कि स्वास्थ्य विभाग ने सब सेंटरों के लिए 21 एएनएम , विभिन्न वार्ड , आईसीयू , नीकू , एसएनसीयू , पीएचसी , सीएचसी , आरबीएसके और एनएसडी के लिए 21 नर्सिंग स्टाफ , छह मल्टी रिहेबिलिटेशन वर्कर , चार टीबीएचवी , दो सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर , एक सीपीएचसी डिस्ट्रिक्ट सुपरवाइजर , एक सीनियर ट्रीटमेंट लैब सुपरवाइजर , एक आरबीएसके डिस्ट्रिक्ट लेवल मैनेजर , 14 लैब ब्लॉक प्रोग्रा काउंसलर अकाउंटेंट, एएनएम , नर्सिंग स्टाफ और लैब तकनीशियन समेत तमाम पदों पर भर्ती निकली है।
बताया जा रहा है कि इसमें ऑर्डिनेटर , चार डाटा एंट्री ऑपरेटर , एक हॉस्पिटल क्वालिटी मैनेजर , एक फील्ड असिस्टेंट , एक फैमिली काउंसलर , एक डेंटल सर्जन , एक ओटी तकनीशियन , एक प्रोग्राम ऑफिसर , एक वीबीडी कंसलटेंट , एक आरबीएस के फार्मासिस्ट की भी भर्ती होनी हैं । इच्छुक उम्मीदवार आउटसोर्स एजेंसी की साइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
उत्तराखंड के इन 17 शिक्षकों का शैलेश मटियानी पुरस्कार के लिए चयन..
उत्तराखंड: प्रदेश में शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार का ऐलान कर दिया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 के लिए 17 शिक्षकों का चयन किया है। जिसमें टिहरी के शिक्षक भी शामिल है। टिहरी जिले के प्राथमिक विद्यालय उलाणा के प्रधानाध्यापक उत्तम सिंह राणा सहित 17 शिक्षकों को इन पुरस्कार से नवाजा जाएगा। जिसके आदेश जारी कर दिए गए है।
आपको बता दे कि राज्य के 17 शिक्षकों को शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए वर्ष 2022-23 के राज्य स्तरीय शैलेश मटियानी पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। इनमें छह शिक्षिकाएं हैं। प्रारंभिक से 10, माध्यमिक से छह शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार मिलेगा।
देखें किसे किया जाएगा सम्मानित
1- प्राथमिक शिक्षा में पौड़ी जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोटलमंडा की प्रधानाध्यापक आशा बुड़ाकोटी
2- उत्तरकाशी के प्राथमिक विद्यालय बड़ेथी के प्रधानाध्यापक संजय कुमार कुकसाल,
3- देहरादून जिले के जूनियर हाईस्कूल डोईवाला के सहायक अध्यापक ऊषा गौड़,
4- हरिद्वार जिले के जूनियर हाईस्कूल रोशनाबाद के प्रधानाध्यापक संजय कुमार,
5- टिहरी जिले के प्राथमिक विद्यालय उलाणा के प्रधानाध्यापक उत्तम सिंह राणा,
6- चंपावत जिले के जूनियर हाईस्कूल बिसारी के सहायक अध्यापक रवीश चंद पचौली
7- बागेश्वर जिले के जूनियर हाईस्कूल पिंगलौ के सहायक अध्यापक सुरेश चंद्र सती
8- पिथौरागढ़ जिले के प्राथमिक विद्यालय भट्टी गांव के प्रधानाध्यापक गंगा आर्या
9- अल्मोड़ा जिले के जूनियर हाईस्कूल पौड़ा कोठार के सहायक अध्यापक यशोदा कांडपाल
10- नैनीताल जिले के प्राथमिक विद्यालय धुलई के प्रधानाध्यापक डॉ.आशा बिष्ट
11– माध्यमिक स्तर पर उत्तरकाशी जिले में इंटर कालेज कीर्ति के लोकेंद्रपाल सिंह,
12- देहरादून जिले के जीआईसी क्वानू के प्रवक्ता संजय कुमार मौर्य
13- पिथौरागढ़ जिले के जीआईसी बड़ावे की सहायक अध्यापिका दमयंती, बागेश्वर जिले के जीआईसी कांडा के प्रवक्ता त्रिभुवन चंद
14- अल्मोड़ा जिले के जीआईसी रयालीधार के प्रवक्ता प्रभाकर जोशी
15- ऊधमसिंह नगर जिले के राजकीय गांधी नवोदय विद्यालय खटीमा के प्रवक्ता निर्मल कुमार
16- प्रशिक्षण संस्थान से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बागेश्वर के प्रवक्ता शैलेंद्र सिंह धपोला