रात के अंधेरे में हुआ हमला, घायल बच्चा एम्स ऋषिकेश में भर्ती
प्रतापनगर। टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक में मानव और वन्यजीव संघर्ष की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मां ने अपने छोटे बेटे को गुलदार के हमले से बचाकर अदम्य साहस का परिचय दिया।
टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक स्थित ओनाल गांव में सोमवार रात एक गुलदार आंगन में खेल रहे चार वर्षीय बालक गणेश पर झपट पड़ा। लेकिन उसकी मां अंगूरी देवी ने हिम्मत दिखाई और गुलदार से भिड़कर बेटे की जान बचा ली। हमले में बच्चे के सिर और कान पर गंभीर चोटें आईं, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में लगातार गुलदार की गतिविधियां बढ़ रही हैं, जिससे दहशत का माहौल है। पूर्व ग्राम प्रधान दलवीर सिंह राणा ने बताया कि हमले के समय मां-बेटा आंगन में थे, तभी झाड़ियों में घात लगाए गुलदार ने हमला कर दिया।
शोर मचाने पर गुलदार भाग गया। वन विभाग ने मौके पर टीम भेजी है और जल्द ही ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे। रेंजर हर्षराम उनियाल ने बताया कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जा रही है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि बच्चों को अकेले न छोड़ा जाए।
मंडी समिति गेट के पास हुआ हादसा, दो लोग गंभीर रूप से घायल
हल्द्वानी। उत्तराखंड के किच्छा में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। सुशीला तिवारी अस्पताल से डिलीवरी के बाद घर लौट रहा एक परिवार उस समय हादसे का शिकार हो गया जब उनकी कार मंडी समिति गेट के सामने नहर में जा गिरी। हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
कार में सवार महिला किसी तरह जान बचाने में सफल रही, लेकिन उसका तीन दिन पहले जन्मा नवजात इस हादसे में नहीं बच सका। महिला के पति की भी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद तुरंत फायर स्टेशन की टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाया। बचाव कार्य के दौरान एक फायर कर्मी बहाव में बह गया, लेकिन उसने कार चालक को बचाते हुए खुद भी सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाबी पाई।
देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते चारधाम यात्रा एक बार फिर प्रभावित हो गई है। चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई है, वहीं केदारनाथ में भी तेज बारिश के कारण यात्रियों को रोका गया है।
चमोली जिले के गोपेश्वर के समीप बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिनौला के पास चट्टानों से भारी बोल्डर गिरने से हाईवे अवरुद्ध हो गया है। इससे बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की ओर जा रहे श्रद्धालुओं को बीच रास्ते में ही रोकना पड़ा है। बताया गया कि ज्योतिर्मठ क्षेत्र में रातभर हुई बारिश के कारण चट्टानों से पत्थर खिसककर सड़क पर आ गिरे।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम मौके पर पहुंच गई है और मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। तीर्थयात्रियों के वाहनों को फिलहाल हाईवे के दोनों ओर रोका गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मार्ग साफ होते ही वाहनों को आगे भेजा जाएगा।
उधर, केदारनाथ में भी मौसम ने तीर्थयात्रियों की परीक्षा लेनी शुरू कर दी है। मंगलवार रात से लगातार तेज बारिश हो रही है, जिसके चलते सोनप्रयाग में यात्रियों को रोका गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सभी पैदल मार्गों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड के हित में अनेक नीतिगत प्रावधानों में शिथिलता देने का किया आग्रह
राज्य में उच्च स्तरीय ग्लेशियर अध्ययन केंद्र, जैव विविधता संरक्षण संस्थान तथा अंतर्राष्ट्रीय साहसिक खेल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए भी केंद्र से सहयोग मांगा
नंदा राजजात यात्रा और कुम्भ मेला के भव्य आयोजन हेतु केंद्र सरकार से सहयोग का आग्रह
वाराणसी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को वाराणसी में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक में प्रतिभाग किया। बैठक में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं मंत्रीगण उपस्थित थे।
मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से लगा उत्तराखण्ड राज्य सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके दृष्टिगत राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क, संचार, सुरक्षा एवं रसद आपूर्ति की समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराना आवश्यक है। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से आग्रह किया कि सीमा सड़क संगठन के माध्यम से उत्तराखण्ड को और अधिक सहायता प्रदान की जाए। वाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के सीमावर्ती गाँवों में सुविधाओं का विकास किया जाए जिससे वहां हो रहे पलायन को रोकने में सहायता मिल सके। उन्होंने सीमांत क्षेत्रों में संचार सुविधाओं के विकास के लिए भारत नेट योजना, 4-जी विस्तार परियोजना तथा उपग्रह आधारित संचार सेवाएं प्रारंभ करने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने बैठक में उत्तराखंड राज्य के हित में केंद्र सरकार से कुछ नीतिगत प्रावधानों में शिथिलता प्रदान करने का भी आग्रह किया। उन्होंने राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना के केंद्रीय अनुदान का आवंटन एकमुश्त किये जाने, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के कुशल संचालन हेतु अतिरिक्त सहयोग प्रदान करने, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अध्ययन के लिए राज्य में एक उच्चस्तरीय ग्लेशियर अध्ययन केंद्र की स्थापना किये जाने और जैव विविधता संरक्षण संस्था की स्थापना के लिए भी केंद्र से तकनीकी सहयोग की मांग की। मुख्यमंत्री ने राज्य में साहसिक पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय साहसिक खेल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए सहयोग मांगा। उन्होंने उत्तराखण्ड में वर्ष 2026 में नंदा राजजात यात्रा और 2027 में कुम्भ मेले के सफल एवं भव्य आयोजन हेतु केंद्र सरकार से आवश्यक सहयोग प्रदान करने का भी आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 80 प्रतिशत पर्वतीय भू-भाग वाले उत्तराखण्ड राज्य का 71 प्रतिशत क्षेत्र वनों से आच्छादित है। राज्य की जटिल भौगोलिक परिस्थिति तथा विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण राज्य की आर्थिक गतिविधियाँ सीमित हैं। इन प्रतिकूल परिस्थितियों एवं सीमित संसाधनों के बावजूद राज्य की अर्थव्यवस्था में लगभग डेढ़ गुना की वृद्धि हुई है। वर्ष 2023-24 में नीति आयोग द्वारा जारी एसडीजी रैंकिंग में उत्तराखण्ड ने प्रथम स्थान प्राप्त करने के साथ ही इस वर्ष जारी केयर एज रेटिंग रिपोर्ट में सुशासन एवं वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में छोटे राज्यों की श्रेणी में भी उत्तराखण्ड को दूसरा स्थान मिला है। राज्य में समान नागरिक संहिता, सख्त नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून, भू-कानून बनाकर उत्तराखण्ड को समरस एवं सुरक्षित राज्य बनाने हेतु कार्य किये जा रहे हैं। वोकल फॉर लोकल, विरासत एवं संस्कृति, शिक्षा एवं कौशल, सहभागिता तथा आत्मनिर्भरता के सूत्रों को आत्मसात करते हुए प्रदेश के लगभग तीन लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार के विभिन्न माध्यमों से जोड़ने की महत्वपूर्ण उपलब्धि अर्जित की गई है। उत्तराखंड को आयुष तथा वेलनेस हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्य में देश की पहली ’’योग नीति’’ का शुभारंभ भी किया गया है। राज्य में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दो स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की स्थापना करने का निर्णय भी लिया गया है। इन प्रयासों और राज्य सरकार की प्रतिबद्धताओं को सफलतापूर्वक धरातल पर उतारने में केन्द्र सरकार द्वारा भरपूर समर्थन और सहयोग मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य क्षेत्रीय परिषद की विगत वर्षों की बैठकों में अनेकों महत्वपूर्ण नीतिगत एवं अंतर्राज्यीय विषयों के समाधान का मार्ग प्रशस्त हुआ है। देश में सहकारिता, सुरक्षा और क्षेत्रीय समन्वय के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व और गृह मंत्री के प्रयासों से भारत आंतरिक रूप से कहीं अधिक सुरक्षित, संगठित और आत्मविश्वास से परिपूर्ण होकर विकसित एवं आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर हुआ है।
युवाओं और वेटरन खिलाड़ियों के लिए शुरू हुई नियमित प्रैक्टिस
कोर्ट में स्थापित की गई 6 टेबल, कराए जा सकेंगे कंपटीशन
देहरादून। खेल मंत्री रेखा आर्या ने परेड ग्राउंड स्थित ऑडिटोरियम में अत्याधुनिक टेबल टेनिस कोर्ट परिसर का उद्घाटन किया। इस सुविधा की शुरुआत खेल विभाग और वेटरन टेबल टेनिस खिलाड़ियों के सहयोग से की गई है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि देहरादून के टेबल टेनिस खिलाड़ियों को अब अपना अभ्यास नियमित रूप से करने और प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त परिसर मिल गया है।
रेखा आर्या ने कहा कि इस सुविधा के बाद टेबल टेनिस में हमारे यहां से और ज्यादा खिलाड़ी निखर कर सामने आएंगे और राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा।
पहले यह हाल बैडमिंटन कोर्ट था लेकिन बाद में बैडमिंटन को नए मल्टीपरपज हॉल में शिफ्ट कर दिया गया था। खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि इसके बाद खेल विभाग ने इस हाल को जूडो और टेबल टेनिस के लिए तैयार करने का फैसला किया। अब यहां जूडो के साथ-साथ टेबल टेनिस की 6 टेबल स्थापित कर दी गई है। इन टेबल्स पर प्रैक्टिस के लिए अक्सर सुबह के समय वेटरन खिलाड़ी और शाम के समय बच्चे और युवा अभ्यास करते हैं।
इस अवसर पर प्रभारी जिला खेल अधिकारी रविंद्र भंडारी, गिरीश छाबड़ा, प्रीति छाबड़ा, देवेंद्र कांडपाल, विजय कुमार अग्रवाल, अंजलि अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
हाईकोर्ट ने स्टे वेकेशन पर सुनवाई के लिए तय किया बुधवार का दिन
नैनीताल – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों पर लगी रोक फिलहाल जारी रहेगी। उच्च न्यायालय ने इस संबंध में दायर याचिकाओं पर सुनवाई के लिए बुधवार की दोपहर का समय तय किया है। मामले में स्टे वेकेशन सहित अन्य पहलुओं पर भी सुनवाई की जाएगी।
मंगलवार को राज्य सरकार ने यह मामला मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ के समक्ष मेंशन किया, जिसके बाद अदालत ने सभी याचिकाओं को तलब करते हुए अगली सुनवाई बुधवार को निर्धारित की है।
दरअसल, बागेश्वर निवासी गणेश दत्त कांडपाल और अन्य याचिकाकर्ताओं ने अदालत में याचिका दायर कर आपत्ति जताई है कि राज्य सरकार ने 9 जून 2025 को पंचायत चुनाव के लिए नई नियमावली जारी की है। इसके बाद 11 जून को एक और आदेश जारी कर पहले से लागू आरक्षण रोटेशन को समाप्त कर दिया गया और इस वर्ष से नया रोटेशन लागू करने का निर्णय लिया गया है। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि यह निर्णय हाईकोर्ट के पूर्ववर्ती निर्देशों के विरुद्ध है।
सचिव गृह शैलेश बगौली ने लंबित प्रकरणों पर जताई चिंता
देहरादून। सचिव गृह शैलेश बगौली ने अपने कार्यालय सभागार में सतर्कता अधिष्ठान की समीक्षा की। सचिव बगोली ने निर्देश दिए कि आमजन की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की जाए।
विजिलेंस के कतिपय मामले अधिक समय से लम्बित होने पर सचिव शैलेश बगौली ने चिंता व्यक्त करते हुए इन प्रकरणों के निस्तारण में तेजी लाए जाने के लिए प्रणाली में सुधार लाए जाने की बात कही। उन्होंने प्रकरणों को तेजी से निस्तारित करने के लिए आधुनिक तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स का प्रयोग करते हुए नवाचारी तरीके अपनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर लंबित प्रकरणों को भी शीघ्र निस्तारित करने हेतु सम्बन्धित विभागों को रिमाइंडर भेजे जाएं। प्रकरणों में 2 माह में प्रगति न होने पर कार्यालय सचिव गृह के संज्ञान में लाया जाए।
सचिव बगौली ने कहा कि वेबसाईट एवं 1064 से प्राप्त ऐसी शिकायतें जो विजिलेंस से सम्बन्धित नहीं हैं, को 1905 के माध्यम से सम्बन्धित विभागों को भेजे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विजिलेंस से सम्बन्धित प्रकरणों को प्रभावी तरीके से निस्तारण के लिए नवाचारी तरीके अपनाएं जाएं।
सचिव बगौली ने विजिलेंस विभाग में अधिकारियों की कमी के सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक के साथ पृथक से बैठक किए जाने की बात कही।
इस अवसर पर निदेशक विजिलेंस डॉ. वी. मुरूगेशन एवं पुलिस अधीक्षक विजिलेंस श्रीमती रचिता जुयाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उत्तरकाशी: मानसून की दस्तक के साथ ही उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं शुरू हो गई हैं। सोमवार दोपहर यमुनोत्री धाम के जानकीचट्टी-यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौ कैंची के पास भारी भूस्खलन हुआ, जिससे मार्ग पर चल रहे कई यात्री मलबे की चपेट में आ गए।
एसडीआरएफ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक यात्री को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार के लिए जानकीचट्टी स्थित पीएचसी भेजा गया है। अन्य यात्रियों की तलाश व बचाव कार्य लगातार जारी है।
जानकीचट्टी पुलिस चौकी प्रभारी गंभीर सिंह तोमर ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। एहतियातन पैदल मार्ग पर आवाजाही को फिलहाल रोक दिया गया है।
बचाव टीमों ने रास्ते में फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और यात्रियों से अपील की गई है कि मौसम साफ होने तक यात्रा स्थगित रखें। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
ई-रिक्शा में सवार चार में से एक की मौत, घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
देहरादून- उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में देर रात एक भीषण सड़क हादसे ने सभी को झकझोर दिया। देहरादून-शिमला बाईपास स्थित हरभजवाला क्षेत्र में एक तेज रफ्तार कार ने ई-रिक्शा को जबरदस्त टक्कर मार दी, जिससे एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय ई-रिक्शा में चालक समेत कुल चार लोग सवार थे। घायलों को तुरंत 108 एंबुलेंस सेवा की मदद से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।