विजिलेंस के लिए बनेगा दो करोड़ का रिवॉल्विंग फंड-सीएम धामी..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उत्तराखंड में विजिलेंस को मजबूत बनाने के लिए दो करोड़ के रिवॉल्विंग फंड की घोषणा की। उनका कहना हैं कि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए सरकार विजिलेंस की सुविधाओं में और इजाफा करेगी। मुख्यमंत्री बुधवार को सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में सुशासन, पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के संबंध में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने चार व्हिसलब्लोअर्स को सम्मानित भी किया।
सीएम का कहना हैं कि राज्य में विजिलेंस को सशक्त बनाया जाएगा। इसके ढांचे एवं अन्य सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। विजिलेंस में सराहनीय कार्य करने वाले कार्मिकों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार मुक्त देवभूमि का संकल्प है। 2025 तक उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त एवं नशामुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के लिए सभी विभागों को विजिलेंस के साथ समन्वय से कार्य करना होगा। उनका कहना हैं कि राज्य में विजिलेंस को और मजबूत बनाना है। जो ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं, उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अशोक कुमार, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, निदेशक सतर्कता अमित सिन्हा, शासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ़्तार को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवायजरी..
उत्तराखंड: प्रदेश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश में तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के लिए एडवायजरी जारी की है। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ राजेश कुमार ने जिला अधिकारियों को दिए कोरोना को लेकर दिशा निर्देश दिए हैं। आपको बता दें, प्रदेश में बीते 24 घंटे के भीतर प्रदेश में 142 नए संक्रमित मिले हैं।
जबकि 38 मरीज ठीक हुए हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में फिलहाल 1140 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को 914 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 94, हरिद्वार में छह, नैनीताल में 15, अल्मोड़ा और पौड़ी में दो-दो, चमोली व चंपावत में एक-एक, टिहरी में सात, ऊधमसिंह नगर में तीन व उत्तरकाशी में 11 संक्रमित मरीज मिले हैं। प्रदेश की रिकवरी दर 94.96 प्रतिशत और संक्रमण दर 3.45 प्रतिशत दर्ज की गई।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवायजरी..
1- सामाजिक दूरी का पालन करना और मास्क पहनना जरूरी।
2-कोरोना के लक्षण वाले रोगियों को होम आइसोलेशन में रखा जाए।
3- कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाए।
4-सभी जिलों को संक्रमित मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने के निर्देश।
5- जिलाधिकारियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने के लिए कहा गया।
6- बुखार फैल रहा तो तुरंत कोरोना जांच कराए
7- फ्लू और सांस की शिकायत वालों के टेस्ट किए जाने की सलाह भी दी गई है।
8- आईसीयू बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
9- आक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिष्चित की जाए।
तल्लानागपुर गांव के बोरा में निकाली गई राजतिलक की भव्य झांकी..
सीमित संसाधनो के बावजूद बेहत्तर ढंग से किया गया रामलीला का मंचन: सुलेखा..
रुद्रप्रयाग। राजतिलक की भव्य झांकी एवं भगवान राम के राज्याभिषेक के साथ बोरा गांव में चल रही रामलीला का समापन हो गया। आखिरी दिन बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्र पंचायत सदस्य सुलेखा गुर्साइं ने रामलीला को परम्परा का हिस्सा बताते हुए सभी को सहयोग के लिए प्रेरित किया।
तल्लानागपुर क्षेत्र के बोरा गांव में चल रही रामलीला मंचन के आखिरी दिन राजतिलक की भव्य झांकी का आयोजन किया गया। समिति के अध्यक्ष युद्धवीर गुर्साइं एवं सचिव शैलेन्द्र गुर्साइं व रूढ़ा क्लब के सानिध्य मे संपंन दस दिवसीय कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्र पंचायत सदस्य सुलेखा गुर्साइं ने कहा कि सीमित संसाधनांे एवं समयाभाव के बावजूद भी बेहत्तर ढंग से रामलीला का जो मंचन करवाया गया, उसके लिए आयोजकों की निष्ठा रही है। उन्होंने भविष्य मे भी ऐसे कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखने का आहवान करते हुए रामलीला को परम्परा का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।
समापन अवसर पर भगवान राम के अयोध्या आगमन की भव्य झांकी निकाली गई बड़ी संख्या मे स्थानीय ग्रामीणो के अलावा समीपवर्ती गाॅवो से भी लोगो ने राजतिलक का साक्षी बनकर पुष्प अर्जित किया, इससे पूर्व मयकोटि के विद्वान वशिष्ठ पंडितो की ओर से भगवान राम के राज्याभिषेक मे पूजा अर्चना की, भाऊक दृश्य हनुमान की विदाई का था, राम से हनुमान की विदाई बेहद मार्मिक क्षण था अक्षत और पुष्प वर्षा से राम लक्ष्मण व सीता रथ जैसे ही मंच की ओर आ रहा था, हरेक श्रद्धालु देखने को उत्सुक था। रामलीला मंचन में हारमोनियम वादक प्रधानाचार्य लखपत गुर्साइं, पंकज कठैत, मंच संचालक प्रेम सिह कठैत, जीतपाल सिंह गुर्साइं, एवं वीरेन्द्र सिंह गुसाॅई, मार्ग निदेशक, प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रेम सिंह गुर्साइं, प्रधानाचार्य उम्मेद सिंह गुर्साइं, क्षेत्रीय निरीक्षक रमेश गुर्साइं, प्रबंधक यशवन्त गुर्साइं, पूर्व प्रधान शकुन्तला गुर्साइं, सूबेदार सत्ये सिंह गुर्साइं, हरेन्द्र सिंह गुसाईं, अनुसूया गुर्साइं, लक्की गुर्साइं, प्रहलाद गुर्साइं, मानेवन्द्र गुर्साइं, उत्तम सिंह, कुंवर सिंह गुर्साइं सहित बड़ी संख्या मे लोग मौजूद रहे।
पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता की शपथ लेते हुए किया जागरूक..
रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से केदारनाथ धाम एवं यात्रा मार्ग में ‘‘मिशन हील एनवायरनमेंट एंड सोशल कॉज फ्रॉम पैज पीपल ट्रस्ट‘‘ के सदस्यों ने विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। इस अवसर पर ट्रस्ट के सदस्यों एवं स्थानीय लोगों ने पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता की शपथ भी ली।
संस्था के अध्यक्ष डाॅ विजय कुमार नौटियाल ने बताया कि यात्रा मार्ग पर फैल रही गंदगी एवं प्लास्टिक, कचरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में चिंता पेश करते हुए यात्रियों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की थी, जिसके बाद उन्होंने ट्रस्ट से जुड़े दिव्यांग साथियों के साथ गौरीकुण्ड से केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सफाई अभियान चलाने की योजना बनाई।
संस्था के अध्यक्ष डाॅ नौटियाल ने बताया कि मिशन हील एनवायरनमेंट एंड सोशल कॉज फ्रॉम पैज पीपल ट्रस्ट, कई वर्षों से दिव्यांग जनों के हितार्थ के लिए निरंतर प्रयासरत है, जिसमें दिव्यांग जनों की सक्रिय भागीदारी से अनेक साहसिक एवं प्रेरणादायक कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया जाता रहा है। ट्रस्ट द्वारा दिव्यांगजन प्रेरणा 2022 के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण एवं तीर्थ स्थानों की स्वच्छता के लिए जन जागरण अभियान के साथ-साथ स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने पुस्तकालय के बारे में छात्रों से लिया फीडबैक..
रुद्रप्रयाग। जनपद में छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने एवं पाठ्यक्रम की पढ़ाई के लिए हर ब्लाॅक में उच्च स्तरीय पुस्तकालय तैयार किये जाएंगे। इस बाबत जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शिक्षा विभाग को ब्लाॅक स्तर पर पुस्तकालय विकसित करने के लिए रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान जिलाधिकारी ने राजकीय जिला शाखा पुस्तकालय अगस्त्यमुनि का निरीक्षण भी किया।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने राजकीय जिला शाखा पुस्तकालय अगस्त्यमुनि का निरीक्षण करते हुये मुख्य शिक्षा अधिकारी यशवंत सिंह चौधरी एवं प्रभारी पुस्तकालय अध्यक्ष उदय सिंह नेगी से जिला पुस्तकालय की किताबों एवं छात्र-छात्राओं की संख्या के बारे में जानकारी ली। मौके पर पुस्तकालय में उपस्थित छात्र-छात्राओं से उनका फीडबैक लेते हुए उनकी जरूरत की किताबों की सूची पुस्तकालय अध्यक्ष को उपलब्ध कराने को कहा। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को पहले चरण में अगस्त्यमुनि स्थित जिला पुस्तकालय के उच्चीकरण एवं नई किताबें मंगवाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
साथ ही रुद्रप्रयाग मुख्यालय एवं जखोली में भी उच्चकोटि का पुस्तकालय शुरू करने के लिए जरूरी कार्यवाही करते हुए प्रस्ताव तैयार करने को कहा। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को बंद पड़े स्कूल या सरकारी भवनों को चिन्हित कर पुस्तकालय के लिये उपयोग में लाने का सुझाव दिया। उन्होंने मौके पर मौजूद छात्रों का फीडबैक लेते हुए जिला पुस्तकालय का समय दो घंटे अतिरिक्त बढ़ाते हुए सुबह 9 से अपराह्न 1 बजे तथा दोपहर 3 बजे से 7 बजे तक बढ़ाने को कहा। पहले पुस्तकालय 12 बजे बंद होकर शायं 4 बजे खुलता था।
डीएम ने ली स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक…
कर्मचारियों एवं डाॅक्टरों का धरातल पर कार्य करना बेहद जरूरी: मयूर..
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला कार्यालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली, जिसमें जिलाधिकारी ने जिले में स्वास्थ्य योजनाओं, जन्म दर एवं मृत्यु दर, टीबी, एनएचएम, एचआईवी, डिलीवरी की स्थिति एवं सुविधाओं, सीएचसी समेत अन्य मामलों की समीक्षा की। साथ ही अगस्त्यमुनि ब्लॉक की नियमित डाटा एंट्री नहीं होने के चलते एनएचएम के जिला प्रोग्राम प्रबंधक हिमांशु नौटियाल का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि स्वास्थ्य के कर्मचारियों एवं डाॅक्टरों का धरातल पर रहना एवं कार्य करना बेहद महत्वपूर्ण है। जिलाधिकारी ने डाॅक्टरों एवं नर्सिग स्टाफ को उनके क्षेत्र में पड़ने वाले गांव में समय-समय पर स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर आयोेजित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय तम्बाकू कन्ट्रोल प्रोगाम के अधिकारियों को केदारनाथ यात्रा मार्ग को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश देते हुए मंगलवार से ही यात्रा मार्ग पर तम्बाकू बेच रहे दुकानदारों पर जुर्माना लगाने एवं तम्बाकू पदार्थ जब्त करते हुए नष्ट करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जिले को टीबी एवं एचआईवी मुक्त बनाने को हर संभव प्रयास करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कल्याण योजना अधिकारी को योजना के तहत पंजीकृत बालक-बालिकाओं को समय पर उचित इलाज उपलब्ध न कराने पर फटकार लगाते हुए बच्चों के इलाज में हीलाहवाली न बरतने को कहा। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कल्याण योजना के लिए हर समय वाहन उपलब्ध रखवाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अप्रैल माह में जिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए पहुंची एक महिला की मृत्यु के मामले में सुनवाई करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी से पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए समय-समय पर सुझाव देने की अपील की। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ बीके शुक्ला, एसीएमओ डाॅ विमल सिंह गुसाई, डाॅ हेमा असवाल, डाॅ महिमा रावत, डाॅ मोनिका राणा, बाल विकास परियोजना अधिकारी हिमांशु बडोला सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
उत्तराखंड में खुलेंगे जू-रेस्क्यू सेंटर..
उत्तराखंड: प्रदेश में अब जू के लिए वन विभाग को अपनी ही लैंड ट्रांसफर नहीं करानी पड़ेगी। केंद्र ने जू को फारेस्ट्री एक्टिविटी घोषित कर दिया है। इसके साथ ही कैंपा से इसके लिए बजट देने को भी मंजूरी दे दी है। आपको बता दे कि केंद्र ने इसके लिए कई तरह की शर्तें भी रखीं हैं। जिसमें पेड़ कम से कम काटने का ध्यान रखने को कहा है। इसके साथ ही 40 प्रतिशत तक पेड़ वाली वन भूमि पर ही जू बनाने को कहा गया है। इसके अलावा वहां स्थानीय पेड़ पौधों की प्रजातियों को ही विकसित करने और ज्यादा से ज्यादा नेचुरल वातावरण रखने को कहा गया है। इसे अलावा ईको फ्रेंडली कंस्ट्रक्शन वहां करना होगा। केंद्र के फैसले के बाद अब राज्य में हल्द्वानी जू, जसपुर टाइगर सफारी और कण्वाश्रम जू सहित कुछ अन्य बड़े प्रोजेक्ट शुरू हो सकेंगे।
इन लोगों सीएम धामी आज करेंगे सम्मानित..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी आज 27 व्यक्तियों और संस्थाओं को सतत विकास लक्ष्य के तहत आजीविका, मानव व सामाजिक विकास के क्षेत्र में नवाचार और अनूठा कार्य करने पर एसडीजी गोलकीपर अवार्ड से सम्मानित करेंगे। इन सभी चयनित संस्थाओं व व्यक्तियों का चयन चार चरणों की प्रक्रिया के बाद किया गया। नियोजन विभाग के लोक नीति एवं सुशासन केंद्र (सीपीपीजीजी) व संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के संयुक्त तत्वावधान में गोलकीपर अवार्ड के लिए व्यक्तिगत एवं संस्थागत श्रेणी में आवेदन मांगे गए।
सीपीपीजीजी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मनोज कुमार पंत का कहना हैं कि सतत विकास लक्ष्यों का महत्वाकांक्षी एजेंडा है, जिसमें वर्ष 2030 तक गरीबी एवं कुपोषण समाप्त करते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरणीय क्षेत्रों में विशेष कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इन प्रमुख लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त करने के लिए अधिक से अधिक सामाजिक क्षेत्र की सहभागिता भी जरूरी है। राज्य में तमाम स्वयंसेवी संस्थाएं, व्यक्ति, गैरसरकारी संगठन, नागरिक, शोध एवं अकादमिक संस्थाएं अपने-अपने क्षेत्रों में काम कर रही हैं, जो सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने में योगदान दे रही हैं या योगदान दे सकती हैं।
साथ ही समाज में दूसरी संस्थाओं और व्यक्तियों को प्रेरित कर सकती हैं। ऐसी संस्थाओं और व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें एसडीजी गोलकीपर अवार्ड देने की योजना बनाई गई। इसके लिए समाचार पत्र, एफएम रेडियो, कम्युनिटी रेडियो के माध्यम से प्रचार कर आवेदन मांगे गए थे। जिसमें से 176 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 100 संस्थाओं व व्यक्तियों को छांटा गया। सीपीपीजीजी की टीम ने भ्रमण कर संस्थाओं और व्यक्तियों के काम का सत्यापन किया। उन स्थानों और लोगों से बातचीत की जहां संस्थाएं और व्यक्ति काम कर रहे थे। इसके बाद 27 संस्थाओं और व्यक्तियों का एसडीजी गोलकीपर अवार्ड के लिए चयन किया गया।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदलमार्ग पर घोडे़-खच्चरों के धक्कों से चोटिल हो रहे यात्री..
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा में एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर तीर्थयात्रियों की मदद कर रहे हैं। अब तक एसडीआरएफ के जवान सैकड़ों तीर्थयात्रियों की जान को बचा चुके हैं। पैदल यात्रा पड़ाव में घोड़े-खच्चरों के धक्के से यात्री चोटिल हो रहे हैं तो किसी समय पैदल मार्ग पर फिसलकर नीचे गिर रहे हैं। इसके साथ ही रास्ते में स्वास्थ्य खराब होने पर एसडीआरएफ के जवान यात्री को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा रहे हैं।
बता दें कि छः मई को बाबा केदारनाथ की यात्रा शुरू हुई थी और तब से लेकर अब तक एसडीआरएफ के जवान सैकड़ों तीर्थयात्रियों की जान को बचा चुके हैं। एसडीआरएफ जवान तीर्थयात्रियों के लिए देवदूत बनकर आ रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। गौरीकुंड-केदारनाथ 18 किमी पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की लीद से वैसे ही तीर्थयात्री परेशान हैं, लेकिन पशुआंे के धक्कों से भी यात्रियों को दो-चार होना पड़ रहा है। घोड़े-खच्चरों और श्रद्धालुओं के लिए एक ही रास्ता होने के कारण काफी दिक्कतें हो रही है, जिस कारण यात्री खासे परेशान हैं और उन्हें पैदल मार्ग पर चलने में दिक्कतें हो रही हैं।
पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों के घायल होने के बाद एसडीआरएफ की टीम त्वरित गति से रेस्क्यू कार्य कर रही है। बुधवार को केदारनाथ दर्शन के लिए जाते समय एक महिला श्रद्धालु खच्चर से धक्का लगने के कारण नीचे गिर पड़ी, जिससे उसका पैर फ्रेक्चर हो गया।घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरफ की रेस्क्यू टीम तत्काल सोनप्रयाग से रवाना हुई। एसआई कर्ण सिंह सिंह के हमराह रेस्क्यू टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर महिला यात्री को स्ट्रेचर के माध्यम से उपचार के लिए सोनप्रयाग अस्पताल पहुंचाया।
इसके अलावा एक अन्य घटना में एक व्यक्ति के रुद्रा पॉइंट से नीचे भैरो गदेरे में गिरे होने की सूचना पर केदारनाथ से एसआई मनोज रावत के हमराह रेस्क्यू टीम द्वारा यात्री मंजीत उम्र 32 वर्ष निवासी अम्बाला तक पहुंच बना कर रेस्क्यू किया गया। युवक का पैर फ्रेक्चर हो गया था, जिसे एसडीआरएफ टीम द्वारा स्ट्रेचर के माध्यम से विवेकानंद अस्पताल केदारनाथ में एडमिट कराया गया।
जल संस्थान विभाग का किया औचक निरीक्षण..
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जल संस्थान कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में तैनात कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन कर कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान सभी कर्मचारी उपस्थित पाए गए, जबकि एक कार्मिक अमित कुमार शर्मा जो आकस्मिक अवकाश पर बताए गए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह एवं कार्यालय में कार्यरत सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक मशीन पर अपनी उपस्थिति अंकन करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए तथा कार्यालय में पत्रावली का रख-रखाव ठीक ढंग से करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पुरानी पत्रावलियांें का उचित निस्तारण करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कार्यालय एवं कार्यालय परिसर में बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही कार्यालय परिसर में पुराने सामग्री को भी निस्तारित करने को कहा। उन्होंने सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन तत्परता से करें और जनता की जो भी समस्या आती हैं, उनका निराकरण समय से करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही एवं शिथिलता न बरती जाए। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता संजय सिंह, सूचना अधिकारी रती लाल शाह सहित संबंधित कर्मचारी एवं अधिकारी मौजूद थे।