वॉट्सऐप पर अब चैटिंग का मजा होगा दोगुना! इस नए फीचर से कोई कॉन्टैक्ट नहीं होगा मिस..
देश-विदेश: वॉट्सऐप पर एक के बाद एक नये फीचर्स की भरमार लगी हुई है। कंपनी ने अब चैटिंग के एक्सपीरियंस को मजेदार बनाने के लिए नये फीचर को रोलआउट करना शुरू कर दिया है। वॉट्सऐप के इस फीचर का नाम Suggested Contacts है, जो कि कॉन्टैक्ट्स के नाम सुझाएगा। इसमें सजेस्टेड कॉन्टैक्ट्स का ऑप्शन आपको चैट लिस्ट में मिलेगा। WABetaInfo ने इस फीचर को लेकर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है। यह फीचर इसलिए खास है क्योंकि ये आपको उन कॉन्टैक्ट्स से चैट करने की याद दिलाएगा, जिन्हें आप गलती से भूल गए हैं। इससे यूजर्स एक-दूसरे से कनेक्ट भी रहेंगे। अक्सर देखा जाता है कि जिन यूजर्स से हम सबसे ज्यादा बात करते हैं उनके नाम सबसे ऊपर रहते हैं। इससे बाकी कॉन्टैक्ट्स मिस हो जाते हैं।
आपको बता दे कि इस नये फीचर को WhatsApp Beta for iOS 24.8.10.70 में देखा गया है। अभी यह अपडेट टेस्ट फ्लाइट ऐप पर मौजूद है। कंपनी ने इस फीचर को अभी उन्हीं बीटा यूजर्स के लिए रोलआउट किया है, जो टेस्ट फ्लाइट से वॉट्सऐप फॉर iOS के लेटेस्ट वर्जन को इंस्टॉल करेंगे। हालांकि बाद में कंपनी बीटा कंपनी iOS के ग्लोबल यूजर्स के लिए भी इसे रोलआउट कर सकती है। इससे पहले वॉट्सऐप के फोटो गैलरी से जुड़े एक नए फीचर के बारे में जानकारी मिली थी, जिसमें वॉट्सऐप फोन में फोटो लाइब्रेरी एक्सेस को लेकर नया शॉर्टकट लेकर आया है, जिसे कंपनी ने रोलआउट करना शुरू कर दिया है। इसमें यूजर चैट बार की लेफ्ट साइड में दिए गए प्लस आइकन को लॉन्ग प्रेस करेंगे तो वो फोटो गैलरी में सीधा पहुंच जाएंगे।
ओवैसी के खिलाफ माधवी लता ने फूंका बिगुल, अब मिली Y प्लस सुरक्षा..
देश-विदेश: हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी माधवी लता की सुरक्षा को केंद्र सरकार ने बढ़ा दिया है। खुफिया एजेंसी आईबी की रिपोर्ट के बाद सरकार ने माधवी लता की सिक्योरिटी में 11 कमांडो को तैनात किया है। माधवी लता की सिक्योरिटी में 11 कमांडो को तैनात किया गया है। माधवी लता सोशल मीडिया पर हिंदुत्व समर्थक के रूप में मशहूर हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद चर्चा में आई थी, जो अब हैदराबाद से AIMIM चीफ ओवैसी के खिलाफ चुनाव लड़ रही है।
Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी
माधवी लता को गृह मंत्रालय ने Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी है। गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर भाजपा प्रत्याशी माधवी को सुरक्षा दी है। Y प्लस कैटेगरी में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं, जिसमें पांच पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घऱ और आसपास रहते हैं। साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में संबंधित वीआईपी को सुरक्षा देते हैं। बता दें कि माधवी लता सुर्खियों में उस समय ज्यादा आई जब भाजपा ने उन्हें असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद से बीजेपी का उम्मीदवार बनाया। उन्हें कट्टर हिंदुत्व का चेहरा माना जाता है। पीएम मोदी भी उनकी प्रशंसा कर चुके हैं।
कौन है Madhavi Lata?
माधवी लता पेशे से एक डॉक्टर है और विरिंची नाम का एक अस्पताल भी चलाती है। वह सोशल मीडिया पर अपने हिंदुत्व समर्थक रूख के लिए चर्चा में बनी रहती है। माधवी लता एक भरतनाट्यम नर्तकी भी हैं। माधवी लता को कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है। वह हिंदुत्व की समर्थक हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा में आई थी। बताया जाता है कि उन्होनें तीन तलाक को खत्म करने के लिए मुस्लिम महिलाओं के समूह के साथ सहयोग किया था। हैदराबाद सीट AIMIM का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर 1984 से ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है। असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन पहली बार इस सीट से 1984 में लोकसभा चा चुनाव जीते थे। वह 20 साल तक इस सीट से सांसद रहे। इसके बाद इस सीट का नेतृत्व असदुद्दीन ओवैसी कर रहे हैं, जिनको इस लोकसभा चुनाव में माधवी लता टक्कर दे रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के मदरसा एक्ट आदेश पर लगाई रोक..
17 लाख मदरसा छात्रों को मिली राहत..
देश-विदेश: 22 मार्च को इलाहाबाद हाईकोर्ट के दिए आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में यूपी बोर्ड ऑफ मदरसा एजुकेशन एक्ट 2004 को असंवैधानिक बताया था। सुप्रीम कोर्ट का कहना हैं कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के ये कहना कि मदरसा बोर्ड संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत का उल्लंघन करता है, ये ठीक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने इसके साथ ही मदरसा बोर्ड के 17 लाख छात्रों और 10 हजार अध्यापकों को अन्य स्कूलों में व्यवस्थित कराने की प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी है।
आपको बता दे कि मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने इस मामले में केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भी जारी किया है। अंशुमान सिंह राठौर नामक एक वकील ने यूपी मदरसा कानून की संवैधानिकता को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर हाईकोर्ट ने मदरसा कानून को असंवैधानिक मानते हुए इसे खत्म कर दिया था।
हाईकोर्ट की जस्टिस विवेक चौधरी और जस्टिस सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपने आदेश में कहा कि सरकार के पास यह शक्ति नहीं है कि वह धार्मिक शिक्षा के लिए बोर्ड का गठन करे या फिर किसी विशेष धर्म के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड बनाए। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने अपने आदेश में राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह राज्य के मदरसों में पढ़ रहे छात्रों को अन्य स्कूलों में व्यवस्थित करे। यह संपूर्ण घटनाक्रम न्यायिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और धार्मिक शिक्षा के क्षेत्र में न्यायिक निर्णयों का महत्व अत्यंत उच्च है।
अब गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ने का मौका देगी सरकार..
देश-विदेश: हरियाणा सरकार ने गरीब बच्चों को सामानता का अधिकार देने के लिए चिराग योजना शुरू की हैं। जिसमें गरीब घरों के बच्चों को भी प्राइवेट स्कूल में शिक्षा पाने का मौका मिलेगा। यही नहीं राज्य सरकार ने 45 निजी स्कूलों की लिस्ट भी जारी की है। साथ ही बच्चों को आवेदन के लिए अपील करने के लिए जन जागरण कार्यक्रम चलाने की बात भी कही है। चिराग योजना के तहत गरीब बच्चों का दाखिला प्राइवेट स्कूलों में होना निर्धारित किया गया है। ताकि हर बच्चा सामान रूप से शिक्षा ग्रहण कर सके।
सरकार उठाएगी खर्च..
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने एडमीशन की अंतिम तारीख जारी कर दी है। जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत एक लाख 80 हजार और उससे कम वार्षिक आय वाले अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला प्राइवेट स्कूल में करवा सकते हैं।आपके बच्चे का पूरा खर्च सरकार स्वयं उठाएगी। यानि परिजनों को कुछ भी खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने योजना में आवेदन करने के लिए 10 अप्रैल की तारीख निर्धारित की है। इसके बाद के आवेदन स्वीकार नहीं किये जाएंगे। साथ ही 12 अप्रैल को ये भी पता चल जाएगा कि चिराग योजना के तहत किस बच्चे का एडमीशन प्राइवेट स्कूल में हुआ है।
ये है पात्रता..
आपको बता दें कि इसके लिए सराकर ने आय प्रमाणपत्र मुख्य दस्तावेजों में शामिल किया है। योजना के तहत ऐसे बच्चे शामिल हो सकेंगे, जिनके माता-पिता की वार्षिक आय 2 लाख से कम है। लक्की ड्रा के तहत पूरी एडमीशन प्रक्रिया चलेगी। लोग चौथी से लेकर 12वीं कक्षा तक में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। दस्तावेजों की बात करें तो परिवार पहचान पत्र की जरूरत है, बिना इसके आवेदन नहीं किया जा सकता है। इसमें दर्ज आय को ही प्राथमिकता दी जाएगी।
क्या है आवेदन की प्रक्रिया..
हरियाणा के शिक्षा विभाग की तरफ से 45 निजी स्कूलों की एक लिस्ट जारी की गई थी, जिनमें एडमिशन के लिए आवेदन किए जा सकते हैं। बता दें कि इस योजना के तहत सिर्फ उन्हीं छात्रों का एडमिशन हो सकता है, जो अब तक सरकारी स्कूल में पढ़ रहे हैं. आवेदन के लिए आपको चिराग योजना का एक फॉर्म सरकार की वेबसाइट से निकालना होगा, इसके बाद तमाम दस्तावेज लगाकर उस स्कूल में जमा कराना होगा, जिसमें आप बच्चे का एडमिशन कराना चाहते हैं।
बीजेपी में शामिल हुए गौरव वल्लभ, कहा, मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता..
देश-विदेश: गौरव वल्लभ ने कांग्रेस से आज सुबह ही इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देते समय उन्होनें कहा था कि मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता। वहीं अब गौरव वल्लभ ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। बीजेपी मुख्यालय पहुंचक उन्होनें पार्टी की सदस्यता ली। पार्टी के महासचिव विनोद तावड़े ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। बीजेपी में शामिल होने से पहले अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर वल्लभ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा हूं। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह- शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता। इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
सनातन विरोधी बयानों से नाराज..
वहीं गौरव वल्लभ ने गठबंधन सहयोगियों के सनातन विरोधी बयानों पर पार्टी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए लिखा कि अयोध्या में भगवान राम की प्रतिष्ठा पर कांग्रेस पार्टी के रूख से मैं परेशान हूं। जन्म से हिंदू और पेशे से शिक्षक होने के नाते, पार्टी का यह रूख पार्टी और उसके गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन धर्म के खिलाफ बोलते हैं और इस मामले पर पार्टी की चुप्पी अप्रत्यक्ष स्वीकृति देने जैसी है।
कौन है गौरव वल्लभ?
गौरव वल्लभ 42 साल के है और जोधपुर जिले के पीपाड़ गांव के रहन वाले हैं। पीपाड़ में प्रारंभिक शिक्षा के बाद गौरव ने पाली के बांगड़ कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद महर्षि दयानन्द सरस्वती यूनिवर्सिटी अजमेर से ग्रेजुएशन की डिग्री ली और राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर से पीएचडी की। एजुकेशन के दौरान गौरव वल्लभ मेधावी छात्र रहे। कॉलेज के दिनों मे हर तरह के कॉम्पिटिशन मे वे हिस्सा लेते और अव्वल आते थे। बाद में गौरव जमशेदपुर के एक्सएलआरआई कॉलेज में प्रोफेसर बन गए। गौरव वल्लभ अर्थव्यवस्था के अच्छे जानकार हैं। वे कांग्रेस से जुड़कर राजनीति में आए। प्रखर वक्ता होने और तर्कशक्ति की नॉलेज के चलते उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया। 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होनें जमशेदपुर पूर्व सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वे चुनाव जीत नहीं पाए।
अकाली दल से नहीं बनी बात, भाजपा ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का किया ऐलान..
देश-विदेश: पंजाब की सभी 13 सीटों पर बीजेपी अकेले चुनाव लड़ेगी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इसकी जानकारी एक्स पर दी। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही थीं। मगर सुनील जाखड़ ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। एक्स पर जारी एक वीडियो में जाखड़ ने कहा कि भाजपा पंजाब में अकेली ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी। सुनील जाखड़ का कहना हैं कि भारतीय जनता पार्टी पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है। उन्होनें कहा कि लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के बाद भारतीय जनता पार्टी ने यह फैसला लिया है। जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने जो काम किए हैं, वे किसी से छिपे नहीं हैं। भाजपा नेता ने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों में किसानों की उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी गई है।
सीएम केजरीवाल से इस्तीफे की मांग, दिल्ली में BJP कार्यकर्ताओं का जोरदार प्रदर्शन..
देश-विदेश: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा ने दिल्ली मे विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल के सीएम पद से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि वे शराब घोटाले से ध्यान भटकाना चाहते हैं, वे कहते रहते हैं कि उन्हें (जेल से) आदेश मिल रहे हैं। केजरीवाल ईडी की हिरासत में ड्रामा कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देना होगा..
उन्होंने कहा कि मैंने एलजी और ईडी निदेशक को लिखित शिकायत दी है कि उन्होंने जो झूठा पत्र पेश किया है, उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए। जिस तरह से गैंगस्टर और जबरन वसूली करने वाले जेल से गिरोह संचालित करते हैं, वे सीएम कार्यालय को संचालित करना चाहते हैं। अरविंद केजरीवाल जैसा भ्रष्ट व्यक्ति सीएम नहीं बन सकता। उन्हें इस्तीफा देना होगा।
शराब घोटाले में क्या है गड़बड़ी, कैसे शुरू हुई जांच और कितने लोग हुए गिरफ्तार..
देश-विदेश: एक तरफ देश लोकसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है तो दूसरी तरफ दिल्ली की सियासत में एक बड़ा उफान देखने को मिला है। इस बार ये गाज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के ऊपर गिरी है। शराब घोटाले में सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। आजाद भारत में ऐसा कम ही हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री को इस तरह से गिरफ्तार किया गया हो। वहीं इससे पहले आप पार्टी को दो बड़े नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह पहले ही जेल जा चुके हैं। और अब अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की जा रही है। जहां केजरीवाल की गिरफ्तारी को आप के कार्यकर्ता भाजपा की साजिश बता रहे हैं तो वहीं कांग्रेस के भी कुछ नेताओं ने केजरीवाल को अपना समर्थन दिया है। देश भर में आप के कार्यकर्ता अपने मुखिया की गिरफ्तारी से नाराज है और जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। आइये जानते हैं कि शराब घोटाला क्या है।
क्या है दिल्ली की नई शराब नीति..
दिल्ली सरकार ने राज्य में नई शराब नीति को 17 नवंबर 2021 को लागू किया था।
इसके तहत राजधानी में 32 जोन बनाए गए और हर जोन में ज्यादा से ज्यादा 27 दुकानें खुलनी थीं।
इस तरह से कुल मिलाकर 849 दुकानें खुलनी थीं।
नई शराब नीति में दिल्ली की सभी शराब की दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया।
इसके पहले दिल्ली में शराब की 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं।
नई नीति लागू होने के बाद 100 प्रतिशत प्राइवेट हो गईं। सरकार ने तर्क दिया था कि इससे 3,500 करोड़ रुपये का फायदा होगा।
इसी के साथ एक और परिवर्तन देखने को यह मिला कि नई नीति के बाद शराब की दुकान के लिए जो लाइसेंस लगता था, उसकी फीस कई गुना बढ़ गई थी। तकनीकी भाषा में उसे एल 1 लाइसेंस कहते हैं जिसके लिए कोई दुकानदार पहले 2 लाख रुपये देते थे, बाद में पांच करोड़ तक देने पड़ रहे थे। लेकिन फिर विवाद इसलिए खड़ा हुआ क्योंकि नीति लागू होने के बाद राजस्व में भारी कमी के आरोप लगने लगे।
कैसे हुई मामले में जांच?
ये बात है साल 2022 की जब दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने आबकारी नीति में अनियमितता होने के संबंध में एक रिपोर्ट उपराज्यपाल को सौंपी थी। इसमें नीति में गड़बड़ी होने के साथ ही तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया था।
इस रिपोर्ट के आधार पर उपराज्यपाल ने नई आबकारी नीति (2021-22) के क्रियान्वयन में नियमों के उल्लंघन और प्रक्रियात्मक खामियों का हवाला देकर 22 जुलाई,2022 को सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इस पर सीबीआई ने सिसोदिया समेत 15 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इस आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
सीबीआई और ईडी का आरोप..
वहीं सीबीआई और ईडी का आरोप है कि आबकारी नीति को संशोधित करते समय अनियमितता की गई और लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया। इसमें लाइसेंस शुल्क माफ या कम किया गया। इस नीति से सरकारी खजाने को 144.36 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
वहीं मामले में जांच की सिफारिश करने के बाद 30 जुलाई 2022 को दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति को वापस लेते हुए पुरानी व्यवस्था बहाल कर दी थी।
दिल्ली शराब घोटाले में कौन-कौन गिरफ्तार.
वहीं अब तक इस मामले में जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उनमें विजय नायर, अभिषेक बोइनपल्ली, समीर महेंद्रू, पी सरथ चंद्रा, बिनोय बाबू, अमित अरोड़ा, गौतम मल्होत्रा, राघव मंगुटा, राजेश जोशी, अमन ढाल, अरुण पिल्लई, मनीष सिसोदिया, दिनेश अरोड़ा, संजय सिंह, के. कविता हैं । वहीं अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तारी से देशभऱ में प्रदर्शन..
केजरीवाल की गिरफ्तारी से देशभऱ में प्रदर्शन हो रहे हैं। उनके समर्थक खासा नाराज हैं। इस बीच दिल्ली के आईटीओ पर विरोध प्रदर्शन कर रहे आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
NEET PG 2024 परीक्षा का शेड्यूल जारी, इस दिन होगी परीक्षा..
देश-विदेश: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने परीक्षा की डेट घोषित कर दी है। बताया जा रहा है कि NMC ने राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा – स्नातकोत्तर (NEET PG) 2024 की परीक्षा 23 जून को कराने का फैसला लिया है। पहले यह परीक्षा 3 मार्च को होनी थी, लेकिन आयोग को संभावित उम्मीदवारों से कई आवेदन मिलने के बाद इसे 7 जुलाई तक के लिए टाल दिया गया था।
आपको बता दे कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने मेडिकल काउंसलिंग कमेटी, पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (PGMEB), स्वास्थ्य विज्ञान महानिदेशालय (DGHS) और राष्ट्रीय बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन फॉर मेडिकल साइंसेज (NBEMS) के साथ मिलकर आयोजित बैठक में यह फैसला लिया। हालांकि, इंटर्नशिप की समय सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। संशोधित समय-सारणी के अनुसार, एनएमसी 15 जुलाई तक NEET PG 2024 का रिजल्ट घोषित कर देगी। वहीं, NEET PG काउंसलिंग 5 अगस्त से शुरू होगी और 10 अगस्त तक चलेगी।
जारी शेड्यूल के अनुसार काउंसलिंग की प्रक्रिया 15 अक्टूबर को समाप्त होगी और 16 सितंबर से एकेडमिक सेशन शुरू होगा। नीट पीजी परीक्षा केवल अंग्रेजी भाषा में होगी आयोजित की जाएगी. एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड निर्धारित समय पर NMC की ओर से जारी किया जाएगा। वहीं नीट यूजी परीक्षा का आयोजन देश भर में निर्धारित केंद्रों पर 5 मई को किया जाएगा। परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी सहित विभिन्न 13 भाषाओं में की जाएगी। इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 16 मार्च 2024 तक चली थी। बता दें कि देश के एमडी, एमएस या स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए NEET PG प्रवेश परीक्षा पास करना जरूरी है। NEET PG 2024 की परीक्षा 800 अंकों की होगी। परीक्षा में कुल 200 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी। जिसके लिए अभ्यर्थियों को 3 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाएगा।
भारतीय डाक विभाग में मेगा भर्ती शुरू, पढ़िए पूरी खबर..
देश-विदेश: नौकरी की खोज कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर सामने आई है। हाल ही में भारतीय डाक विभाग ने मेगा भर्ती निकाली है। डाक विभाग में भर्ती कि विशेष सुचना जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है डाक विभाग की भर्ती के लिए ऑनलाइन माध्यम से मात्र आवेदन किए जा सकेंगे। इस भर्ती के लिए 10 वीं व 12 वीं पास कर युवा भी आवेदन कर सकते हैं। जारी किए गए विशेष सुचना के अनुसार इस भर्ती के लिए कंप्यूटर की जानकारी होना अनिवार्य है। जिसमें भर्ती द्वारा भरे जाने वाले पद सोर्टिंग असिस्टेंट, पोस्टमैन, मल्टी टास्किंग स्टाफ, ग्रामीण डाक सेवक के हैं। भर्ती योग्य उम्मीदवार भारतीय डाक विभाग की ऑफिशल साइट http://indiapost.gov.inपर जा कर आवेदन कर सकते हैं।