अगर एकता नहीं बनी, तो मुंबई अदाणी-लोढ़ा के हाथों में चली जाएगी- राज्यसभा सांसद संजय राऊत
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर ठाकरे परिवार की एकजुटता की संभावनाओं ने जोर पकड़ा है। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने संकेत दिए हैं कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे का एक मंच पर आना न केवल मराठी अस्मिता की वापसी का प्रतीक हो सकता है, बल्कि राज्य की दिशा भी बदल सकता है।
रविवार को सामना के साप्ताहिक कॉलम ‘रोक-ठोक’ में संजय राऊत ने लिखा कि अगर ठाकरे बंधु एक होते हैं, तो यह महाराष्ट्र के लिए नई शुरुआत होगी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि “पहले मुंबई को लूटो, फिर उसे केंद्रशासित प्रदेश बनाओ और अंततः विदर्भ को अलग राज्य घोषित कर महाराष्ट्र की एकता को तोड़ो” — यही भाजपा की रणनीति है। राऊत का दावा है कि भाजपा को न महाराष्ट्र की एकता की परवाह है, न ही मराठी पहचान की।
संजय राऊत ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पहले नागपुर में ‘विदर्भ मेरा राज्य है’ जैसे बैनर के साथ प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने चेताया कि अगर ठाकरे भाइयों की एकता अब नहीं बनी, तो मुंबई अदाणी और लोढ़ा जैसे उद्योगपतियों के हाथों में चली जाएगी और एक दिन महाराष्ट्र से भी अलग हो जाएगी।
उन्होंने ठाकरे भाइयों की एकता को मराठी जनता के लिए “आशा की किरण” बताया, लेकिन साथ ही आगाह किया कि यह केवल शुरुआत है। गठबंधन की औपचारिक घोषणा अब तक नहीं हुई है, लेकिन इसे जल्द होना चाहिए ताकि महाराष्ट्र को सही दिशा मिल सके।
राऊत ने कहा कि मराठी जनता को सबसे पहले मुंबई और ठाणे को बचाने की लड़ाई लड़नी होगी, खासकर आगामी नगर निकाय चुनावों को देखते हुए। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग सोचते हैं कि ठाकरे दबाव में आ जाएंगे, वे भ्रम में हैं।
गौरतलब है कि 5 जुलाई को दोनों भाई करीब दो दशकों बाद एक मंच पर आए थे, जब राज्य सरकार ने स्कूलों में हिंदी थोपने से जुड़े दो आदेश वापस लिए। इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने कहा, “हम साथ आए हैं और साथ ही रहेंगे,” जिससे मराठी राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
दक्षिण भारतीय सिनेमा ने खोया एक अनमोल सितारा, अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का 83 वर्ष की उम्र में निधन
750 से अधिक फिल्मों में निभाई यादगार भूमिकाएं
हैदराबाद। दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के चर्चित और बहुआयामी अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव अब हमारे बीच नहीं रहे। 83 वर्ष की उम्र में उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म जगत और उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई है। अभिनेता ने चार दशक से भी ज्यादा लंबे करियर में 750 से अधिक फिल्मों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई और दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी।
उनके निधन पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “कोटा श्रीनिवास राव की कलात्मक यात्रा अविस्मरणीय है। उनका जाना तेलुगु सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है।” नायडू ने यह भी याद किया कि राव न सिर्फ कला क्षेत्र में बल्कि राजनीति में भी सक्रिय रहे और 1999 में विधायक के रूप में विजयवाड़ा की जनता की सेवा की।
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर कोटा श्रीनिवास की एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें वे बेहद कमजोर नजर आए थे। उनके पैर में चोट के निशान और पट्टी बंधी हुई थी, जिससे उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता गहराने लगी थी।
सिनेमा का बहुमुखी चेहरा
1978 में फिल्म ‘प्राणम खरीदु’ से अभिनय की शुरुआत करने वाले राव ने विलेन, कॉमेडियन और चरित्र अभिनेता के रूप में हर रोल में अपनी छाप छोड़ी। उन्हें नौ बार नंदी अवॉर्ड और 2015 में पद्म श्री से नवाजा गया। उनकी यादगार फिल्मों में ‘दम्मू’, ‘सन ऑफ सत्यमूर्ति’ और ‘डेंजरस खिलाड़ी’ जैसी हिट फिल्में शामिल हैं।
राजनीतिक जीवन भी रहा प्रभावशाली
कोटा श्रीनिवास राव ने 1999 से 2004 तक आंध्र प्रदेश विधानसभा में विजयवाड़ा ईस्ट सीट से बतौर विधायक अपनी सेवाएं दीं। जनता के बीच उनकी सादगी और स्पष्टवादिता को खूब सराहा गया।
चारों नामित व्यक्तित्वों के योगदान को बताया अनुकरणीय और प्रेरणास्रोत
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को मनोनीत किया, जिनमें पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम, केरल के समाजसेवी सी. सदानंदन मास्टर और इतिहासकार मीनाक्षी जैन शामिल हैं। इन नामों की घोषणा गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में की गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चारों नामित सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाला बताया। उन्होंने कहा कि ये नामांकन न केवल व्यक्तिगत सम्मान हैं, बल्कि भारत के समृद्ध लोकतंत्र में विविध अनुभव और दृष्टिकोण को शामिल करने का प्रतीक भी हैं।
चारों नामित सदस्यों पर पीएम मोदी की प्रतिक्रियाएं:
उज्ज्वल निकम – प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें एक प्रखर विधिवेत्ता बताया जो कानून और संविधान के प्रति पूरी निष्ठा रखते हैं। 26/11 जैसे मामलों में उनके योगदान को याद करते हुए उन्होंने कहा, “न्याय की प्राप्ति में उनकी भूमिका अनुकरणीय रही है।”
हर्षवर्धन श्रृंगला – पीएम मोदी ने उन्हें एक श्रेष्ठ कूटनीतिज्ञ और रणनीतिक सोच वाला व्यक्तित्व बताया। उन्होंने कहा कि विदेश नीति में श्रृंगला का अनुभव राज्यसभा को वैश्विक मुद्दों पर नई दृष्टि देगा।
सी. सदानंदन मास्टर – प्रधानमंत्री ने उनके जीवन को साहस, सेवा और शिक्षा का प्रतीक बताया। दोनों पैर खोने के बावजूद समाजसेवा का मार्ग न छोड़ना, उन्हें असाधारण बनाता है।
मीनाक्षी जैन – पीएम मोदी ने उन्हें गंभीर शोधकर्ता और इतिहासविद के रूप में सम्मानित किया और कहा कि उनका राज्यसभा में होना भारत की शैक्षणिक और बौद्धिक संपदा को मजबूती देगा।
संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत हुआ नामांकन
राष्ट्रपति मुर्मू ने यह नामांकन संविधान के अनुच्छेद 80(1)(क) के खंड (3) के तहत किया है, जिसके अंतर्गत विशिष्ट क्षेत्रों में अनुभव रखने वाले व्यक्तियों को राज्यसभा में मनोनीत किया जाता है। ये नामांकन पूर्व सदस्यों की सेवानिवृत्ति के बाद रिक्त हुई सीटों के स्थान पर किए गए हैं।
अहमदाबाद विमान हादसे पर AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी
हादसे के एक महीने बाद सामने आई जांच रिपोर्ट
नई दिल्ली। 12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। इस त्रासदी में 260 लोगों की जान चली गई, जिनमें 229 यात्री, 12 क्रू सदस्य और 19 जमीन पर मौजूद नागरिक शामिल थे। एक महीने बाद अब इस हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने जारी की है। रिपोर्ट सामने आते ही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू समेत कई प्रमुख नेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
रिपोर्ट पर क्या बोले उड्डयन मंत्री?
केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि यह केवल प्रारंभिक रिपोर्ट है, अंतिम नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि एएआईबी एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है और वह अपनी रिपोर्ट पर पूरी तरह से स्वतंत्र रूप से काम कर रही है। मंत्रालय फिलहाल इस रिपोर्ट में सामने आई जानकारियों का गहराई से विश्लेषण कर रहा है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष AAIB की फाइनल रिपोर्ट के बाद ही निकाला जाएगा।
सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
नायडू ने भारत की एविएशन इंडस्ट्री की सराहना करते हुए कहा कि देश के पास विश्वस्तरीय पायलट और क्रू हैं, जो हर परिस्थिति में बेहतरीन कार्य करते हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार इस हादसे की हर बारीकी से जांच कर रही है और अंतिम रिपोर्ट के आधार पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उड़ान सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल की प्रतिक्रिया
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने भी कहा कि यह रिपोर्ट केवल एक प्रारंभिक कदम है। फाइनल रिपोर्ट आने तक किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि मंत्रालय रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं करता और पूरी पारदर्शिता से जांच हो रही है।
शाहनवाज हुसैन ने क्या कहा?
भाजपा नेता और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने AAIB की इस रिपोर्ट को ‘चौंकाने वाला’ बताया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक निष्कर्षों से यह स्पष्ट होता है कि विमान के इंजन को ईंधन की आपूर्ति बाधित हो रही थी, जो बेहद गंभीर मसला है। उन्होंने व्यापक और बहु-स्तरीय जांच की मांग की है ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न दोहराई जाएं।
राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी अहम- पीएम मोदी
नई दिल्ली। शनिवार को देश के 47 शहरों में आयोजित रोजगार मेले के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से युवाओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता पारदर्शी और ईमानदार भर्ती प्रक्रिया है। उन्होंने दोहराया, “बिना पर्ची, बिना खर्ची” का मंत्र आज की सरकारी भर्तियों की पहचान बन गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक लाखों युवाओं को रोजगार मेलों के माध्यम से नौकरी मिल चुकी है, जो आज राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
“युवा बढ़ाएंगे देश की विकास गति”
पीएम मोदी ने कहा कि आज नियुक्त हुए युवा आने वाले समय में रक्षा, विकास, वित्तीय समावेशन और औद्योगिक प्रगति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में देश को नई दिशा देंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि ये युवा भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
“राष्ट्र सेवा ही सबसे बड़ा कर्तव्य”
प्रधानमंत्री ने कहा कि विभाग अलग हो सकते हैं, लेकिन सभी की मंज़िल एक ही है – देश की सेवा। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि रोजगार मेलों ने यह विश्वास मज़बूत किया है कि आज सरकारी नौकरी केवल योग्यता के दम पर मिल सकती है।
आम्रपाली योजना के पास झाड़ियों में मिली महिला, हालत गंभीर
स्थानीय लोगों की सतर्कता से बची जान, पुलिस कर रही छानबीन
उत्तर प्रदेश। एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां जमानत पर छूटे एक आरोपी ने उसी महिला को दोबारा अपना शिकार बनाया, जिसके साथ पहले भी वह दुष्कर्म कर चुका था।
आरोपी ने पीड़िता का अपहरण कर दुबारा दुष्कर्म किया। जब महिला ने विरोध किया, तो आरोपी ने उसकी बेरहमी से पिटाई की और फिर हाथ-पैर बांधकर उसे मरणासन्न अवस्था में आम्रपाली योजना के पास झाड़ियों में फेंक दिया।
स्थानीय लोगों ने झाड़ियों में पड़ी महिला को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है, और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। यह मामला न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जमानत पर छूटे अपराधियों की निगरानी कितनी जरूरी है।
शिव पूजन के साथ प्रदेशवासियों के आरोग्य और शांति के लिए की प्रार्थना
गोरखपुर। सावन मास के पहले दिन शुक्रवार की सुबह मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धा और आस्था के साथ रुद्राभिषेक एवं वैदिक हवन अनुष्ठान संपन्न किया।
मुख्यमंत्री योगी ने शक्तिपीठ स्थित मंदिर में भगवान शिव का जल, दूध, ऋतुफल रस, बेलपत्र, दुर्वा और कमल पुष्प आदि से विधिवत रुद्राभिषेक किया। इस दौरान मठ के आचार्यगणों और पुरोहितों ने शुक्ल यजुर्वेद की रुद्राष्टाध्यायी के मंत्रों के साथ अनुष्ठान सम्पन्न कराया।
रुद्राभिषेक और हवन के पश्चात मुख्यमंत्री ने संपूर्ण विश्व के कल्याण और प्रदेशवासियों के आरोग्य, सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।
प्रशासन सख्त, ताड़ी की दुकानों पर छापेमारी और सैंपल की जांच शुरू
हैदराबाद। हैदराबाद में मिलावटी ताड़ी पीने से बढ़ती बीमारियों और मौतों ने हड़कंप मचा दिया है। अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं। प्रारंभिक जांच में ताड़ी में विषाक्त पदार्थ की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने चार संदिग्ध मौतों का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रभावित लोगों ने 6 से 8 जुलाई के बीच कुकटपल्ली, बालानगर और आसपास के क्षेत्रों में ताड़ी का सेवन किया था। इसके बाद इन्हें तेज उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत हुई। कई मरीजों की हालत इतनी गंभीर हो गई कि उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पहले इन मामलों को साधारण फूड पॉयजनिंग समझा गया, लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या ने अधिकारियों को सतर्क कर दिया।
31 मरीज सरकारी अस्पताल में भर्ती
हैदराबाद के निज़ाम्स इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NIMS) में 31 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि छह अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। डॉक्टरों के अनुसार अधिकतर को तेज संक्रमण और पेट से जुड़ी गंभीर दिक्कतें हैं। कुछ मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें आईसीयू में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।
मौत का कारण स्पष्ट नहीं
साइबराबाद पुलिस ने चार संदिग्ध मौतों की एफआईआर दर्ज की है। हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ताड़ी ही मौत का एकमात्र कारण है या नहीं, यह पोस्टमॉर्टम और फोरेंसिक जांच रिपोर्ट के बाद ही कहा जा सकेगा। सभी शवों के विसरा नमूने परीक्षण के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं।
ताड़ी की दुकानों पर प्रशासन का शिकंजा
घटना के बाद प्रशासन ने संबंधित ताड़ी की दुकानों को सील कर दिया है। उत्पाद विभाग ने दुकानों से ताड़ी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। शुरुआती अनुमान है कि ताड़ी में किसी रासायनिक या विषैले तत्व की मिलावट की गई हो सकती है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
पांच लोग हिरासत में, पूछताछ जारी
उत्पाद विभाग ने इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है कि यह घटना जानबूझकर की गई साजिश थी या लापरवाही का नतीजा। पुलिस ने संकेत दिया है कि जांच के आधार पर और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। फिलहाल मामला स्वास्थ्य, पुलिस और प्रशासन के संयुक्त समन्वय से सुलझाया जा रहा है।
जनता से अपील
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनधिकृत या संदिग्ध स्रोत से ताड़ी या देसी शराब न खरीदें और संदिग्ध मामलों की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दें।
सुबह 9:04 बजे हिली धरती, रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई तीव्रता
नई दिल्ली। गुरुवार सुबह दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। करीब 10 सेकंड तक धरती हिलती रही, जिससे लोग घबराकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले के पास स्थित था।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, सुबह 9:04 बजे झज्जर से करीब 10 किमी उत्तर में रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। झज्जर में दो बार झटके महसूस किए गए—पहला 9:07 बजे और दूसरा 9:10 बजे।
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, बहादुरगढ़, भिवानी सहित NCR के कई शहरों में कंपन महसूस हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले झटके के बाद वे घरों से बाहर आ गए। हालांकि किसी जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है।
लोगों की प्रतिक्रिया:
बहादुरगढ़ के निवासी रमेश कुमार ने बताया, “सुबह बिस्तर अचानक हिलने लगा। हम डर गए और तुरंत बाहर निकल आए।” गुरुग्राम के एक व्यक्ति ने कहा, “हम चाय पी रहे थे, तभी तेज झटका महसूस हुआ और सभी लोग घबराकर इमारत से बाहर भागे।”
दिल्ली मेट्रो पर असर:
एहतियातन SOP के तहत दिल्ली मेट्रो की ट्रेनों को 2-3 मिनट के लिए रोका गया। एक यात्री ने बताया, “ट्रेन अचानक रुकी, लेकिन झटका महसूस नहीं हुआ।”
प्रशासन व नेताओं की प्रतिक्रिया:
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर सूचित किया कि भूकंप के कारण किसी भी तरह की क्षति की खबर नहीं है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर सभी की सुरक्षा की कामना की।
पीएम मोदी और सीएम भूपेंद्र पटेल ने जताया दुख
मृतकों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार की सहायता का एलान
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ, जब आणंद और पादरा को जोड़ने वाला 45 साल पुराना गम्भीरा पुल अचानक टूट गया। पुल के ऊपर से गुजर रहे चार वाहन – दो ट्रक, एक बोलेरो SUV और एक पिकअप वैन – सीधा महिसागर नदी में गिर गए। इस हादसे में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि नौ अन्य को सुरक्षित बचा लिया गया है।
घटना के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुल ढहने से पहले एक तेज आवाज सुनाई दी थी, और देखते ही देखते कई वाहन नदी में समा गए। मौके पर फायर ब्रिगेड, जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें तेजी से पहुंचीं। स्थानीय नागरिकों ने भी बचाव कार्य में हाथ बंटाया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर शोक जताते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने का एलान किया है।
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा कि आखिर क्यों बार-बार पुलों की गुणवत्ता को लेकर लापरवाही बरती जा रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पुल वर्षों से जर्जर हालत में था और कई बार इसकी मरम्मत की मांग की गई थी, लेकिन प्रशासन ने अनदेखी की। एक निवासी ने कहा, “यह पुल न केवल हादसों के लिहाज से खतरनाक था, बल्कि आत्महत्या की घटनाएं भी यहां होती रही हैं। कई बार चेतावनियां दी गईं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।”