देश में 24 घंटे में मिले 3,712 कोरोना संक्रमित, 5 की मौत..
देश-विदेश: कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। देश में करीब 22 दिनों के बाद मामले 3 हजार के आंकड़े को पार कर गए। 24 घंटे में देश में 3 हजार 712 नए मरीज मिले। जबकि इस दौरान 5 कोविड संक्रमितों की मौत हुई। नए आंकड़ों को मिलाकर देश में कोरोना मरीजों की संख्या 4 करोड़ 31 लाख 64 हजार 544 पर पहुंच गई है। वहीं, अब तक 5 लाख 24 हजार 641 मरीज जान गंवा चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना हैं कि गुरुवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 19,509 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.05 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,123 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.74 प्रतिशत है। जिसमें दैनिक संक्रमण दर 0.84 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.67 प्रतिशत है। देश में अभी तक कुल 4,26,20,394 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 193.70 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
एक ही या मिश्रित टीकों की तीन खुराक महामारी से बचाव में समान रूप से कारगर..
देश-विदेश: कोरोना महामारी से निपटने के लिए विकसित टीकों के असर को लेकर अब तक के सबसे बड़े अध्ययन की रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें दावा किया गया है कि एक ही तरह के कोविड टीके की तीन खुराक या मिश्रित टीकों की एक खुराक महामारी से बचाव में समान रूप से कारगर है। ये खुराक कोरोना के विभिन्न वैरिएंट्स से भी बचाव में प्रभावी हैं। अध्ययन के नतीजों में कहा गया है कि खुराक की संख्या इम्युनिटी बढ़ाने में निर्णायक भूमिका अदा करती है, बजाए अलग अलग वैक्सीनों की मिश्रित खुराक के। इस अध्ययन से स्वास्थ्य एजेंसियों को भविष्य में निर्णय लेने में सुविधा होगी।
शोधकर्ताओं का कहना हैं कि कोविड-19 के लिए एक ही टीके की प्रभावशीलता सबको स्पष्ट है, जबकि मिश्रित टीकों के असर को लेकर स्पष्टता कम है, खासकर बुजुर्गों और प्रतिरक्षा में अक्षम लोगों के मद्देनजर। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड संक्रमण और इससे मौतों में तीव्र गिरावट के बावजूद टीके की प्रतिरोधक क्षमता कम होने और नए वैरिएंट की आशंका को देखते हुए यह समझना महत्वपूर्ण है कि कौन से वैक्सीन कॉम्बिनेशन सबसे प्रभावी हैं।
चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के 38 कोविड-19 डाटाबेस का विश्लेषण किया। इसमें कोविड वैक्सीन के स्वीकृत 24 मिश्रित टीकों और सात अलग-अलग वैक्सीन लेने वाले 10 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों को शामिल करते हुए 53 परीक्षण किए।
शोधकर्ताओं के अनुसार एमआरएनए वैक्सीन की तीन खुराक कोविड संक्रमण रोकने में सबसे प्रभावी पाई गई। इसी तरह कोई भी समान या अलग अलग तीन खुराकें भी संक्रमण रोकने में तुलनात्मक रूप से अच्छी तरह से काम करती हैं। इतना ही नहीं ये कोरोना के विभिन्न वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी हैं। एक ही वैक्सीन की तीन खुराक को सजातीय खुराक माना जाता है, जबकि तीसरी खुराक यदि पहले ली गई दो खुराकों से अलग हो तो उसे विषम खुराक कहा जाता है। अध्ययन में यह भी पाया गया है कि किसी भी एमआरएनए वैक्सीन की तीन खुराक कम गंभीर संक्रमण से बचाव में सबसे ज्यादा यानी 96 फीसदी प्रभावी है। यह अस्पताल में भर्ती होने की जोखिम 95 फीसदी तक कम करने में सबसे ज्यादा असरकारी है।
नाव में सवार होकर श्रीलंका से भारत पहुंचे तीन शरणार्थी..
देश-विदेश: श्रीलंका इन दिनों आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। सत्ता परिवर्तन होने के बाद भी यहां महंगाई चरम पर है। ऐसे में कई श्रीलंकाई नागरिक शरणार्थी के तौर पर भारत पहुंच रहे हैं। इस बीच सामने आया है कि श्रीलंका के तीन और नागरिक नाव में सवार होकर भारत पहुंचे। बताया जा रहा है कि ये श्रीलंकाई नागरिक पेसलाई, कोलंबो और मन्नार जिले के हैं। जिन्हें बोट के जरिए भारत के रामेश्वरम धनुषकोडी पहुंचाया गया। पुलिस का कहना हैं कि ये व्यक्ति शरणार्थी के रूप में भारत पहुंचे हैं। हालांकि, पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है और इनसे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार, इस संबंध में रामनाथपुरम एसपी स्पेशल ब्रांच और क्यू ब्रांच पुलिस की ओर से जांच की जा रही है।
15 जून को रिलीज होगा ब्रह्मास्त्र फिल्म का ट्रेलर..
देश-विदेश: अयान मुखर्जी और रणबीर कपूर की आने वाली फिल्म ब्रह्मास्त्र, के लिए विशाखापट्टनम पहुंचे हैं। इस दौरान दोनों की तस्वीरें और वीडियोज खूब वायरल हो रही हैं। फैंस दोनों का दिल खोलकर स्वागत कर रहे हैं। विशाखापट्टनम में पहुंचने के बाद गुलाब के फूलों और माला पहनाकर दोनों का फैंस ने भव्य स्वागत किया। इसी बीच अयान मुखर्जी ने ये घोषणा कर दी है कि उनकी आने वाली बहुचर्चित फिल्म ब्रह्मास्त्र का ट्रेलर 15 जून को रिलीज होने वाला है।
बता दे कि सुपरस्टार रणबीर कपूर, एस.एस. राजामौली और निर्देशक अयान मुखर्जी ने ब्रह्मास्त्र पार्ट वन: शिवा के बहुप्रतीक्षित ट्रेलर की तारीख की घोषणा करके बेसब्री से इंतजार कर रहे फैंस को चौंका दिया है। ब्रह्मास्त्र के एक्टर्स के लुक्स सामने आने के बाद फैंस इस बहुप्रतीक्षित फिल्म के ट्रेलर का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि ऐसा पहली बार होगा जब इस फिल्म में आलिया भट्ट और रणबीर कपूर एकसाथ नजर आयेंगे। मेकर्स ने रणबीर-आलिया की शादी के दौरान फिल्म का गाना केसरिया का टीजर रिलीज करके दोनों को तोहफा भी दिया था।
हाल ही में अयान मुखर्जी ने अपनी साई-फाई फिल्म ब्रह्मास्त्र का टीजर जारी किया है। टीजर में रणबीर और आलिया के अलावा मौनी रॉय, अमिताभ बच्चन और नागार्जुन की एक झलक देखने को मिली है। टीजर में मौनी और रणबीर के बीच जंग सी होती दिख रही है। मौनी राय का अंदाज भी काफी क्रूर लग रहा है। रणबीर कपूर खून से लथपथ नजर आ रहे हैं तो वहीं आलिया भट्ट काफी सहमी सी लग रही हैं। धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनी ये फिल्म 9 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। शादी के बाद रणबीर और आलिया की एकसाथ पहली फिल्म होने की वजह से दर्शक फिल्म में दोनों का रोमांस देखने के लिए बेताब हैं।
महाराष्ट्र में मां ने छह बच्चों को कुएं में फेंककर मार डाला..
देश-विदेश: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड़ तालुका में बीती रात एक महिला ने अपने छह बच्चों को कुएं में फेंक कर मार डाला। महिला ने ससुराल वालों द्वारा उसके साथ मारपीट किए जाने से दुखी होकर यह खौफनाक कदम उठाया। बता दे कि घटना मुंबई से 100 किलोमीटर दूर महाड तालुक के खारावली गांव में हुई। पुलिस के अनुसार मृत बच्चों में पांच लड़कियां शामिल हैं। मृत बच्चों की उम्र 18 माह से 10 साल के बीच है। सूचना मिलते ही पुलिस व बचाव दल मौके पर पहुंचे और छहों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। महिला से पूछताछ की जा रही है। घटना के विस्तृत विवरण का इंतजार है।
आपको बात दे कि इसी तरह इससे पूर्व यूपी के जौनपुर जिले के जफराबाद थाना क्षेत्र के नेपुरा गांव में इसी साल अप्रैल में एक पिता ने मासूम बेटे और बेटी को कुएं में फेंक मार डाला था। कई घंटे बाद जब पत्नी ने बच्चों के बारे में पूछा था तो उसने इसकी जानकारी दी। नेपुरा गांव में इरफान चार-पांच साल पहले सऊदी अरब से आया था। महाराष्ट्र के लातुर जिले में भी ऐसी घटना सामने आई थी। वहां, एक मां ने अपने दो साल के बेटे को कुएं में फेंक दिया था। पति के साथ विवाद के बाद महिला ने यह कदम उठाया था
कश्मीर में आतंकियों ने हिंदू महिला शिक्षक की गोली मारकर की हत्या..
देश-विदेश: जम्मू-कश्मीर के आतंकियों ने कुलगाम जिले के गोपालपोरा इलाके में एक हाईस्कूल की हिंदू महिला शिक्षक पर आतंकियों ने हमला कर दिया। गोली लगने से महिला शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षाबल के जवान मौके पर पहुंचे और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। आतंकी की तलाश की जा रही है। आपको बता दे कि कुलगाम के गोपालपोरा इलाके में मंगलवार को एक शिक्षिका पर आतंकियों ने गोलीबारी की। शिक्षिका की पहचान रजनी पत्नी राज कुमार के तौर पर हुई है। वह जम्मू संभाग के जिला सांबा की रहने वाली थी। पुलिस का कहना है कि इस जघन्य आतंकी अपराध में शामिल आतंकियों की जल्द ही पहचान कर उन्हें मार गिराया जाएगा।
बता दे कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने शिक्षिका की हत्या पर दुख जताया। उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘बेहद दुखद है। निर्दोष नागरिकों पर किए गए हालिया हमलों की एक लंबी सूची में यह एक और टारगेट किलिंग है। निंदा और शोक के शब्द खोखले होते जा रहे हैं। सरकार से बस आश्वासन ही मिल रहा है कि वो स्थिति सामान्य होने तक चैन से नहीं बैठेंगे।
कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को मिलेगा पांच लाख का मुफ्त इलाज, हर महीने मिलेंगे 4000..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना की शुरुआत की हैं। कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को सशक्त बनाने के लिए इस योजना का आंरभ किया गया हैं। इसमें अनाथ बच्चों के बैंक खातों में पीएम केयर्स फंड से छात्रवृत्ति भेजी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सरकार अनाथ बच्चों के साथ है। हम बच्चों की हर तरह से मदद करेंगे। पीएम मोदी का कहना हैं कि मैं आपसे परिवार के सदस्य के तौर पर बात कर रहा हूं। मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना कठिन है। जो चला जाता है, उसकी हमारे पास सिर्फ चंद यादें ही रह जाती हैं, लेकिन जो रह जाता है उसके सामने चुनौतियां का अंबार लग जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन्स, कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है। यह इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है। बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए उनके घर के पास ही सरकारी या प्राइवेट स्कूलों में उनका दाखिला कराया जा चुका है। अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स के लिए, हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें भी मदद करेगा। रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से ऐसे बच्चों के लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है। ऐसे बच्चे जब अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करेंगे, तो आगे भविष्य के लिए और भी पैसों की जरूरत होगी। इसके लिए 18-23 साल के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब आप 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपये आपको एक साथ मिलेंगे। साथ ही अगर कोई बच्चा बीमार पड़ता है तो उसे इलाज के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से आपको आयुष्मान हेल्थ कार्ड दिया जा रहा है, इससे पांच लाख तक इलाज की मुफ्त सुविधा रहेगी।
विदेश मंत्री ने किया कॉन्क्लेव का उद्घाटन..
देश-विदेश: विदेश मंत्री एस जयशंकर, बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दलु मोमेन व सीएम हेमंता बिस्वा सरमा ने असम के गुवाहाटी में एशियन कॉन्फ्लुएंस रिवर कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। इस दौरान असम के सीएम सरमा ने कहा, पूर्वोत्तर एशिया के लिए भारत का प्रवेश द्वार है। हमारी सरकार न केवल इस क्षेत्र के लिए बल्कि एशियाई देशों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी असम को एक औद्योगिक केंद्र बनाने के लिए काम कर रही है। बता दे कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग दोनों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी जरूरी है, जो मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, हम एशियन कॉन्फ्लुएंस में इसके मूल उद्देश्यों- बेहतर कनेक्टिविटी, संस्कृति और क्षमता में बढ़ोतरी के लिए एक साथ आए हैं। लोगों को अधिक उपयुक्त तरीके से कैसे जोड़ा जाए, ये चर्चा का सही विषय है। ऐसा करने से हमारी सफलता हमारी समृद्धि को निर्धारित करेगी।
विदेश मंत्री का कहना हैं कि ‘ऐक्ट ईस्ट’ और ‘पड़ोस प्रथम’ नीतियों के एक साथ आने से भारत के लिए दक्षिण एशिया की सीमाओं से परे भी व्यापक प्रभाव होगा। उन्होंने कहा कि म्यांमार के माध्यम से भूमि संपर्क और बांग्लादेश के माध्यम से समुद्री संपर्क वियतनाम तथा फिलीपीन के लिए सभी रास्ते खोल देगा।
एक बार जब यह वाणिज्यिक स्तर पर व्यवहार्य हो जाएगा तो यह महाद्वीप के लिए व्यापक परिणामों के साथ एक पूर्व-पश्चिम पहलू का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा कि यह न केवल आसियान देशों और जापान के साथ साझेदारी निर्माण करेगा, बल्कि निर्माणाधीन हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा में भी वास्तव में फर्क लाएगा। यदि हम राजनीति और अर्थशास्त्र को सही कर सके तो यह निश्चित रूप से भूगोल पर जीत पाने और इतिहास को फिर से लिखने की हमारी क्षमता के दायरे में है। उन्होंने कहा कि आसियान देशों और उससे आगे तक पहुंच में सुधार के लिए बांग्लादेश, नेपाल, भूटान तथा म्यांमा के साथ संपर्क बढ़ाकर इस दृष्टिकोण को सफलतापूर्वक साकार किया जा सकता है।
टेस्ला की भारत में एंट्री पर मस्क ने तोड़ी चुप्पी..
देश-विदेश: अमेरिका की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला की भारत में एंट्री को लेकर लंबे समय से चर्चाएं जारी हैं। अब कंपनी के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने देश में प्लांट लगाने में हो रही देरी को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। मस्क का कहना हैं कि आखिर भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने को लेकन उनकी क्या तैयारी है और उन्होंने अपने कदम पीछे क्यों खींचे हैं। आपको बता दे कि एलन मस्क ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं और उनके ट्वीट लगातार सुर्खियों में रहते हैं। अब ट्विटर पर एक यूजर के द्वारा टेस्ला के बारे में पूछे जाने पर मस्क ने कहा है कि टेस्ला ऐसी किसी भी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापति नहीं करेगी, जहां पर हमें पहले ही कार बेचने और सर्विस मुहैया कराने की इजाजत नहीं मिलेगी।
बता दें कि केंद्र सरकार एलन मस्क को भारत में टेस्ला के प्लांट लगाने का न्यौता दे रही है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था टेस्ला भारत में अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाती है, तो कोई सरकार को समस्या नहीं है, लेकिन उसे चीन से कारों का आयात नहीं करना चाहिए। जबकि मस्क देश में पहले कारों की बिक्री और बाद में प्लांट लगाने की बात कर रहे हैं। एलन मस्क पहले भी ट्विटर के जरिए भारत में इलेक्ट्रिक कार टेस्ला की एंट्री में देरी को लेकर अपनी बात रख चुके हैं। अरबपति कारोबारी ने बीते दिनों भारत में इम्पोर्ट ड्यूटी समेत अन्य परेशानियों का सामना करने की बात कही थी। 16 जनवरी को किए गए ट्वीट में उन्होंने भारत में अपनी कार लॉन्च न कर पाने की वजह बताते हुए कहा था कि कंपनी फिलहाल भारत सरकार के साथ काफी चुनौतियों पर काम कर रही है। उन्होंने ट्वीट किया था कि वह सरकार से विभिन्न मुद्दे सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
2030 तक भारत बनेगा ड्रोन हब-पीएम मोदी..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय ड्रोन महोत्सव 2022 का दिल्ली के प्रगति मैदान में शुक्रवार को उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री का कहना हैं कि मैं ड्रोन प्रदर्शनी से प्रभावित हूं। 2030 तक भारत ड्रोन हब बनेगा। यह उत्सव सिर्फ ड्रोन का नहीं, यह नए भारत-नई गवर्नेंस का उत्सव है। ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर भारत में जो उत्साह देखने को मिल रहा है, वो अद्भुत है। ये जो ऊर्जा नजर आ रही है, वो भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है। पीएम ने कहा, यह ऊर्जा भारत में रोजगार सृजन के एक उभरते हुए बड़े सेक्टर की संभावनाएं दिखाती है। उनका कहना हैं कि आठ वर्ष पहले यही वो समय था, जब भारत में हमने सुशासन के नए मंत्रों को लागू करने की शुरुआत की थी।