देश में कोरोना के नए वैरिएंट की एंट्री, कर्नाटक में मिले दो मामले..
देश-विदेश: दुनिया के कई देशों में सामने आ रहे कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन दहशत मचा दी है। अब देश में भी ओमिक्रॉन की एंट्री हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं। दोनों मामले कर्नाटक मे मिले हैं। इनमें एक संक्रमित की उम्र 66 और दूसरे की 46 साल है।
जिसकी रिपोर्ट बुधवार को देर रात मिली। दोनों का इलाज चल रहा है और उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना हैं कि हमें डर या भय का माहौल नहीं बनाना है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वैक्सीन को अपनाना है। सरकार हालत पर नजर बनाए हुए है। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल का कहना हैं कि लगभग 29 देशों में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 373 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके पांच गुना और संक्रामक होने की आशंका है।
यूरोप में कोरोना के सबसे अधिक मामले..
दुनिया भर में समग्र रूप से देखे जा रहे मामलों में सबसे अधिक वृद्धि यूरोप में हुई है। यहां पिछले एक सप्ताह में दुनिया के 70 फीसदी मामले सामने आए हैं। 28 नवंबर को समाप्त सप्ताह में यूरोपीय क्षेत्र में लगभग 2.75 लाख नए मामले और 31,000 से अधिक मौतें दर्ज की गईं। इसकी तुलना में दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र जिसमें भारत और 11 अन्य देश शामिल हैं, वहां पिछले एक सप्ताह में केवल 1.2 लाख मामले दर्ज किए गए। दुनिया के कुल मामलों का केवल 3.1 फीसदी है। दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में मामलों में कमी दर्ज की जा रही है।
लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। हालांकि दो राज्यों में अभी भी संक्रमण के आंकड़े अधिक हैं। केरल और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य हैं जहां 10,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं। देश के 55 फीसदी मामले इन दो राज्यों में दर्ज किए गए हैं। लव अग्रवाल का कहना हैं कि टीकाकरण की दूसरी खुराक में वृद्धि हुई है। देश भर में टीकाकरण की संख्या बढ़ाने के लिए कई पहल की गई हैं। यूरोप क्षेत्र में बढ़ रहे कोरोना वायरस मामलों की संख्या, वैश्विक कोविड 19 मामलों के 70 फीसदी इसी क्षेत्र में दर्ज किए गए हैं।
उत्तर भारत की इन जगहों पर उठाएं बर्फबारी का लुत्फ..
देश-विदेश: सर्दियों का मौसम आ गया है। बर्फ के सुंदर दृश्यों को देखने और अनोखे अनुभव के लिए लोग कई ऐसी जगहों पर जाने का प्लान बनाते हैं, जहां बर्फबारी होती हैं। गर्म चाय की चुस्की लेते हुए आप न केवल सुंदर बर्फ से ढके पहाड़ों की प्रशंसा कर सकते हैं बल्कि बर्फ से खेल भी सकते हैं।
गुलमर्ग- गुलमर्ग एक बर्फीला स्वर्ग और सर्दियों का वंडरलैंड है। यहां लुभावने दृश्य और सभी के लिए कुछ न कुछ है। हालांकि, दिसंबर और जनवरी में बर्फबारी के साथ ये जगह पूरी तरह से शानदार हो जाती है। बर्फ से ढके पहाड़, पहाड़ी के ऊपर छोटे स्की रिसॉर्ट और सुखद सर्दियों की हवा सभी इस हिल स्टेशन के आकर्षण बन जाते हैं। इन सबका अपना-अपना आकर्षण है जो गुलमर्ग की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है।
मनाली- मनाली में नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में मौसम की पहली बर्फबारी होती है। ये शहर को सफेद बर्फ की एक प्यारी सी चादर से ढक देती है। ये शहर लुभावने नजारे प्रदान करता है जो बहुत ही खूबसूरत होते हैं।
औली- औली उत्तराखंड का एक विंटर वंडरलैंड है। इसके लुभावने नजारे आप कभी नहीं भूल पाएंगे। इस शानदार शहर का रास्ता ओक के पेड़ों और जंगलों से भरा हुआ है। जैसे ही आप हिल स्टेशन के करीब पहुंचेंगे, आपको पूरे क्षेत्र में एक सुंदर सफेद बर्फ की चादर बिछी हुई दिखाई देगी।
औली की यात्रा के लिए दिसंबर के अंत और जनवरी की शुरुआत के महीने अच्छे हैं। क्योंकि इस दौरान यहां पर बर्फबारी की संभावना अधिक होती है। बर्फ की मस्ती के लिए आपको इस जगह की यात्रा जरूर करनी चाहिए।
धनोल्टी- टिहरी जिले का एक हिल स्टेशन धनोल्टी, गढ़वाल हिमालयी रेंज की तलहटी में स्थित है। धनोल्टी में आप बर्फ से ढके इलाकों में स्कीइंग करने जा सकते हैं। शहर में रोडोडेंड्रोन, देवदार के पेड़ और विशाल ओक के जंगल हर प्रकृति प्रेमी को लुभाएंगे।दिसंबर से फरवरी के बीच आप धनोल्टी की यात्रा कर सकते हैं। दिसंबर में धनोल्टी में मौसम सुहावना होता है, इस दौरान मौसम की पहली बर्फबारी की अच्छी संभावना होती है।
अल्मोड़ा- उत्तराखंड में अल्मोड़ा का हिल स्टेशन बर्फ से ढके हिमालय का सुंदर दृश्य प्रदान करता है। अल्मोड़ा देवदार और पुराने ओक के पेड़ों से घिरा हुआ है और अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। यहां सर्दियों के दौरान मौसम काफी ठंडा होता है, तापमान -3 डिग्री सेल्सियस तक कम होता है। यहां दिसंबर के अंतिम सप्ताह में और जनवरी के महीने में बर्फबारी होने की संभावना होती है।
ओमिक्रॉन से युवाओं को ज्यादा खतरा-दक्षिण अफ्रीका वैज्ञानिक..
उत्तराखंड: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने एक बार फिर दुनिया में सनसनी फैला दी है। 20 से अधिक देशों में इसके मामले पाए जाने की पुष्टि हुई है। इस नए वेरिएंट के मामले में दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन कितना घातक है और इसका लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा फिलहाल यह कहना मुश्किल है।
उनका कहना हैं कि कोरोना के नए वैरिएंट ने अब तक ज्यादातर युवा लोगों को प्रभावित किया है। वैज्ञानिकों ने यह भी चेतावनी दी है कि अभी यह निर्धारित करना जल्दबाजी होगी कि ओमिक्रॉन केवल हल्की बीमारी का कारण बनेगा। उन्होंने कहा कि हम इसके बारे में और अधिक जानकारी जुटा रहे हैं। दो से तीन हफ्तों के बाद ही हम इसके बारे में अधिक जान पाएंगे।
उनका कहना हैं कि कुछ मरीज भर्ती हुए हैं और ये सभी युवा हैं, जिनकी आयु 40 या इससे कम है। इसके साथ ही एनआईसीडी में सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी और प्रतिक्रिया के प्रमुख मिशेल ग्रोम का कहना है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का शिकार ज्यादातर कम उम्र के लोग हुए हैं। मगर हम वृद्धावस्था समूहों में भी इसकी पड़ताल करना शुरू कर चुके हैं। इससे पहले नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज ने कहा था कि पिछले 24 घंटों में दक्षिण अफ्रीका में नए मामलों की दैनिक संख्या लगभग दोगुनी होकर 8,561 हो गई है। ओमिक्रॉन अब तक देश में प्रमुख स्ट्रेन है।
दक्षिण अफ्रीकी सरकार और वैज्ञानिकों ने 25 नवंबर को कोरोना के नए वैरिएंट की घोषणा की थी। इसके बाद डब्ल्यूएचओ ने इसे ओमिक्रॉन का नाम दिया था। नए वेरिएंट का पता लगने के बाद अमेरिका, यूरोपीय संघ, कनाडा, इस्राइल, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों ने कई दक्षिण अफ्रीकी देशों से यात्रा पर रोक लगा दी थी। वहीं, कुछ देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र को पीएम की तारीफ करना पड़ा महंगा..
देश-विदेश: AMU के पीएचडी छात्र दानिश रहीम को पीएम मोदी की तारीफ करना महंगा पड़ गया है। PHD स्कॉलर ने AMU प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि प्रबंधन ने उन्हें पीएचडी की डिग्री वापस करने के लिए नोटिस भेजा है।
दानिश ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में गुहार लगाई है और साथ ही पीएम मोदी और सीएम योगी से भी मदद की अपील की है। वहीं AMU प्रबंधन का कहना है कि छात्र को गलती से है गलत नाम की डिग्री दी गई थी, जिसे सही कराने के लिए उन्हें नोटिस भेजा गया है।
दानिश का कहना है कि उन्हें 9 मार्च 2021 को डिग्री मिली थी और करीब 6 महीने बाद उन्हें डिग्री लौटाने के लिए नोटिस भेजा गया है। दानिश का आरोप है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने जो भाषण दिए थे, उसकी उन्होंने तारीफ की थी जिसकी सजा उन्हें दी जा रही है।
हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया..
पीएचडी के छात्र दानिश रहीम ने मामले पर हाईकोर्ट में भी गुहार लगाई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी एक पत्र भेज कर न्याय की मांग की है। वही AMU प्रशासन का कहना है कि छात्र को गलती से गलत नाम की डिग्री आवंटित हो गई थी। छात्र को उसको सही करने के लिए नोटिस भेजा गया है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिए सीरम इंस्टीट्यूट बूस्टर डोज ला सकता है..
देश-विदेश: कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ सीरम इंस्टीट्यूट बूस्टर डोज लाने की तैयारी में है। हालांकि, अभी इस नए वैरिएंट के बारे में हो रहे अध्ययनों और उनके निष्कर्षों का इंतजार किया जा रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला का कहना हैं कि ओमिक्रॉन पर हो रहे शोध को पूरा होने में एक से दो सप्ताह का समय लगेगा। हम उन निष्कर्षों का इंतजार कर रहे हैं, अगर जरूरत पड़ी तो हम नया टीका तैयार करेंगे।
बूस्टर डोल के रूप में दिया जाएगा टीका..
अदार पूनावाला ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो जो नया टीका तैयार होगा वह बूस्टर डोज के रूप में दिया जाएगा। उनका कहना हैं कि उसे तैयार करने में छह महीने का समय लग सकता है। शोध के आधार पर ही हम तय करेंगे कि यह तीसरा या चौथा टीका होगा या बूस्टर डोज। हो सकता है कि ओमिक्रॉन के लिए अतिरिक्त टीके की आवश्यकता ही न पड़े।
आवश्यकता पड़ी तो हमारे पास पर्याप्त खुराक..
पूनावाला का कहना हैं कि एक अध्ययन में सामने आया है कि कोविशील्ड 63 प्रतिशत तक कोरोना पर असरदार है और यह अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को भी कम करती है। इसके बावजूद अगर लोगों को बूस्टर डोज देने की आवश्यकता पड़ी तो हमारे पास पर्याप्त खुराक आरक्षित है। हमारे पास दो करोड़ से ज्यादा खुराक अभी मौजूद हैं, सरकार घोषणा करती है तो हम उसे उपलब्ध कराएंगे।
इसके साथ ही पूनावाला ने कहा कि जिन लोगों ने टीके की एक ही खुराक ली है या एक भी नहीं ली है। उन्हें दोनों खुराक लेनी चाहिए। इसके बाद ही अगर आवश्यकता पड़ती है तो बूस्टर डोज का इस्तेमाल किया जा सकता है। आपको बता दे कि फिलहाल सरकार की बूस्टर डोज देने की कोई योजना नहीं है। उनका कहना हैं कि भारत और यूरोपियन देशों की स्थितियों में बहुत अंतर है।
पराग अग्रावल ट्विटर के नए सीईओ बनते ही एक्शन में आ गए..
देश-विदेश: पराग अग्रावल ट्विटर के नए सीईओ बनते ही एक्शन में आ गए हैं। निजी सूचना सुरक्षा नीति में मंगलवार को एक नया अपडेट किया है ताकि निजी व्यक्तियों की सहमति के बिना उनकी तस्वीरों या वीडियो को साझा करने की अनुमति किसी अन्य को नहीं दी जा सके। कंपनी ने एक पोस्ट के माध्यम से सूचित किया कि अब कंपनी अपनी निजी सूचना नीति के दायरे का विस्तार कर रही है, जिसमें निजी मीडिया में तस्वीरें और वीडियो को शामिल किया गया है।
अभी तक कोई भी यूजर दूसरे यूजर के वीडियोज और फोटोज को बिना उसकी अनुमति भेज देते थे। फोटो और वीडियोज को लेकर कंपनी की ओर से लिए गए फैसले का मकसद उत्पीड़न विरोधी नीतियों को और मजबूत करना और महिला यूजर्स को सुरक्षित रखना।
पर्सनल फोटोज और वीडियोज नहीं होंगे शेयर..
ट्विटर का कहना हैं कि “पर्सनल मीडिया जैसे कि चित्र या वीडियो साझा करना संभावित रूप से किसी व्यक्ति की गोपनीयता का उल्लंघन कर सकता है और इससे भावनात्मक या शारीरिक नुकसान भी हो सकता है।” सोशल मीडिया फर्म ने पहले ही उपयोगकर्ताओं को दूसरों की व्यक्तिगत जानकारी जैसे उनका पता या स्थान, पहचान दस्तावेज, गैर-सार्वजनिक संपर्क जानकारी, वित्तीय जानकारी, या चिकित्सा डाटा साझा करने से प्रतिबंधित कर दिया है।
क्यों लागू किए गए नए नियम..
कंपनी का कहना हैं कि “पर्सनल मीडिया का दुरुपयोग सभी को प्रभावित कर सकता है, लेकिन महिलाओं, असंतुष्टों और अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि ट्विटर पर पोस्ट करने से पहले किसी फोटो या वीडियो में सभी व्यक्तियों की सहमति की आवश्यकता होगी, लेकिन अगर कोई व्यक्ति इन्हें हटाना चाहता है, तो प्लेटफॉर्म इसे प्रतिबंधित कर देगा
कोलकाता की महिला ने पाकिस्तान में प्रेमी से की शादी, भारतीय पति ने पढ़वा दिया पत्नी का निकाह..
देश-विदेश: श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान गए जत्थे के साथ गई कोलकाता की महिला ने पाकिस्तान में अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली। महिला ने अपने पति की अनुमति से प्रेमी के साथ पुलिस की मौजूदगी में लाहौर की मस्जिद में निकाह किया। इससे पहले महिला ने वहां इस्लाम धर्म कबूल किया। महिला और उसका पहला पति दोनों ही मूक बधिर हैं। महिला का दूसरा पति मूक बधिर है। हालांकि शादी के बाद पाकिस्तान सरकार द्वारा वहां रहने की मंजूरी नहीं दिए जाने पर महिला अपने भारतीय पति के साथ वाघा-अटारी सरहद के रास्ते वापस कोलकाता लौट गई।
जानकारी के अनुसार कोलकाता की रहने वाली महिला का जन्म लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में हुआ। वह 17 नवंबर को अटारी के रास्ते सीमा पार कर पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व में हिस्सा लेने के लिए जत्थे के साथ गई थी। 23 नवंबर को जब जत्था लाहौर पहुंचा, तो महिला वहां के मोहम्मद इमरान के पास पहुंच गई। उसने दस्तावेज तैयार करवाए और 24 नवंबर को इमरान के साथ लाहौर में शादी कर ली। शादी से पहले उसने इस्लाम धर्म कबूल किया और अपना नाम प्रवीण सुल्ताना रखा।
शादी के बाद इस महिला और उसके पाकिस्तानी पति ने लाहौर की अदालत में अपील दायर करते हुए महिला के पाकिस्तान में रहने की इजाजत मांगी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। जिसके बाद यह महिला अपने भारतीय पति के साथ लौट आई। यहां पहुंचने के बाद उसने पाकिस्तान का वीजा अप्लाई करने के संकेत दिए।
आपको बता दे कि कोलकाता की रहने वाली महिला दो साल पहले सोशल मीडिया पर इमरान के संपर्क में आई। दोनों चैटिंग करने लगे और दोनों में प्यार हो गया। इसके बाद से ही वह पाकिस्तान जाने का प्रयास कर रही थी। 17 नवंबर को जत्थे के साथ वह पाकिस्तान जाने में सफल हो गई। यह पहला मामला नहीं जिसमें भारतीय महिला ने पाकिस्तान के युवक से शादी की है।
एलआईसी की इस स्कीम से बेटी का भविष्य हो जाएगा सुरक्षित, मिलेंगे पूरे 22 लाख रुपये..
देश-विदेश: अच्छा इन्वेस्टमेंट एक अच्छा रिटर्न देता है। अगर आप भी अपनी बेटी की केयर करते हैं और उसकी शादी या एजुकेशन के लिए पैसों को जमा कर रहे हैं, तो आपको अपने पैसों को एक सिस्टेमेटिक ढंग से इनवेस्ट करना चाहिए, तभी आपके पैसे अच्छे से ग्रो करेंगे। अक्सर बैंक से हमें उतना अच्छा रिटर्न नहीं मिलता, जितना कहीं और इन्वेस्ट करने से प्राप्त होता है।
ऐसे में आप लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी (एलआईसी) की एक खास पॉलिसी में अपनी बेटी के लिए पैसों को धीरे धीरे इनवेस्ट कर सकते हैं। एक समय के बाद आपको उस पैसे का एक अच्छा रिटर्न प्राप्त होगा, जिसका इस्तेमाल आप बेटी की शादी में कर सकते हैं। ऐसे में आपको अपनी बेटी की शादी के समय किसी भी प्रकार की आर्थिक दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा और बेटी का भविष्य भी सुरक्षित हो जाएगा।
एलआईसी की इस पॉलिसी के अंतर्गत आपको हर दिन 150 रुपये जमा करना होगा। वहीं जब आपकी बेटी की शादी होगी, उस समय आपको कुल मिलाकर 22 लाख रुपये मिलेंगे। यही नहीं इस पॉलिसी की कई और खास बातें हैं, जिन्हें आपको जरूर जान लेना चाहिए।
इस पॉलिसी के अंतर्गत अगर बेटी के पिता की मौत हो जाती है, तो तत्काल प्रभाव पर परिवार को 10 लाख रुपये मिलेंगे। वहीं अगर पिता की एक्सीडेंट में मृत्यु होती है, तो 20 लाख रुपये मिलेंगे। पिता के मृत्यु के बाद इस पॉलिसी में निवेश करने की कोई जरूरत नहीं होगी। पॉलिसी उसी रूप में चलती रहेगी इस बीच पॉलिसी के दौरान बेटी को हर साल पढ़ाई और दूसरे खर्चों के लिए 1 लाख रुपये मिलेंगे।
आजादी पर नया ज्ञान-कंगना के बाद मणिशंकर अय्यर के बिगड़े बोल, कहा कुछ ऐसा..
देश-विदेश: अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर बयान देकर सियासत गरमा दी है।मणिशंकर अय्यर का ताजा बयान देश की आजादी को लेकर है। अय्यर का कहना हैं कि पिछले सात सालों से हम अमेरिकियों के गुलाम बनकर रह गए हैं।
एक सेमिनार में अय्यर ने कहा कि साल 2014 के बाद से हम अमेरिका के गुलाम हैं। इससे पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने आजादी को लेकर विवादित बयान दिया था। कंगना ने कहा था कि हमें जो आजादी 1947 में मिली वो भीख में मिली थी। भारत को असली आजादी साल 2014 में मिली है।
भारत-रूस के बीच संबंध हुए कम- अय्यर..
दिल्ली में भारत-रूस के रिश्तों को लेकर आयोजित सेमिनार में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि पिछले सात साल से हम देख रहे हैं कि गुटनिरपेक्षता की तो बात ही नहीं होती, शांति को लेकर कोई चर्चा नहीं होती है। अमेरिकियों के गुलाम बनकर बैठे हैं और उनके कहने पर हम चीन से बच रहे हैं। हम कहें कि चीन के सबसे करीब दोस्त तो आप ही हो। आपको बता दे कि मणिशंकर अय्यर भारत-अमेरिका के बीच मजबूत हो रहे संबंधों को लेकर सवाल खड़े किए।
अय्यर का कहना था कि भारत और रूस के रिश्ते बरसों पुराने हैं। रूस ने भारत को हमेशा सहयोग किया है, लेकिन जब से मोदी सत्ता में आए हैं, ये रिश्ता कमजोर हुआ है। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि 2014 तक रूस के साथ हमारे संबंध और व्यापार अच्छे थे, लेकिन पिछले सात सालों में काफी कम हो चुके हैं।
हिंदी की मशहूर लेखिका मन्नू भंडारी का 90 साल की उम्र में निधन..
देश-विदेश: हिंदी की मशहूर लेखिका और कथाकार मन्नू भंडारी का निधन हो गया हैं। वह साहित्यकार राजेंद्र यादव की पत्नी थीं। वह ‘आपका बंटी’ जैसी मशहूर रचनाओं की लेखिका हैं। 90 वर्ष की मन्नू अपने लेखन में पुरुषवादी समाज पर चोट करती थीं। उनकी कई प्रसिद्ध रचनाएं हैं। इनमें से कुछ पर फिल्म भी बनी थी. मन्नू भंडारी का जन्म 3 अप्रैल 1931 को मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुआ था। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज में पढ़ाती थीं।
उन्होंने ‘मैं हार गई’, ‘तीन निगाहों की एक तस्वीर’, ‘एक प्लेट सैलाब’, ‘यही सच है’, ‘आंखों देखा झूठ’ और ‘त्रिशंकु’ जैसी कई कहानियां लिखीं. इसके अलावा भी मन्नू भंडारी ने बहुत सारी बेहतरीन कहानियां और उपन्यास लिखे। उनकी लिखी कहानी ‘यही सच है’ पर ‘रजनीगंधा’ फिल्म बनी थी. इसे बासु चैटर्जी ने बनाया था।