केदारनाथ में अगले कुछ दिन मौसम रहेगा खराब, 15 मई तक पंजीकरण पर लगी रोक..
उत्तराखंड: 15 मई तक केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण पर अब रोक रहेगी। संयुक्त निदेशक पर्यटन योगेंद्र गंगवार का कहना हैं कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। 15 तक नए पंजीकरण पर रोक रहेगी लेकिन जो यात्री पहले पंजीकरण कर चुके हैं वे यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि 13 मई तक केदारनाथ के लिए 1.45 लाख यात्री पंजीकरण करा चुके है।
आपको बता दे कि चारधाम यात्रा में अब तक दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा पांच लाख पार हो गया है। केदारनाथ धाम में सबसे अधिक 1.75 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। पर्यटन विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 22 अप्रैल से 7 मई तक केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 505286 लाख से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए हैं। इसमें केदारनाथ धाम में 1.75 लाख, बद्रीनाथ में 1,18,116, गंगोत्री में 1.13 लाख, यमुनोत्री मंदिर में एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
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कर्नाटक चुनाव के बाद बंट सकते हैं धामी सरकार में दायित्व..
मंत्रिमंडल का विस्तार भी प्रस्तावित..
उत्तराखंड: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद धामी सरकार में दायित्वों का आवंटन हो सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी ये संकेत दिए हैं। कैबिनेट मंत्री रहे चंदन राम दास के निधन के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार भी प्रस्तावित है। उनके निधन से खाली हुई बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के बाद इसकी संभावना प्रबल है। मुख्यमंत्री ने इस संभावना से इंकार नहीं किया है। मंत्रिमंडल में चार पद खाली हैं।
कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होना है। 13 मई को वहां चुनाव परिणाम भी घोषित हो जाएंगे। 15 मई तक भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी कर्नाटक चुनाव के प्रचार की व्यस्तता से मुक्त हो जाएगा। माना जा रहा है कि इसके बाद मुख्यमंत्री केंद्रीय नेताओं से दायित्वों और मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में चर्चा कर सकते हैं।
कैबिनेट में विस्तार जल्द होने की कम संभावना..
इससे पहले मंत्रिमंडल विस्तार के लिए क्षेत्रीय व जातीय समीकरणों के हिसाब से सरकार और संगठन के स्तर पर होमवर्क शुरू हो जाएगा। माना जा रहा है कि 15 मई के बाद प्रदेश सरकार में दायित्व का आवंटन हो सकता है।मुख्यमंत्री ने भी इसके संकेत दिए हैं। उनका कहना हैं कि कर्नाटक चुनाव के बाद दायित्व देने पर विचार हो सकता है। लेकिन कैबिनेट में विस्तार जल्द होने की कम संभावना है। सरकार पहले बागेश्वर विस उपचुनाव में जाएगी और उसके बाद कैबिनेट विस्तार करेगी। बागेश्वर उपचुनाव सीट रिक्त होने के छह माह के भीतर होगा। मुख्यमंत्री ने भी ऐसे ही संकेत दिए हैं।
कैबिनेट में ये है जिलों के प्रतिनिधित्व स्थिति..
धामी मंत्रिमंडल में अभी टिहरी, देहरादून, ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, पौड़ी व चंपावत जिले का प्रतिनिधित्व है। हरिद्वार, नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों का कैबिनेट में प्रतिनिधित्व नहीं हैं। सांगठनिक जिम्मेदारी के हिसाब से चमोली जिले से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट बड़े चेहरे के तौर पर हैं। नए मंत्रिमंडल विस्तार में हरिद्वार, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिले को प्रतिनिधित्व दिए जाने की संभावनाएं हैं। मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले विधायकों की वरिष्ठता, अनुभव के साथ जातीय समीकरणों का भी खास ख्याल रखा जाना है।
निकाय व लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर तय होंगे मंत्री पद..
सीएम धामी इस साल होने वाले निकायों के चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर ही चेहरों को चुनेंगे। पूर्व कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग से थे। उनकी जगह पार्टी एससी चेहरे या एससी महिला चेहरे से भर सकती है। इसी तरह हरिद्वार जिले से ब्राह्मण या ओबीसी चेहरे को जगह देने पर विचार हो सकता है। नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले में दो पूर्व कैबिनेट मंत्री के रूप में अनुभवी चेहरे हैं। बहरहाल, कैबिनेट विस्तार के साथ ही मुख्यमंत्री दायित्व का भी आवंटन कर सकते हैं। दायित्वों की सूची भी केंद्रीय नेतृत्व की ओर से फाइनल होनी है।
उत्तराखंड में अब जमीन खरीदना होगा मुश्किल..
उत्तराखड: प्रदेश में अब जमीन लेना आसान नहीं रहेगा। इसके लिए धामी सरकार बड़े प्लान पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए प्रदेश में अब जमीनों के खरीदने को लेकर भी सख्त नियम बनाने जा रहा है। जिससे आपराधिक व असामाजिक तत्वों के लिए भूमि खरीदना संभव नहीं हो पाएगा। आपको बता दे कि प्रदेश में अब जमीन की रजिस्ट्री कराने से पहले खरीदने वालों को पहला अपना बैकग्राउंड बताना पड़ेगा और वह जमीन क्यों खरीदना चाहते हैं इसकी जानकारी देनी पड़ेगी।
बताया जा रहा है कि बायर्स के वेरिफिकेशन के बाद ही जमीन खरीदने को अनुमति दी जाएगी। यदि यह जमीन धार्मिक गतिविधियों के लिए खरीदी जा रही है तो रजिस्ट्री अधिकारी अपने विवेक के आधार पर बैनामे से इंकार कर सकता है। इसी के साथ यदि किसी व्यक्ति का इंटेशन गलत पाया जाता है तो भी बैनामा रोका जा सकता हैं।
बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव ने राज्य के सभी विभागों खासतौर पर वन विभागों को अपनी जमीनों का सत्यापन करने के आदेश दिए हैं। जिसके बाद अवैध तरीके से जमीन खरीदने वालों को निशाने पर लिया जाएगा। रिपोर्टस की माने तो बिना पहचान उजागर किए बड़ी मात्रा में जमीन खरीदे जाने का मामला सामने आया है। इन मामलों के सामने आने के बाद तय किया गया है कि जमीन खरीदने से पहले बायर्स की पहचान की जाएगी।
काठगोदाम से 19 यात्रियों का पहला दल ओम पर्वत के लिए रवाना..
उत्तराखंड: कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से आज गुरुवार से आदि कैलाश ओम पर्वत की यात्रा शुरू कर दी गई है। सुबह ओम पर्वत के लिए पहला दल केएमवीएन के टीआरसी काठगोदाम से रवाना किया गया है। केएमवीएन के प्रबंध निदेशक विनीत तोमर ने हरी झंडी दिखाकर श्रद्धालुओं को रवाना किया। पहले दल में 19 सदस्य रवाना हुए हैं जिसमें 10 पुरुष और नौ महिलाएं शामिल हैं। इसमें गुजरात के 15, केरल से दो, उत्तर प्रदेश से एक और एक श्रद्धालु दिल्ली से शामिल है
आठ दिन में पूरी होगी पहले दल की यात्रा..
आपको बता दें कि इस बार निगम द्वारा लगभग 34 ग्रुप यात्रा पर भेजे जाएंगे। पहले दल की यात्रा आठ दिन में पूरी होगी। जिसका पहला पड़ाव पिथौरागढ़ में पूरा होगा। रास्ते में यात्री कैंची धाम आश्रम में दर्शन करेंगे। इसके बाद अल्मोड़ा के लिए रवाना होंगे और वहां पर गोलू देवता मंदिर में दर्शन करने के बाद जागेश्वर के लिए रवाना होंगे। यहां यात्रियों के दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई है। इसके बाद यात्री पिथौरागढ़ पहुंच जाएंगे। रात्रि विश्राम के बाद वे शुक्रवार को आगे की यात्रा के लिए रवाना होंगे।
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत पीआरओ और गनर पर मुकदमा दर्ज..
उत्तराखंड: कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के युवक के साथ हाथापाई मामले में मंत्री के गनर और दूसरे पक्ष ने भी पुलिस में तहरीर दी है। बता दें मंगलवार को प्रेमचंद अग्रवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। जानकारी के अनुसार मंगलवार को मंत्री एक कार्यक्रम से निकलकर अपनी गाडी से जा रहे थे। इस दौरान एक युवक ने उनके साथ गाली गलौज की। जो देखते ही देखते थोड़ी देर में हाथापाई में बदल गई।
मामले में अब कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के गनर गौरव राणा और दूसरे पक्ष के सुरेंद्र सिंह नेगी निवासी शिवाजी नगर ऋषिकेश ने क्रॉस एफआईआर की है। मामले में गनर गौरव राणा का कहना है कि सुरेंद्र सिंह नेगी व धर्मवीर द्वारा मंत्री की सरकारी गाड़ी के बगल में अपनी गाड़ी लगाते हुए मंत्री और उनके साथ मारपीट का प्रयास किया गया।
गनर ने लगाए ये आरोप..
1- सुरेंद्र सिंह नेगी ने मंत्री की सरकारी गाड़ी के बगल में अपनी गाड़ी लगाते हुए मंत्री की गाड़ी की खिड़की पर हाथ मार कर शीशा तोड़ने प्रयास किया।
2- मंत्री के साथ गाली गलौज कर किया चोरी का प्रयास
3- मंत्री का कुर्ते फाड़ने का किया प्रयास
4- गनर के साथ भी की मारपीट और गाली गलौज
5- सुरेंद्र सिंह नेगी ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का किया प्रयास
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर मुकदमा..
इसके साथ ही दूसरे पक्ष ने भी कैबिनेट मंत्री, गनर गौरव राणा और पीआरओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद पुलिस ने 147, 323, 504 आईपीसी की धाराओं में प्रेमचंद अग्रवाल, गनर गौरव राणा और पीआर के खिलाफ ऋषिकेश कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया है।
अब घर का नक्शा पास कराना हुआ आसान, सिर्फ 24 घंटे में हो जाएगा काम..
उत्तराखंड: प्रदेश में अब घर बनाना आसान हो रहा है। जी हां पहले घर बनाने के लिए नक्शा पास कराने के लिए प्राधिकरण के चक्कर काटने पड़ते थे। नक्शा पास कराने में ज्यादा समय लगता था लेकिन अब ये प्रक्रिया आसान हो गई है। अब आप महज 24 घंटे के भीतर आपके घर का नक्शा पास करा सकते है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में आवास विभाग की सरलीकरण प्रक्रिया के तहत सभी प्राधिकरणों में एप्रूव्ड लेआउट पर घर का नक्शा पास कराने की स्वप्रमाणन सुविधा शुरू कर दी गई है। छोटे साइज के प्लॉट पर मकान बनाना अब आसान हो गया है। आवास विभाग ने 90 गज तक के प्लॉट के लिए ऐसे 192 नक्शे तैयार कर लिए हैं, जिनमें से कोई भी नक्शा चुनकर आप घर बना सकते हैं। इसके लिए प्राधिकरण के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
एप के माध्यम से ऐसे करें आवेदन..
आपको बता दे कि आप अपने प्लॉट के साइज के हिसाब से इनमें से नक्शों का चुनाव कर इसे खुद पास करा सकते हैं। इसकी फीस भी ऑनलाइन जमा हो जाएगी, जिसके बाद सीधे घर बनाने का काम शुरू करना है। बताया जा रहा है कि स्वप्रमाणन प्रणाली के तहत eASE-App के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन होगा। यहां आर्किटेक्ट को नक्शे के साथ ही एक शपथ पत्र भी अपलोड करना होगा।
इसी एप के माध्यम से नक्शा मिलेगा। यह नक्शा केवल उन्हीं जगहों पर पास करा सकते हैं, जहां उस जमीन का लेआउट प्राधिकरण से एप्रूव होगा। हालांकि बताया जा रहा है कि स्वप्रमाणन प्रणाली से नक्शा पास कराने की प्रक्रिया में तो प्राधिकरण का सीधे हस्तक्षेप खत्म हो गया है, लेकिन पास नक्शे के हिसाब से निर्माण हो रहा है या नहीं, प्राधिकरण उसका निरीक्षण करेगा। लिहाजा, जो भी नक्शा पास होगा, उसके निर्माण में नक्शे का ध्यान रखना अनिवार्य होगा।
उत्तराखंड सरकार भांग की खेती के लिए कर रही नई पॉलिसी तैयार..
उत्तराखंड: प्रदेश में आने वाले दिनों में औद्योगिक व औषधीय भांग की खेती और इससे संबंधित औद्योगिक इकाइयां रोजगार, स्वरोजगार की नई संभावनाओं के द्वार खुलने वाले है। बताया जा रहा है कि इसके लिए धामी सरकार नई पॉलिसी तैयार कर रही है। जल्द ही इस पॉलिसी को अंतिम रूप देकर इसे स्वीकृति के लिए कैबिनेट में रखा जाएगा।
आपको बता दे कि मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने भी अधिकारियों को इसके मद्देनजर जल्द पॉलिसी तैयार करने और कैबिनेट में रखने के निर्देश दिए हैं।बताया जा रहा कि भांग के रेशे (फाइबर) का उपयोग टेक्सटाइल, कागज, पल्प, फर्नीचर समेत अन्य उद्योगों में होता है। यही नहीं, कैंसर, ग्लूकोमा, मधुमेह जैसी बीमारियों के उपचार में प्रयोग की जाने वाली दवाओं के निर्माण में भी भांग का उपयोग होता है। हालांकि आगामी कैबिनेट में इस पॉलिसी को नहीं लाया जा सकेगा, लेकिन उसके बाद अगली कैबिनेट में इस पॉलिसी को रखने का खाका तैयार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड वैसे तो भांग की खेती को लीगलाइज करने वाला देश का पहला राज्य है और साल 2018 में भाजपा सरकार में इसको कानूनी मंजूरी दे दी गई थी। लेकिन पर्याप्त होमवर्क ना होने के कारण इस पॉलिसी का लाभ राज्य को अब तक नहीं हो पाया। लिहाजा राज्य सरकार अब इसको लेकर नई पॉलिसी तैयार कर रही है।
डीजीपी ने परखीं केदारनाथ धाम यात्रा व्यवस्थाएं..
उत्तराखंड: केदारनाथ धाम में रुक-रुककर हो रही बारिश और बर्फबारी को देखते हुए रोके गए यात्रियों को प्रशासन ने आज रवाना करना शुरू कर दिया। सुबह आठ बजे तक सोनप्रयाग से 5887 तीर्थयात्रियों को धाम के लिए रवाना किया गया। आपको बता दें कि सोमवार को करीब नौ हजार यात्रियों को जगह-जगह रोक दिया गया था।
केदारनाथ धाम में मौसम के अधिक खराब होने पर तिलवाड़ा से फाटा तक करीब ढाई हजार, सीतापुर से सोनप्रयाग तक करीब छह हजार और गौरीकुंड में लगभग 500 यात्रियों को रोका गया था। वही यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में सुबह से ही बारिश हो जारी है। लेकिन मौसम की बेरुखी पर तीर्थयात्रियों की आस्था भारी पड़ रही है। बारिश के बीच पांच किमी की चढ़ाई चढ़ कर यात्री यमुनोत्री धाम पहुंच रहे हैं।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने केदारनाथ यात्रा को लेकर फाटा, सोनप्रयाग और गौरीकुंड का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन मर्यादा के तहत नशा के कारोबार पर नकेल कसने के निर्देश दिए। उन्होंने यात्रा मार्ग से लगे थाना, चौकी के प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में नियमित चेकिंग करने को कहा। पुलिस महानिदेशक ने गौरीकुंड में यात्रियों से बातचीत करते हुए व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया। उन्होंने पुलिस बल को बाबा केदार के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से सौम्य व्यवहार करने के निर्देश भी दिए।
उत्तराखंड के छोटे से गांव की चांदनी बनी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट..
उत्तराखंड: प्रदेश में बेटियां अपनी मेहनत और लगन से लगातार प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश के सिमांत जिले पिथौरागढ़ की चांदनी कुंवर का नाम भी जुड़ गया है। पिथौरागढ़ के छोटे से गांव की चांदनी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है। उनकी इस उपलब्धि से प्रदेश में जहां खुशी की लहर है वहीं उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। बता दे कि पिथौरागढ़ जिले के भड़कटिया गांव निवासी चांदनी कुंवर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनी है। पिथौरागढ़ के मानस एकेडमी से प्रारंभिक शिक्षा हासिल की। वह बचपन से ही मेधावी छात्रा रहीं थी और इंटर में स्कूल भी टॉप किया था।
बताया जा रहा है कि वह भारतीय सैन्य अकादमी चेन्नई से प्रशिक्षण प्राप्त कर पास आउट हुई। इसके बाद वह भारतीय सेना का हिस्सा बन गई है। विगत साल सीडीएस की प्रवेश परीक्षा में भी चांदनी ने ऑल इंडिया लेवल पर पांचवीं रैंक हासिल कर उत्तराखंड का नाम रोशन किया था। इसके बाद वह प्रशिक्षण लेने के लिए चेन्नई रवाना हो गई थी। बता दें कि पास आउट परेड के बाद चांदनी के पिता ने बेटी के कंधों पर सितारे सजाकर उन्हें उसे सेना को समर्पित किया है। चांदनी ने आर्मी सर्विस कॉपर्स में कमीशन प्राप्त किया है। उनकी पहली पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के लेह में हुई है। उनकी सफलता पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है। वहीं हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है।
केदारनाथ धाम में रात 11 से सुबह पांच बजे तक हो रही पूजाएं..
उत्तराखंड: केदारनाथ में रात 11 से सुबह पांच बजे तक भक्तों की बुकिंग की गई पूजाएं हो रही हैं। कपाट खुलने के बाद अभी भीड़ के चलते सिर्फ षोडषोपचार अभिषेक पूजा हो रही है। साथ ही सुबह पांच बजे से धर्म दर्शन शुरू हो रहे हैं जो अपराह्न तीन बजे तक हो रहे हैं। इसके बाद शाम पांच बजे से सांयकालीन आरती तक श्रृंगार दर्शन कराए जा रहे हैं। बता दे कि बीकेटीसी द्वारा पूजाओं को संपादित करने का समय रात 11 से सुबह पांच बजे तक निर्धारित किया गया है।
मंदिर समिति के अनुसार, कपाट खुलने के बाद प्रतिदिन 20 ऑनलाइन बुकिंग पूजाएं संपादित हो रही है। इसके साथ ही औसतन 102 पूजाएं ऑफलाइन की जा रही हैं। मंदिर समिति के पूजा प्रभारी प्रदीप सेमवाल का कहना हैं कि 25 अप्रैल को ऑफलाइन बुकिंग की 40 व ऑनलाइन बुकिंग की 20 पूजाएं संपादित की गईं जबकि 27 अप्रैल को ऑफलाइन 61 व 29 को 117 पूजाएं संपादित की गई हैं। साथ ही प्रतिदिन 20 ऑनलाइन पूजाएं हो रही हैं।
दान के लिए क्यूआर कोड बोर्ड लगाने पर बीकेटीसी ने पुलिस को दी तहरीर
केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिर में कई स्थानों पर दान के लिए क्यूआर कोड के बोर्ड लगाने के मामले में बीकेटीसी ने पुलिस को तहरीर दी है। समिति का कहना है कि मंदिरों में दान के लिए क्यूआर कोड के बोर्ड बीकेटीसी की ओर से नहीं लगाए गए थे। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना हैं कि दोनों धामों में कपाट खुलने के दिन ये बोर्ड लगाए गए थे।
मामला बीकेटीसी के अधिकारियों के संज्ञान में आने पर उसी दिन बोर्ड उतार दिए गए थे। बीकेटीसी अधिकारियों ने पहले अपने स्तर से इस मामले की छानबीन की। इसके बाद रविवार को केदारनाथ मंदिर अधिकारी ने केदारनाथ पुलिस चौकी और बद्रीनाथ में प्रभारी अधिकारी की ओर से कोतवाली में तहरीर दी गई है। मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का कहना हैं कि बीकेटीसी की ओर से वर्तमान में अपने कामकाज में पेटीएम का प्रयोग नहीं किया जाता है।