उत्तराखंड में खुलेंगे जू-रेस्क्यू सेंटर..
उत्तराखंड: प्रदेश में अब जू के लिए वन विभाग को अपनी ही लैंड ट्रांसफर नहीं करानी पड़ेगी। केंद्र ने जू को फारेस्ट्री एक्टिविटी घोषित कर दिया है। इसके साथ ही कैंपा से इसके लिए बजट देने को भी मंजूरी दे दी है। आपको बता दे कि केंद्र ने इसके लिए कई तरह की शर्तें भी रखीं हैं। जिसमें पेड़ कम से कम काटने का ध्यान रखने को कहा है। इसके साथ ही 40 प्रतिशत तक पेड़ वाली वन भूमि पर ही जू बनाने को कहा गया है। इसके अलावा वहां स्थानीय पेड़ पौधों की प्रजातियों को ही विकसित करने और ज्यादा से ज्यादा नेचुरल वातावरण रखने को कहा गया है। इसे अलावा ईको फ्रेंडली कंस्ट्रक्शन वहां करना होगा। केंद्र के फैसले के बाद अब राज्य में हल्द्वानी जू, जसपुर टाइगर सफारी और कण्वाश्रम जू सहित कुछ अन्य बड़े प्रोजेक्ट शुरू हो सकेंगे।
इन लोगों सीएम धामी आज करेंगे सम्मानित..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी आज 27 व्यक्तियों और संस्थाओं को सतत विकास लक्ष्य के तहत आजीविका, मानव व सामाजिक विकास के क्षेत्र में नवाचार और अनूठा कार्य करने पर एसडीजी गोलकीपर अवार्ड से सम्मानित करेंगे। इन सभी चयनित संस्थाओं व व्यक्तियों का चयन चार चरणों की प्रक्रिया के बाद किया गया। नियोजन विभाग के लोक नीति एवं सुशासन केंद्र (सीपीपीजीजी) व संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के संयुक्त तत्वावधान में गोलकीपर अवार्ड के लिए व्यक्तिगत एवं संस्थागत श्रेणी में आवेदन मांगे गए।
सीपीपीजीजी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मनोज कुमार पंत का कहना हैं कि सतत विकास लक्ष्यों का महत्वाकांक्षी एजेंडा है, जिसमें वर्ष 2030 तक गरीबी एवं कुपोषण समाप्त करते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरणीय क्षेत्रों में विशेष कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इन प्रमुख लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त करने के लिए अधिक से अधिक सामाजिक क्षेत्र की सहभागिता भी जरूरी है। राज्य में तमाम स्वयंसेवी संस्थाएं, व्यक्ति, गैरसरकारी संगठन, नागरिक, शोध एवं अकादमिक संस्थाएं अपने-अपने क्षेत्रों में काम कर रही हैं, जो सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने में योगदान दे रही हैं या योगदान दे सकती हैं।
साथ ही समाज में दूसरी संस्थाओं और व्यक्तियों को प्रेरित कर सकती हैं। ऐसी संस्थाओं और व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें एसडीजी गोलकीपर अवार्ड देने की योजना बनाई गई। इसके लिए समाचार पत्र, एफएम रेडियो, कम्युनिटी रेडियो के माध्यम से प्रचार कर आवेदन मांगे गए थे। जिसमें से 176 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 100 संस्थाओं व व्यक्तियों को छांटा गया। सीपीपीजीजी की टीम ने भ्रमण कर संस्थाओं और व्यक्तियों के काम का सत्यापन किया। उन स्थानों और लोगों से बातचीत की जहां संस्थाएं और व्यक्ति काम कर रहे थे। इसके बाद 27 संस्थाओं और व्यक्तियों का एसडीजी गोलकीपर अवार्ड के लिए चयन किया गया।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदलमार्ग पर घोडे़-खच्चरों के धक्कों से चोटिल हो रहे यात्री..
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा में एसडीआरएफ के जवान देवदूत बनकर तीर्थयात्रियों की मदद कर रहे हैं। अब तक एसडीआरएफ के जवान सैकड़ों तीर्थयात्रियों की जान को बचा चुके हैं। पैदल यात्रा पड़ाव में घोड़े-खच्चरों के धक्के से यात्री चोटिल हो रहे हैं तो किसी समय पैदल मार्ग पर फिसलकर नीचे गिर रहे हैं। इसके साथ ही रास्ते में स्वास्थ्य खराब होने पर एसडीआरएफ के जवान यात्री को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा रहे हैं।
बता दें कि छः मई को बाबा केदारनाथ की यात्रा शुरू हुई थी और तब से लेकर अब तक एसडीआरएफ के जवान सैकड़ों तीर्थयात्रियों की जान को बचा चुके हैं। एसडीआरएफ जवान तीर्थयात्रियों के लिए देवदूत बनकर आ रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। गौरीकुंड-केदारनाथ 18 किमी पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की लीद से वैसे ही तीर्थयात्री परेशान हैं, लेकिन पशुआंे के धक्कों से भी यात्रियों को दो-चार होना पड़ रहा है। घोड़े-खच्चरों और श्रद्धालुओं के लिए एक ही रास्ता होने के कारण काफी दिक्कतें हो रही है, जिस कारण यात्री खासे परेशान हैं और उन्हें पैदल मार्ग पर चलने में दिक्कतें हो रही हैं।
पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों के घायल होने के बाद एसडीआरएफ की टीम त्वरित गति से रेस्क्यू कार्य कर रही है। बुधवार को केदारनाथ दर्शन के लिए जाते समय एक महिला श्रद्धालु खच्चर से धक्का लगने के कारण नीचे गिर पड़ी, जिससे उसका पैर फ्रेक्चर हो गया।घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरफ की रेस्क्यू टीम तत्काल सोनप्रयाग से रवाना हुई। एसआई कर्ण सिंह सिंह के हमराह रेस्क्यू टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर महिला यात्री को स्ट्रेचर के माध्यम से उपचार के लिए सोनप्रयाग अस्पताल पहुंचाया।
इसके अलावा एक अन्य घटना में एक व्यक्ति के रुद्रा पॉइंट से नीचे भैरो गदेरे में गिरे होने की सूचना पर केदारनाथ से एसआई मनोज रावत के हमराह रेस्क्यू टीम द्वारा यात्री मंजीत उम्र 32 वर्ष निवासी अम्बाला तक पहुंच बना कर रेस्क्यू किया गया। युवक का पैर फ्रेक्चर हो गया था, जिसे एसडीआरएफ टीम द्वारा स्ट्रेचर के माध्यम से विवेकानंद अस्पताल केदारनाथ में एडमिट कराया गया।
जल संस्थान विभाग का किया औचक निरीक्षण..
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जल संस्थान कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में तैनात कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन कर कार्यरत कर्मचारियों की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान सभी कर्मचारी उपस्थित पाए गए, जबकि एक कार्मिक अमित कुमार शर्मा जो आकस्मिक अवकाश पर बताए गए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह एवं कार्यालय में कार्यरत सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक मशीन पर अपनी उपस्थिति अंकन करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए तथा कार्यालय में पत्रावली का रख-रखाव ठीक ढंग से करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पुरानी पत्रावलियांें का उचित निस्तारण करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कार्यालय एवं कार्यालय परिसर में बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही कार्यालय परिसर में पुराने सामग्री को भी निस्तारित करने को कहा। उन्होंने सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन तत्परता से करें और जनता की जो भी समस्या आती हैं, उनका निराकरण समय से करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही एवं शिथिलता न बरती जाए। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता संजय सिंह, सूचना अधिकारी रती लाल शाह सहित संबंधित कर्मचारी एवं अधिकारी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री को सात सूत्रीय ज्ञापन भेजकर समाधान की मांग..
रुद्रप्रयाग। भारत की कम्युष्टि पार्टी (माक्र्सवादी) की ओर से महंगाई को लेकर बसुकेदार और ऊखीमठ तहसील में धरना दिया। साथ ही उप जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को सात सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित किया गया।
तयशुदा कार्यक्रम के तहत सोमवार को माकपा कार्यकर्ता तहसील ऊखीमठ व बसुकेदार में एकत्रित हुए, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने महंगाई समेत सात सूत्रीय मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की। इसके के बाद दोनों स्थानों पर सांकेतिक धरना भी दिया गया। इस अवसर पर पार्टी के जिला मंत्री बीरेन्द्र गोस्वामी ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार चन्द पूंजीपतियों च कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए देश में कमरतोड मंहगाई कर दी है।
जिससे देश की आम जनता का जीना मुहाल हो गया है। लगातार विगत आठ वर्षो से मोदी सरकार द्वारा देश की जनता के साथ छलवा किया जा रहा है। कहा कि जहां प्रदेश में आलवेदर रोड़ के नाम ढिंढोरा पीटा जा रहा है। वहीं कुंड-ऊखीमठ-चोपता मोटरमार्ग पर एक माह से ठीक नहीं हो सका है। जिससे आम जनता एवं यात्रियों को आवाजाही में दिक्कतें उठानी पड़ रही है। जंगली जानवरों के आतंक पर रोक लगाने के साथ ही किसानों को मुआवजा की पर्याप्त व्यवस्था करने की मांग भी की गई।
इसके अलावा श्रम कानून में संशोधन, केदारनाथ यात्रा में पूर्व की भांति स्थानीय लोगों को शामिल करने, घरेलू गैस सिलेंडर व तेल की कीमतों पर लगाम लगाने, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को श्रम कानून के तहत न्यूनम मानदेय का भुगतान करने की मांग की गई। धरने में दौलत सिंह, खीमानंद गोस्वामी, गीता देवी, प्रतापसिंह, सुमन देवी, सुरेशी देवी, कुसुम देवी, आशीष सेमवाल, मुन्ना भटट समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बच्चों को नहीं मिलीं निशुल्क किताबें, वेतन रोकने के आदेश..
उत्तराखंड: प्रदेश में नया शिक्षा सत्र एक अप्रैल से शुरू हो गया, लेकिन अभी तक तमाम स्कूूलों में बच्चों तक किताबें नहीं पहुंच पाई हैं। इस पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा ने नाराजगी जताते हुए खुद सहित प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी की ओर से गूगल मीट के माध्यम से जिलों के साथ नि:शुल्क पाठ्य-पुस्तकों के वितरण की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की गई। इस मौके पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा ने स्पष्ट कहा कि छात्रों को निशुल्क पुस्तकें जब तक नहीं मिलती, तब तक वह स्वयं के साथ ही इस प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन पर रोक रहेगी।
महानिदेशक का कहना हैं कि जिन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को पुस्तकें प्राप्त नहीं हुई हैं, उन जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि एक सप्ताह के भी सभी बच्चों को घर-घर जाकर इनका वितरण किया जाए। विद्यालयी शिक्षा के तहत प्रदेशभर के स्कूलों में आठ लाख 79 बच्चे पंजीकृत हैं। बैठक में बताया गया कि कक्षा एक से 12 तक की लगभग 95 प्रतिशत पुस्तकें विद्यालयों को वितरित की जा चुकी हैं।
हरिद्वार और पौड़ी जिलों की ओर से बताया गया कि राजकीय विद्यालयों के साथ अशासकीय विद्यालयों के लिए त्रुटिवश डिमांड भेजे जाने के कारण जिलों को पाठ्य पुस्तकें अधिक प्राप्त हो गई थीं, जो अवशेष बची हैं। इस क्रम में मंडलों को निर्देशित किया गया है पाठ्य पुस्तकों को जिन जिलों से अतिरिक्त मांग की जा रही है, वहां भेजा जाए। इस काम को एक सप्ताह में पूरे करने के निर्देश दिए गए।
अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथों से बना खाना नहीं खा रहे बच्चे..
उत्तराखंड: चम्पावत के सूखीढांग के जीआईसी में मध्यान्ह भोजन योजना (एमडीएम) विवाद एक बार फिर से शुरू हो गया है। छठीं से आठवीं कक्षा के सात से दस बच्चे अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथों बनाया खाना नहीं खा रहे हैं। बताया जा रहा हैं कि ये बच्चे जातिगत कारणों से भोजन का बहिष्कार कर रहे हैं। जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने चेतावनी देते हुए कुछ बच्चों की टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) भी काटी। इस मामले को सुलझाने के लिए प्रधानाचार्य प्रेम सिंह ने गुरुवार को अभिभावकों की बैठक बुलाई लेकिन इसमें कोई नतीजा नहीं निकला।
जानकारी मिलने पर प्रधानाचार्य और कुछ शिक्षकों ने बच्चों को समझाने का प्रयास किया लेकिन बच्चों ने घरेलू कारणों की दलील देकर खाना खाने से मना कर दिया। नाम काटने की धमकी देते हुए कुछ बच्चों की टीसी भी काटी गई। स्कूल प्रशासन ने छात्रों को अभिभावकों के आने और भोजन न करने तक स्कूल आने से रोक लगा दी। बता दे कि स्कूल में दो सवर्ण और एक दलित भोजनमाता है।
प्रधानाचार्य का पक्ष
कुछ दिनों से सात से दस बच्चे अनुसूचित जाति की भोजनमाता के हाथ का बना खाना नहीं खा रहे हैं जबकि दूसरी भोजनमाता के हाथों से बनाया खाना ये बच्चे खाते रहे हैं। यह स्थिति न स्कूल के नियमों के अनुकूल है और न ही सामाजिक सौहार्द्र के हिसाब से ठीक है।किसी भी बच्चे का नाम नहीं काटा गया है। बल्कि चेतावनी देने के लिए कुछ बच्चों को टीसी दी गई थी। साथ ही पूरे मामले की जानकारी विभागीय उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।
रूड़की में जेठ ने किया महिला के साथ दुष्कर्म..
उत्तराखंड: रुड़की के भगवानपुर से एक शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आया है जहाँ एक व्यक्ति ने अपने ही छोटे भाई की पत्नी के साथ दुष्कर्म कर दिया। बता दे कि महिला के पति ने उसे तलाक दे दिया था जिसके बाद मौके का फायदा उठाते हुए जेठ ने महिला के साथ ना सिर्फ दुष्कर्म किया बल्कि उसे बुरी हालत में जंगल में फेंक कर फरार हो गया हैं। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
आपको बता दे कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की शादी 13 जुलाई 2020 को पथरी थाना क्षेत्र निवासी जावेद से हुई थी। शादी के बाद ससुराल वाले महिला पर दहेज के लिए दबाव बनाने लगे। महिला ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई। महिला का आरोप है कि एक दिन उसे घर में अकेला देखकर जेठ परवेज ने उसके साथ रेप करने की कोशिश की इस बात की जानकारी महिला ने अपने ससुराल वालों को दी तो उसके साथ मारपीट की गई।
महिला का आरोप है कि 14 दिसंबर 2021 को ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट की और गांव के पास फेंक कर फरार हो गए। आरोप है कि इस दौरान पति ने उसे तीन तलाक भी दे दिया। महिला ने पति पर अप्राकृतिक संबंध बनाने का आरोप लगाया। भगवानपुर थाना प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह का कहना हैं कि पुलिस ने इस मामले में पति जावेद, ससुर मेहरबान, सास मुनीरा, जेठ मोहसिन, जेठ परवेज के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
देहरादून में अचानक गर्जना और आंधी के साथ हुई तेज बारिश..
उत्तराखंड: अगर आप चारधाम यात्रा के लिए जा रहे हैं तो अपने पास छाता या बरसाती का इंतजाम अवश्य कर लें, क्योंकि मौसम विभाग ने बुधवार को चारधाम रूट सहित पर्वतीय इलाकों में गरज के साथ बौछार होने की संभावना जताई है। वहीं मैदानी इलाकों में आंधी चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अलर्ट के बीच बुधवार को सुबह साढ़े दस बजे देहरादून में घने बादल छा गए और गर्जना के साथ तेज आंधी चलने लगी। जिसके बाद बारिश शुरू हो गई। वही मसूरी में घने बादल छाए हुए हैं, बारिश की संभावना बनी हुई है।
भाजपा सरकार का मेगा इवेंट आज,हर विस के लिए 12 लाख रुपये की व्यवस्था..
उत्तराखंड: आचार संहिता लागू होने से पहले शुक्रवार को राज्य की भाजपा सरकार का मेगा इवेंट होगा। राज्य के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें राज्य सरकार की उपलब्धियों को पांच साल तक साझा किया जाएगा। साथ ही हर विधानसभा विकास कार्य का शिलान्यास व उद्घाटन भी होगा।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा के कार्यक्रम में होंगे, जबकि हर विधानसभा में कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के विधायक करेंगे। जहां पार्टी का कोई विधायक नहीं है, वहां जिलाधिकारी अपने विवेक से एक जन प्रतिनिधि से कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस मेगा इवेंट के आयोजन के लिए राज्य सरकार ने 8.40 करोड़ रुपये का बजट भी प्रावधान किया है।
इसके साथ ही प्रत्येक विधानसभा के कार्यक्रम पर 12 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। कार्यक्रम के आयोजन के लिए सरकार की ओर से सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री के लाइव संबोधन की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री खटीमा से संबोधित करेंगे। जो कि सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में सुना जाएगा। प्रत्येक विधानसभा में आयोजन स्थल पर एलईडी लगाई जाएगी।