बिग बी ने लोगों को समझाया ‘अवतार 2’ के पीछे छुपा संदेश..
देश-विदेश: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का कैमरे के सामने बेहतरीन अदायगी करने के साथ ही किताबों और कलम से भी गहरा नाता है। बिग बी अक्सर अपने दिलों-दिमाग में चल रहे विचारों को पन्नो पर उतारना पसंद करते हैं। हालांकि, अब ऐसा करने का उनका माध्यम डिजिटल ब्लॉग होता है। लेकिन अमिताभ बच्चन को आए दिन अपने ब्लॉग के जरिए किसी न किसी मुद्दे पर अपनी राय रखते देखा जाता है। इसी क्रम में हाल ही में अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में जेम्स कैमरून की हालिया रिलीज हुई फिल्म ‘अवतार: द वे ऑफ वॉटर’ का जिक्र किया है। इस ब्लॉग में अमिताभ ने ‘अवतार 2’ की जमकर तारीफ की है।
पूरी दुनिया में दर्शकों का भरपूर प्यार पा रही जेम्स कैमरून की ‘अवतार 2’ पर अब बॉलीवुड के महानतम कलाकार माने जाने वाले अमिताभ बच्चन ने भी अपनी राय रखी है। अमिताभ बच्चन ने पानी में गोते खाती नावी की दुनिया की अपने लेटेस्ट ब्लॉग में जमकर तारीफ की है। इसके साथ ही बिग बी ने ब्लॉग में फिल्म के पीछे छुपे जेम्स कैमरून के उद्देश्य को भी लोगों को समझाया है।
अमिताभ बच्चन लिखते हैं, ‘अवतार: द वे ऑफ वॉटर को सभी ने देखा और इसे देखने के बाद लोगों के कई अलग-अलग मत आए.. बहुत से लोगों ने महसूस किया कि यह बहुत लंबी थी और कुछ इसका अंत देखने तक का इंतजार नहीं कर पाए… लेकिन सभी लोग इसके पीछे का उद्देश्य समझने में असफल रहे। मुझे लगता है कि इसकी कहानी के पीछे एक गहरा संदेश है। कुदरत से खिलवाड़ मत करो….. क्योंकि वह कभी न कभी इसका बदला लेगी !!’
बिग बी ने आगे लिखा, ‘शेर हमेशा उस कांटे को याद रखेगा जिसे एंड्रोक्लीज ने दर्द में उसके पंजे से निकाला था .. और संकट में उसके बचाव में आया था .. ऐसे ही जल महासागरों का जंगली.. और यह तथ्य भी कि जल हमारे अस्तित्व का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है..हम पानी में पैदा हुए थे और पानी में ही खत्म हो जाएंगे..।’
पीएम मोदी ने जल संरक्षण के लिए दिए कई मंत्र..
मनरेगा के तहत पानी पर अधिक से अधिक हो काम- पीएम मोदी..
देश-विदेश: जल विजन 2047′ विषय पर आज यानी पांच जनवरी से दो दिवसीय प्रथम अखिल भारतीय राज्य मंत्री वार्षिक सम्मेलन का आयोजन मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में किया गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्मेलन को संबोधित किया। उनका कहना हैं कि आज भारत जल सुरक्षा में अभूतपूर्ण काम कर रहा है और अभूतपूर्ण निवेश भी कर रहा है। जल संरक्षण के लिए राज्यों के प्रयास देश के सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में बहुत सहायक होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि मनरेगा के तहत पानी पर अधिक से अधिक काम किया जाना चाहिए।
जन भागीदारी की सोच को जनता के मन में जगाना है: पीएम मोदी..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि जल संरक्षण के लिए जन भागीदारी की सोच को जनता के मन में जगाना है। हम इस दिशा में जितना ज्यादा प्रयास करेंगे उतना ही अधिक प्रभाव पैदा होगा। देश हर जिले में 75 अमृत सरोवर बना रहा है और अब तक 25,000 अमृत सरोवर बन भी चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि Water vision 2047 अगले 25 वर्षों के अमृत यात्रा का महत्वपूर्ण आयाम है।
जियो मैपिंग और जियो सेंसिंग जल संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जियो मैपिंग और जियो सेंसिंग जैसी तकनीक जल संरक्षण के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कई राज्यों ने इसमें अच्छा काम किया है और कई राज्य इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जल संरक्षण के लिए केंद्र ने अटल भू-जल संरक्षण योजना की शुरुआत की है। साथ ही सरकार ने इस बजट में सर्कुलर इकोनॉमी पर काफी जोर दिया है। जल संरक्षण के क्षेत्र में भी सर्कुलर इकोनॉमी की बड़ी भूमिका है। जब ट्रीटेड जल को पुन: उपयोग किया जाता है, ताजा जल को संरक्षण किया जाता है तो उससे पूरे इकोसिस्टम को बहुत लाभ होता है।
शहरीकरण की रफ्तार के मद्देनजर जल संरक्षण पर गंभीरता से सोचना होगा..
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है और जब शहरीकरण की रफ्तार ऐसी हो तो हमें पानी के विषय में पूरी गंभीरता से सोचना चाहिए। इंडस्ट्री और खेती दो ऐसे सेक्टर्स हैं, जिसमें पानी की आवश्यकता अधिक होती है। इन दोनों सेक्टर्स को मिल कर जल संरक्षण अभियान चलाना चाहिए और लोगों को जागरूक करना चाहिए।
‘स्वच्छ भारत अभियान’ से मिला फायदा..
‘स्वच्छ भारत अभियान’ से जब लोग जुड़े तब जनता में भी चेतना और जागरूकता आई। सरकार ने संसाधान जुटाए,वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और शौचालय जैसे अनेक कार्य किए। लेकिन अभियान की सफलता तब सुनिश्चित हुई जब जनता ने सोचा कि गंदगी नहीं फैलानी है। जनता में यही सोच जल संरक्षण के लिए भी जगानी होगी।
झारखंड की निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल को सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत..
देश-विदेश: झारखंड की निलंबित महिला आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को मंगलवार(तीन जनवरी) को सुप्रीम कोर्ट से एक महीने के लिए अंतरिम जमानत मिल गई है। उन्हें यह जमानत मेडिकल ग्राउंड पर मिली है। सिंघल को गिरफ्तारी के सात माह 23 दिन बाद यह अंतरिम जमानत मिली है। बता दें कि 2000 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी पूजा सिंघल को 11 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। उनके ऊपर मनरेगा योजना में कथित अनियमितता करने का गंभीर आरोप है।
बीमार बेटी की देखभाल के लिए मिली जमानत..
उच्चतम न्यायालय ने पूजा सिंघल को अपनी बीमार बेटी की देखभाल के लिए एक महीना के लिए अंतरिम जमानत दी है। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति अभय एस ओका की पीठ ने प्रवर्तन निदेशालय को सिंघल की मुख्य जमानत याचिका पर तीन सप्ताह में जवाब देने का भी निर्देश दिया। ईडी की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू ने कहा कि याचिका गलत है और इसमें कोई दम नहीं है। कानून अधिकारी ने कहा कि मैं इस तरह की दलीलों का विरोध करने वाला आखिरी व्यक्ति होऊंगा।
रांची जाने पर फिलहाल रोक
शीर्ष अदालत, जिसने अब निलंबित आईएएस अधिकारी की याचिका को 6 फरवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है। सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कुछ शर्तें भी लगाई हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि जब तक शहर में सुनवाई के लिए अदालत का मामला सूचीबद्ध नहीं हो जाता, तब तक वह रांची नहीं जाएंगी।
11 मई से हिरासत हैं पूजा सिंघल..
पूजा सिंघल 11 मई से उनसे जुड़ी संपत्तियों पर छापेमारी के बाद से हिरासत में हैं। ईडी ने राज्य के खान विभाग के पूर्व सचिव सिंघल पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है और कहा है कि उनकी टीम ने दो अलग-अलग मनी लॉन्ड्रिंग जांचों के तहत कथित अवैध खनन से जुड़े 36 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की है।
रिटायर्ड एयर मार्शल ने पीएम मोदी से की मुलाकात..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सेवानिवृत्त एयर मार्शल पी.वी. अय्यर से मुलाकात की। पीवी अय्यर 92 साल के हैं। इस उम्र में भी वह फिटनेस के प्रति उत्साही हैं। प्रधानमंत्री का कहना हैं कि जीवन के लिए उनका उत्साह सराहनीय है। उत्साही धावक अय्यर ने प्रधानमंत्री को अपनी पुस्तर ‘फिट एट एनी एज: ए प्रैक्टिशनर्स गाइड’ भेंट की। पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, आज एयर मार्शल पी.वी. अय्यर (सेवानिवृत्त) से मिलकर खुशी हुई। जीवन और साथ ही फिट व स्वस्थ रहने के प्रति उनका उत्साह उल्लेखनीय है। उनकी किताब की एक प्रति पाकर खुशी हुई।
पंचतत्व में विलीन हुईं हीराबेन, प्रधानमंत्री मोदी ने भाइयों संग दी मुखाग्नि..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा नहीं रही। शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए यह जानकारी दी गई। पोस्ट में लिखा गया, शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से।
आपको बता दे कि 100 वर्षीय हीराबा का आज सुबह निधन हो गया। यूएन मेहता अस्पताल के एक बयान में कहा गया है,पीएम मोदी ने अपने भाई के साथ मिलकर उन्हें मुखाग्नि दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन की बुधवार को तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हीराबा के निधन पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक जताया है। इसके अलावा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,’माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी की माता पूज्य हीराबा के निधन से गहरा दुख हुआ। पूज्य हीराबा उदारता, सादगी, परिश्रम और जीवन के उच्च मूल्यों के प्रतिमान थीं। मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
गुवाहाटी में महसूस किए गए भूकंप के झटके..
धरती की 10 किलोमीटर गहराई पर था केंद्र..
देश-विदेश: असम के गुवाहाटी के 62 किलोमीटर उत्तरपूर्व में आज दोपहर 12 बजकर 27 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.5 रही। भूकंप की गहराई धरती से 10 किलोमीटर नीचे थी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इस घटना की जानकारी दी है। भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।
आपको बता दे कि रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते।
वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं। इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है।
कांतारा 2′ पर लगी मुहर! ऋषभ शेट्टी की फिल्म के मेकर्स ने सीक्वल पर दिया बड़ा बयान..
देश-विदेश: इस साल की दो सबसे सफल फिल्मों का निर्माण ‘होम्बले फिल्म्स प्रोडक्शंस’ बैनर के तले किया गया है। यह दो फिल्में सुपरस्टार यश स्टारर ‘केजीएफ 2’ और ऋषभ शेट्टी की ‘कांतारा’ हैं। ऋषभ शेट्टी की फिल्म ‘कांतारा’ ने साल के आखिर में सिनेमाघरों में ऐसा धमाल मचाया है जिसे भूल पाना बहुत मुश्किल है। होम्बले प्रोडक्शंस के संस्थापक विजय किरागंदूर और चालुवे गौड़ा ने ऋषभ शेट्टी की इस फिल्म को ऑस्कर नामांकन के लिए भी भेजा है। इतना ही नहीं यह भी खुलासा किया कि वे इस फिल्म का सीक्वल बनाएंगे। हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में, उन्होंने ‘कांतारा 2’ पर खुलकर बात की है।
हाल ही में विजय और चालुवे ने ‘कांतारा’ से दूसरे पार्ट के बारे में खुलासा किया। उन्होंने कहा है कि वह ‘कांतारा 2’ जरूर बनाएंगे, लेकिन इसकी समय सीमा तय नहीं है। सीक्वल के बारे में बात करते हुए, मेकर्स ने खुलासा किया, ‘हमारे पास एक योजना है। हम दूसरे कामों में व्यस्त थे और ऋषभ ने भी एक महीने का ब्रेक लिया था। जैसे ही वह वापस आ जाएंगे तो हम फ्रेंचाइजी के लिए अपने अगले कदम के बारे में फैसला करेंगे।’
इस इंटरव्यू में उन्होंने ‘केजीएफ’ और ‘कांतारा’ की सफलता के पीछे के कारण के बारे में भी बताया और कहा कि वे फिल्मों की कहानी और पटकथा पर अधिक समय देते हैं। मेकर्स बोले, ‘यदि आप हमारी किसी भी स्क्रिप्ट को लेते हैं, उदाहरण के लिए केजीएफ, हमने स्क्रिप्ट पर तीन साल तक काम किया और कंतारा के लिए, हमने स्क्रिप्ट पर छह से आठ महीने तक काम किया। हमारे लिए हम हमेशा उन राइटर्स और डायरेक्टर्स को अहमियत देते हैं, जिन्हें अच्छी स्क्रिप्ट लिखने के लिए समय की जरूरत होती है। हम उन्हें ड्राफ्ट पर काम करने के लिए पर्याप्त समय देते हैं। हम कहानियां पेश करने की जल्दी में नहीं हैं। एक बार जब हम उनसे जुड़ जाते हैं, तो हम कहानी तय होने के बाद ही प्रोडक्शन पर काम करते हैं। हमारा पूरा ध्यान कुछ सामान्य करने के बजाय कुछ अनूठा पेश करने में होता है।
इस साक्षात्कार में उन्होंने यह भी बताया कि वह हिंदी फिल्में करेंगे या नहीं। जब उनसे पूछा गया कि क्या आप लोग हिंदी फिल्मों का निर्माण करेंगे? इसका जवाब देते हुए, वह बोले, ‘हम कुछ लेखकों के साथ काम कर रहे हैं। एक बार कहानी तैयार हो जाने के बाद हम निर्देशकों की पहचान करेंगे और फिर हम उस पर काम करेंगे।
भेड़िया’ समेत इस हफ्ते रिलीज होंगी ये दमदार फिल्में और वेब सीरीज..
देश-विदेश: दर्शकों को सिनेमाघरों से ज्यादा अब घर में बैठकर फिल्म और वेब सीरीज देखना पसंद आता है। यही वजह है कि दर्शक ओटीटी पर नई फिल्में और वेब सीरीज रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। ऐसे में क्रिसमस के बाद वाला हफ्ता भी दर्शकों के लिए बेहद मनोरंजक होने वाला है। इस हफ्ते भी कई धमाकेदार फिल्में ओटीटी पर आने वाली हैं। चलिए जानते हैं कि वे फिल्में और वेब सीरीज कौन सी हैं, जो ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपना जलवा दिखाने के लिए तैयार हैं। साथ ही, यह भी जानिए कि कौन सी फिल्में और वेब सीरीज कहां और कब रिलीज होने वाली हैं?
भेड़िया
बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन स्टारर ‘भेड़िया’ सिनेमाघरों के बाद अब ओटीटी पर अपना जलवा बिखेरने के लिए तैयार है। वरुण धवन की इस फिल्म का दर्शकों को ओटीटी पर काफी वक्त से इंतजार था। फैंस इस फिल्म को 30 दिसंबर से ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा पर देख सकते हैं।
आर या पार
‘आर या पार’ हिंदी फिल्म है। इसमें आदित्य रावल ने मुख्य भूमिका निभाई है। फिल्म ‘आर या पार’ डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर 30 दिसंबर 2022 को रिलीज होने के लिए तैयार है। इस फिल्म में आप देखेंगे कि कैसे एक आदिवासी व्यक्ति अपनों की रक्षा करने के लिए हत्यारा बन जाता है।
राइज ऑफ एम्पायर: सीजन 2
राइज ऑफ एम्पायर: सीजन 2 एक हिस्टोरिकल सीरीज है। इस सीरीज में ओटोमन सुल्तान मोहम्मद द्वितीय के बारे में बताया जाएगा कि किस तरह से उन्होंने तमाम चीजों को हासिल किया। इस सीजन के जरिए एक बार फिर से इतिहास की झलक देखने को मिलेगी। यह सीरीज ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर 29 दिसंबर को रिलीज होगी।
गनीबल
गनीबल एक जापानी शो है। यह काल्पनिक जापानी गांव में कानून और व्यवस्था की देखरेख के लिए रखे गए एक पुलिस अधिकारी की मनोरंजक कहानी पर आधारित है। यह शो आप 28 दिसंबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस पर देख सकते हैं।
ट्रीसन
वेब सीरीज ‘ट्रीसन’ का फैंस को काफी दिन से इंतजार है। दर्शकों का इंतजार अब 26 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। यह रोमांचित सीरीज ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी।
नई टेक्नोलॉजी के साथ रिलीज होगी शाहरुख खान की ‘पठान’..
देश-विदेश: इन दिनों अगर किसी फिल्म की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है तो वह सिर्फ बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ की है। फैंस से लेकर आलोचकों, राजनेताओं और उलेमाओं तक सभी इस फिल्म का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। ‘पठान’ का पहला गाना रिलीज होते ही शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम स्टारर यह फिल्म सभी ने निशाने पर आ गई थी।
देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो इस फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे इन लोगों के लिए फिल्म से जुड़ी एक ऐसी खबर आ रही है, जिसे सुन सभी के चेहरे खिल उठेगें। इतने विवादों के बीच ‘पठान’ को लेकर खबर आ रही है कि फिल्म को भारत में पहली बार नई टेक्नोलॉजी के साथ रिलीज किया जाएगा।
बेशरम रंग पर जमकर चल रहे विरोध के बीच ‘पठान’ को लेकर सामने आ रही रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि शाहरुख-दीपिका की फिल्म आईसीई (इमर्सिव सिनेमा एक्सपीरियंस) टेक्नोलॉजी के साथ रिलीज की जाएगी। यह फिल्म के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है क्योंकि ‘पठान’ ऐसा करने वाली भारतीय सिनेमा की पहली फिल्म होगी।
इस बात की जानकारी खुद यश राज फिल्म्स के डिस्ट्रीब्यूटर वाइस प्रेसिडेंट रोहन मल्होत्रा ने दी है। रोहन मल्होत्रा ने हाल ही में एक मीडिया संस्थान से बातचीत करते हुए इस बात का खुलासा किया और इसके अलावा भी कई बातों की जानकारी साझा की।
अपने इस साक्षात्कार में रोहन मल्होत्रा बोले, ‘पठान आईसीई फॉर्मेट में रिलीज होने वाली भारत की पहली फिल्म होगी। आईसीई थियेटर फॉर्मेट में साइड पैनल शामिल हैं, जो मुख्य स्क्रीन के साथ होता है। यह एक पेरिफेरल वर्जन बनाता है, इस तरह रंगों और गानों के साथ शानदार एक्सपीरियंस देता। आईसीई फॉर्मेट ने भारत में दिल्ली एनसीआर में दो पीवीआर सिनेमा साइटों के साथ शुरुआत की थी। फिलहाल इस फॉर्मेट फिल्म अवतार: द वे ऑफ वॉटर सिनेमाघरों में लगी हुई है और अब पठान इस फॉर्मेट में रिलीज होने वाली पहली भारतीय फिल्म होने वाली है।’
शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम की फिल्म के पहले गाने पर ‘बेशरम रंग’ में अभिनेत्री द्वारा पहनी गई भगवा रंग की बिकिनी पर जमकर बवाल मचा हुआ है। हालांकि, अब इस गाने के बाद ‘पठान’ का नया गाना ‘झूमे जो पठान’ भी रिलीज हो चुका है, जिसको लोगों की अच्छी प्रतीक्रिया मिली है। यह फिल्म 25 जनवरी को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है।
नेजल वैक्सीन को केंद्र की मंजूरी, पहले निजी अस्पतालों में होगी उपलब्ध..
देश-विदेश: बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच चीन समेत कई देशों में एक अहम फैसला किया गया है।देश में नेजल वैक्सीन को आपात इस्तेमाल के लिए केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी दे दी गई है। आप इसे बूस्टर खुराक के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। निर्णय के अनुसार, नेजल वैक्सीन पहले निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी।
आपको बता दे कि यह इंट्रानेजल टीका व्यापक रूप से प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करने में सहायता करेगा। सार्स-सीओवी-2 जैसे कई वायरस सामान्यतौर पर म्यूकोसा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं। यह एक ऊतक है जो नाक के अंदर होता है। म्यूकोसल झिल्ली की कोशिकाएं और अणु वायरस से संक्रमित होते हैं।
ऐसे में शरीर के अंदर जाने से पहले वायरस से छुटकारा पाने के लिए नेजल शॉट का इस्तेमाल किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार इंट्रानैसल टीकाकरण शॉट इम्युनोग्लोबुलिन ए (IgA) का उत्पादन करता है, जो वायरस के प्रवेश के बिंदु यानी नाक पर ही एक शक्तिशाली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्राप्त करके वायरस को बढ़ने से रोक सकता है।
ये बातें इस वैक्सीन को बनाती हैं बेहद खास..
1- भारत बायोटेक द्वारा साझा की गई जानकारियों के मुताबिक यह नेजल वैक्सीन, अब तक प्रयोग में लाई जा रही अन्य वैक्सीन्स से काफी अलग और प्रभावी है। कुछ बातें इसे बेहद खास बनाती हैं।
2- यह वैक्सीन चूंकि नाक के माध्यम से दी जाती है जो नाक के भीतर प्रतिरक्षा प्रणाली तैयार करके वायरस के प्रवेश करते ही उसे निष्क्रिय कर देगी।
अब तक दी जा रही वैक्सीन्स से अलग, इसके लिए निडिल की आवश्यकता नहीं होगी।
3- इसे उपयोग में लाना भी आसान है घर पर भी इसको प्रयोग किया जा सकेगा। इसके लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों की आवश्यकता भी नहीं है।
4- सुई से संबिधित जोखिमों जैसे संक्रमण, या वैक्सीनेशन के बाद होने वाले दर्द से मुक्ति मिलेगी।
5- बच्चों और वयस्कों के लिए आदर्श रूप से उपयुक्त है।
6- सबसे खास बात यह वायरस को शरीर में प्रवेश करने से पहले ही मारने की क्षमता वाली है, ऐसे में इससे शरीर के अंगों को होने वाली समस्याओं का जोखिम नहीं होगा।