अप्रैल के अंत तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आ सकते हैं भारत..
देश-विदेश: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इस महीने के अंत तक भारत का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए मुक्त व्यापार समझौते पर भी बातचीत हो सकती है। बता दे कि जॉनसन की यह पहली भारत यात्रा होगी। इससे पहले दो बार उनकी भारत यात्रा की योजना बनी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे रद्द करना पड़ा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री 22 अप्रैल के आसपास भारत की यात्रा कर सकते हैं। आपको बता दे कि गणतंत्र दिवस पर जॉनसन मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे, लेकिन मौजूदा कोरोना महामारी के कारण उनकी यात्रा रद्द कर दी गई थी। इसके बाद अप्रैल, 2021 में भी उनकी भारत यात्रा प्रस्तावित थी। हालांकि, दूसरी लहर के कारण इसे रद्द करना पड़ा था।
बता दे कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बोरिस जॉनसन के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इस दौरान ही व्यक्तिगत बैठक की भी चर्चा हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच व्यापार, सुरक्षा और संबंधों को बढ़ावा देने पर सहमति बनी थी। हालांकि, अभी तक डाउनिंग स्ट्रीट की ओर से अभी तक प्रधानमंत्री जॉनसन की भारत यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। जॉनसन की भारत यात्रा के दौरान यूक्रेन संकट पर भी बातचीत हो सकती है। अमेरिका के बाद ब्रिटेन ही है, जिसने रूस पर कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं। पिछले दिनों ब्रिटेन की विदेश सचिव ने भी भारत यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन संप्रभु देशों के निर्णयों में कोई दखल नहीं देगा।
चीन ने कोविड से पहले ही आधी दुनिया को गुलाम बनाने की रची थी यह साजिश..
देश-विदेश: चीन ने कोविड से पहले ही आधी दुनिया को गुलाम बनाने की बड़ी साजिश रच ली थी। ताकि गरीब और विकासशील देश आर्थिक रूप से टूट जाएं और उसके गुलाम हो जाएं। आपको बता दे कि चीन ने ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ से दुनिया के सभी छोटे और कुछ बड़े देशों को अपने चंगुल में फंसा लिया है। इन देशों को कोविड से पहले चीन ने निवेश के नाम पर इतना कर्ज दिया कि वहां की अब अर्थव्यवस्था चौपट होने लगी। कोविड ने अर्थव्यवस्था चौपट की तो ये कर्जदार देश चीन की ग़ुलामी को बढ़ चले। श्रीलंका और पाकिस्तान जैसे देश तो चीन किसी कुटिल चाल में फंस कर राजनीतक और आर्थिक स्तर पर पूरी तरीके से बर्बाद हो चुके हैं। विदेशी मामलों के जानकार कहते हैं कि अब चीनी कर्ज से लदे देशों को उसकी कुटिल चाल से बचने के लिए सोचना होगा।
बीआरआई को बनाया हथियार
एशिया की राजनीति को बहुत करीब से समझने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अभिषेक सिंह का कहना हैं कि चीन ने कोविड के पहले दुनिया के अलग-अलग छोटे बड़े और विकासशील समेत गरीब मुल्कों मे ऐसी साजिश रची कि आधी दुनिया उसके झांसे में आ गई। वे कहते हैं कि दरअसल चीन में बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव के माध्यम से ऐसा जाल फेंका। प्रोफेसर अभिषेक के अनुसार चीन ने 2013-14 में पूरी दुनिया में व्यापार को सड़कों और समुद्री मार्गों से सुगम बनाने का खाका तैयार किया। जिसका नाम बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव रखा। इस रोडमैप के के लिए चीन ने जो मॉडल प्रस्तुत किया, उसमें पूरी दुनिया के देशों को एक रास्ते से जोड़ने का पूरा प्लान था। यह बिजनेस कॉरिडोर दुनिया के उन सभी देशों के बीच से होकर गुजरना था, जो इस प्रोग्राम के हिस्सेदार होंगे। छोटे देश और गरीब देश समेत कई विकासशील देश इस योजना के भागीदार बनने को राजी हो गए।
यूरेशियन इकोनॉमिक ट्रेड चेंबर के सलील अरोड़ा कहते हैं कि चीन ने इसी योजना के तहत ऐसे देशों में जमकर निवेश किया। यह निवेश चीन ने इन देशों में बराबर की भागीदारी के तहत क़िया। चीन की इस बराबर भागीदारी का मतलब यह था कि जितना निवेश चीन उस देश में कर रहा है, वह उसे कर्ज के तौर पर माना जाए। जिसे एक तय सीमा के भीतर उस देश को चीन को वापस करना होगा। विदेशी मामलों के जानकार और पूर्व भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रहे एसपी सिन्हा कहते हैं कि चीन ने यही दांव खेलकर दुनिया के कई देशों को अपने रोड जाल में फंसा लिया। इसमें फंसने वाले देशों में सबसे बुरा हाल श्रीलंका और पाकिस्तान का हुआ। जबकि एशिया के कई मुल्क अभी भी चीन की इस खतरनाक साजिश के शिकार होने की कगार पर हैं। दरअसल चीन ने एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के माध्यम से दुनिया के कई मुल्कों को इस रोड जाल के माध्यम से कर्ज दिलवाया। इसके अलावा बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव से संबंधित दस्तावेजों पर दस्तखत भी करवाए। इसमें श्रीलंका, मालदीव, मलेशिया, सिंगापुर समेत दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के देशों समेत अफ्रीकी महाद्वीप के कई देश शामिल हैं।
इन राज्यों में तेज आंधी और भारी बारिश के आसार, टूटा गर्मी का रिकॉर्ड..
देश-विदेश: मौसम विभाग ने अप्रैल के शुरुआती सप्ताह के लिए पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग का कहना हैं कि भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों, अरुणाचल प्रदेश और असम-मेघालय क्षेत्र में अगले दो दिनों तक भारी बारिश होगी और इस दौरान तेज आंधी एवं बिजली गिरने की भी संभावना है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लू चलने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अगले पांच दिनों तक अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश और तेज आंधी का कारण बनेंगी। आज पश्चिम बंगाल के उत्तरी इलाके और सिक्किम में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी 5 अप्रैल को भी भारी बारिश होगी। वहीं अगले 5 दिनों के दौरान तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी हल्की बारिश होने की संभावना है।
इन राज्यों में चलेगी भीषण लू..
बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में लू चलने की संभावना है। विदर्भ और गुजरात में भी पारा ऊपर चढ़ेगा। दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्सों, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी रहेगी।
राजस्थान में टूटा गर्मी का रिकॉर्ड..
वही राजस्थान में गर्मी के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। लू के कारण कई लोगों की तबीयत खराब हो गई है। आलम ये है कि बाड़मेर में तो अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री तक पहुंच गया है जो कि अब तक सबसे अधिक है। वहीं, शेखावाटी में पारा चढ़कर 40 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है। कोटा, बाड़मेर, वनस्थली, पिलानी, सीकर, जैसलमेर, जोधपुर, फलोदी, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू में लू चलेगी।
उगादी, नवरेह, गुड़ी पड़वा समेत कई त्योहार आज..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देशवासियों को नवरात्री से लेकर नवरेह, उगादी, गुड़ी पड़वा समेत कई त्योहारों की शुभकामनाएं दी हैं। ट्विटर हैंडल के जरिए पीएम ने भारतीयों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। पीएम के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट के जरिए भारतीयों को त्योहारों की बधाई दी। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुभकामनाएं दी थी।
बता दे कि पीएम मोदी ने नवरात्र की बधाई देते हुए ट्वीट किया, ‘सभी देशवासियों को नवरात्रि की बधाई। शक्ति की उपासना का यह पर्व हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा का संचार करे।’ वहीं, उगादी समृद्धि की कामना की। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस दिन को नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है। दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में इस दिन कई आयोजन होते हैं। गुड़ी पाड़वा की शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी मराठी में ट्वीट किया। साथ ही कश्मीरी नव वर्ष माने जाने वाले नवरेह भी पीएम ने दी देशवासियों को बधाई दी।
संघर्ष के दिनों में पीसीओ में काम करते थे कपिल शर्मा, आज घर घर में हैं मशहूर..
देश-विदेश: कॉमेडियन कपिल शर्मा अक्सर किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहते हैं। उनका ‘द कपिल शर्मा शो’ इस समय घर-घर में लोकप्रिय है। हाल ही में विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर भी कपिल शर्मा और उनका शो काफी चर्चा में था। दुनिया को हंसाने वाले कपिल का जन्म दो अप्रैल 1981 को अमृतसर में हुआ था। कल वह अपना 41वां जन्मदिन मनाएंगे।
साल 2007 से ‘द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले कपिल ने आज लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कपिल शर्मा कितनी संपत्ति के मालिक है। जानकारी के अनुसार कपिल शर्मा अपने शो से अच्छी खासी कमाई करते हैं। वह एक शो के करीब 40 से 90 लाख रुपये तक चार्ज करते हैं। इस समय वह 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं। कपिल शर्मा के पास लग्जरी गाड़ियों का भी कलेक्शन है। वह मर्सडिज बेंज एस क्लास और मर्सडिज बेंज सी क्लास जैसी कार की सवारी करते हैं। इसके अलावा उनके पास एक करोड़ रुपये की वोल्वो एक्स90 भी है। उनके पास हाईबुसा बाइक है, जिसकी कीमत करीब 15 लाख रुपये के आसपास है।
अमृतसर के रहने वाले कपिल शर्मा के पास पंजाब में एक लग्जरी फार्महाउस है, जिसकी कीमत करीब 25 करोड़ रुपये के आस-पास है। इसके अलावा उनके पास मुंबई में एक शानदार अपार्टमेंट भी है, जिसकी कीमत करीब 15 करोड़ रुपये है। कपिल शर्मा के पास खुद की एक वैनिटी वैन भी है। इस वैन में सभी सुविधाएं हैं। इसके लिए कपिल शर्मा ने करीब 5.5 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। टीवी शो के अलावा कपिल बॉलीवुड में भी हाथ आजमा चुके हैं। उन्होंने ‘किस-किस को प्यार करूं’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई।
आज और कल बंद रहेंगे बैंक, बिजली व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश..
देश-विदेश: केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कामगार संगठनों ने 28-29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। बैंक संगठनों ने हड़ताल का समर्थन करते हुए सोमवार और मंगलवार को बैंक बंद रखने का फैसला लिया है। हड़ताल व बैंकों की बंदी के चलते बैंकिंग, परिवहन, रेलवे, रक्षा व बिजली आपूर्ति पर असर पड़ सकता है। आपको बता दे कि ऊर्जा मंत्रालय ने सरकार से सभी प्रतिष्ठानों और एजेंसियों को हाईअलर्ट पर रहने, निरंतर बिजली आपूर्ति बनाए रखने और राष्ट्रीय ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने को कहा है।
संयुक्त मंच में आईएनटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी शामिल हैं। कोयला, इस्पात, तेल, टेलिकॉम, पोस्टल, इनकम टैक्स, तांबा, बैंक, बीमा जैसे क्षेत्रों में यूनियनों को भी हड़ताल में शामिल होने की अपील की गई है। रेलवे और रक्षा क्षेत्र की यूनियनें देशभर में सैकड़ों जगह हड़ताल के समर्थन में भारत बंद करेंगी।
द कश्मीर फाइल्स को यू ट्यूब पर डालने की बात पर भड़के अनुपम खेर-कहा कुछ ऐसा..
देश-विदेश: विवेक अग्निहोत्री की हालिया रिलीज हुई फिल्म द कश्मीर फाइल्स बॉक्स ऑफिस पर लगातार बड़े-बड़े रिकॉर्ड तोड़ रहा है। कमाई के मामले में महज 13 दिनों के अंदर ही इस फिल्म ने 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। 13 दिन के अंदर ही 200 करोड़ क्लब में शामिल होते ही द कश्मीर फाइल्स ने अक्षय कुमार की फिल्म सूर्यवंशी का भी रिकॉर्ड तोड़ डाला है। द कश्मीर फाइल्स में अहम रोल अदा करने वाले कलाकार अनुपम खेर ने अब फैन्स के नाम एक मैसेज शेयर किया है और लोगों से गुजारिश की है इस फिल्म को लोग सिनेमाघरों में ही जाकर देखें।
आपको बता दे कि अनुपम खेर ने अपनी बात सामने रखते हुए ट्वीट किया है, ‘अब तो दोस्तों द कश्मीर फाइल्स सिनेमा हॉल में ही जाकर देखना। आप लोगों ने 32 साल बाद #KashmiriHindus के दुःख को जाना है। उनके साथ हुए अत्याचार को समझा है। उनके साथ सहानुभूति दिखाई है। लेकिन जो लोग इसका मजाक उड़ा रहे है। कृपया उनको अपनी ताक़त का एहसास कराएं।
द कश्मीर फाइल्स पर बोलने पर बॉलीवुड के तमाम सेलेब्स बोलने से बच रहे हैं। वहीं कुछ लोगों ने दबी जुबान में इस फिल्म को लेकर अपनी बात सामने रखने की कोशिश भी की है। कई सेलेब्स ने तो खुलेआम इस फिल्म का विरोध जताया है। बीते दिनों ही आदिल हुसैन, स्वरा भास्कर, प्रकाश राज और गौहर खान समेत कई लोगों ने द कश्मीर फाइल्स को लेकर विवादित बयान दिया था।
भारत में 12 से 18 वर्ष के किशोरों को लगेगा नोवोवैक्स वैक्सीन का टीका..
देश-विदेश: नोवोवैक्स और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मंगलवार को भारत में 12-18 साल की उम्र के किशोरों के लिए अपने कोविड-19 वैक्सीन के पहले आपातकालीन उपयोग की मंजूरी की घोषणा की। नोवोवैक्स द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, वैक्सीन को NVX-CoV2373 के रूप में भी जाना जाता है। वहीं भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा इसे ‘कोवोवैक्स’ नाम के तहत निर्मित किया जा रहा है। यह पहला प्रोटीन-आधारित वैक्सीन है जो भारत में इस आयु वर्ग में उपयोग के लिए अधिकृत किया गया है।
आपको बता दे कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों में कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) के कारण होने वाले कोविड-19 बीमारी को रोकने के लिए सक्रिय टीकाकरण के लिए ‘कोवोवैक्स’ के आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग की अनुमति दी है। नोवावैक्स के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टेनली सी एर्क का कहना हैं कि “हमें किशोरों के लिए इस वैक्सीन की पहली मंजूरी मिलने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि हमारे आंकड़ों से पता चलता है कि इस वैक्सीन की प्रभावकारिता और सुरक्षा भारत में 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए एक वैकल्पिक प्रोटीन-आधारित वैक्सीन का विकल्प प्रदान करेगी।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला का कहना हैं कि भारत में 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के किशोरों के लिए कोवोवैक्स की मंजूरी भारत और निम्न एवं मध्यम आय वाले देश (एलएमआईसी) में हमारे टीकाकरण प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा, “हमें अपने देश के किशोरों के लिए एक अनुकूल सुरक्षा प्रोफ़ाइल के साथ प्रोटीन-आधारित कोविड-19 वैक्सीन देने पर गर्व है।
आपको बता दें कि डीसीजीआई ने पहले ही 28 दिसंबर को 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों के लिए ‘कोवोवैक्स’ के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी आपातकालीन उपयोग की सूची में शामिल वैक्सीन में भी ‘कोवोवैक्स’ का नाम शामिल है।
कैसे काम करती है यह वैक्सीन?
नोवोवैक्स एक प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन है और इसलिए मॉडर्ना और फाइजर द्वारा विकसित एमआरएनए वैक्सीन, एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा बनाई गई वायरल-वेक्टर वैक्सीन और सिनोवैक और सिनोफार्म द्वारा बनाई गई निष्क्रिय-वायरस वैक्सीन से अलग है। प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जिससे वे रक्षा करते हैं। ऐसे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए इनमें स्पाइक प्रोटीन होते हैं जो वायरस की सतह को ढक लेते हैं, जिसे इम्यून सिस्टम आसानी से पहचान सकता है। जब भविष्य में वास्तविक वायरस का सामना होता है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली में ऐसे बचाव होते हैं जो वायरस के इन बाहरी हिस्सों पर हमला करने और इसे जल्दी से नष्ट करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं। वहीं स्पाइक प्रोटीन अपने आप में हानिरहित, कोविड संक्रमण पैदा करने में असमर्थ होते हैं। यह कीट कोशिकाओं के भीतर, पेचीदा रूप से बनते हैं। फिर प्रोटीन को शुद्ध किया जाता है और एक सहायक घटक में जोड़ा जाता है जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाता है।
तेजी से बढ़ रहा हैं ओमिक्रॉन का स्टील्थ वैरिएंट..
देश-विदेश: भारत समेत दुनिया भर में कोरोना वायरस के नए केसों में लगातार गिरावट का दौर जारी है। इसके चलते उम्मीद की जा रही थी कि जल्दी ही देश को कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिल जाएगी। लेकिन अब यह उम्मीद कमजोर पड़ती दिख रही है। इसकी वजह ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक नया सब वैरिएंट डिवेलप होना है, जिसका नाम स्टील्थ रखा गया है। चीन में इसके मामले तेजी से मिल रहे हैं। इसके अलावा इजरायल ने भी इसके दो मामले मिलने की पुष्टि की है। इस नए वैरिएंट के चलते दुनिया में कोरोना वायरस की चौथी लहर आने का डर सताने लगा है।
आपको बता दे कि स्टील्थ सब वैरिएंट इसलिए खतरनाक है क्योंकि इसे डिटेक्ट करना मुश्किल है। यह ओमिक्रॉन वैरिएंट से काफी अलग है। यह ओमिक्रॉन के दो सब-वैरिएंट्स से मिलकर बना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह सब-वैरिएंट भी ओमिक्रॉन के ही जितना खतरनाक है। वही WHO का कहना कि इस वैरिएंट पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है क्योंकि यह टेस्टिंग में कम मिलता है। इसके अलावा दुनिया भर में घटते केसों को लेकर भी संस्था ने कहा कि टेस्टिंग कम हुई है और इसके चलते भी मामले कम देखने को मिल रहे हैं।
क्या हैं कोरोना वायरस के स्टील्थ वैरिएंट के लक्षण..
आपको बता दे कि स्टील्थ वैरिएंट से संक्रमित लोगों में चक्कर आने, कमजोरी और थकान के लक्षण देखने को मिलते हैं। वायरस से संक्रमित होने के दो से तीन दिन बाद ये लक्षण पाए जाते हैं। इसके अलावा बुखार, खांसी, गला में खिंचाव होना, मांसपेशियों में दर्द, सर्दी लगना और दिल की धड़कनें तेज होना भी इसके लक्षण हैं। चीन में इस वैरिएंट के चलते तेजी से केसों में इजाफा हुआ है। वुहान में ही तीसरी बार कोरोना के केस 5,000 के पार पहुंच गए हैं। इसके अलावा इजरायल ने भी दो केसों की पुष्टि की है। भारत में 22 जून तक कोरोना की चौथी लहर शुरू हो सकती है, जो अगस्त के मध्य तक पीक पर होगी।
एक लाख वोटों से जीते योगी, संगीत सोम को मिली मात..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए मतगणना जारी है। रुझानों में UP में 273 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बना ली है। जबकि सपा 123 सीटों पर ही सिमटी दिखाई दे रही है। कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। मोहनलालगंज सीट से भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। देवबंद सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह जीत गए हैं, वहीं जनसत्ता दल के खाते में प्रतापगढ़ का पहला नतीजा आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1,02,399 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। वहीं, मेरठ की सरधना सीट से भारतीय जनता पार्टी के संगीत सोम हार गए हैं। उन्हें सपा के अतुल प्रधान ने हराया। भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम नहीं लगा सके जीत की हैट्रिक। सरधना में पहली बार साइकिल दौड़ी। सरधना विधानसभा सीट से सपा रालोद गठबंधन के अतुल प्रधान ने भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हरा दिया है। संगीत सोम इससे पहले दो बार यहां से चुनाव जीते थे, जबकि अतुल प्रधान दो बार चुनाव हारे थे। सरधना सीट पर ऐसा पहली बार हुआ है जब सपा का कोई प्रत्याशी जीता है। हार जीत का अंतर करीब 18000 वोटों का है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। जब चार राउंड की मतगणना होनी बाकी थी, उससे पहले ही संगीत सोम मोदीपुरम में कृषि विश्वविद्यालय स्थित मतगणना स्थल से चले गए थे।