तेजस्वी यादव ने कहा- बिहार की जनता ने इस बार बदलाव के पक्ष में मजबूती से मतदान किया
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से पहले जारी एग्जिट पोल भले ही अलग-अलग तस्वीर दिखा रहे हों, लेकिन महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने सरकार बनने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने इस बार बदलाव के पक्ष में मजबूती से मतदान किया है और महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने जा रहा है।
मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने आत्मविश्वास भरे लहजे में कहा, “बिहार की जनता का आशीर्वाद हमें मिल चुका है। 14 नवंबर को मैं मुख्यमंत्री बनने जा रहा हूं।” उन्होंने कहा कि इस बार जनता का उत्साह और समर्थन पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। लोगों ने बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट देकर मौजूदा सरकार के खिलाफ स्पष्ट जनादेश दिया है।
महागठबंधन नेता ने सभी सहयोगी दलों, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में जनता ने नई दिशा तय की है। तेजस्वी ने कहा, “2020 की तुलना में इस बार 72 लाख ज्यादा लोगों ने मतदान किया है, जो इस बात का संकेत है कि जनता बदलाव चाहती है और अब सरकार बदलना तय है।”
एग्जिट पोल को लेकर तेजस्वी ने कहा कि वे इन सर्वे नतीजों से न खुशफहमी में हैं, न ही भ्रम में। उनका कहना था कि “एग्जिट पोल का मकसद केवल माहौल को प्रभावित करना है। भाजपा और एनडीए की बेचैनी बताती है कि इस बार उन्हें जनता ने नकार दिया है।”
उन्होंने दोहराया कि 14 नवंबर को नतीजों के बाद 18 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनना अब तय है।
तेजस्वी यादव ने कहा- वह केवल विकास के मुद्दे पर बात कर रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री कई विवादित चेहरों के लिए कर रहे प्रचार
बिहार। पटना के पोलो रोड स्थित आरजेडी कार्यालय में सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दूसरे चरण के मतदान से पहले कई सवाल उठाए। उनके साथ सांसद मीसा भारती भी मौजूद रहीं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने सुरक्षा बल मुख्यतः भाजपा शासित राज्यों से बुलाए हैं। उन्होंने दावा किया कि कुल 208 कंपनियां भाजपा शासित राज्यों से तैनात की गई हैं और करीब 68% पुलिस ऑब्जर्वर भी उन्हीं प्रदेशों से आए हैं। तेजस्वी ने पूछा कि “फिर बंगाल, तमिलनाडु, झारखंड से बल क्यों नहीं बुलाए गए?”
पीएम के कैंपेन को लेकर निशाना
तेजस्वी यादव ने कहा कि वह केवल विकास के मुद्दे पर बात कर रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री ने मंच साझा करते हुए कई विवादित चेहरों के लिए प्रचार किया। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि पीएम कुछ मामलों में संदिग्ध छवि वाले लोगों से मंच पर जुड़े दिखे।
“लोग बदलाव के मूड में हैं”
तेजस्वी ने दावा किया कि उन्होंने चुनाव प्रचार में 171 से अधिक सभाएं की हैं और हर ब्लॉक/जिला में जनसमर्थन मिला है। उनके मुताबिक बिहार की 20 साल पुरानी व्यवस्था से जनता बदलाव चाहती है और इस बार नतीजे “ऐतिहासिक” होंगे। उन्होंने कहा कि 14 तारीख को सरकार गठित होने के बाद बिहार को तेज रफ्तार विकास देने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा।
तेजस्वी के चुनावी वादे
आरजेडी नेता ने अपने चुनावी घोषणापत्र में कई वादों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही महिलाओं के खातों में 30 हजार रुपये देने, जीविका दीदियों का ब्याज माफ करने, ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने, किसानों को फ्री बिजली देने और नई सामाजिक योजनाएँ शुरू करने का रोडमैप तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर “ज़ीरो टॉलरेंस” अपनाया जाएगा।
समस्तीपुर घटना का मुद्दा भी उठाया
तेजस्वी ने कहा कि समस्तीपुर में फेंकी गई पर्चियों से लोगों में भय का वातावरण बना है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ बड़े अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए जा रहे हैं। तेजस्वी ने चुनाव आयोग से यह भी सवाल किया कि पहले चरण में पुरुष/महिला वोटर टर्नआउट का डेटा 4 दिन बाद भी क्यों जारी नहीं हुआ।
पीएम मोदी बोले — “कुछ लोग खुद को बिहार का माई-बाप समझते थे, लेकिन मोदी अलग है, मेरे माई-बाप जनता-जनार्दन हैं
अररिया। बिहार में पहले चरण की वोटिंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अररिया की रैली में RJD पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार ने 15 साल ‘जंगलराज’ के दौर में सिर्फ पिछड़ना देखा। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि 1990 से 2005 के बीच बिहार में न तो सड़कें बनीं, न पुल, न बड़े एजुकेशनल संस्थान। विकास के नाम पर सन्नाटा रहा। उन्होंने कहा — “उन दिनों विकास का बैलेंस शीट देखा जाए तो हर जगह एक ही एंट्री थी… शून्य।”
पीएम बोले कि बिहार की जनता सबसे बड़ा मालिक है
मोदी ने कहा — “कुछ लोग खुद को बिहार का माई-बाप समझते थे। लेकिन मोदी अलग है, मेरे माई-बाप जनता-जनार्दन हैं। आप ही मेरे मालिक हैं, आप ही मेरा रिमोट कंट्रोल हैं।”
वोटिंग को बताया लोकतंत्र का पर्व
पहले चरण में भारी संख्या में लोग घरों से निकले। महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों की लंबी-लंबी लाइनें लगीं। पीएम मोदी ने इसे लोकतंत्र की ताकत बताया और सभी मतदाताओं को बधाई दी। उन्होंने अपील की — “जो अभी वोट देने नहीं गए हैं, वह जरूर जाएं।”
NDA की जीत को लेकर भरोसा
पीएम ने दावा किया कि बिहार की जनता एक बार फिर NDA की सरकार को ही चुनने जा रही है। उन्होंने कहा — “फिर एक बार NDA सरकार… यही आवाज पूरे बिहार में गूंज रही है। माताओं-बहनों की उम्मीदें और युवाओं के सपने इस चुनाव में NDA का सबसे बड़ा आधार हैं।”
500 वोटर एक ही पते पर, फर्जी फोटो वाले हजारों नाम – राहुल का दावा
राहुल बोले- हर आठ में से एक मतदाता नकली, मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को एआईसीसी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और चुनाव प्रक्रिया में “वोट चोरी” के आरोपों को दोहराते हुए कई उदाहरण सामने रखे। राहुल ने दावा किया कि हरियाणा सहित कुछ राज्यों में बड़ी संख्या में फर्जी मतदाता जोड़े गए और कई वोट काट दिए गए। उन्होंने इसे “सेंट्रलाइज्ड ऑपरेशन” बताते हुए कहा कि यह अलग–अलग बूथ की नहीं, बल्कि बड़े स्तर पर की गई गड़बड़ी है।
एग्जिट पोल का हवाला, वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ राज्यों के एग्जिट पोल दिखाए और कहा कि हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में वोटिंग के बाद जो शिकायतें आईं, वो एग्जिट पोल और रिजल्ट में अंतर की ओर संकेत करती हैं। उन्होंने एक महिला की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि एक ही व्यक्ति ने अलग–अलग नाम से हरियाणा में कई बार वोट डाला।
“H फाइल्स” का जिक्र
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के पास “H फाइल्स” हैं, जिनमें हरियाणा में कथित अनियमितताओं से जुड़े डॉक्यूमेंट्स मौजूद हैं। उन्होंने दावा किया कि हर आठ में से एक वोटर फर्जी है और हरियाणा में करीब 1 लाख से ज्यादा मतदाता ऐसे मिले जिनके फोटो संदिग्ध हैं। राहुल ने यह भी कहा कि 25 लाख वोट चोरी हुए और बड़ी संख्या में मतदाताओं के वोट “काटे” गए।
500 वोटर एक ही पते पर — राहुल का दावा
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में कई लोगों के मकान नंबर 0 दर्ज हैं और जांच में 500 मतदाताओं का एक ही पता सामने आया है। उन्होंने कहा कि फर्जी नामों की पहचान करना मुश्किल है क्योंकि उनका कोई सत्यापित एड्रेस नहीं है।
पहले भी दे चुके हैं संकेत
राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर 1 सितंबर को भी बयान दिया था और कहा था कि “वोट चोरी” को लेकर वे “हाइड्रोजन बम” फोड़ेंगे। कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी आने वाले समय में इस मुद्दे पर और दस्तावेज़ व विवरण सार्वजनिक कर सकते हैं।
तेजस्वी बोले- किसानों को सिंचाई के लिए बिजली होगी बिल्कुल फ्री
पटना। बिहार में चुनावी सरगर्मी बढ़ते ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री फेस तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एक और बड़ा वादा कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन सत्ता में लौटता है तो “माई बहिन योजना” के तहत महिलाओं को एक साल की पूरी किस्त एकमुश्त 30 हजार रुपये सीधे खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे। तेजस्वी ने दावा किया कि सरकार बनने के बाद 14 जनवरी के दिन पहली ही फाइल पर साइन कर यह राशि ट्रांसफर करा दी जाएगी।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि जीविका (कम्युनिटी मोबिलाइजर) को स्थायी करने और उन्हें हर महीने 30 हजार रुपये मानदेय देने का फैसला भी सरकार बनते ही लागू कर दिया जाएगा। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त देने का वादा दोहराते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में 55 पैसा प्रति यूनिट वसूली जाती है, लेकिन महागठबंधन सरकार इसे शून्य कर देगी। साथ ही राज्य के 8463 पैक्स को जनप्रतिनिधि का दर्जा भी देने की बात कही।
नौकरी के मुद्दे पर तेजस्वी ने कहा कि हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देना उनकी प्राथमिकता है। बजट के सवाल पर उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों से सलाह के बाद ही यह घोषणा हुई है। 17 महीने के अपने कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने 5 लाख नौकरियां दी थीं और साढ़े तीन लाख नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू की थी। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि भाजपा वाले इस पर कुछ नहीं बोलते, क्योंकि उन्हें मालूम है कि यह सब संभव है।
पीएम मोदी ने कहा- आस्था का अपमान कर वोट मांगना बिहार की संस्कृति पर चोट
मुजफ्फरपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की जनता का यह अभूतपूर्व जनसमर्थन बताता है कि इस बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में एक बार फिर सुशासन की सरकार लौटेगी।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत छठ महापर्व का उल्लेख करते हुए की। उन्होंने कहा कि “छठ महापर्व केवल आस्था का नहीं, बल्कि समाजिक समरसता, मातृशक्ति और मानवता का पर्व है।” प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार छठ महापर्व को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल कराने के लिए प्रयासरत है।
“छठी मैय्या का अपमान करने वालों को बिहार कभी माफ नहीं करेगा”
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “जब हम छठी मैय्या का जयकारा पूरी दुनिया में फैला रहे हैं, वहीं कुछ लोग इस महापर्व को नौटंकी और ड्रामा बता रहे हैं। यह हर उस आस्थावान व्यक्ति का अपमान है जो छठी मैय्या की पूजा करता है।”
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगी। “जो भगवान सूर्य को अर्घ्य देने वाली मातृशक्ति का अपमान करे, वह बिहार की संस्कृति को नहीं समझ सकता,”।
‘जंगलराज’ का जिक्र करते हुए विपक्ष पर निशाना
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “राजद-कांग्रेस की पहचान कट्टा, कुशासन और करप्शन से है। ये लोग सिर्फ अपने परिवार का भला करते हैं, जनता का नहीं।” उन्होंने कहा कि “बिहार का विकास तभी संभव है जब यहां उद्योग, उद्यम और कानून का राज हो। लेकिन जिनका इतिहास जमीन कब्जाने का है, वे विकास की बात कैसे कर सकते हैं?”
उन्होंने कहा कि बिहार ने एनडीए सरकार के दौरान विकास और सुशासन देखा है। भाजपा की प्राथमिकता हमेशा जनता के कल्याण की रही है।
राजद पर गंभीर आरोप—‘शोरूम लूटने वाले अब वोट मांग रहे हैं’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जंगलराज के दौर में लोग भयभीत थे। “तब राजद के नेता और उनके साथी नए वाहन खरीदने वालों के पीछे लग जाते थे। शोरूम लूट लिए जाते थे, व्यापार ठप हो जाता था। ऐसे माहौल में कौन निवेश करता?” उन्होंने कहा कि “इसी कारण लाखों युवाओं को बिहार छोड़ना पड़ा और वे रोज़गार की तलाश में पलायन को मजबूर हुए।”
उन्होंने मुजफ्फरपुर के गोलू अपहरण कांड का जिक्र करते हुए कहा कि “राजद शासन में हर परिवार असुरक्षा के माहौल में जीता था, बिहार अब वह दौर नहीं देखना चाहता।”
“राजद-कांग्रेस बहन-बेटियों को धमका रहे, बिहार को डराने की कोशिश”
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि “राजद-कांग्रेस का प्रचार अभियान खुद उनकी मानसिकता को उजागर करता है। उनके भाषणों और गीतों में हिंसा की झलक है—कट्टा, छुरा और धमकी की भाषा। ये लोग बहन-बेटियों को डराने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने जनता से अपील की कि ऐसे तत्वों को बिहार की राजनीति से उखाड़ फेंक दें।
छपरा में भी करेंगे जनसभा, 58 विधानसभा सीटों को साधने की रणनीति
मुजफ्फरपुर के बाद प्रधानमंत्री मोदी छपरा में भी जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे तिरहुत और सारण प्रमंडल के कुल 58 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं से संवाद करेंगे। भाजपा और एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में वे विकास के एजेंडे को सामने रखेंगे।
इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी अलग-अलग जिलों में जनसभाएं कर एनडीए उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाएंगे।
जयराम रमेश ने कहा, “अब कोई हैरानी नहीं कि उनके ‘दिल्ली वाले अच्छे मित्र’ भी अब उनसे दूरी बना रहे हैं”
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान संबंधों पर दिए गए हालिया बयान ने देश में एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि ट्रंप बार-बार झूठे दावे दोहराकर भारत की कूटनीति को कमतर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो में ट्रंप जापान के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए एक बार फिर यह कहते नजर आए कि उन्होंने “भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित सैन्य टकराव को व्यापारिक कूटनीति के जरिए टाल दिया।”
रमेश ने पोस्ट में लिखा —
“ट्रंप यह बयान अब तक 50 से अधिक बार दे चुके हैं — अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, कतर, मिस्र और अब जापान में भी। कभी उड़ान में, कभी मंच पर — वह एक ही कहानी दोहराते रहते हैं।”
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा,
“अब कोई हैरानी नहीं कि उनके ‘दिल्ली वाले अच्छे मित्र’ भी अब उनसे दूरी बना रहे हैं।”
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान भी यह दावा दोहराया था कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को कम कराया था।
हालांकि, भारत सरकार का स्पष्ट कहना है कि संघर्षविराम का समझौता दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच प्रत्यक्ष संवाद के बाद हुआ था — न कि किसी तीसरे देश के हस्तक्षेप से।
फ्रेंडली फाइट वाली सीटों पर राजद और कांग्रेस आमने-सामने
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की रणनीति अब लगभग तय मानी जा रही है। मुख्यमंत्री पद का चेहरा तेजस्वी यादव को बनाया गया है, जबकि उपमुख्यमंत्री पद पर वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी की जिद भी पूरी हो गई है। तेजस्वी यादव अब ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे हैं और चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक चुके हैं।
हालांकि, गठबंधन के भीतर अब भी कुछ सीटों पर असमंजस बना हुआ है—खासतौर पर उन जगहों पर जहां राजद और कांग्रेस आमने-सामने हैं। सवाल उठ रहा है कि ऐसी सीटों पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव आखिर किसके समर्थन में प्रचार करेंगे?
किन सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’
दूसरे चरण में चार विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां राजद और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं—
सुल्तानगंज: राजद के चंदन सिन्हा बनाम कांग्रेस के ललन यादव
कहलगांव: राजद के रजनीश भारती बनाम कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा
सिकंदरा: राजद के उदयनारायण चौधरी बनाम कांग्रेस के विनोद चौधरी
नरकटियागंज: राजद के दीपक यादव बनाम कांग्रेस के शाश्वत केदार पांडेय
इसके अलावा दो और सीटों पर भी आपसी मुकाबला है—
चैनपुर: राजद के ब्रिज किशोर बिंद बनाम वीआईपी के गोविंद बिंद
करगहर: कांग्रेस के संतोष मिश्रा बनाम सीपीआई के महेंद्र गुप्ता
प्रचार से बच रहे हैं राहुल और तेजस्वी
सूत्रों के अनुसार, अब तक तेजस्वी यादव ने उन सीटों पर रैलियां नहीं की हैं जहां ‘फ्रेंडली फाइट’ की स्थिति है। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य वरिष्ठ नेता छठ पर्व के बाद प्रचार अभियान में उतरेंगे। माना जा रहा है कि वे भी इन विवादित सीटों पर प्रचार से परहेज़ करेंगे ताकि गठबंधन की एकता पर सवाल न उठें।
अशोक गहलोत का बयान — “सब मिलकर चुनाव जीतेंगे”
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि बिहार में महागठबंधन पूरी मजबूती से चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा, “243 सीटों में से 5-6 सीटों पर आपसी सहमति से ‘फ्रेंडली फाइट’ हो रही है, इसमें कोई विवाद नहीं है। हम सब मिलकर प्रचार करेंगे और चुनाव जीतेंगे।” गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए ने अब तक अपना मुख्यमंत्री चेहरा तय नहीं किया है क्योंकि “भाजपा नीतीश कुमार को आगे नहीं रखना चाहती।”
तेजस्वी यादव ने कहा— अब नहीं होगा शोषण, ब्याज मुक्त ऋण और पांच लाख का बीमा भी देंगे
पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बिहार के लोगों ने अब परिवर्तन का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि जनता गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त हो चुकी है और अब बदलाव चाहती है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश सरकार ने हमारी घोषणाओं की नकल की, लेकिन जनता समझ चुकी है कि असली काम कौन करेगा। उन्होंने नीतीश सरकार की महिलाओं को दी गई 10 हजार रुपये की सहायता योजना पर भी सवाल उठाया और कहा — “यह राशि मदद नहीं, उधार है। चुनाव के बाद सरकार इसे वसूलने की तैयारी में है।”
तेजस्वी ने दोहराया कि उनकी सरकार बनने पर जिन परिवारों में कोई भी सरकारी नौकरी में नहीं है, उनके एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी, और यह वादा सरकार बनने के 20 दिन के अंदर पूरा किया जाएगा।
जीविका दीदियों को सरकारी दर्जा, 30 हजार शुरुआती वेतन का वादा
तेजस्वी यादव ने इस दौरान जीविका दीदियों के लिए भी बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब तक उनके साथ शोषण और अन्याय हुआ है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
उन्होंने घोषणा की कि उनकी सरकार बनते ही जीविका दीदियों को सरकारी कर्मी का दर्जा दिया जाएगा। उनका शुरुआती वेतन 30 हजार रुपये होगा, साथ ही 2 हजार रुपये प्रतिमाह भत्ता भी दिया जाएगा।
इसके अलावा उन्होंने कहा —
जीविका दीदियों के लिए लिए गए ऋण ब्याज मुक्त किए जाएंगे।
दो साल तक ब्याज मुक्त ऋण की सुविधा दी जाएगी।
5 लाख रुपये तक का बीमा कवरेज उपलब्ध कराया जाएगा।
एमएए योजना का एलान – महिला, अन्न और आवास पर फोकस
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार बनने पर उनकी टीम ‘एमएए योजना’ (M – महिला, A – अन्न, A – आवास) लागू करेगी। इसके तहत माताओं और बहनों को अन्न और आवास की गारंटी दी जाएगी।
संविदा कर्मियों के लिए भी बड़ी राहत
तेजस्वी ने कहा कि संविदा कर्मियों का शोषण अब बंद होगा।
उन्होंने वादा किया कि उर्मिला और बेल्ट्रॉन जैसी एजेंसियों के माध्यम से काम कर रहे दो लाख से अधिक संविदाकर्मियों को स्थायी किया जाएगा।
उनका कहना था — “हम संविदा कर्मियों को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक तनाव से मुक्ति दिलाएंगे।”
चुनावी समीकरण भी साधे राजद ने
इस बार राजद ने 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
तेजस्वी यादव खुद वैशाली की राघोपुर सीट से मैदान में हैं, जो उनका पारंपरिक गढ़ माना जाता है।
पार्टी ने 24 महिलाओं, 50 यादव और 18 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देकर अपने वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश की है।
वहीं, 76 विधायकों में से 31 को इस बार टिकट नहीं दिया गया है ताकि नए चेहरों को मौका मिल सके।
रूस से तेल आयात पर भारत-अमेरिका के रिश्तों में बढ़ी तनातनी
नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भारत के रूस से तेल आयात का मुद्दा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार उठा रहे हैं, जिससे मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पार्टी ने दावा किया कि ट्रंप ने पिछले पांच दिनों में तीन बार इस विषय को सार्वजनिक रूप से उठाया है, जबकि भारत का विदेश मंत्रालय इस तरह की किसी बातचीत से इनकार कर चुका है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “पिछले पांच दिनों में राष्ट्रपति ट्रंप तीन बार भारत के रूस से तेल आयात के मुद्दे पर बोल चुके हैं। और यह तो तय है कि बुडापेस्ट में पुतिन से मुलाकात से पहले वे इसे बार-बार दोहराएंगे।”
ट्रंप बोले—मोदी ने रूस से तेल न खरीदने का दिया आश्वासन, भारत ने किया खंडन
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में दावा किया कि उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत हुई है, जिसमें भारत ने रूस से तेल आयात बंद करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने ऐसी किसी बातचीत की पुष्टि करने से इनकार कर दिया। इसके जवाब में ट्रंप ने मंत्रालय के खंडन को “गलत” बताते हुए अपनी बात पर अड़े रहे।
ट्रंप की फिर चेतावनी—भारत नहीं मानेगा तो देना होगा भारी शुल्क
सोमवार को एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि भारत रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करता, तो उसे भारी आयात शुल्क का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत को समझना होगा कि वह किस पक्ष में खड़ा है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उनके “अच्छे दोस्त” हैं और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि भारत रूसी तेल नहीं खरीदेगा—हालांकि भारतीय पक्ष ने इस दावे को सिरे से नकार दिया।
रूस को आर्थिक मदद देने का आरोप
अमेरिका का आरोप है कि भारत रूस से कच्चा तेल खरीदकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन युद्ध जारी रखने में अप्रत्यक्ष वित्तीय सहायता दे रहा है। इस बीच, ट्रंप प्रशासन ने भारत से आने वाले उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है।
अब कुल मिलाकर अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर लगभग 50 प्रतिशत तक शुल्क बढ़ा दिया है।
कांग्रेस ने पूछा—विदेश नीति पर कौन सच बोल रहा है?
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्रालय की बातों में से किसे सच माना जाए। पार्टी ने कहा कि यदि ट्रंप के बयान सही हैं, तो भारत की विदेश नीति और संवाद की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठते हैं।
