पूर्व विधायक और जिप अध्यक्ष पर जमीन धोखाधड़ी का आरोप,कमिश्नर ने दिये जांच के आदेश
उत्तराखंड: पुरोला के पूर्व विधायक मलचंद तथा उत्तरकाशी की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा पर वृद्ध एनआरआई महिला की जमीन कूटरचित दस्तावेजों के जरिये बेचने के आरोप पर कमिश्नर गढ़वाल ने एक सप्ताह मे जांच रिपोर्ट तलब की है। मामले मे एसडीएम बड़कोट और सीओ जांच कर रहे हैं। पीड़िता एनआरआई शशि नेस्ले पत्नी जार्ज माइकल प्रिस्टोरियस निवासी वसंत विहार ने आयुक्त को लिखे पत्र मे कहा कि उनके भाई ले. कर्नल विजय थापा ने वर्ष 2008,2009 मे ग्राम मजरी बड़कोट उत्तरकाशी मे पूर्व विधायक माल चंद और पूर्व जिप अध्यक्ष यशोदा राणा के साथ 125 नाली जमीन (0.363 हैक्टेयर) खरीदी थी। एनआरआई होने की वजह से उन्होंने माल चंद और यशोदा राणा को सह खातेदार बनाया। कूट रचित दस्तावेजों के जरिये यह जमीन यशोदा राणा ने माल चंद के बेटे और बहू के नाम पर कर दी।
एनआरआई महिला ने कहा कि उन्होंने व उनके भाई रिटायर कर्नल ने वजरी गांव में यह जमीन नौ परिवारों से खरीदी थी। उन्होंने गांव के सुंदर सिंह, विशन सिंह, जगत सिंह, दयाल सिंह, जोत सिंह, विक्रम सिंह, भजन सिंह, रुकम सिंह और भागीराम से जमीन खरीदी थी। शिकायती पत्र में बताया गया है कि यह जमीन अस्पताल खोलने के मकसद से ली गई थी। महिला ने कहा कि यह जमींन उन्होंने भाई विजय थापा के मार्फत ली थी और जमीन की देख भाल भाई ही करता था। महिला ने कहा कि उनके भाई की मौत 2019 मे हुई और वह विदेश मे थी तो इस दौरान दोनों सह खातेदारों ने मौके का फायदा उठाकर जमीन खुर्द बुर्द कर दी। उन्होंने मामले की जांच कर अपनी जमीन वापस लौटाने की मांग की है।
वृद्ध एनआरआई महिला की शिकायत पर आयुक्त गढ़वाल ने एसडीएम बड़कोट को जांच कर रिपोर्ट तलब की है। वहीं एसडीएम बड़कोट ने सभी पक्षों को 28 नवंबर गुरुवार को दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने को कहा है। मामले की जांच एसडीएम और पुलिस क्षेत्राधिकारी कर रहे हैं। गौरतलब है कि मालचंद भाजपा, कांग्रेस से विधायक रह चुके हैं। हाल ही मे हुए लोकसभा चुनाव के दौरान वह भाजपा में वापस लौट गए थे जबकि जसोदा भाजपा से नगर पंचायत अध्यक्ष रहीं हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष बनने से पहले यशोदा राणा ने भाजपा से बगावत की थी।