ट्रैकिंग और पर्वतारोहण पर जाने के लिए उत्तराखंड में पंजीकरण होगा अनिवार्य..
उत्तराखंड: ट्रैकिंग और पर्वतारोहण पर जाने वाले पर्यटकों व दलों के लिए जल्द ही उत्तराखंड में पंजीकरण करना अनिवार्य हो जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से नई गाइडलाइन तैयार की जा रही है। कैबिनेट में प्रस्ताव को मंजूरी देकर जल्द ही इसे लागू किया जाएगा। साथ ही ट्रैकिंग के दौरान ट्रैकरों की लोकेशन का पता लगाने के लिए जीपीएस सिस्टम को भी गाइडलाइन में शामिल किया जा सकता है।
आपको बता दे कि साहसिक पर्यटन के शौकीन पर्यटकों समेत विशेष अभियान दल हर साल उत्तराखंड में ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के लिए आते हैं। लेकिन अभी तक ट्रैकिंगपर जाने वाले वाले पर्यटकों के पंजीकरण की पुख्ता व्यवस्था नहीं है। न तो ट्रैकिंग दल के सदस्यों के बारे में विभाग के पास कोई जानकारी होती है और न ही लोकेशन का पता लगाने के लिए कोई सिस्टम होता है।
छितकुल में हुई थी सात पर्यटकों की मौत
हाल ही में उत्तरकाशी जिले से छितकुल की ट्रैकिंग पर गए 11 सदस्यीय दल के साथ घटना हुई है, जिसमें सात शव बरामद हो चुके हैं। कुमाऊं में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। ट्रैकिंग दलों के साथ हादसों को देखते हुए अब पर्यटन विभाग की ओर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नई गाइडलाइन बनाई जा रही है। जिसमें ट्रेकरों के पंजीकरण को अनिवार्य किया जाएगा।
जिससे ट्रेकरों के बारे में पूरा डाटा विभाग के पास होगा। प्रदेश में ट्रैकिंग और माउंटेरिंग के लिए नई गाइडलाइन बनाई जा रही है। जिसमें ट्रैकिंग दल की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ट्रेकिंग के लिए पंजीकरण के साथ ट्रेकरों को ट्रैकिंग से संबंधित दिशा-निर्देश भी दिए जाएंगे।