उत्तराखंड का एक ऐसा स्कूल, जहां ओपन थिएटर में बच्चे जगा रहे कॉन्फिडेंस..
उत्तराखंड: अक्सर बच्चे कॉपी किताबों के बोझ में फंसे रहते हैं। जिस कारण से उन्हें अन्य चीजों की जानकारी कम हो पाती है। ऐसे में उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक ऐसा स्कूल है। जहां पर बच्चों को थिएटर की जानकारी दी जा रही है और ये स्कूल जिले का पहला स्कूल है। जहां पर थिएटर की जानकारी स्कूली बच्चों को दी जा रही है। अल्मोड़ा के शारदा पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें थिएटर भी कराया जा रहा है।
थिएटर के जरिए बच्चों को कैसे मंच पर परफॉर्मेंस करनी चाहिए और किसी भी कैरेक्टर में आपको कैसे अभिनय करना है, उसके बारे में भी बारीकी से बच्चों को जानकारी दी जा रही है। सबसे ज्यादा फायदा उन बच्चों के लिए है, जो थिएटर लाइन में जाना चाहते हैं, उन बच्चों की नींव अभी से मजबूत होगी और वह आगे जाकर अच्छे कलाकार बन सकते हैं। वहीं, स्कूल की छात्रा अर्पिता जोशी ने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ थिएटर मन को रिफ्रेश भी करता है। थिएटर में आपको अपने भाव को प्रकट करने पड़ता है। उन्हें काफी अच्छा लग रहा है कि उनके स्कूल में थिएटर कराया जा रहा है और वह थिएटर के जरिए बहुत कुछ सिख भी रही हैं।
अल्मोड़ा में सल्ट के पास गहरी खाई में गिरी कार, पांच महीने के मासूम की मौत..
उत्तराखंड: सल्ट में एक कार खाई अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। ये दर्दनाक सड़क हादसा शुक्रवार देर शाम हुआ। जिसमें पांच महीने के एक बच्चे की मौत हो गई। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में एक कार हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में पांच महीने के एक बच्चे की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम अल्टो कार संख्या UK-15B-8057 सल्ट के झिमार गांव के पास अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस हादसे में पांच महीने के अंश नेगी पुत्र दीपक नेगी की मौत हो गई।
तीन लोग गंभीर रूप से घायल..
हादसे में कार में सवार अन्य तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार किरण पत्नी दीपक नेगी उम्र 26 वर्ष, अमित नेगी पुत्र उमेद सिंह उम्र 26 वर्ष और सरोज पत्नि स्व बालम सिंह उम्र 55 वर्ष गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को रेस्क्यू कर सल्ट के देवालय अस्पताल ले जाया गया। जहां सभी की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। बता दें कि कार सवार सभी लोग कोटद्वार के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि अमित नेगी अपनी भाभी को उनके मायके से ससुराल लाने के लिए कार लेकर गए थे। अमित गौलीखाल से अपनी भाभी किरण, भतीजा अंश और भाभी की मां सरोज को साथ लेकर कोटद्वार आ रहे थे। लेकिन रास्ते में ही उनकी कार हादसे का शिकार हो गई।
उत्तराखंड के सोमेश्वर में बादल फटने से मची तबाही, मकानों में घुसा मलबा..
उत्तराखंड: बुधवार शाम को प्रदेश में मौसम बदला और कई स्थानों पर जमकर बारिश हुई। अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर में बादल फटने से तबाही मच गई। भारी बारिश होने से जहां कई वाहन मलबे में दब गए तो वहीं कई घरों में पानी के साथ ही मलबा घुस गया। अब तक बारिश के कारण जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। सोमेश्वर में पहले तो जंगल की आग ने जमकर कहर बरपाया। लेकिन अब जिस बारिश से आग से राहत मिलने की उम्मीद थी उसी बारिश ने तांडव मचा दिया। जिससे जिलों अल्मोड़ा और बागेश्वर को जोड़ने वाला हाईवे अल्मोड़ा-कौसानी हाईवे बंद हो गया है।
भारी बारिश के कारण मकानों में दरारें पड़ गई हैं। अचानक आई आफत की बारिश के कारण पानी मलबे के साथ घरों के आगे नाले के जैसा बहने लगा। ये मंजर देख हर कोई डर गया और लोग अपने घरों को छोड़ सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े। बारिश के पानी के साथ ही मलबा लोगों के घरों में घुस गया। इतना ही नहीं बड़े-बड़े बोल्डर लोगों के घरों तक पहुंच गए।
चनौदा और अघूरिया में भी फटा बादल..
सोमेश्वर में एक नहीं तीन स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई। सोमेश्वर मुख्यालय के साथ ही चनौदा और अघूरिया में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। चनौदा में गांव के पीछे की ओर भारी बारिश अपने साथ मलबा और बोल्डर बहा लाई। देखते ही देखते गांव में लोगों के घरों के आगे मलबा इकट्ठा हो गया। जिस से लोग डरकर बाहर की और दौड़े। अघूरिया में भी बादल फटने के कारण लोग दहशत में है। पूरी रात गांव के लोग डर के मारे सो नहीं पाए। एक घंटे तक लगातार भारी बारिश ने अपना कहर बरपाया।
जंगल की आग मामले में बरती लापरवाही, अल्मोड़ा में रेंज अधिकारी को किया अटैच..
उत्तराखंड: जंगल की आग के कारण प्रदेश में कहर मच रखा है। वनाग्नि के मामले में लापरवाही बरतने पर अल्मोड़ा में रेंज अधिकारी को प्रभागीय कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। वनाग्नि पर काबू पाने की लगातार कोशिश की जा रही है। इस मामले में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का कहना है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। जंगलों में आग मामले में लापरवाही बरतने पर अल्मोड़ा वन प्रभाग के जोरासी में तैनात रेंज अधिकारी को प्रभागीय कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।
आग की घटनाओं में वृद्धि ना हो और इन घटनाओं पर काबू पाया जा सके इसलिए पीसीसीएफ (हाफ) धनंजय मोहन ने हर जिले के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती की है। बता दें कि मुख्यालय में महत्वपूर्ण पदों पर जमे सीनियर आईएफएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनवाया गया है। ये नोडल अधिकारी जहां आग की घटनाओं की मानीटरिंग करेंगे तो वहीं इसकी रिपोर्ट भी पेश करेंगे।
जंगलों में आग लगाने वालों की अब खैर नहीं है। आग लगाने वालों के खिलाफ अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी अभिनव कुमार का कहना हैं कि पुलिस द्वारा ऐसे लोगों पर सख्त नजर रखी जा रही है। जो लोग जंगल में आग लगने की घटनाओं में लिप्त पाए जाएंगे उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही उनकी संपत्ति की भी कुर्की की जाएगी।
अल्मोड़ा में लगने वाला है रोजगार मेला, मिलेगी सीधी नौकरी..
उत्तराखंड: नौकरी की तलाश कर रहे हाईस्कूल पास युवाओं के लिए अच्छी खबर है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में तीन जनवरी को रोजगार मेला लगने वाला है। बताया जा रहा है कि ये मेला आकाशवाणी स्थित मॉडल करियर सेंटर क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में लगेगा। 3 जनवरी 2024 को लगने वाले इस एक दिवसीय रोजगार मेले में युवाओं को कई पदों पर भर्ती मिल सकेगी।
जानकारी के अनुसार इस भर्ती मेले में मारूति सुजुकी गुड़गांव कंपनी प्रतिभाग कर सकती है। बताया जा रहा है कि इसके तहत ट्रेनी के 200 पदों पर भर्ती की जाएगी। इस एक दिवसीय रोजगार मेले में अभ्यर्थियों की उम्र 18 से 20 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के आधार पर किया जाएगा। जो भी इच्छुक युवा रोजगार मेले में प्रतिभाग करना चाहता है वह 3 जनवरी 2024 यानि बुधवार को साढ़े 10 बजे अपने सभी शैक्षिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्र व छाया प्रतियों, बायोडाटा व दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ उपस्थित हो सकते है। विभाग की कोशिश है कि इनके माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी दी जाए।
अल्मोड़ा- शादी में शामिल होने आया युवक नदी में डूबा..
उत्तराखंड: आजकल युवाओं में सेल्फी का क्रेज बहुत ज्यादा बढ़ गया है। सेल्फी के चक्कर में कभी–कभी युवा अपनी जिन्दगी की भी परवाह नही करते है। ऐसी ही एक घटना अल्मोड़ा जिले से सामने आई है। जहां सेल्फी लेते समय पैर फिसलने से लालकुआं के एक किशोर की नदी में डूबने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार कालिका मंदिर, बिंदुखत्ता लालकुआं निवासी 16 वर्षीय कृष्णा सिंह पुत्र भीम सिंह चार दिन पहले लमगड़ा के गांव लमटाना में अपने ननिहाल शादी में शामिल होने आया था । यहां 1 जून को शादी होनी है।
बताया जा रहा हैं कि मंगलवार को कृष्णा अपने दोस्तों के साथ सिरसोडा के पास सेल्फी लेते समय अचानक नदी में गिर गया। इसकी सूचना दोस्तो ने ग्रामीणों को दी। दोस्तों की सूचना पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने नदी में कूदकर किशोर को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे शव विच्छेदन गृह भेज दिया.
नई दिल्ली। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुष मिशन (National AYUSH Mission, NAM)) योजना के अंतर्गत उत्तराखण्ड में 200 आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्रों (AYUSH Health & Wellness Centres, HWC) को मंजूरी दी है। ये केंद्र अल्मोड़ा जिले में स्थापित होंगे।
केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इन केन्द्रों के परिचालन में नई दिल्ली स्थित अरविंद लाल वन्दना लाल (ALVL) फाउंडेशन उत्तराखण्ड के आयुष विभाग को सहायता प्रदान करेगा। इस संबंध में संबद्ध पक्षों के बीच एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस वर्चुअल कार्यक्रम में केंद्रीय आयुष सचिव, संयुक्त सचिव (आयुष), उत्तराखण्ड के आयुर्वेद निदेशक और ALVL फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ.अरविन्द लाल मौजूद थे।
इन केन्द्रों पर निर्धारित गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए योजना बनाने, कार्यान्वयन और संस्था को सभी जरुरी मदद मुहैया कराने की पूरी ज़िम्मेदारी उत्तराखण्ड सरकार की होगी। केन्द्र सरकार इस संबंध में आवश्यक तकनीकी मदद प्रदान करेगी। ALVL फाउंडेशन केन्द्र में आने वाले लोगों की सूची बनाने, लोगों के स्वास्थ्य कार्ड बनाने और आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्र से जुड़े कर्मियों को प्रशिक्षण देने और उनकी कार्य क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा।
आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्रों के परिचालन संबंधी दिशा-निर्देशों में सरकार अथवा गैर-सरकारी संगठनों के साथ सहभागिता करने का प्रावधान है ताकि समग्र प्राथमिक स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके। केन्द्र सरकार ने वर्ष 2023-24 तक देशभर में विभिन्न चरणों में 12,500 आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्रों को परिचालित करने का निर्णय लिया है।