पहलगाम हमले के बाद धामी सरकार सख्त, पाक नागरिकों की पहचान और वापसी की कार्रवाई तेज..
उत्तराखंड: जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने शॉर्ट टर्म वीजा और मेडिकल वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द से जल्द वापस भेजने के निर्देश दिए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गृह विभाग ने इस संबंध में पुलिस मुख्यालय को औपचारिक पत्र भेजा है। बता दे कि बृहस्पतिवार को देहरादून में शॉर्ट टर्म वीजा पर रह रहे दो पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा गया। हरिद्वार में मौजूद एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक को भी शीघ्र वापस भेजा जाएगा। पहलगाम हमले के बाद पूरे देश में विदेशी नागरिकों की गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने भी प्रदेश की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया है कि पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले के मद्देनज़र उत्तराखंड में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान और वापसी की कार्रवाई तेज़ कर दी गई है। उनका कहना हैं कि इस संबंध में सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक में लिए गए निर्णयों के तहत प्रदेश में सक्रियता बढ़ाई गई है। सीएम ने पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया है कि राज्य में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को त्वरित रूप से चिह्नित कर, उन्हें वापस भेजने की कार्रवाई तुरंत सुनिश्चित की जाए। इससे पहले देहरादून में दो पाक नागरिक वापस भेजे जा चुके हैं, जबकि हरिद्वार में रह रहे एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक की वापसी प्रक्रिया जारी है।
प्रदेश में पाकिस्तानी नागरिकों को जारी वीजा के संबंध में मुख्यमंत्री के निर्देश में अपर सचिव गृह निवेदिता कुकरेती की ओर से पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना व सुरक्षा के साथ आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल व कुमाऊं को प्रेषित पत्र भेजा गया है। पत्र में बताया गया है कि विदेश मंत्रालय भारत सरकार ने आतंकी घटना के मद्देनजर पाकिस्तानी नागरिकों के लिए जारी वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए सभी वैध वीजा को 27 अप्रैल से निरस्त कर दिया है। जबकि, मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। उधर, पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून में रह रहे दो पाक नागरिकों को बृहस्पतिवार को वापस भेज दिया गया था। जबकि, एक हरिद्वार में रह रहा है। उसे भी शुक्रवार रात या शनिवार को रवाना कर दिया जाएगा। प्रदेश में मेडिकल वीजा पर कोई भी पाकिस्तानी नहीं रह रहा है। डीजीपी दीपम सेठ ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सभी कार्रवाई तेज कर दी गई हैं। सभी जिलों से लगातार रिपोर्ट भी ली जा रही है।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी श्रद्धालुओं की चारधाम यात्रा पर लगा ब्रेक, 77 ने कराया था पंजीकरण..
उत्तराखंड: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले का असर अब उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर भी दिखाई देने लगा है। इस हमले के बाद पाकिस्तानी हिंदू श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा का रास्ता बंद कर दिया गया है। इस वर्ष पाकिस्तान से कुल 77 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए पंजीकरण कराया था, लेकिन अब उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं मिल पाएगी। इस बार विदेशी श्रद्धालुओं में सबसे ज्यादा पंजीकरण संयुक्त राज्य अमेरिका, नेपाल और मलेशिया से किये गए हैं। चारधाम यात्रा को लेकर इस बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उत्साह दिखा है, लेकिन सुरक्षा कारणों से पाकिस्तानी नागरिकों की भागीदारी पर रोक लगाई गई है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने विदेशी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। विशेष रूप से पाकिस्तान से आने वाले तीर्थयात्रियों पर रोक, संवेदनशीलता और सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखकर लगाई गई है।
30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण का आंकड़ा 21 लाख पार हो चुका है। इसमें विदेशों से 24729 यात्रियों ने यात्रा पर आने के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें पाकिस्तान से पंजीकरण करने वालों की संख्या 77 है। पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले से पूरे देश में आक्रोश है। केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से आने वाले लोगों को वीजा न देने के साथ भारत में रह रहे पाकिस्तानी लोगों को 48 घंटे के भीतर वापस लौटने का सख्त निर्णय लिया है।
पहलगाम आतंकी घटना ने चारधाम यात्रा पर आने के लिए पाकिस्तानी हिंदुओं के अरमानों पर पानी फेर दिया। पंजीकरण करने वाले पाकिस्तानी अब चारधाम यात्रा नहीं कर सकेंगे। जबकि अन्य देशों के यात्री अपने यात्रा प्लान के अनुसार चारधामों के दर्शन कर सकते हैं। पर्यटन विभाग के पंजीकरण आंकड़ों के अनुसार यूएस, नेपाल, मलेशिया से पंजीकरण करने वाले यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है। अब तक लगभग 100 से अधिक देशों के लोगों ने चारधाम यात्रा पर आने के लिए पंजीकरण कराया है।