बद्रीनाथ हाईवे पर हादसा, खाई में गिरा वाहन; दो लोगों की मौके पर मौत..
उत्तराखंड: बद्रीनाथ हाईवे पर मंगलवार देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। हाइवे पर घोलतीर-शिवानंदी के बीच एक वाहन दुर्घटना में दो व्यक्तियों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात बागेश्वर से देहरादून की ओर जा रहा एक वाहन बद्रीनाथ हाईवे पर घोलतीर-शिवानंदी के बीच अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। सूचना प्राप्त होते ही जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा डीडीआरएफ टीम, एसडीआरएफ टीम व 108 एंबुलेंस को मौके के लिए रवाना किया गया। रेस्क्यू टीमों द्वारा बताया गया कि वाहन में दो व्यक्ति सवार थे, जिनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई है।
बद्रीनाथ हाईवे के नरकोटा में निर्माणाधीन पुल की शटरिंग पलटी, दो मजदूरों की मौत..
आठ घायलों का जिला चिकित्सालय में चल हा इलाज..
आल वेदर परियोजना के तहत नरकोटा में चल रहा निर्माणाधीन डबल लेन पुल का कार्य..
64 करोड़ की लागत से आरसीसी कंपनी को दिया गया है पुल का कार्य..
आरसीसी कंपनी ने पेटी में दिया है सिंगला कंपनी को कार्य..
रुद्रप्रयाग। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा में आलवेदर सड़क के तहत निर्माणाधीन मोटरपुल की शटरिंग पलटने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठ मजदूर गंभीर घायल हो गये। दो गंभीर घायलों की स्थिति को नाजुक देखते हुए श्रीनगर के लिए रेफर किया गया। अन्य घायलों का कोटेश्वर अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना के बाद जिलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मामले की उच्च स्तरीय जांच करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
बुधवार सुबह नौ बजे के करीब रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से सात किमी की दूरी पर ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे के नरकोटा के पास निर्माणाधीन पुल की शटरिंग पलट गई। निर्माण कार्य में दस मजदूर लगे हुए थे। शटरिंग पलटने से सभी मजदूर सरियों के मोटे जाल के नीचे दब गये। सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। आठ मजदूरों को निकालने के बाद तुरंत जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, लेकिन दो मजदूर वहीं फंसे रहे। बाद में कटर मशीन से सरियों के जाल को काटा गया और दोनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और दोनों मजदूरों की मौत हो चुकी थी। घटना में दो गंभीर घायलों को श्रीनगर बेस अस्पताल के लिए रेफर किया गया, जबकि अन्य घायलों का माधवाश्रम अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बता दें कि नरकोटा में आल वेदर कार्य के तहत इस डबल लेन पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस पुल का निर्माण लगभग 64 करोड़ की लागत से किया जाना है। पुल का निर्माण कार्य अभी शुरूआती चरणों में है, लेकिन आज हुए इस हादसे ने निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी है। हादसे में मृतक मजूदरों के परिजनों के रो-रोकर बुरे हाल हैं। निर्माण कार्य कर रही आरसीसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जेपी शर्मा भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण कार्य किसी और कंपनी को पेटी पर दिया गया है।
इस पुल का निर्माण कार्य दो इंजीनियरों की देखरेख में हो रहा था। घटना के बाद पुलिस ने आरसीसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जेपी शर्मा को मौके से उठा लिया और पूछताछ के लिये थाने लाई। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि प्रोजेक्ट मैनेजर को पूछताछ के लिये लाया गया है। पूछताछ के बाद आगे की कार्यवाही जायेगी। जो मजदूर घटना में मरे हैं। उनके परिजनों द्वारा तहरीर देने के बाद मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित भी मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माणाधीन पुल की क्षतिग्रस्त होने की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी तथा इसमें कार्यदायी संस्था एनएच विभाग श्रीनगर एवं कार्य करा रही एजेंसी आरसीसी के अधिकारियों एवं कार्मिकों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। घटना स्थल के बाद डीएम मयूर दीक्षित ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल-चाल भी जाना। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
बद्रीनाथ हाईवे मलबा आने से हुआ बंद, रास्ते में रोके गए 1000 यात्री..
उत्तराखंड: लामबगड़ हाईवे में मलबा आने से फिर बंद हो गया। ऐसे में करीब 1000 यात्रियों को यात्रा पड़ाव पांडुकेश्वर, गोविंदघाट, जोशीमठ में ही रोक दिया गया। बार-बार मलबा आने से बंद हो रहा बद्रीनाथ हाईवे यात्रियों के लिए मुसीबत बन गया है। यहां खचड़ा नाले के साथ ही कई अन्य जगहों पर शुक्रवार से बंद बद्रीनाथ हाईवे रविवार शाम को खोल दिया गया था, जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन देर शाम सात बजे हाईवे लामबगड़ में बंद हो गया। ऐसे में करीब 1000 यात्रियों को यात्रा पड़ाव पांडुकेश्वर, गोविंदघाट, जोशीमठ में ही रोक दिया गया।
बीते शुक्रवार रात 11 बजे भारी बारिश के दौरान बद्रीनाथ हाईवे रड़ांग बैंड, बैनाकुली और खचड़ा नाले में मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गया था। ऐसे में यहां सैकड़ों यात्री फंस गए थे, जबकि कुछ पैदल यात्रियों को सीढ़ी लगाकर वैकल्पिक रास्ते से दूसरी ओर भेजा गया। रविवार को शाम करीब चार बजे खचड़ा नाले में मलबा हटाने के बाद हाईवे को सुचारु किया गया, जिसके बाद जोशीमठ, पांडुकेश्वर और गोविंदघाट में रोके गए करीब 2500 तीर्थयात्रियों व स्थानीय श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ धाम भेजा गया। जबकि करीब 3000 तीर्थयात्री बद्रीनाथ से अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए।
वहीं देर शाम को सात बजे हाईवे लामबगड़ में मलबा आने से फिर बंद हो गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि रविवार दोपहर तक मौसम सामान्य होने के बाद खचड़ा नाले में मलबा गिरने का सिलसिला थमाए जिसके बाद यहां जेसीबी से मलबा हटाया गया। अब लामबगड़ में मलबा और पत्थर आने से हाईवे बंद हो गया है। हाईवे खोले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बद्रीनाथ हाईवे पर मची तबाही, खाई में लटका ट्रक..
उत्तराखंड: बृहस्पतिवार की रात उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हुई मूसलाधार बारिश ने बद्रीनाथ हाईवे पर तबाही मचा दी। यहां सिरोहबगड़ में भारी मलबा आने से हाईवे बंद हो गया और उक्त मलबे में कई वाहन फंस गए हैं। वहीं एक ट्रक खाई की ओर लटक गया है। आपको बता दें कि मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को राज्य में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रुद्रप्रयाग जिले में भी रातभर मूसलाधार बारिश हुई। यहां कई कस्बों के गांवों में जन-जीवन प्रभावित हुआ है।
ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिरोहबगड़ में मलबा आने से अवरूद्ध हो गया है। सिरोहबगड़ में मलबे की चपेट में आकर एक जेसीबी नदी में गिर गई और ट्रक सहित कई वाहन मलबे में फंस गए। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भी मेदनपुर में मलबा आने से बंद है। कुंड-ऊखीमठ-चोपता-मंडल-चमोली राजमार्ग पर यातायात सुचारू है। बद्रीनाथ हाईवे चमधार, लामबगड़ और पगलनाला में बंद है। चमोली जनपद में भी गुरुवार रात को भारी बारिश हुई है।
वहीं अगर मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में बारिश का सिलसिला कुछ और दिन चलता रहेगा। आज शुक्रवार और कल शनिवार को राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए प्रदेश में ऑरेज अलर्ट जारी किया है। हालांकि राजधानी देहरादून में शुक्रवार की सुबह मौसम साफ रहा।
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को राज्य के सभी मैदानी जिलों हरिद्वार, नैनीताल, पंतनगर, ऊधमसिंहनगर सहित और पर्वतीय क्षेत्रों पौड़ी, पिथौरागढ़, मुक्तेश्वर, न्यू टिहरी आदि सभी जिलों में तेज बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।वहीं बद्रीनाथ हाईवे पर लामबगड़ नाले में गुरुवार को करीब 18 घंटे बाद वाहनों की आवाजाही सुचारु हो पाई। बुधवार को देर शाम करीब आठ बजे यहां हाईवे बाधित हो गया था।