छात्रों की निकासी के लिए पीएम मोदी ने फिर से बुलाई आपात बैठक..
यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजे जा सकते हैं कुछ केंद्रीय मंत्री..
देश-विदेश: यूक्रेन ने रूस को पिछले चार दिनों से कीव के बाहर रोक कर रखा है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि, अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए सबसे कठिन होने वाले हैं। वहीं जी 7 नेताओं ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात की। उनका कहना हैं कि रूस के खिलाफ लड़ाई में सभी देश यूक्रेन का समर्थन जारी रखेंगे। इधर, रूसी हमलों में यूक्रेन के 352 आम नागरिकों की मौत हुई है। इसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं।
बेलारूस भी यूक्रेन में भेजेगा सैनिक..
आपको बता दे कि यूक्रेन पर रूस के हमले के समर्थन में बेलारूस भी उतर आया है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि, रूस के समर्थन में बेलारूस भी अपने सैनिकों को यूक्रेन की जंग में उतारने जा रहा है। वह सोमवार से ही सैनिकों को यूक्रेन में भेजना शुरू कर देगा।
बता दे कि यूक्रेन संकट पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने एक बार फिर आज उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार को भी एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। इस दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि पीएम की उच्च स्तरीय बैठक दो घंटे से ज्यादा समय तक चली। इस दौरान पीएम ने कहा कि हमारे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी ने आपात बैठक बुलाई है। सूत्रोंसे मिली जानकारी के अनुसार वहां फंसे छात्रों की निकासी के लिए कुछ केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में भेजा जा सकता है। ये मंत्री अन्य देशों के साथ छात्रों की निकासी में समन्वय स्थापित करने का काम करेंगे।