नए वैरियंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट..
उत्तराखंड: देहरादून राजधानी की सड़कों व बाजारों में बिना मास्क के घूमने वालों को यह खबर सावधान करने वाली है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में प्रशिक्षण लेने आए कई राज्यों के 11 वरिष्ठ आईएफएस अधिकारियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जिला प्रशासन की ओर से सारे एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
कोविड के उचित व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करवाएं..
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्य सचिव, डीजीपी और स्वास्थ्य सचिव को निर्देए दिए हैं। उनका कहना है कि वह सार्वजनिक स्थानों पर कोविड के उचित व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करवाएं और कोविड के नए वैरियंट के मद्देनजर अस्पतालों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम परीक्षण और दिशानिर्देशों का पालन करने पर केंद्रित और सतर्क हैं। हम आवश्यक उपाय करके संक्रमण को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी आज हल्द्वानी में हो रहे भव्य कार्यक्रम में करेंगे शिरकत..
उत्तराखंड: बुधवार यानि आज हल्द्वानी के मिनी स्टेडियम में भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल होंगे। इस मौके आठ शहीदों के परिजनों, राज्य आंदोलकारियों और अन्य लोगों को सम्मानित किया जाएगा।
ये होंगे कार्यक्रम-
- नैनीताल रोड स्थित शहीद स्मारक पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
- आपदा के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
- रोजगार मेला और मंडल स्तर की विकास प्रदर्शनी लगेगी।
- खटीमा और नैनीताल जिले के आठ शहीदों के परिवार वालों को सम्मानित किया जाएगा।
- कुमाऊं के 3297 स्वयं सहायता समूह को चेक बांटे जाएंगे।
- राज्य आंदोलनकारियों को पुष्पवर्षा कर सम्मानित किया जाएगा।
- आपदा में सराहनीय काम करने वाले सेना की 14 डोगरा बटालियन, एनडीआरएफ और
- एसडीआरएफ के जवानों को सम्मानित किया जाएगा।
- आपदा में साहसिक काम करने वाली टीमों के टीम लीडरों को सम्मानित किया जाएगा।
आर्मी के हेलीपैड पर उतरेंगे मुख्यमंत्री..
डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल का कहना हैं कि मुख्यमंत्री दोपहर 12:15 बजे आर्मी के हेलीपेड पर उतरेंगे। यहां से वह कार से सीधे स्टेडियम पहुंचेंगे। दोपहर 2:50 बजे मुख्यमंत्री आर्मी हेलीपैड से खटीमा के लिए उड़ान भरेंगे।
चमोली और पौड़ी के दौरे पर पहुंचे सीएम धामी, कुमाऊं में जायजा लेंगे भाजपा अध्यक्ष कौशिक..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शुक्रवार को पौड़ी और चमोली जिले में आपदाग्रस्त इलाकों के दौरे पर पहुंचे हैं। सीएम पहले चमोली के डुंग्री गांव पहुंचे और आपदा पीड़ितों को सांत्वना दी। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि18 अक्तूबर को गांव के दो लोग भारी बारिश के दौरान पानी लाइन ठीक करने गए थे। लेकिन तब से वे लापता हैं। सीएम ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों को पत्र लिखकर अपेक्षा की है कि वह इस प्राकृतिक आपदा में अपने जिलों में राहत कार्यों का निरीक्षण करें। तत्काल आपदा प्रभावितों को राहत दिलाएं। मुख्यमंत्री धामी ने आह्वान किया है कि सभी प्रभारी मंत्री अपने जिलों का भ्रमण करते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण, बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा, राहत सामग्री, धनराशि का वितरण एवं प्रभावित परिवारों की कुशलक्षेम और क्षतिग्रस्त कार्यों का पुनर्निर्माण की कार्रवाई करें।
मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami ने आज चमोली जिले के डुंग्री गांव पहुंच कर आपदा में लापता लोगों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया है। pic.twitter.com/Cb9Ro7B0oc
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) October 22, 2021
उनका कहना हैं कि जिले के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाए ताकि आपदा से प्रभावित जनमानस को यथासमय आसानी से राहत प्राप्त हो सके। क्षतिग्रस्त कार्यों को समय से पूर्ण कराया जा सके। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान समय में राज्य के लगभग समस्त जिले अतिवृष्टि के कारण आपदा से प्रभावित हुए हैं। इस आपदा से जिलों में भूस्खलन, बाढ़ आदि के कारण अत्यधिक नुकसान एवं जनहानि भी हुई है। आपदा की स्थिति से निपटने के लिए सरकार निरन्तर राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने सभी से व्यक्तिगत ध्यान देने और आवश्यक सहयोग की भी अपेक्षा की।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कौशिक का दो दिवसीय दौरा आज से..
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक शुक्रवार से नैनीताल जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए दो दिवसीय दौरा करेंगे। वह शुक्रवार को दोपहर दो बजे बिंदुखत्ता और सूर्याजाला के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाएंगे। साढ़े तीन बजे हल्द्वानी में आपदा कंट्रोल रूम का शुभारंभ करेंगे। रात में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे।
इसके बाद शनिवार को वह रामनगर में आपदा प्रभावितों से मिलेंगे। जिसके बाद आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेंगे। कौशिक के इस दौरे में प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान और सोशल मीडिया संयोजक शेखर वर्मा भी साथ रहेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के लगभग 400 से अधिक अस्थायी कर्मचारियों के नियमितीकरण व वेतन विसंगति आदि प्रकरणों के निस्तारण के लिए एक कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है।
प्रदेश के संस्कृति, धर्मस्व व तीर्थाटन प्रबंधन विभाग के सचिव हरिचंद्र सेमवाल द्वारा इस संबंध में देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्याधिकारी को निर्देश जारी किए गए हैं। आदेश में पूर्व दायित्वधारी अजेंद्र अजय द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे पत्र का हवाला देते हुए मुख्य कार्याधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे अपने स्तर से समिति गठित करते हुए कर्मचारियों की समस्याओं का निदान करना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता अजेंद्र बोर्ड के अस्थायी कर्मचारी संघ के सरंक्षक भी हैं। उन्होंने विगत माह बोर्ड के अस्थायी कार्मिकों की समस्याओं को लेकर बोर्ड के पदेन अध्यक्ष मुख्यमंत्री धामी को पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने लिखा था कि देवस्थानम बोर्ड (पूर्व में श्री बदरीनाथ- श्री केदारनाथ मंदिर समिति) में बड़ी संख्या में कर्मचारी 20-25 वर्षों से अस्थायी तौर पर कार्यरत हैं। इनमें से कई कार्मिकों को सामान्य जीवन-यापन करने लायक वेतन तक नहीं मिलता है। ये अस्थायी कार्मिक बद्रीनाथ, केदारनाथ, मध्यमहेश्वर आदि जैसे उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
अपने पत्र में अजेंद्र ने कहा था कि इनमें से कई कार्मिक सेवानिवृति के करीब हैं। स्थायीकरण नहीं होने के कारण उन्हें पेंशन इत्यादि की सुविधाओं से भी वंचित रहना पड़ेगा। यह समान कार्य-समान वेतन के सिद्धांत के भी विपरीत है। उन्होंने कार्मिकों की वेतन विसंगति, स्थायीकरण आदि के प्रकरणों के निस्तारण हेतु समिति के गठन का सुझाव दिया था।
उधर, अजेंद्र ने बोर्ड के अस्थायी कार्मिकों की समस्याओं को गंभीरता से लेने के लिए मुख्यमंत्री धामी का आभार व्यक्त किया है।
गोपेश्वर में भाजयुमो की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति आज से..
उत्तराखंड: भाजपा युवा मोर्चा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक शनिवार से गोपेश्वर में होगी। मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोज पटवाल का कहना हैं कि प्रदेश कार्यसमिति में राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार पर चर्चा की जाएगी। साथ ही युवा मोर्चा 2022 विधानसभा चुनावों में अबकी बार 60 पार सीटों का संकल्प भी लेगा। प्रदेश कार्यसमिति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित कई मंत्री व भाजपा के बड़े पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे कार्यसमिति का शुभारंभ..
मनोज पटवाल का कहना हैं कि नौ अक्तूबर को शाम चार बजे प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक होगी और 10 अक्तूबर को प्रदेश कार्यसमिति का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। कार्यसमिति का शुभारंभ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे। कार्यसमिति चार सत्रों में आयोजित होगी।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, भाजपा के महामंत्री संगठन अजेय, प्रदेश महामंत्री संगठन कुलदीप कुमार, भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री वैभव सिंह, अलग-अलग सत्रों को संबोधित करेंगे। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश के सभी पदाधिकारी, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व जिलाध्यक्ष और जिला महामंत्री उपस्थित रहेंगे।
उत्तराखंड में राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को भी मिलेगी पेंशन..
उत्तराखंड: प्रदेश में अब चिह्नित राज्य आंदोलनकारी की मृत्यु होने पर उनके आश्रित (पति अथवा पत्नी) को भी 3100 रुपये की पेंशन मिलेगी। इस संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुछ समय पहले राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को भी पेंशन देने की घोषणा की थी।
आपको बता दे कि प्रदेश में राज्य आंदोलनकारियों की एक श्रेणी ऐसी है, जिन्हें 3100 सौ रुपये पेंशन दी जा रही है। इस श्रेणी में वे आंदोलनकारी शामिल हैं, जिनका चिह्नीकरण सामान्य आंदोलनकारी के रूप में हुआ है।
इस श्रेणी के आंदोलनकारियों के आश्रितों को पेंशन देने का प्रविधान नहीं था। राज्य आंदोलनकारियों ने कुछ समय पहले इसका प्रकरण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष रखा था। मुख्यमंत्री ने इसके बाद मसूरी में गत दो सितंबर को आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की। अब शासन ने इसका आदेश जारी कर दिया है।
जिसमें स्पष्ट किया गया है कि यदि राज्य आंदोलनकारी के रूप में चिह्नित पति की मृत्यु होती है, तो यह पेंशन पत्नी को दी जाएगी और यदि आंदोलनकारी के रूप में चिह्नित पत्नी की मृत्यु होती है, तो फिर यह पेंशन पति को दी जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड एडवेंचर फेस्ट में किया प्रतिभाग..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सॉलिटेयर फार्म मालसी, देहरादून में उत्तराखण्ड एडवेंचर फेस्ट में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने पर्यटन पर आधारित लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि पर्यटन परियोजनाओं के विशेषज्ञों के साथ मिलकर एक पर्यटन सुविधा एवं निवेश प्रकोष्ठ का निर्माण किया जायेगा।
पर्यटन उद्योगों से संबंधी सभी प्रस्तावों पर विशेष रूप से पर्यटन विभाग द्वारा ही कार्यवाही की जायेगी, न कि उद्योग विभाग के द्वारा। शहरी विकास विभाग और आवास विभाग विशेष रूप से उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों के लिए बहुस्तरीय कार- लिफ्ट स्थान स्थापित करने के लिए एक परियोजना शुरू की जायेगी।
नवंबर, 2021 में कुमाऊं के रामनगर में साहसिक कार्य पर निवेश सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। खेल विभाग की ओर से पंडित नैन सिंह सर्वेयर पर्वतारोहण प्रशिक्षण संस्थान पर्यटन विभाग को सौंपा जाएगा। उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग को एक स्थायी, पर्यावरण के अनुकूल उद्योग के रूप में विकसित करने के मार्ग तलाशने के लिए पर्यटन मंत्रालय के तहत एक समर्पित ईकोटूरिज्म विंग का गठन किया जाएगा। ईकोटूरिज्म विंग का उद्देश्य दीर्घकालिक विचारों को ध्यान में रखते हुए सामाजिक सहभागिता व सामाजिक नेतृत्व की भागीदारी के साथ ईकोटूरिज्म का विकास सुनिश्चित करना होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि उत्तराखंड प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए जाना जाता है। उत्तराखण्ड में पर्यटन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। हर साल करोड़ों में पर्यटक यहां आते हैं। उनका कहना हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं से उत्तराखंड को पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा मिलेगा। ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश – कर्णप्रयाग रेलवे लाइन जैसे निर्माण कार्य आज उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे हैं। राज्य में सड़क, रेल एवं हवाई कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ी है। विभिन्न क्षेत्रों में नई पॉलिसी लाई जा रही है एवं उनका सरलीकरण किया जा रहा है।
सीएम धामी बोले, उत्तराखंड में पटरी पर लौट रही चारधाम यात्रा..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा अब धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। इससे चारधाम से जुड़े तीर्थ पुरोहितों, व्यवसायियों की उम्मीद भी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि चारधाम यात्रा प्रांरभ होने से कोविड की दूसरी लहर के बाद बंद पड़े कारोबार को संजीवनी मिलेगी। शनिवार से अब तक चारों धामों में साढ़े पांच हजार लोग दर्शन कर चुके हैं, जबकि 42 हजार से अधिक व्यक्तियों को ई-पास जारी किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कुछ समय पहले कोविड संक्रमण के कारण आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहे चारधाम यात्रा व पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए दो सौ करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया। इसके तहत चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़े होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी संचालकों समेत अन्य व्यक्तियों के साथ ही पर्यटन से जुड़े व्यक्तियों को एकमुश्त सहायता राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
पर्यटन विभाग की ओर से ही अब तक 15 हजार व्यक्तियों को सात करोड़ की राशि दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा से जुड़े व्यवसायियों, तीर्थ पुरोहितों की परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उनका कहना हैं कि चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों के मन में उठ रहे संशय को दूर करने के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है।
समिति में चारों धामों से दो-दो तीर्थ पुरोहितों को भी शामिल किया जा रहा है। तीर्थ पुरोहितों की बात सुनकर समिति सरकार के समक्ष रिपोर्ट रखेगी। फिर इसके आधार पर फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि चारधाम से जुड़े तीर्थ पुरोहितों व हक-हकूकधारियों के हित किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होने दिए जाएंगे।
भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं में हुई भिड़ंत..
उत्तराखंड: देहरादून के रायपुर विधान सभा क्षेत्र में भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ और भाजपा कार्यकर्ताओं के एक खेमे में चल रही रार फिर खुलकर सामने आ गई है। मौका था मालदेवता में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रम से पहले का। इस दौरान भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त भिड़ंत हो गई।
आपको बता दे कि मालदेवता (रायपुर) में डिग्री कॉलेज के भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पहुंचने से कुछ देर पहले विधायक उमेश शर्मा काऊ की भाजपा कार्यकर्ताओं से जोरदार बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गयी कि विधायक ने कुछ कार्यकर्ताओं को औकात में रहने की बात तक कह डाली। यह सारा वाकया उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के सामने हुआ।
गुस्साए विधायक काऊ ने कार्यक्रम को छोड़ने तक की धमकी दे दी। भाजपा विधायक ने जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह और उनके साथ मौजूद कुछ कार्यकर्ताओं को कहा कि उन्हें यहां किसने बुलाया है। साथ ही कहां कि जब वह उन्हें अपना विधायक मानते ही नहीं तो कार्यक्रम में आने की क्या जरूरत है। विधायक उमेश शर्मा काऊ ने वीर सिंह रावत और उनके समर्थकों पर क्षेत्र में लगे उनके पोस्टर बैनर फाड़ने का भी आरोप लगाया।
जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह का कहना हैं कि विधायक को मर्यादा में रहना चाहिए। वह जिस तरह से अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं वह बहुत ही गलत है।वहीं विधायक उमेश काऊ ने मंत्री धन सिंह रावत से शिकायत करते हुए कहा कि यह मुझे अपना विधायक नहीं मानते हैं और इस क्षेत्र में जो भी पोस्टर लगते हैं उनको यह फाड़ देते हैं।
भाजपा नेता व पूर्व दर्जा धारी अजेंद्र अजय ने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर बाबा केदारनाथ की शीतकालीन गद्दिस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ स्थित पौराणिक कोठा भवन के जीर्णद्धार के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि शीतकाल में श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने पर बाबा केदार की चल-विग्रह उत्सव मूर्ति ऊखीमठ स्थित औंकारेश्वर मंदिर में प्रवास करती है। औंकारेश्वर मंदिर का ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व है। मंदिर का कोठा भवन अपने अद्भुत शिल्प व बनावट के लिए प्रसिद्ध है।
भगवान औंकारेश्वर मंदिर, उषा-अनिरुद्ध विवाह मंडप व कोठा भवन के दर्शनों के लिए प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु व तीर्थ यात्री ऊखीमठ पहुंचते हैं। मगर देखरेख के अभाव में कोठा भवन जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच चुका है। किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदा/भूकंप इत्यादि के आने पर यह कोठा भवन ध्वस्त हो सकता है।
उन्होंने कोठा भवन के पौराणिक व परम्परागत शिल्प व स्थापत्य (Architecture) को दृष्टिगत रखते हुए इसका जीर्णोद्वार की मांग की।
अजेंद्र ने रुद्रप्रयाग जनपद की कई अन्य समस्याओं को लेकर भी मुख्यमंत्री को पत्र सौंपे, जिनमें अगस्त्यमुनि विकास खंड में द्वारीधार – दयुका मोटर मार्ग निर्माण, फाटा- रैलगांव- जाल मोटर मार्ग निर्माण, चुन्नी बैंड- विद्यापीठ मोटर मार्ग का विस्तारीकरण आदि प्रमुख हैं।