बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन का शानदार प्रदर्शन, किंग कप इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपिनशिप में जीता पदक..
उत्तराखंड: लक्ष्य सेन ने किंग कप इंटरनेशनल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है। लक्ष्य की इस उपलब्धि के बाद से प्रदेश के खेल जगत में खुशी की लहर है।बैडमिंटन खिलाड़ी और दो बार के ओलंपिक चैंपियन लिन डैन द्वारा चीन में किंग कप इंटरनेशनल स्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तराखंड के लक्ष्य सेन ने कांस्य पदक जीता है। जिसके बाद से उत्तराखंड खेल जगत में खुशी की लहर है। बता दें कि जल्द ही लक्ष्य 38 नेशनल गेम्स के शिविर में भी प्रतिभाग करेंगे।लक्ष्य सेन के कांस्य पदक जीतने पर उत्तरांचल ओलंपिक संघ के महासचिव डॉ. डीके सिंह का कहना है कि लक्ष्य ने एक बार फिर से देश और उत्तराखंड को गौरव के पल महसूस कराया है। अब लक्ष्य 38वें राष्ट्रीय खेलों में भी प्रतिभाग करेंगे और फिर से प्रदेश के लोगों को गौरवान्वित करेंगे।
उत्तराखंड के गोल्डन ब्वॉय को राष्ट्रपति ने अर्जुन अवॉर्ड से किया सम्मानित..
उत्तराखंड: प्रदेश के होनहार अपनी प्रतिभा से प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है। इसी कड़ी में गोल्डन ब्वॉय शटलर लक्ष्य सेन का नाम भी जुड़ गया है। लक्ष्य को प्रतिष्ठित अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया है। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया है। अवार्ड मिलने से उनके परिवार और खेल प्रेमियों में हर्ष का माहौल है। वहीं सीएम धामी ने उन्हें बधाई दी है।
आपको बता दे कि लक्ष्य के इस मुकाम तक पहुंचने की कामयाबी दिलचस्प है। वो कहते है न कि सपने उन्हीं के सच होते हैं जिनके सपनों में जान होती हैं पंख से कुछ नहीं होता होंसलों में उड़ान होती हैं। आपको बता दे कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले लक्ष्य सेन को देश के सर्वोच्च पदों में से एक अर्जुन अवॉर्ड सम्मानित किया गया। उनको ये अवार्ड उनकी लगन और देश का नाम रोशन कर गोल्ड मेडल जीतने के लिए दिया गया।
बता दें कि हाल ही में हुए कॉमनवेल्थ खेल 2022 में बैडमिंटन के पुरुष एकल फाइनल मुकाबले में उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। लक्ष्य पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में खेलने गए थे और पहली ही बार में उन्होंने सीधा सोने पर निशाना साधा था। लक्ष्य बचपन में पिता व कोच डीके सेन चार बजे स्टेडियम निकल जाते थे, जबकि मां शिक्षिका थीं। ऐसे में तीन साल की उम्र में पिता ने लक्ष्य को एकेडमी ले जाना शुरू किया। वहां एक बार जो लक्ष्य ने रैकेट पकड़ा, इसके बाद बचपन के खेलकूद सब भूल गया। लक्ष्य सेन अब तक अपनी मेहनत और लगन से स्पेन में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल जीत चुके हैं। तो वहीं, जर्मन ओपन में सिल्वर मेडल, आल इंग्लैंड टूर्नामेंट में सिल्वर, दिल्ली में हुए इंडिया ओपन में गोल्ड मेडल और थॉमस कप में टीम को गोल्ड मेडल मिला था।
लक्ष्य के सम्मानित होने पर सीएम धामी ने बधाई देते हुए कहा कि आज राष्ट्रपति भवन में उत्तराखण्ड के बेटे @lakshya_sen को ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाना प्रत्येक उत्तराखण्डवासी के लिए गौरव का क्षण है। आपकी यह अप्रतिम उपलब्धि प्रदेश के अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। आपके उज्जवल भविष्य हेतु अनंत शुभकामनाएं!