25 मई से गौचर से बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए शुरू होगी हेली सेवा..
उत्तराखंड: तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए इस बार गौचर से बद्रीनाथ और हेमकुंड साहेब के लिए हेली सेवा की सुविधा मिलेगी। आगामी 25 मई से गौचर हवाई पट्टी से सेवा के शुरू होने की उम्मीद है। सरकार की उड़ान योजना के तहत देहरादून से गौचर तक हवाई सेवा संचालित हो रही है, जिससे यात्री गौचर आ सकते हैं। 25 मई से यहां से बद्रीनाथ और हेमकुंड साहेब के लिए हेली सेवा शुरू होगी। गुरुद्वारा हेमकुंड साहेब ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा का कहना हैं कि 25 मई को हेमकुंड साहेब की यात्रा शुरू होने पर सरकार ने यहां हेली सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। यात्री दिन में हेलीकॉप्टर से गौचर से गोविंदघाट, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब आ जा सकेंगे।
पिथौरागढ़ हेली- हेली सेवा का विरोध कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार करने से आक्रोश..
उत्तराखंड: पिथौरागढ़ में लंबे समय से स्थानीय लोग हेलीकॉप्टर से आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा का विरोध कर रहे हैं। इस विरोध में आंदोलन कर लोगों में से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। रं समाज के दो लोगों की गिरफ्तारी से लोगों में आक्रोश और भी बढ़ गया है। आंदोलन कर रहे रं समाज के एक पुरूष और एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद से लोगों का गुस्सा और भी बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि नआंदोलन शांतिपूर्वक तल रहा था। ऐसे में इस तरह से गिरफ्तारी बिल्कुल गलत है।
हेलीकॉप्टर पर पथराव करने पर की गई गिरफ्तारी.
जहां एक ओर दो लोगों की गिरफ्तारी से लोगों में आक्रोश है तो वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि हेलीकॉप्टर पर पथराव करने और अभद्रता की शिकायत मिलने पर ये कार्रवाई की गई है। गिरफ्तारी के बाद रं समाज की महिला, पुरुष और जनप्रतिनिधि आक्रोशित होकर बड़ी संख्या में तवाघाट चौराहे पर पहुंचे। लेकिन इसी बीच पुलिस दोनों को धारचूला ले आई। थोड़ी दी देर बाद कोतवाली के बाहर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। हालांकि दोनों को एसडीएम कोर्ट में मुचलका भरने के बाद छोड़ दिया गया। लेकिन इसके बाद से रं समाज के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि हेली सेवा का विरोध जारी रहेगा।
आपको बता दें कि हेली सेवा के माध्यम से यात्रा कराने के विरोध में होम स्टे, टैक्सी यूनियन, व्यास जनजाति संघर्ष समिति और व्यास घाटी के लोग तीन दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। लोगों की मांग है कि आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा को हेलीकॉप्टर से ना कराया जाए। बल्कि इसके पुराने रूट से ही कराया जाए। हेली सेवा से यात्रा कराए जाने पर लोगों का रोजगार कम हो रहा है।
पिथौरागढ़, मुनस्यारी और चंपावत के लिए जल्द शुरू होगी हेली सेवा..
उत्तराखंड: पहाड़ों पर जाने के लिए अब सफर आसान होगा। अब पिथौरागढ़, मुनस्यारी और चंपावत जाने के लिए घंटों का सफर नहीं करना पड़ेगा। बल्कि आप कुछ ही समय में यहां पहुंचे जाएंगे। जल्द ही पिथौरागढ़, मुनस्यारी और चंपावत के लिए उड़ान योजना के तहत हेली सेवा शुरू होने जा रही है। पिथौरागढ़, मुनस्यारी और चंपावत को उड़ान योजना के तहत हेली सेवा से जोड़ा जा रहा है। एक हफ्ते में इस सेवा को शुरू कर दिया जाएगा। हेरिटेज एविएशन ने नियमित हेली सेवा शुरू करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन से अनुमति भी मिल गई है।
डीएम ने हेलीपैड का किया निरीक्षण..
शुक्रवार को जिलाधिकारी वंदना सिंह और हेरिटेज एविएशन के जीएम मनीष भंडारी ने गौलापार स्थित हेलीपैड का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी से पिथौरागढ़, मुनस्यारी और चंपावत के लिए हेली सेवा शुरू की जा रही है। इसके लिए कंपनी को मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन भारत सरकार ने भी अनुमति दे दी है। इसके साथ ही यूकाडा से भी एनओसी मिल गई है। बता दें कि हल्द्वानी से सात सीटर हेली सेवा शुरू होगी। हल्द्वानी से एक दिन में दो बार हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे। इनकी वापसी भी उसी दिन होगी। इसके लिए फिलहाल एक हेलीकॉप्टर हल्द्वानी में ही रहेगा। इसके साथ ही हेलीपैड पर 2 पायलट और 4 इंजीनियर तैनात रहेंगे।
केदारनाथ हेली सेवा के लिए रोजाना जारी होंगे 200 ई-पास..
उत्तराखंड: केदारनाथ धाम के लिए एक अक्तूबर को हेली सेवा का संचालन किया जाएगा। नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को हेली सेवा शुरू करने के बारे में प्रस्ताव भेजा गया है। साथ ही 200 ई-पास हेली सेवा से जाने वाले तीर्थ यात्रियों को प्रतिदिन जारी किए जाएंगे।
केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए पैदल चलने में असमर्थ यात्रियों को एक अक्तूबर से हेली सेवा की सुविधा मिलेगी। इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग ने तैयारियां कर ली है। गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा हेलीपैड से नौ एविएशन कंपनियों को अनुमति दी है। हेली सेवा का संचालन करने से पहले डीजीसीए की ओर से तीनों स्थानों के हेलीपैड पर सुरक्षा मानकों का निरीक्षण किया जाएगा। आने वाले कुछ दिनों तक मौसम खराब रहने के कारण केदारनाथ के लिए हेली सेवा का संचालन संभव नहीं है।
देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन का कहना हैं कि केदारनाथ के लिए हेली सेवा का संचालन एक अक्तूबर से करने का प्रस्ताव मिला है। जिसमें हेली सेवा से जाने वाले यात्रियों को 200 ई-पास जारी किए जाएंगे। आपको बता दें कि पूर्व में चारधाम यात्रा पर रोक लगने के लिए 1100 हेली सेवा की बुकिंग रद्द की गई थी। उत्तराखंड सिविल एविएशन प्राधिकरण ने बुकिंग करने वाले यात्रियों को पैसा वापस लौटाए थे।
बाबा केदार के दर्शन के लिए देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही स्थानीय श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। सोमवार शाम चार बजे तक सोनप्रयाग से 631 श्रद्धालु धाम के लिए रवाना हुए जबकि 789 श्रद्धालुओं ने दर्शन का पुण्य अर्जित किया। सोनप्रयाग चौकी प्रभारी रवींद्र कौशल का कहना हैं कि सोनप्रयाग में सुबह 5 बजे से श्रद्धालु पंजीकरण के लिए काउंटर पर एकत्रित होने लगे थे। सुबह 7 बजे तक यहां काफी लंबी लाइन लग गई थी। उधर, केदारनाथ में देवस्थानम बोर्ड के यात्रा प्रभारी वाईएस पुष्पवाण ने कहना हैं कि 789 श्रद्धालु अब तक दर्शन कर चुके हैं। संध्या आरती तक श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं।
केदारनाथ धाम हेली सेवा से जा सकेंगे श्रद्धालु, जानिए कब से शुरू होगी हेली सेवा..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा को कोर्ट की हरी झंडी मिलने के बावजूद, केदारनाथ के लिए हेलीसेवा शुरू होने में समय लग सकता है। नागरिक उड्डयन विभाग को हेली सेवा संचालन के लिए नए सिरे से डीजीसीए से अनुमति लेनी पड़ेगी। इस बार नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (उकाडा) ने मार्च में ही केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का टेंडर पूरा करते हुए, मई में टिकट की एडवांस बुकिंग भी शुरू कर दी थी।
शुरुआती एक सप्ताह में 11 हजार से अधिक लोगों ने धाम के लिए एडवांस में टिकट ले भी लिए थे। लेकिन कोविड के कारण यात्रा प्रारंभ न होने पर उकाडा को रकम वापस लौटानी पड़ी। अब जब कोर्ट ने यात्रा पर से रोक हटा दी है तो उकाडा फिर से हेली सेवा शुरू करने पर विचार कर रहा है। इसके लिए उकाडा जल्द ही सभी नौ ऑपरेटर की मीटिंग करने जा रहा है। इसके साथ ही डीजीसीए को भी नए सिरे से हेलीपैड का निरीक्षण करने के लिए बुलाया जाएगा।
इसके बाद ही यात्रा प्रारंभ हो सकेगी। उकाडा के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलेश मेहता के अनुसार सामान्य तौर पर बरसात के दौरान हेली सेवा बंद रहती है, मानसून के बाद अक्तूबर में ही हेली सेवा फिर प्रारंभ होती है। इस बार भी अक्तूबर प्रथम सप्ताह तक हेलीसेवा प्रारंभ हो सकती है।