UKSSSC ने समूह-ग के 4,855 पदों का कैलेंडर किया जारी..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने राज्य में समूह-ग के 4,855 पदों पर भर्ती का कैलेंडर जारी कर दिया है। इसमें कई विभागों में समूह-ग की 16 भर्तियों की प्रस्तावित परीक्षा तिथियां शामिल की गई हैं। इनमें से तमाम नई भर्तियां निकाली जानी हैं। राज्य आंदोलनकारी आरक्षण के हिसाब से पदों का रोस्टर तय होने के बाद अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने परीक्षा कैलेंडर जारी किया है। इसमें वन दरोगा, पुलिस कांस्टेबल, फॉरेस्ट गार्ड, कनिष्ठ सहायक जैसी बड़ी भर्तियां भी शामिल हैं। नए कैलेंडर के हिसाब से आयोग इस महीने से लेकर अगले साल सितंबर तक ये भर्ती परीक्षाएं कराएगा। आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत का कहना हैं कि परीक्षा कैलेंडर के हिसाब से भर्तियां कराई जाएंगी। बताया, ये सभी परीक्षा तिथियां संभावित हैं। इनमें परिवर्तन भी हो सकता है।
UKSSSC ने जारी की इस भर्ती परीक्षा की वेटिंग लिस्ट..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 21 मई, 2023 को रक्षक (सचिवालय सुरक्षा संवर्ग) परीक्षा की वेटिंग लिस्ट जारी कर दी है। अभ्यर्थियों को 25 जुलाई को शारीरिक नाप-जोख परीक्षण एवं अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया है। 21 मई, 2023 को उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने रक्षक (सचिवालय सुरक्षा संवर्ग) की लिखित प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया था। लिखित परीक्षा के आधार पर 33 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की प्रेषित चयन संस्तुति के सापेक्ष 10 अभ्यर्थियों द्वारा विभाग में योगदान न देने के कारण विभाग द्वारा मांग की गई थी। जिसके आधार पर प्रतीक्षा सूची के अनुसार अभ्यर्थियों की शारीरिक नाप-जोख हेतु औपबन्धिक श्रेष्ठता सूची जारी की है। 25 जुलाई 2024 को सभी चयनित अभ्यर्थियों का शारीरिक नाप-जोख परीक्षण और अभिलेख सत्यापन अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के कार्यालय में किया जाएगा।
UKSSSC मे जल्द खुलेगा 1200 भर्ती का पिटारा..
उत्तराखंड: आचार संहिता हटने के बाद अब उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में भर्तियों का सिलसिला शुरू होने जा रहा है। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से देश के साथ ही उत्तराखंड में भी आचार संहिता लागू हो गई थी। आचार संहिता 4 जून को लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के साथ ही समाप्त हो गई। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव सुरेंद्र रावत का कहना हैं कि प्रदेश में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग जल्द ही 1200 नई भर्तियां निकलने जा रहा है, जो कि अगले 6 महीने में पूरी हो जाएंगी।
1200 नई भर्तियों में से 600 पद फॉरेस्ट गार्ड के हैं। 84 वन दरोगा के पद हैं। हालांकि अभी इस अध्याचन पर विभागीय स्तर से कुछ कमी है, जिसे जल्द ही पूरा करके यह भर्तियां निकाली जाएंगी। 209 कनिष्ठ सहायक के पद जो कि इंटर लेवल तक के हैं, इनकी विज्ञप्ति भी जल्द आने वाली है। 200 स्टेनो के पदों के साथ ही अन्य छोटे- छोटे मल्टी डिपार्टमेंट में कुल मिलाकर 1200 नई विज्ञप्तियां अगले 6 महीने में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा जारी कर दी जाएंगी। इनके बारे में अभ्यर्थी समय-समय पर आयोग की वेबसाइट पर भी जानकारी ले सकते हैं।
2000 पदों पर जल्द होनी हैं परीक्षाएं..
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव सुरेंद्र रावत ने जानकारी दी है कि इस महीने से लेकर अगले अगस्त सितंबर तक आयोग द्वारा तकरीबन 2000 ऐसे पदों पर परीक्षाएं करवाई जानी हैं, जिनके लिए पहले ही फॉर्म भरे जा चुके हैं।
आबकारी विभाग में सिपाही के 100 पद, परिवहन आरक्षी के 118, सिपाही पद और एक्साइज इंस्पेक्टर के रूप में 14 पदों पर 30 जून को होनी है परीक्षा
सहायक अध्यापक आईटी की रिटर्न परीक्षा के लिए 1544 पदों पर 18 अगस्त को होनी है परीक्षा
स्टोर कीपर यानी कि सहायक भंडारण के 24 पदों पर 21 जुलाई को होनी है परीक्षा
राज्य संपति विभाग में ड्राइवर के 33 पदों पर 7 जुलाई को होनी है परीक्षा
वन विभाग के 200 स्कॉलर पदों पर इन दिनों फिजिकल हो रहा है, तो वहीं जल्दी इस पर रिटर्न परीक्षा भी होनी है
गृह विभाग के तहत होमगार्ड प्रशिक्षक यानी जो लोग होमगार्ड के जवानों को ट्रेनिंग देते हैं, ऐसे 24 ट्रेनर के पदों पर जल्द होनी हैं परीक्षाएं
पिछले ढाई सालों में 4 हजार से ज्यादा लोगों की लगी नौकरी..
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव सुरेंद्र कुमार का कहना हैं कि आयोग में जिस तरह से पुराना विवाद रहा है, उसके बाद से लेकर अब तक नए पदाधिकारी द्वारा आयोग में काफी सारे सुधार किए गए हैं. उन्होंने कहा कि उनकी ज्वाइनिंग से लेकर अब तक यानी कि जनवरी 2022 से लेकर के 10 जून 2024 तक आयोग द्वारा तकरीबन 4200 पदों पर नियुक्ति दी जा चुकी है।
इन पदों पर निकली भर्ती, जानिए आवेदन की पूरी जानकारी..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने समूह-ग केपदों पर भर्ती निकली है। ये भर्ती व्यायाम प्रशिक्षकों के 60 पदों पर निकाली गई है। जिसका विज्ञापन जारी किया गया है। इस भर्ती के लिए इच्छुक उम्मीदवार 22 जनवरी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दे कि यूकेएसएसएससी ने व्यायाम प्रशिक्षकों की भर्ती निकाली है। बताया जा रहा है कि ये भर्तीयुवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग में व्यायाम प्रशिक्षकों के 59 और डॉ. आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल में व्यायाम प्रशिक्षक के एक पद के लिए निकाली गई है।
इस भर्ती के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को एनआईएस पटियाला या उससे संबद्ध अन्य संस्थानों से प्रशिक्षण (कोचिंग) में डिप्लोमा होना चाहिए। या फिर बीपीएड, डीपीएड या बीपीई की डिग्री होनी चाहिए।आवेदकों की आयु 21 से 42 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आयु की गणना एक जुलाई 2023 के मुताबिक की जाएगी। आवेदक किसी मान्यता प्राप्त विवि से स्नातक होना चाहिए।
वहीं बताया जा रहा है कि 22 जनवरी से 18 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन का मौका मिलेगा। इसके बाद 13 से 15 फरवरी तक आवेदन में करेक्शन कर सकेंगे। आयोग ने मार्च में इसकी भर्ती परीक्षा प्रस्तावित की है। जबकि जनरल, ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क 300 रुपये, एससी, एसटी व दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 150 रुपये शुल्क देय होगा। आयोग ने भर्ती परीक्षा का सिलेबस भी साथ में जारी किया है।
तीन माह से उत्तराखंड में ग्रुप-सी की नई भर्ती नहीं निकली..
उत्तराखंड: प्रदेश में समूह-ग की भर्तियों में तेजी लाने के सरकार के आदेश सुस्त सिस्टम के कारण अटक गए हैं। हालात ये हैं कि समूह-ग की आखिरी भर्ती कनिष्ठ सहायक की 30 नवंबर को निकली थी। इसके बाद से तीन महीने बीत गए किसी नई भर्ती का नोटिफिकेशन जारी नहीं हो पाया।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का पेपर लीक होने के बाद सरकार ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को ग्रुप-सी भर्ती पर नियंत्रण दे दिया था। सरकार ने यह भी दावा किया था कि राज्य लोक सेवा आयोग अब भर्तियों में तेजी लाएगा। इसके तहत आयोग ने भर्तियों का कैलेंडर जारी किया था। कैलेंडर के हिसाब से आयोग ने पुलिस कांस्टेबल, पटवारी लेखपाल, फॉरेस्ट गार्ड, सहायक लेखाकार, बंदीरक्षक की भर्तियों के नोटिफिकेशन भी जारी कर दिए थे।
इस बीच आयोग ने कनिष्ठ सहायक पुलिस कांस्टेबल, पटवारी लेखपाल के पदों के लिए भी परीक्षा आयोजित की।भर्तियों का अभियान फिर धीमा हो गया है। 30 नवंबर को कनिष्ठ सहायक की आखिरी भर्ती निकाली गई थी। इसके बाद जनवरी में कृषि पशुपालन विभाग की भर्ती शुरू होने वाली थी, लेकिन विभाग ने इस पद को रद्द कर दिया। इसके बाद जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्रयोगशाला सहायक, पर्यावरण पर्यवेक्षक और पुलिस सब-इंस्पेक्टर की भर्ती नहीं निकली। वर्तमान में मार्च में मानचित्रकार, प्रारूपकार की भर्ती निकालने की योजना है लेकिन अभी यह पुष्ट नहीं है। इससे हजारों युवाओं का सरकारी नौकरी का इंतजार बढ़ता जा रहा है।
प्रस्तावों में संशोधनों में लटकी फाइलें
आपको बता दें कि नई भर्तियों के लिए प्रस्तावों में अभी भी संशोधन चक्कर में फाइलें लटकी हुई हैं। आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत का कहना हैं कि पुलिस सब इंस्पेक्टर की भर्ती के लिए सेवा नियमों में कुछ बदलावों की जरूरत है। मानचित्रकार प्रारूपकार की भर्ती के प्रस्ताव में भी बदलाव होना है। उन्होंने कहा कि आयोग स्तर की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी तक अपना प्रस्ताव नहीं दिया है
सीबीआई जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट पहुंचे भुवन कापड़ी..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के भर्ती घोटाले में उत्तराखंड विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी सीबीआई जांच की मांग को लेकर नैनीताल हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। उनकी याचिका पर सोमवार को सुनवाई होने की उम्मीद है। बुधवार को दायर याचिका में कापड़ी का कहना हैं कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने शिक्षा, पुलिस, वन विभाग और ग्रामीण विकास विभाग समेत कई महत्वपूर्ण विभागों में पूर्व में भर्तियां कराई थीं। इन भर्तियों में घोटाले हुए हैं।
इसकी जांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कर रही है। जांच में घोटाले के तार उत्तर प्रदेश से भी जुड़े पाए गए हैं। जिसमें उत्तराखंड और यूपी के कई घोटालेबाजों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। कापड़ी ने हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि इस भर्ती घोटाले में सफेदपोशों और उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली लोगों के नाम आने के कारण इसकी जांच निष्पक्षता के साथ सीबीआई से कराई जाए। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पत्र भी लिखा है। जिसमें उनका कहना हैं कि पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की तरह ही यहां भी सीबीआई की जांच कराई जानी चाहिए, क्योंकि उत्तराखंड में हुआ भर्ती घोटाला बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले से काफी ज्यादा बड़ा है
उत्तराखंड में हुई भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग..
उत्तराखंड: प्रदेश में उत्तराखंड क्रांति दल ने अब तक हुई भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग की है। दल ने सख्त नकल विरोधी कानून बनाने की भी मांग प्रमुखता से उठाई। रुद्रप्रयाग मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता से ही घोटाले हुए हैं। इसमें बड़े-बड़े मगरमच्छ पकड़ से बाहर हैं।
अभी सिर्फ छोटी-छोटी मछलियां ही पकड़ में आई हैं। इस खेल के पीछे बड़े अधिकारी और सफेदपोश शामिल हैं। जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह के तार जिन बड़े लोगों से जुड़े हैं, उनका पर्दाफाश जरूरी है। हाकम सिंह सिर्फ प्यादा है, इसके पीछे कई और मास्टरमाइंड हैं। पूर्व में भी भर्ती घोटालों की जांच हुई, लेकिन किसी को भी आज तक सजा नहीं हुई। युवा नेता मोहित डिमरी ने इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने इसी वर्ष भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकने के लिए नकल विरोधी कानून बनाया है। इसी तरह का कानून उत्तराखंड सरकार को भी बनाना चाहिए।
उन्होंने यह भी मांग की है कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने जिन आठ भर्ती परीक्षाओ पर रोक लगा दी है, उनकी प्रक्रिया जल्द पूरी की जाय। उन्होंने कहा कि परीक्षा और नियमों में बदलाव की भी जरूरत है। ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाय। उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकारी अध्यक्ष बुद्धिबल्लभ ममगाई ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक हुई कोई भी भर्ती परीक्षा विवादों से नहीं बच पाई है। हर भर्ती परीक्षा में न सिर्फ घपले सामने आए, बल्कि इन घपलों के कारण भर्ती लटकने के साथ कई बार निरस्त भी हो गईं।
भर्ती परीक्षाओं में लगातार घपलों से राज्य का युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। उत्तराखंड में परीक्षाओं की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आउटसोर्सिंग एजेंसी को खत्म कर विभागीय नियुक्ति दी जाय।
यूकेडी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत चौहान ने कहा कि आज सिर्फ उन्हें नौकरियां मिल रही हैं, जिनकी पहुँच है। एक योग्य आदमी को नौकरी मिलना बहुत मुश्किल हो गया है। राज्य बनने के बाद पटवारी भर्ती, दरोगा भर्ती, ऊर्जा निगम, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, दरोगा रैंकर्स, फार्मासिस्ट, कॉपरेटिव बैंक, वन आरक्षी सहित अन्य कई पदों पर भर्ती घोटाले हुए हैं।
इन मामलों की जांच ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है। ऐसे में सरकार की मंशा भी सवालों के घेरे में है। यूकेडी के पूर्व युवा जिलाध्यक्ष दिनेश बर्तवाल और नगर अध्यक्ष बिपिन पंवार ने कहा कि जब तक उत्तराखंड के युवाओं को न्याय नहीं मिलेगा, यूकेडी चैन से नहीं बैठेगी। लाखों की संख्या में बेरोजगार धक्के खा रहे हैं। उनके भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है।
UKSSSC Paper Leak- सरकारी कर्मियों के बाद अब नेताओं की गिरफ्तारी की बारी..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा (वीपीडीओ) की भर्ती में हुए घपले में सरकारी कर्मचारियों के बाद अब नेताओं की गिरफ्तारी की बारी है। बता दे कि अब जांच में कुछ सफेदपोशों के नाम सामने आए हैं। नेताओं पर हाथ डालने से पहले एसटीएफ मजबूत साक्ष्य जुटा रही है।उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक प्रकरण में अब तक गिरफ्तार हुए 13 कर्मचारियों में चार सरकारी कर्मचारी शामिल हैं।
एसटीएफ जांच में सामने आया है कि पेपर लीक कर उसे परीक्षाथियों पहुंचाने में कई सफेदपोश भी शामिल हैं। सूत्रों का कहना हैं कि गढ़वाल मंडल के दो जिला पंचायत सदस्यों के खिलाफ पेपर लीक में अहम साक्ष्य मिले हैं। जिसमें एक महिला भी शामिल है।
इस केस का खुलासा होते ही दोनों नेता परेशान हैं। सूत्रों की माने तो कुछ अन्य नेताओं का नाम भी इसमें आया है। उनकी भूमिका की जांच जा रही है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह का कहना हैं कि जांच में सभी तथ्यों पर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। कुछ नेताओं के पेपर लीक में शामिल होने के इनपुट मिले हैं।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ ने रामनगर कोर्ट के कनिष्ठ सहायक को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ अब तक कुमाऊं के तीन न्यायालयों के कर्मचारियों को पकड़ चुकी है। अब कुछ सरकारी कर्मचारी समेत सफेदपोश लोग भी राडार पर हैं।
एसटीएफ ने हिमांशु दत्त कांडपाल (25) पुत्र प्रयाग दत्त निवासी कांडागूट अल्मोड़ा को गिरफ्तार किया। हिमांशु हाल में रामनगर कोर्ट में बतौर कनिष्ठ सहायक तैनात है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने कहा कि कुछ और लोग भी राडार पर हैं। इन सबके खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। पेपर लीक मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रदेश में सेवा चयन आयोग शुरू करने जा रहा नई भर्तियां..
उत्तराखंड: प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए जल्द तीन नई भर्तियां शुरू होने जा रही हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। आने वाले 15 दिनों में यह पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
आपको बता दे कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से जल्द ही अग्निशमन विभाग में हेड कांस्टेबल के करीब 200 पदों पर भर्ती शुरू की जाएगी। इसके अलावा सांख्यिकी विभाग में करीब 100 पदों पर भर्ती भी निकाली जाएगी। साथ ही विभिन्न विभागों में जूनियर इंजीनियर के करीब 50 पदों पर भर्ती निकलने जा रही है। इन तीनों भर्तियों की सिफारिश (अधियाचन) आयोग को प्राप्त हो चुकीं हैं। आयोग के सचिव संतोष बडोनी का कहना हैं कि इसी महीने भर्तियों की आवेदन प्रक्रिया शुरू करने की योजना है। राज्य सरकार ने समूह-ग की सभी भर्तियों के आवेदन का शुल्क माफ किया है, इसलिए इन भर्तियों के लिए भी कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
पर्यटन विभाग में 51 पदों पर होगी भर्ती..
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद में विभिन्न श्रेणियों के खाली पदों पर भर्ती के लिए विभाग ने प्रस्ताव आयोगों को भेज दिया है। जल्द ही इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। परिषद में कनिष्ठ सहायक, सहायक लेखाकार समेत अन्य पदों का प्रस्ताव अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा आयोग को भेजा गया है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की बोर्ड बैठक में 51 पदों पर भर्ती करने की अनुमति दी गई।
उत्तराखंड में वन विभाग भर्ती में आया बड़ा अपडेट..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वन आरक्षी के 894 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा दी हैं। UKSSSC की इस भर्ती में अभ्यर्थी अब 25 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले आवेदन की लास्ट डेट 16 अक्टूबर थी ऐसे में जो अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पाए हैं, उनके पास आवेदन करने का एक और मौका है।
ऑनलाइन आवेदन करने से छूट गए अभ्यर्थी इस मौके का फायदा उठाकर वन आरक्षी के 894 पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ ही आपको बता दें की वन आरक्षी के इन पदों पर सीधी भर्ती की विज्ञप्ति उत्तराखंड शासन के शुल्क माफी के शासनादेश से पहले जारी हो गई थी। सभी अभ्यर्थियों को आवेदन की विस्तारित अवधि में शुल्क अदा करना होगा।
साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग श्रेणी के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क में राहत दी जाएगी। आपको बता दें की अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसी वर्ष दिसंबर में लिखित परीक्षा और शारीरिक परीक्षा प्रस्तावित की है। हालांकि दिसंबर में परीक्षा कब होगी इसकी तिथि अभी तक तय नहीं हो पाई है। ऐसे में, जिन इच्छुक और पात्र उम्मीदवारों ने अबतक आवेदन नहीं किया है, उन्हें जल्द अप्लाई कर देना चाहिए।