ईडी दफ्तर के बाहर आज कांग्रेस का प्रदर्शन..
उत्तराखंड: ईडी दफ्तर के बाहर कांग्रेस आज प्रदर्शन करेगी। बता दे कि पार्टी ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से विपक्षी दल के नेताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इसी को लेकर आज 21 जुलाई को देशभर में केंद्रीय ऐजेंसी प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालयों के सम्मुख विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसी कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में देहरादून स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले उत्तराखंड में कांग्रेस ने राज्य में लोकसेवा आयोग की भर्तियों, पुलिस विभाग की भर्तियों और सहकारिता विभाग में हुई भर्तियों में भ्रष्टाचार और अनियमितता का आरोप लगाया है। जिसके खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन के साथ सचिवालय कूच किया था।
इसके बाद कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य साथ में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा वहीं धरने पर बैठ गए। महामंत्री संगठन विजय सारस्वत का कहना हैं कि प्रदेश में भाजपा शासन में सभी विभागों में हो रही भर्तियों में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार के साथ ही अपनों को रेवड़ी बांटने का काम किया जा रहा है।
बद्रीनाथ हाईवे के नरकोटा में निर्माणाधीन पुल की शटरिंग पलटी, दो मजदूरों की मौत..
आठ घायलों का जिला चिकित्सालय में चल हा इलाज..
आल वेदर परियोजना के तहत नरकोटा में चल रहा निर्माणाधीन डबल लेन पुल का कार्य..
64 करोड़ की लागत से आरसीसी कंपनी को दिया गया है पुल का कार्य..
आरसीसी कंपनी ने पेटी में दिया है सिंगला कंपनी को कार्य..
रुद्रप्रयाग। ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा में आलवेदर सड़क के तहत निर्माणाधीन मोटरपुल की शटरिंग पलटने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठ मजदूर गंभीर घायल हो गये। दो गंभीर घायलों की स्थिति को नाजुक देखते हुए श्रीनगर के लिए रेफर किया गया। अन्य घायलों का कोटेश्वर अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना के बाद जिलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मामले की उच्च स्तरीय जांच करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
बुधवार सुबह नौ बजे के करीब रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से सात किमी की दूरी पर ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे के नरकोटा के पास निर्माणाधीन पुल की शटरिंग पलट गई। निर्माण कार्य में दस मजदूर लगे हुए थे। शटरिंग पलटने से सभी मजदूर सरियों के मोटे जाल के नीचे दब गये। सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। आठ मजदूरों को निकालने के बाद तुरंत जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, लेकिन दो मजदूर वहीं फंसे रहे। बाद में कटर मशीन से सरियों के जाल को काटा गया और दोनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और दोनों मजदूरों की मौत हो चुकी थी। घटना में दो गंभीर घायलों को श्रीनगर बेस अस्पताल के लिए रेफर किया गया, जबकि अन्य घायलों का माधवाश्रम अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बता दें कि नरकोटा में आल वेदर कार्य के तहत इस डबल लेन पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस पुल का निर्माण लगभग 64 करोड़ की लागत से किया जाना है। पुल का निर्माण कार्य अभी शुरूआती चरणों में है, लेकिन आज हुए इस हादसे ने निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी है। हादसे में मृतक मजूदरों के परिजनों के रो-रोकर बुरे हाल हैं। निर्माण कार्य कर रही आरसीसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जेपी शर्मा भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण कार्य किसी और कंपनी को पेटी पर दिया गया है।
इस पुल का निर्माण कार्य दो इंजीनियरों की देखरेख में हो रहा था। घटना के बाद पुलिस ने आरसीसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जेपी शर्मा को मौके से उठा लिया और पूछताछ के लिये थाने लाई। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि प्रोजेक्ट मैनेजर को पूछताछ के लिये लाया गया है। पूछताछ के बाद आगे की कार्यवाही जायेगी। जो मजदूर घटना में मरे हैं। उनके परिजनों द्वारा तहरीर देने के बाद मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित भी मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माणाधीन पुल की क्षतिग्रस्त होने की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी तथा इसमें कार्यदायी संस्था एनएच विभाग श्रीनगर एवं कार्य करा रही एजेंसी आरसीसी के अधिकारियों एवं कार्मिकों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। घटना स्थल के बाद डीएम मयूर दीक्षित ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल-चाल भी जाना। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
पूर्व सीएम हरीश रावत का भाजपा पर जोरदार हमला..
उत्तराखंड: पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रही है। हमारे कार्यकर्ताओं को प्रलोभन देकर या गलत तरीके से दबाव बना भाजपा में शामिल कराया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेसियों से एकजुट रहने की अपील की। पूर्व सीएम रविवार शाम काशीपुर पहुंचे। हरीश रावत का कहना हैं कि वर्तमान में कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो भाजपा की नीतियों के खिलाफ मजबूती से आवाज उठा रही है। इसके चलते भाजपा, कांग्रेस पर लगातार प्रहार कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा, कांग्रेस की लीडरशिप को तोड़ना चाहती है। इसके लिए अनुचित तरीके भी अपनाये जा रहे हैं। हालांकि, एक सवाल के जवाब में उन्होंने कांग्रेस के भविष्य को लेकर उम्मीद जताई। रावत ने कहा कि जब भाजपा का ग्राफ गिरने लगेगा, तब लोग फिर कांग्रेस की ओर लौटेंगे। श्रीलंका के मौजूदा हालात का उदाहरण देते हुए रावत ने कहा कि वर्ष 2024 में भी यह स्थिति आ सकती है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को एकजुट रहना होगा।
पुंछ में हुआ ग्रेनेड विस्फोट, सेना के कप्तान और JCO शहीद, पांच जवान घायल..
देश-विदेश: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास अचानक ग्रेनेड विस्फोट हो गया। इसमें सेना के एक कप्तान और एक जूनियर कमीशंड अधिकारी की मौत हो गई। साथ ही इस हादसे में पांच अन्य जवान घायल हुए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। सेना के पीआरओ का कहना हैं कि रविवार देर रात पुंछ के मेंढर सेक्टर में यह घटना हुई।
जिस समय यह घटना हुई, उस वक्त सेना के जवान ड्यूटी पर थे। उन्होंने कहा कि घायलों को तुरंत हेलीकॉप्टर से इलाज के लिए उधमपुर ले जाया गया। इलाज के दौरान सेना के कप्तान आनंद और नायब-सूबेदार (जेसीओ) भगवान सिंह ने दम तोड़ दिया। जबकि पांच अन्य जवानों का इलाज जारी है।
इससे पहले रविवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में दोपहर बाद आतंकियों ने सीआरपीएफ की नाका पार्टी पर हमला किया। इस हमले में एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) शहीद हो गए। एक अन्य राहगीर घायल हो गया। घटना के तत्काल बाद पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया गया। शहीद एएसआई विनोद कुमार उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले के रहने वाले थे। अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद जुलाई महीने आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर दो बार हमला किया है।
भाजपा महिला नेता पर बीच सड़क में बाइक सवारों ने किया हमला..
देश-विदेश: भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुल्ताना खान पर रविवार रात करीब 11 बजे हमला हुआ हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया, सुल्ताना खान पर धारदार हथियार से हमला किया गया। हालांकि, हमलावर कौन थे? इस बारे में जानकारी नहीं हो पाई है। सुल्ताना खान रविवार रात अपने पति के साथ डॉक्टर के यहां जा रहीं थीं।
तभी मुंबई की मीरा रोड के पास दो बाइक सवारों ने उनकी गाड़ी रोक ली और सुल्ताना खान पर हमला किया। इस दौरान उनके पति ने हमलावरों का विरोध किया, जिसके बाद उनसे भी गाली गलौच की गई। हमले के बाद पति के शोर मचाने पर वहां पर काफी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसके बाद सुल्ताना खान को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आपको बता दे कि सुल्ताना के पति ने शक जाहिर किया है कि इस हमले के पीछे पार्टी के कुछ कार्यकर्ता भी हो सकते हैं। दरअसल, सुल्ताना ने कुछ दिन पहले ही लिखित रूप से पार्टी के आला अधिकारियों से शिकायत की थी। हालांकि, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना हैं कि पीड़िता काफी डरी हुई है, इसलिए वह अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है।
उत्तराखंड के मेडिकल कालेज लेंगे एक-एक गांव गोद..
टेलीमेडिसिन और एयर एंबुलेंस का होगा विस्तार..
उत्तराखंड: एम्स ऋषिकेश समेत सभी राजकीय मेडिकल कालेज एक-एक गांव को गोद लेंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत का कहना है कि प्रदेश में एयर एंबुलेंस और टेलीमेडिसिन सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। उत्तराखंड को टीबी मुक्त करने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। जिसमें सरकारी व निजी मेडिकल कालेजों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को शामिल किया जाएगा।
शुक्रवार को दून मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य मंत्री ने सरकारी व निजी मेडिकल कॉलेजों के प्रबंधन और प्राचार्यों के साथ बैठक की। राज्य को वर्ष 2024 तक टीबी मुक्त करने के लिए कई निर्णय लिए गए। स्वास्थ्य मंत्री का कहना हैं कि एनएचएम मिशन निदेशक की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। जिसमें सूबे के निजी व राजकीय मेडिकल कॉलेजों के एक-एक विशेषज्ञ चिकित्सक को शामिल किया जाएगा।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए एम्स ऋषिकेश समेत प्रदेश के सभी निजी मेडिकल कॉलेज एक-एक जनपद गोद लेकर कार्य करेंगे। इसके साथ ही राज्य में कैंसर की जांच व उपचार के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सचिव स्वास्थ्य की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर सभी मेडिकल कॉलेजों के एक-एक कैंसर विशेषज्ञों को बतौर सदस्य नामित किया जाएगा।
जिससे गंभीर रोगियों की पहचान कर उन्हें समय पर उच्च संस्थानों में पहुंचाया जा सके। जिला चिकित्सालयों को सभी सुविधाओं व चिकित्सा उपकरणों से लैस किया जाएगा। इससे 95 फीसदी मरीजों का उपचार जिला स्तर पर हो सकेगा। डॉक्टरों की तैनाती के साथ ही पैरामेडिकल स्टॉफ व वार्ड ब्वॉय को एम्स ऋषिकेश और मेडिकल कॉलेजों में प्रशिक्षिण देने की योजना बनाई जा रही है।
कांवड़ियों के लिए हरिद्वार से दिल्ली तक बनेगा ग्रीन कॉरिडोर..
उत्तराखंड: कांवड़ यात्रा के लिए इस बार हरिद्वार से दिल्ली तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है। बता दे कि इस योजना तहत हाईवे में एक साइड से डाक कांवड़ गुरजेगी तो वहीं दूसरी साइड पर सामान्य यातायात चलता रहेगा। जबकि, इससे पहले डाक कांवड़ के दौरान हाइवे पर यातायात बंद कर दिया जाता था। उत्तराखंड और यूपी पुलिस ने संयुक्त रूप से इस नई व्यवस्था को लागू करने की तैयारी की है। डाक कांवड़ के दौरान हाईवे पर पूरी तरह से डाक कांवड़ियों का कब्जा हो जाता था। ऐसे में सामान्य यातायात पूरी तरह से ठप हो जाता था।
इस व्यवस्था के तहत कांवड़ियों के लिए पहले ही मार्ग को खाली करा दिया जाएगा। केवल एक ओर कांवड़िए ही दिखाई देंगे। डीआईजी-एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत का कहना हैं कि हरिद्वार से इस दफा डाक कांवड़ हाईवे पर एक साइड से रवाना होगाी। दूसरी साइड पर जिले का सामान्य यातायात संचालित होगा। यह व्यवस्था दिल्ली तक की जा रही है।
डीआईजी का कहना हैं कि यूपी पुलिस ने भी इस पर अपनी सहमति दे दी है। वे भी हाईवे पर एक तरफ कांवड़ यात्रा का संचालन करेंगे और दूसरी तरफ सामान्य यातायात चलता रहेगा। डीआईजी की मानें तो यह व्यव्स्था पहली बार लागू की जा रही है, क्येांकि हाईवे अब पूरी तरह से तैयार है। 20 और 21 जुलाई से बड़े वाहन लेकर आने वाले डाक कांवड़यिों की रवानगी शुरू हो जाती है। ऐसे में यह व्यवस्था 20 जुलाई से लागू की जा सकती है।
उत्तराखंड में18 साल से ऊपर के लोगों को आज से फ्री लगेगी बूस्टर डोज..
उत्तराखंड: प्रदेश में 18 से अधिक उम्र के लोगों को शुक्रवार से मुफ्त बूस्टर डोज लगाई जाएगी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से बूस्टर डोज लगाने की अपील की। उनका कहना हैं कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण सबसे बड़ा हथियार है। राज्यभर में 18 से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोनारोधी प्रीकॉशन डोज अभियान का हिस्सा बनकर सहयोग करना है। देश ने पिछले दो साल में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना महामारी का डटकर मुकाबला किया। उनके नेतृत्व में भारत में कोविड वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया गया। साथ ही, दुनिया के कई देशों को वैक्सीन बांटने का काम भी किया गया। सीएम ने कहा कि राज्यभर में कोरोना महामारी कम जरूर हुई है, लेकिन खत्म नहीं हुई है।
उत्तराखंड में 99 नए मरीज मिले, दो की मौत
उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना के 99 नए मरीज मिले और दो संक्रमितों की मौत हो गई। 23 मरीज इलाज के बाद ठीक हुए, जिसके बाद राज्यभर में सक्रिय मरीजों की संख्या 456 हो गई है। जबकि, कोरोना संक्रमण की दर 6.19 प्रतिशत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, विभिन्न अस्पतालों से गुरुवार को 1501 मरीजों की रिपोर्ट आई।
पहली बार रुद्रप्रयाग में किसी जिलाधिकारी की ओर से की गई ऐसी पहल..
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने एक अभिनव पहल की है। डीएम स्वयं और जिले के सभी अधिकारियों के साथ बस में सवार होकर दूरस्थ गांव मनसूना में लगे शिविर में प्रतिभाग करने पहुंचे। रुद्रप्रयाग जिले में किसी जिलाधिकारी की ओर से पहली बार ऐसी पहल की गई है। इससे पहले सभी अधिकारी अपने-अपने वाहनों से जनता दरबार में पहुंचते थे, जिससे सरकारी डीजल-पैट्रोल की खपत अधिक होती थी। लेकिन अब जिले में ऐसा नहीं होगा। जहां भी जनता की समस्याओं को सुनने के लिये शिविर लगेंगे, वहां सभी अधिकारी बस में सवार होकर सफर करेंगे।
जनता की समस्याओं को सुनने के लिये अक्सर प्रशासन की ओर से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जनता दरबार का आयोजन किया जाता है। इन जनता दरबारों में अक्सर देखा जाता है कि कई अधिकारी पहुंचते ही नहीं और जो अधिकारी पहुंचते भी हैं वह समय पर नहीं पहुंचते हैं। इस बीच सभी अधिकारी अपने वाहनों से पहुंचते हैं, जिससे वाहनों का जमावड़ा लग जाता है और सरकारी डीजल-पैट्रोल की भी अधिक खपत होती है, लेकिन रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने नई पहल की है। जिलाधिकारी स्वयं और सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बस में सवार होकर मनसूना में आयोजित जनता दरबार में पहुंचे। एक ही बस में सभी अधिकारियों के सवार होने से जहां सरकारी डीजल-पैट्रोल की खपत कम हुई, वहीं सभी अधिकारी भी जनता की समस्याओं को सुनने के लिये पहुंचे। रुद्रप्रयाग में यह पहल पहली बार हुई है।
बता दें कि जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की कार्यशैली जनता को काफी प्रभावित कर रही है। एक ओर जनता के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार तो वहीं दूसरी ओर जन समस्याओं के निराकरण के लिए डीएम लगातार प्रयास कर रहे हैं। गुरुवार को डीएम मयूर दीक्षित ने ऐसी पहल शुरू की जो प्रदेशभर के लिए प्ररेणास्रोत बनी है। मनसूना में होने वाले सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम में डीएम ने बस की व्यवस्था कराई और अफसरों के साथ स्वयं बस में सवार होकर मनसूना पहुंचे। सरकारी फिलूखर्चे पर अंकुश लगाने के साथ ही बिना वजह बड़ी संख्या में सरकारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की पहल सराहनीय है।
सुबह कलक्ट्रेट से जब डीएम मनसूना कार्यक्रम के लिए प्रस्थान करने लगे तो, कलक्ट्रेट परिसर में बस देखकर सभी हैरान हो गए। पहले डीएम स्वयं बस में सवार हुए और बाद में एक-एक कर सभी अफसर बस में बैठे। करीब 3 दर्जन से अधिक अफसरों के साथ डीएम मनूसना पहुंचे। इस तरह की अनोखी पहल पहली बार देखने को मिली। जिससे जनता, अधिकारी, जनप्रतिनिधि और समाज के बुद्धिजीवी वर्ग में खुशी है। उनका कहना है कि यह जिलाधिकारी की अलग सोच है, जिसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। जहां अक्सर जिले के शीर्ष अफसरों को महंगी और आलीशान गाड़ियों में बैठने का शोक रहता है, वहीं जिलाधिकारी की यह पहल समाज में अलग संदेश देगी।
वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत दूरस्थ गांवों में शिविर लगाये जाते हैं, जिसमें सभी अधिकारी अपने वाहनों से पहुंचते हैं। इससे समय भी और खर्चा भी ज्यादा होता है। एक ही बस में सवार होने से विभागीय अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल भी होगा और सभी अधिकारी समय पर भी पहुंचेंगे।
केदारनाथ धाम में ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम किया स्थापित..
उत्तराखंड: प्रदेश में मौसम की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं। बारिश और कोहरे के कारण केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा बाधित होने से तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केदारनाथ धाम जाने वाले तीर्थ यात्री सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। खराब मौसम और प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेशभर में 146 सड़कें मंगलवार को भी बंद रही। सड़कें बंद होने की वजह से जगह-जगह यात्री फंस गए थे।
केदारनाथ धाम में पल-पल बदलते मौसम की जानकारी केदारनाथ धाम में जाने वाले तीर्थ यात्रियों को अब आसानी से मिल सकेगी। इसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के विशेष प्रयासों से आईआईटी कानपुर के प्रो. इंद्रसेन की टीम ने केदारनाथ धाम में ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम स्थापित कर दिया है। बता दे कि आईआईटी कानपुर के प्रो. इंद्रसेन की टीम ने केदारनाथ धाम में ऑॅटोमेटिक वेदर सिस्टम लगाने का काम पूरा कर इसका संचालन शुरू कर दिया गया है। इससे शीघ्र ही मौसम संबंधी गतिविधियों की रीडिंग प्राप्त की जा सकेगी। डीएम का कहना हैं कि केदारनाथ में वेदर सिस्टम स्थापित करने से एक नए अध्याय के रूप में देखा जा सकता है।
हिमालयन हेली सर्विस को बीस जुलाई तक केदारनाथ के लिए हेली सेवा जारी रखने की अनुमति दी गई है। भीमबली से रामबाड़ा, लिंचौली और केदारनाथ तक पूरी घाटी में चार दिन से घना कोहरा छाया हुआ है। बीच बीच में बारिश भी हो रही है। केदारनाथ में मौजूद सेक्टर अधिकारी सुरेंद्र मोहन का कहना हैं कि खराब मौसम के कारण बीते चार दिनों से केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर नहीं उड़ पाया है।