उत्तराखंड में भाजपा अभी नहीं बना पाएगी सरकार..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजभवन में शुक्रवार को राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया हैं। अब उत्तराखंड में बहुमत हासिल करने के बाद सबकी निगाहें नई सरकार के गठन पर लग गई हैं। लेकिन भाजपा के हलकों में यह चर्चा है कि नई सरकार के गठन में कुछ देरी हो सकती है। इसका कारण होलाष्टक माना जा रहा है। आपको बता दे कि 10 मार्च से होलाष्टक लगा है जो अगले आठ दिन होली तक रहेगा। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने भी ऐसे आसार जताए हैं कि होलाष्टक के कारण सरकार के गठन में देरी हो सकती है। बता दें कि माना जाता है कि होलाष्टक के दौरान कोई शुभ या मंगल कार्य नहीं होता।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार से भाजपा उत्तराखंड में सीएम पद पर नाम को लेकर उलझन में है। इस बीच पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों नेता जल्द होने वाली विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम पर विधायकों की राय से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराएंगे। हालांकि विधायक दल की बैठक कब होगी, इसकी तारीख तय नहीं की गई है।
उत्तराखंड में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने का कीर्तिमान बनाया है। हालांकि चुनाव से चंद महीने पहले मुख्यमंत्री बनाए गए धामी खटीमा से चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर पशोपेश में है। पार्टी में नए सीएम के नामों पर कयासबाजी का दौर भी जारी है। अलग-अलग गुट इस पद के लिए अपने नेता की दावेदारी कर रहे हैं। दो विधायकों ने धामी के लिए अपनी सीट से इस्तीफा का प्रस्ताव दिया है। हालांकि पार्टी नेतृत्व धामी पर दांव लगाएगा या नया चेहरा पेश करेगा, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
बलूनी, निशंक, अजय व सतपाल महाराज के नाम चर्चा में..
प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने धामी के हाथ में सरकार की कमान देने की घोषणा की थी। पीएम राज्य में नया और युवा नेतृत्व को उभारना चाहते हैं। इसलिए पांच साल के कार्यकाल में राज्य को धामी के रूप में तीसरा मुख्यमंत्री मिला। हालांकि धामी की हार ने पार्टी का समीकरण बिगाड़ दिया है। नए दावेदारों में पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट का नाम लिया जा रहा है। सतपाल महाराज के नाम की भी चर्चा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व की पसंद युवा नेता ही होगी।
नतीजे के बाद नहीं हुई है विस्तृत चर्चा..
बता दे कि बृहस्पतिवार को नतीजे आने के बाद अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन को लेकर कोई विस्तृत चर्चा नहीं हुई है। महज उत्तराखंड के लिए गोयल और प्रधान को पर्यवेक्षक बनाने का फैसला किया गया है। नतीजे के दूसरे दिन पीएम और गृहमंत्री शाह दोनों गुजरात में हैं। ऐसे में इनके वहां से लौटने के बाद संभवत: रविवार को अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन और शपथ की तारीख पर चर्चा होगी।
केदारनाथ यात्रा में 8 साल बाद श्रद्धालुओं को नजर आएगी ये खास बात..
उत्तराखंड: हिंदुओं का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख तय हो गई हैं। केदारनाथ मंदिर के कपाट छह मई को खुलेंगे। श्रद्धालुओं के लिए 6 मई 2022 को सुबह 6 बजकर 25 मिनट अमृत बेला पर मंदिर के कपाट खुलेंगे। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख तय होने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 की तैयारियां भी प्रारंभ हो गयी। उम्मीद की जा रही है कि इस बार चारधाम यात्रा-2022 में रिकॉर्ड तोड़ यात्री उत्तराखंड पहुंचेंगे। चुनाव खत्म होने के बाद प्रशासन और अन्य संस्थाएं चारधाम यात्रा की तैयारियों को बेहतर बनाने में जुट जाएंगी। चुनाव परिणाम जारी हो चुका है, अब शासन-प्रशासन का पूरा फोकस चारधाम यात्रा पर रहेगा।
केदारनाथ धाम में भी रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने की संभावनाएं हैं। केदारनाथ धाम आने वाले यात्री आठ साल बाद फिर से आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि के दर्शन भी कर सकेंगे। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समाधि का पहले ही लोकापर्ण किया जा चुका है। यह पहला मौका होगा जब यात्री बाबा केदार के दर्शन के साथ ही आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि के दर्शन भी पहले दिन से कर सकेंगे
इस संभावना यहां भी जताई जा रही है कि 2019 में आए 9,98956 यात्रियों से कई अधिक यात्री केदारनाथ धाम आ सकते हैं। जीएमवीएन और निजी होटल स्वामियों के पास एडवांस बुकिंगें आने लगी हैं। इस बार 60 प्रतिशत बुकिंग हो चुकी है। जिलाधिकारी मनुज गोयल का कहना हैं कि केदारनाथ धाम में पूर्व सालों में 5 हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था बहाल रहती थी, इसे हर हाल में बढ़ाने के प्रयास होंगे। चुनाव आचार संहित खत्म होते ही सीधे केदारनाथ यात्रा पर पूरा फोकस किया जाएगा। बीकेटीसी के सीईओ बीडी सिंह का कहना हैं कि मंदिर के अंदर यात्री व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए जाएंगे, ताकि यात्रियों को समय पर दर्शन करवाए जा सकें। इस सीजन में रिकॉर्ड यात्रियों के आने की संभावना है।
एक लाख वोटों से जीते योगी, संगीत सोम को मिली मात..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए मतगणना जारी है। रुझानों में UP में 273 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बना ली है। जबकि सपा 123 सीटों पर ही सिमटी दिखाई दे रही है। कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। मोहनलालगंज सीट से भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। देवबंद सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह जीत गए हैं, वहीं जनसत्ता दल के खाते में प्रतापगढ़ का पहला नतीजा आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1,02,399 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। वहीं, मेरठ की सरधना सीट से भारतीय जनता पार्टी के संगीत सोम हार गए हैं। उन्हें सपा के अतुल प्रधान ने हराया। भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम नहीं लगा सके जीत की हैट्रिक। सरधना में पहली बार साइकिल दौड़ी। सरधना विधानसभा सीट से सपा रालोद गठबंधन के अतुल प्रधान ने भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हरा दिया है। संगीत सोम इससे पहले दो बार यहां से चुनाव जीते थे, जबकि अतुल प्रधान दो बार चुनाव हारे थे। सरधना सीट पर ऐसा पहली बार हुआ है जब सपा का कोई प्रत्याशी जीता है। हार जीत का अंतर करीब 18000 वोटों का है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। जब चार राउंड की मतगणना होनी बाकी थी, उससे पहले ही संगीत सोम मोदीपुरम में कृषि विश्वविद्यालय स्थित मतगणना स्थल से चले गए थे।
वनों में लगने वाली आग की रोकथाम के लिए सहयोग की अपील..
उप वन संरक्षक ने स्थानीय लोगों से की अपील..
रुद्रप्रयाग। वनों की अग्नि से सुरक्षा को लेकर उप वन संरक्षक रुद्रप्रयाग वैभव कुमार सिंह ने स्थानीय निवासियों से अपील करते हुए वनों में लगने वाली आग की रोकथाम के लिए सहयोग की अपील की है। उन्होंने वनाग्नि से होने वाली हानि के साथ ही इससे बचाव को लेकर विस्तार से जानकारी दी। साथ ही वन में आग लगाने पर की जाने वाली कार्यवाही को लेकर भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि वनों में आग लगने से वन संपदा नष्ट होने के साथ ही भू-सतह के अंदर रिसाव में कमी के कारण जल स्रोतों के परिपोषण पर दुष्प्रभाव पड़ता है। इसके साथ-साथ वनाग्नि से उत्पन्न धुएं से सांस व आंख की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है तथा पर्यटन पर भी इससे प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। वनों की अग्नि से सुरक्षा में स्थानीय निवासियों की जागरुकता व सक्रिय सहयोग आवश्यक है। उन्होंने वनों में लगने वाली आग से सुरक्षा के दृष्टिगत आवश्यक सावधानियों को लेकर बताया कि वनों के समीप स्थित खेतों में आड़ा जलाते समय विशेष सावधानी बरतें तथा आग को पूर्णतः बुझाकर ही खेतों को छोड़ें। इसके अलावा वनों में जलती तीली, बीड़ी, सिगरेट आदि न फेंकी जाएं। कहा कि विवाह समारोहों में पटाखे जलाने आदि में विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही बच्चों को खेल-खेल में आग न लगाने व घरों, खेतों के आसपास ज्वलनशील पदार्थ घास, फूल, सूखा कूड़ा-करकट आदि के जमा होने पर सतर्कता की जरूरत है।
इसके साथ ही उन्होंने भारतीय वन अधिनियम, 2001 के अनुसार आरक्षित वन में आग लगाने पर व कारावास, जुर्माने आदि की जानकारी दी। कहा कि भारतीय वन अधिनियम के तहत हर वो व्यक्ति जो आरक्षित वन क्षेत्रों के समीप स्थित गांवों में निवासरत है तथा किसी भी राजकीय सेवा अथवा राज्य द्वारा किसी प्रकार की वित्तीय सहायताध्अनुदान प्राप्त करता है वह वन अग्नि की दशा में वन विभाग की सहायता करने के लिए बाध्य है। ऐसा न करने की दशा में संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए एक वर्ष कारवास या दो हजार रुपए का जुर्माना अथवा दोनों का प्राविधान है।
मतगणना के लिए तैनात कार्मिकों को तीन पालियों में दिया प्रशिक्षण..
डाकमत्रों की गणना के लिए तैनात किए गए 84 कार्मिक..
रुद्रप्रयाग। विधानसभा सामान्य निर्वाचन की मतगणना को शांतिपूर्ण ढंग से सफलता पूर्वक संपादित कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी मनुज गोयल के निर्देशन में जिला कार्यालय सभा कक्ष में मतगणना को लेकर तैनात किए गए माइक्रो आब्जर्वर, मतगणना पर्यवेक्षक तथा मतगणना सहायकों को तीन पालियों में मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर दोनों विधानसभाओं के रिटर्निंग आफिसर भी मौजूद रहे।
प्रथम पाली में प्रीकाउंटिंग के लिए तैनात किए गए 48 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें विधान सभा केदारनाथ व रुद्रप्रयाग के लिए तैनात 20-20 कार्मिकों सहित आठ आरक्षित कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया। दूूसरी पाली में डाकमत्रों की गणना के लिए तैनात किए गए 84 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें केदारनाथ विधान सभा के लिए 28 कार्मिक तैनात किए गए हैं, जिसमें सात माइक्रो आब्जर्वर, सात मतगणना पर्यवेक्षक तथा 14 मतगणना सहायक शामिल हैं। जिसमें आठ कार्मिक आरक्षित हैं। इसी तरह रुद्रप्रयाग विधानसभा में भी 28 कार्मिकों सहित आठ कार्मिक रिजर्व में तैनात किए गए तथा तीसरी पाली में ईवीएम मशीनों की गणना के लिए तैनात किए गए 114 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया।
जिसमें दोनों विधानसभाओं के लिए 42-42 कार्मिक तैनात किए गए हैं, जिसमें 14 माइक्रो आब्जर्वर, 14 मतगणना पर्यवेक्षक तथा 14 मतगणना सहायक शामिल हैं तथा दोनों विधान सभाओं में 24 कार्मिकों को आरक्षित में रखा गया है, जबकि छः रिटर्निंग आफिसर तैनात किए गए। इस अवसर पर प्रशिक्षण दे रहे मास्टर ट्रेनर भास्करानंद पुरोहित, कपिल पाण्डे, किशन रावत द्वारा उपस्थित कार्मिकों को प्रीकाउंटिंग, डाक मतपत्रों एवं ईवीएम मशीनों की गणना के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध कराई गई। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों से कहा कि आगामी दस मार्च को विधानसभा सामान्य निर्वाचन की होने वाली मतगणना के लिए जो जिम्मेदारी एवं दायित्व जिस अधिकारी एवं कार्मिक को दिए गए हैं। वह अपने दायित्वों का निर्वहन बड़ी सावधानी एवं सतर्कता के साथ करें तथा उन्हें जो प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है उसे गंभीरता से प्राप्त करें, ताकि मतगणना के समय गलती की कोई गुंजाइश न रहे।
उन्होंने कहा कि मतगणना हाॅल में संबंधित प्रत्याशियों के मतगणना अभिकर्ता भी उपस्थित रहेंगे जिन्हें राउंडवार ईवीएम मशीन द्वारा प्रदर्शित मतदान डिस्प्ले भी दिखाना तथा किस प्रत्याशी के पक्ष में कितने मत पड़े हैं उसे बोलकर भी बताना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दोनों विधान सभाओं की पांच-पांच बूथों की वीवीपैट मशीनों की भी काउंटिंग लाॅटरी प्रक्रिया के माध्यम से की जाएगी। इस अवसर पर रिटर्निंग अधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल एवं रिटर्निंग अधिकारी केदारनाथ जितेंद्र वर्मा ने मतगणना के लिए तैनात किए गए अधिकारियों एवं कार्मिकों को निर्देश दिए कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कुशलता के साथ करेंगे तथा उन्हें जो भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसे गंभीरता से प्राप्त करें, ताकि मतगणना के समय किसी प्रकार की कोई समस्या न होने पाए।
दोनों विधान सभाओं में मतगणना के लिए 14-14 टेबल लगाई जाएंगी तथा पोस्टल बैलेट की गणना के लिए सात-सात टेबल लगाई जाएंगी तथा प्रीकाउंटिंग के लिए 10-10 टेबल लगाई जाएंगी। जिसमें विधानसभा रुद्रप्रयाग की काउंटिंग 14 राउंड में पूर्ण होगी तथा विधानसभा केदारनाथ की काउंटिंग 13 राउंड में पूर्ण की जाएगी। इस अवसर पर नोडल अधिकारी डाक मतपत्र योगेंद्र चौधरी, तहसीलदार रुद्रप्रयाग मंजू राजपूत सहित मतगणना कार्यों के लिए तैनात किए गए माइक्रो आब्जर्वर, मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक मौजूद रहे।
हल्द्वानी में ड्यूटी के दौरान ITBP जवान की मौत..
उत्तराखंड: हल्द्वानी में ड्यूटी के दौरान 34 बटालियन आइटीबीपी जवान की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। मृतक जवान मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है। मौत के कारणों का पता नहीं लग सका है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों के सुपुर्द कर दिया है। मेडिकल पुलिस चौकी इंचार्ज अनिल आर्य का कहना हैं कि मूलरूप से नेपाल व हाल देहरादून निवासी 40 वर्षीय दुर्गाबहादुर थापा पुत्र बालबहादुर थापा 34 बटालियन आईटीबीपी में हल्दूचौड़ में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात थे।
तीन दिन पहले ही वह कैंपस में ड्यूटी कर रहे थे। इसी बीच अचानक ही वह गश खाकर नीचे गिर गए। जिसके बाद जवानों ने उन्हें अस्पताल में पहुंचाया जहां शुक्रवार की सुबह उनकी मौत हो गई। मृतक के स्वजनों के हल्द्वानी पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। उनकी मौत के बाद से ही उनके परिजनों के बीच में कोहराम मचा हुआ है।
हरिद्वार में तेज रफ्तार कार ने बरातियों को कुचला..
उत्तराखंड: प्रदेश में हर रोज सड़क हादसों की खबर सामने आ रही हैं आज हरिद्वार से भी एक दुखद खबर सामने आ रही है। जहां एक तेज रफ्तार कार ने ऐसा कहर बरपाया कि दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बता दे कि हरिद्वार में दुल्हन लेने के लिए बरात हरिद्वार पहुंची थी। कौन जानता था कि इन बारातियों में से किसी का सफर उनका आखिरी सफर साबित होगा। जानकारी के अनुसार हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में दो बराती हाईवे किनारे खड़े होकर बात कर रहे थे। अचानक तेज रफ्तार कार ने दोनों को टक्कर मार दी।
मौके से वाहन चालक भाग गया और अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस का कहना हैं कि ये बरात शुक्रवार शाम कनखल आई थी। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर बने श्यामसुंदर भवन में सभी बराती ठहरे थे। रात के समय राजाबाबू और महेश नाम के दो बराती हाईवे किनारे खड़े होकर बात कर रहे थे। तभी देहरादून की ओर से आ रही एक कार ने दोनों को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपी कार चालक की तलाश की जा रही है।
युवाओं में एचआईवी से बचाव और जागरूकता को लेकर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन..
रुद्रप्रयाग। युवाओं में एचआईवी से बचाव एवं जागरुकता के लिए स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में आयोजित क्विज में राजकीय महाविद्यालय जखोली के प्रवीन अव्वल रहे। क्विज में राष्ट्रीय सेवा योजना से आच्छादित रेड रिबन क्लब के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डाॅ विमल गुसांई ने बताया कि राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा राज्य में काॅलेज व महाविद्यालयों में राष्ट्रीय सेवा योजना से आच्छादित सौ रेड रिबन क्लबों में एचआईवी/एड्स से बचाव एवं जागरुकता को लेकर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है,
जिसके तहत जनपद रुद्रप्रयाग में आयोजित क्विज में राजकीय महाविद्यालय जखोली के छात्र प्रवीन कुमार ने प्रथम स्थान, राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के संजय शाह ने द्वितीय व राजकीय महाविद्यालय जखोली की प्रिया जाखी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। एचआईवी/एड्स के अलावा समसामायिक स्वास्थ्य विषयों पर आधारित क्विज को पांच चरणों में आयोजित किया गया।
क्विज के उपरांत आयोजित संवेदीकरण सत्र में जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी ने कहा कि एड्स के प्रसार में कमी लाने में युवाओं की भूमिका अहम है। लिहाजा इसके कारण व बचाव की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं। इस मौके पर विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम समन्वयक एनटीईपी मुकेश बगवाड़ी, डाॅ प्रियंका गैरोला, सतीश नौटियाल आदि मौजूद थे।
जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर रूस का कब्जा..
देश-विदेश: यूक्रेन के जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट के पास रूसी मिसाइल से हमला किया गया। इस हमले के बाद प्लांट में भीषण आग लग गई। उधर, रूस का यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमला जारी है। इस बीच कीव में एक भारतीय छात्र गोली लगने से घायल हो गया। केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह का कहना है कि, हम कम से कम नुकसान में ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को एयरलिफ्ट कराने की कोशिश कर रहे हैं।
रिपोर्ट्स में दावा किया है कि है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट को अपने कब्जे में ले लिया है। यह परमाणु संयंत्र देश की लगभग 25 से 30 फीसदी परमाणु ऊर्जा की आपूर्ति करता है
न्यूक्लियर प्लांट के उपकरणों को नुकसान नहीं- जेलेंस्की
यूक्रेन के जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी से बात की। उन्होंने बताया कि रूसी मिसाइल से हमले के बाद प्लांट के पास आग लग गई। हालांकि, इससे प्लांट के आवश्यक उपकरणों को नुकसान नहीं पहुंचा है।
पुतिन ने हमले रोकने से इनकार किया: मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों का कहना हैं कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन पर हमले रोकने के लिए एक बार फिर कहा है, लेकिन पुतिन अभी ऐसा नहीं करेंगे। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पुष्टि की कि उन्होंने गुरुवार को पुतिन से फोन पर बात की थी और कहा कि वह संवाद जारी रखेंगे ताकि और अधिक मानवीय त्रासदी नहीं हो।
भारतीयों के लिए 130 रूसी बसें तैयार
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 130 रूसी बसें तैयार की गई हैं। रूसी राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख कर्नल जनरल मिखाइल मिजिंटसेव ने बताया कि, 130 रूसी बसें भारतीय छात्रों और अन्य विदेशियों को यूक्रेन के खार्किव और सूमी से रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में निकालने के लिए तैयार हैं।
राबाइंका का सात दिवसीय एनएसएस शिविर शुरू..
शिविर में योग प्रशिक्षक ने छात्राओं को सिखाए योग के गुर..
रुद्रप्रयाग। शिविरार्थी शिविर के माध्यम से लोगों को नशे के प्रति जागरूक करने के साथ ही समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास करें। अनुशासन में रहकर शिविर से कुछ नया सीखें और अपनी छाप छोड़ें। प्राथमिक विद्यालय पुनाड़ रुद्रप्रयाग में लगे राजकीय बालिका इंटर काॅलेज रुद्रप्रयाग के सात दिवसीय एनएसएस शिविर के दूसरे दिन शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए व्यापार संघ अध्यक्ष चन्द्रमोहन सेमवाल ने यह बात कही।
दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से छात्राओं में समाजसेवा का भाव जागृत होता है। उन्होंने छात्राओं से शिविर से प्राप्त अनुभवों का लाभ समाज तक पहुंचाने का आह्वान किया। राप्रावि की प्रधानाचार्य गोदाम्बरी बिन्दोला ने एनएसएस स्वयंसेवियों को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया। साथ ही शिविर के उद्देश्यों के अनुरूप कार्य करने का आह्वान किया। योग प्रशिक्षक संतोष बत्र्वाल ने छात्राओं को योग के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि छात्राओं को सुबह के समय योग करना चाहिए। इससे बौद्धिक ज्ञान बढ़ता है और मनुष्य हर दिन ताजगी महसूस करता है।
कार्यक्रम अधिकारी अंजू बिष्ट ने शिविर के दौरान होने वाले कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत करने के साथ ही सेवा योजना के इतिहास की जानकारी दी। कहा कि शिविर में 30 स्वयंसेवी प्रतिभाग कर रहे हैं और शिविर मंे आयोजित होने वाली गतिविधियों में बेहतर कार्य करने वाली छात्रा को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिविर के दौरान विशेष तौर पर लोगों को नशे के प्रति जागरूक किया जायेगा। इस दौरान छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत आदि रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर राबाइंका की प्रधानाचार्या डाॅ ममता नौटियाल, मीनाक्षी नेगी, शोभा डोभाल, रेशमा खान सहित स्वयंसेवी मौजूद थे।