चारधाम यात्रा पंजीकरण का आंकड़ा 18 लाख पार, दर्शन के लिए लागू होगा टोकन सिस्टम..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है, बुधवार को पंजीकरण का आंकड़ा 18 लाख पार पहुंच गया है। वहीं, चारों धामों में दर्शन के लिए टोकन सिस्टम लागू होगा, इस संबंध में बुधवार को पर्यटन विभाग ने उत्तरकाशी, हरिद्वार, चमोली व रुद्रप्रयाग के डीएम, एसएसपी को पत्र जारी कर दिया है। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.पूजा गर्ब्याल की ओर से भेजे पत्र में कहा गया है कि चारधाम यात्रा में पूर्व की भांति इस बार भी पंजीकरण अनिवार्य है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के तहत अब यह तय किया गया है कि सभी धामों में दर्शन के लिए कतार प्रबंधन या स्लॉट सिस्टम लागू किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से इसकी व्यवस्था मजबूती से करने को कहा है। पिछले साल पर्यटन विभाग ने टोकन सिस्टम लागू किया था जो सफल नहीं हो पाया था। इस बार पूरी रणनीति के साथ यह व्यवस्था लागू की जा रही है।
अब तक हुए पंजीकरण
यमुनोत्री के लिए 2,92,193, गंगोत्री के लिए 3,29,246, केदारनाथ के लिए 6,33,568, बदरीनाथ के लिए 5,33,518, हेमकुंड साहिब के लिए 31,852 पंजीकरण हो चुके हैं। कुल 18 लाख 20 हजार 377 श्रद्धालुओं ने चारधाम के लिए अब तक पंजीकरण करा लिया है।
चारधाम यात्रा- स्वास्थ्य विभाग ने 11 भाषाओं में जारी की SOP..
उत्तराखंड: शासन ने चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच को मानक प्रचालन कार्यविधि जारी कर दी है। इसके अंतर्गत यात्रियों को यात्रा पर आने से पहले और यात्रा के दौरान उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी दी गई है। इस बार यात्रा मार्ग पर 50 स्थानों पर स्वास्थ्य केंद्र बनाए जा रहे हैं। यहां पर यात्रियों की उच्च रक्तचाप व मधुमेह समेत 28 मानकों पर जांच की जाएगी।
सचिव स्वास्थ्य डा आर राजेश कुमार का कहना हैं कि यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पर्यटन विभाग की वेबसाइट क्रियाशील हो गई है। इसमें स्वास्थ्य संबंधी एक कालम भी रखा गया है। इसमें यात्री अपने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भरेंगे, जो उन्हें जरूरत के समय उपचार उपलब्ध कराने में मदद करेगी। सचिव स्वास्थ्य का कहना हैं कि चारधाम यात्रा के लिए मानक प्रचालन कार्यविधि 11 भाषाओं में तैयार की गई है। इसे हिंदी व अंग्रेजी के साथ ही गुजराती, मराठी, तेलगु समेत नौ भाषाओं में तैयार कर संबंधित राज्यों को भेजा गया है। चारधाम में बनाए बनाए जाने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक व स्वास्थ्य कार्मिकों के साथ ही स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती भी की जाएगी। यहां दवा व आक्सीजन सिलिंडर समेत सभी जरूरी उपकरण रखे जाएंगे। स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों के साथ ही छह से अधिक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी तैनात किए गए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती की गई है।
हेल्थ एटीएम की भी की जाएगी स्थापना..
सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि यात्रा मार्गों पर हेल्थ एटीएम भी लगाए जा रहे हैं। यहां ब्लड प्रेशर, शुगर, वजन, लंबाई, शरीर का तापमान, शरीर में आक्सीजन आदि की जांच की जाएगी। इसमें काम करने वाले तकनीकी स्टाफ को पूरा प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए टेलीमेडिसन की भी सुविधा रखी गई है। इनके द्वारा किसी भी प्रकार की गंभीर स्थिति में 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह प्राप्त की जा सकती है। चारधाम यात्रा में उत्तराखंड के साथ ही दूसरे राज्यों के चिकित्सक भी अपनी सेवाएं देने के इच्छुक रहते हैं। ऐसे में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखकर चारधाम यात्रा की अवधि में कार्य करने के इच्छुक चिकित्सकों की जानकारी मांगी गई है।
बद्रीनाथ-केदारनाथ जिला चिकित्सालयों के लिए उपकरणों की खरीद शुरू..
सचिव स्वास्थ्य का कहना हैं कि बद्रीनाथ व केदारनाथ धाम में स्थापित चिकित्सालयों के लिए उपकरणों की खरीद शुरू कर दी गई है। जल्द ही उपकरण चिकित्सालयों में पहुंच जाएंगे। इससे इस वर्ष इन दोनों धामों में श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मानक प्रचालन कार्यविधि में यात्रियों को कहा गया है कि वे कम से कम सात दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं। केदारनाथ व यमुनोत्री में पैदल चलते समय एक से दो घंटे बाद पांच से 10 मिनट तक विश्राम करें। यात्रा के लिए गरम कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, छाता, स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स आक्सीमीटर व थर्मामीटर साथ रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री जरूरी दवा एवं नंबर साथ रखें। सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आने अथवा उल्टी आने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार लें।
चारधाम यात्रा- 4 दिन में 14 लाख रजिस्ट्रेशन, टूटेगा पिछला रिकॉर्ड..
उत्तराखंड: प्रदेश में 10 मई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा का उत्साह इस बार काफी ज्यादा है। बीते 4 दिन में 14 लाख से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। पिछली बार चार महीने में 55 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार यह रिकॉर्ड टूट सकता है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के CEO सी. रविशंकर का कहना हैं कि पहली बार चारधाम के लिए चार्टर्ड हेलिकॉप्टर सेवा शुरू हो रही है। इसमें 4 लोग एक धाम की यात्रा साढ़े तीन लाख रु. में कर सकते हैं। यदि चारों धाम के लिए चार्टर्ड हेलिकॉप्टर लेते हैं तो प्रति व्यक्ति 1.95 लाख देने होंगे। किराए में आना-जाना, रुकना, खाना शामिल है। हेलिकॉप्टर भी वहीं रहेगा। एक ही दिन में वापसी का रेट 1.05 लाख रु. रहेगा।
एक माह पहले भी हेलिकॉप्टर बुकिंग
सामान्य हेलीकॉप्टर सेवा का किराया 5% बढ़ा है। गौरीकुंड से 18 किमी पहले फाटा से केदारनाथ जाते हैं तो एक तरफ का प्रति व्यक्ति किराया 2,886 रु. होगा। पिछली बार ये 2,749 रु. था। गुप्तकाशी से 4,063 रु. रहेगा, जो 3,870 रु. था। पहले हेलिकॉप्टर सर्विस की बुकिंग 15 दिन के स्लॉट में होती थी। इस बार एक माह का स्लॉट रहेगा। 10 मई से 20 जून और 15 सितंबर से 31 अक्टूबर तक और बुकिंग IRCTC की हेलीयात्रा वेबसाइट से 20 अप्रैल से होगी।
16 किमी के ट्रैक पर 3 फीट तक बर्फ, अभी भी स्नोफॉल
आपको बता दे कि केदारनाथ धाम में अभी भी 2 से 3 फीट बर्फ है। जबकि गौरीकुंड से धाम तक 16 किमी का ट्रैक बर्फ में ढंका है। 10 मई से यात्रा शुरू होनी है, इसलिए SDRF ने बर्फ हटानी शुरू कर दी है। बाकी तीन धामों के रास्ते खुले हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि धाम पर बर्फबारी मई के पहले हफ्ते तक चल सकती है। 15 मई के बाद ही वहां मौसम सामान्य होगा।
जीएमवीएन में होटल व गेस्ट हाउस को मिली बंपर बुकिंग..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह है। गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को अब तक होटल व गेस्ट हाउस की साढ़े चार करोड़ रुपये की बुकिंग मिल चुकी है। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ेगा। निगम ने फरवरी में होटल की ऑनलाइन बुकिंग शुरू की थी। चारधाम यात्रा को लेकर निगम की ओर से इस बार खास तैयारियां की गई हैं। पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वेबसाइट पर भी सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। यात्रा के दौरान किसी भी परेशानी से बचने के लिए तीर्थयात्री व पर्यटक एडवांस बुकिंग करा रहे हैं।
जीएमवीएन के सहायक महाप्रबंधक राकेश सकलानी ने बताया, यह आंकड़ा सिर्फ होटल व गेस्ट हाउस की ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग का है। इसके अलावा निगम को टूर पैकेज की भी अच्छी बुकिंग मिल रही हैं। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और अधिक बढ़ने की उम्मीद है। केदारनाथ धाम का जायजा लेने के लिए निगम की टीम दो अप्रैल को दून से रवाना होगा। छह-सात सदस्यों की टीम धाम में बर्फबारी से हुई टूट-फूट का जायजा लेने के साथ नंदी कैंप और कैंप लगाने वाली जगहों की भी स्थिति जानेंगे। ताकि यात्रा से पहले धाम में कैंप को व्यवस्थित किया जाए। इस साल देश में लोकसभा चुनाव भी होने हैं। सात चरणों में होने वाले मतदान मई माह तक चलेंगे। ऐसे में निगम के अधिकारियों का मानना है कि इस दौरान बुकिंग का आंकड़ा कम हो सकता है।
चारधाम यात्रा में बसों का किराया बढ़ाने की तैयारी में ट्रांसपोर्टर..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में बसों का किराया 10 से 15 प्रतिशत बढ़ाने पर ट्रांसपोर्टर विचार कर रहे हैं। इसको लेकर ट्रांसपोर्टरों ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिस पर चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन की बैठक में फैसला लिया जाएगा। पिछले साल भी ट्रांसपोर्टरों की ओर से पांच से 10 फीसदी किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन किसी प्रकार का फैसला नहीं हो पाया था। इस बार ट्रांसपोर्टरों ने 10 से 15 फीसदी किराये वृद्धि करने का प्रस्ताव रखा है। शनिवार को होने वाली चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन की बैठक में किराये को लेकर फैसला होगा।
यात्रा के लिए 120 बसों की हो चुकी है बुकिंग..
चारधाम यात्रा के लिए 120 बसों की बुकिंग हो चुकी है। दूसरे राज्यों के ट्रैवल एजेंट अलग-अलग ट्रांसपोर्ट कंपनियों के कार्यालय में फोन कर जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। टीजीएमओसी के अध्यक्ष जेएस नेगी ने बताया कि कंपनी की 40 से 50 बसों की बुकिंग हो चुकी है। हर दिन दूसरे राज्यों के ट्रैवल एजेंट फोन कर जानकारी जुटा रहे हैं। गढ़वाल मंडल बहुद्देशीय समिति के अध्यक्ष विनोद प्रसाद भट्ट का कहना हैं कि उनकी कंपनी की करीब 30 बसें बुक हो चुकी हैं। अन्य कंपनियों की बसें भी बुक हो चुकी हैं। इस बार चारधाम यात्रा के किराये में 10 से 15 फीसदी वृद्धि करने का प्रस्ताव रखा जाएगा। किराये को लेकर चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन की बैठक में फैसला लिया जाएगा।
तीन धामों के कपाट हुए बंद, पंजीकरण पोर्टल बद्रीनाथ धाम के लिए खुला..
उत्तराखंड: केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद पर्यटन विभाग ने यात्रा पंजीकरण बंद कर दिया है। पंजीकरण पोर्टल बद्रीनाथ धाम के लिए खुला है। अब तक चारधाम यात्रा के लिए 75 लाख यात्रियों ने पंजीकरण किया है। इसमें 55.80 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। 22 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा के लिए इस बार प्रदेश सरकार ने पंजीकरण अनिवार्य किया था। यात्रा शुरू होने से पहले पर्यटन विभाग ने पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार को बीच-बीच में पंजीकरण रोकना पड़ा था।
बुधवार को विधि-विधान से केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो गए। जबकि बीते दिन गंगोत्री धाम के कपाट बंद हुए हैं। पर्यटन विभाग ने तीन धामों की यात्रा के लिए पंजीकरण बंद कर दिया है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को बंद होंगे। तब तक बद्रीनाथ की यात्रा के लिए पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है। पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार का कहना हैं कि चारधाम यात्रा के लिए अब तक 75 लाख यात्रियों ने वेबसाइट, वाट्सएप और मोबाइल एप से पंजीकरण कराया है। जिसमें 55.80 लाख यात्रियों ने दर्शन किए हैं।
बाबा केदार के दरबार में 19.61 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई हाजिरी..
बाबा केदार के दरबार में इस बार 19.61 लाख श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई है। बुधवार को विधि विधान से बाबा केदार के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। चारधाम यात्रा में अब तक दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 55.78 लाख हो गई है। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने नया रिकॉर्ड बनाया है। केदारनाथ में सर्वाधिक 19.61 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जबकि बद्रीनाथ धाम में 18 लाख, गंगोत्री में 9.05 लाख, यमुनोत्री में 7.35 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं। केदारनाथ, यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गए हैं। जबकि 18 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।
चारधाम यात्रा- 42 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन, जल्द टूटेगा पिछले साल का रिकॉर्ड..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा ने सितंबर महीने से एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। चारधाम सहित हेमकुंड साहिब में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 42 लाख पार हो चुका है। चारधाम यात्रा में देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्री पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में हैं। चारधाम सहित हेमकुंड साहिब में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 42 लाख पार हो चुका। अभी लगभग डेढ़ माह का समय बाकी है। राज्य सरकार को उम्मीद है की श्रद्धालुओं की संख्या इस बार 50 लाख पार करेगी। बता दें चारधाम यात्रा के इतिहास में पिछले साल सबसे अधिक श्रद्धालु आने का रिकॉर्ड था। साल 2022 में चारधाम यात्रा में 46 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने आए थे।
इस साल भी शुरुआत से ही यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिला। बारिश और बर्फबारी ने तीर्थयात्रियों की परीक्षा ली। लेकिन चुनौतियों के आगे श्रद्धालुओं के पांव नहीं रुके। जिससे सरकार को चारधामों में भीड़ नियंत्रित करने के लिए बीच-बीच में पंजीकरण बंद करना पड़ा। पर्यटन विभाग की ओर से जारी किए आंकड़ों के अनुसार चारधाम समेत हेमकुंड साहिब में अब तक 42 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। बता दें अभी तक बदरीनाथ धाम में 17,60,449 श्रद्धालु, केदारनाथ में 15,63,278 , गंगोत्री में 6,24,516, यमुनोत्री में 4,85,688 और हेमकुंड साहिब में 2,47,000 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
सीएम धामी ने ली हाई लेवल मीटिंग, चारधाम यात्रा दो दिन के लिए स्थगित..
उत्तराखंड: प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते उपजी आपदा की स्थिति को देखते हुए सीएम धामी ने मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों व वहां किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की। वहीं उन्होंने कहा कि मौसम की स्थिति को देखते हुए चारधाम यात्रा दो दिन के लिए स्थगित कर दी गई है। सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि अन्य जगहों पर भी मौसम के अनुरूप ही यात्रा करें।
कहा कि जहां भी लोगों के हताहत होने की खबर है वहां पर एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव में लगी है। बैठक के दौरान उन्होंने भारी बारिश के दृष्टिगत सभी अधिकारियों, एसडीआरएफ के सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए।
इस बार भी नया रिकॉर्ड बनाने की ओर यात्रा, श्रद्धालुओं का आंकड़ा 30 लाख पार..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से ही तीर्थयात्रियों के उत्साह को देखते हुए इस बार भी चारधाम यात्रा नए रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रही है। दो माह के यात्रा काल में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 30 लाख पार हो गया है। अभी यात्रा चार महीने और चलेगी। पिछले साल पूरी यात्रा में 46 लाख यात्रियों ने दर्शन किए थे।
22 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने से चारधाम यात्रा का आगाज हुआ था। 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद पूर्ण रूप से चारधाम यात्रा शुरू हुई। जबकि 20 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुले। दो माह के यात्रा काल में ही चारधामों में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा 30 लाख पार हो गया है। इसमें सबसे अधिक 10.20 लाख यात्री केदारनाथ धाम में दर्शन कर चुके हैं। सरकार को इस बार यात्रा में 50 लाख से अधिक यात्रियों के आने की उम्मीद है। यात्रा के लिए पंजीकरण की संख्या भी 48 लाख से अधिक हो गई है।
चारधाम यात्रा के लिए https://www.tripsofindia.com/ यहां बुकिंग करें।
केदारनाथ हेली सेवा के लिए http://heliyatra.irctc.co.inयहां बुकिंग करें।
केदारनाथ यात्रा के लिए https://www.travelingkedarnath.com/ यहां बुकिंग करें।
धाम दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं की संख्या
केदारनाथ 10.20 लाख
बद्रीनाथ 8.85 लाख
गंगोत्री 5.36 लाख
यमुनोत्री 4.66 लाख
हेमकुंड साहिब 85 हजार
केदारनाथ दर्शन के लिए एक तीर्थयात्री को मिल रहा तीन से पांच सेकंड का समय..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में बाबा केदार के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। जिसके चलते धाम में रोजाना भीड़ बढ़ रही है। केदारनाथ में बाबा के दर्शन के लिए एक श्रद्धालु को 3 से 5 सेकंड का समय मिल रहा है लेकिन अब दिनोदिन बढ़ती यात्रा में यह समय कम हो सकता है। सोमवार को दिनभर केदारनाथ में भक्तों की भीड़ जुटी रही। इस सीजन में 21 दिनों में ही दर्शनार्थियों का आंकड़ा तीन लाख के पार हो गया है। सुबह 4 से 10 बजे तक कम भीड़ रहने पर भक्तों को गर्भगृह से दर्शन कराए जा रहे हैं।
इस दौरान बाबा के दर्शन के लिए एक भक्त को पांच सेकंड तक का समय मिल रहा है लेकिन पूर्वाह्न से यहां भीड़ बढ़ने पर श्रद्धालुओं को सभामंडप से ही दर्शन कराए जा रहे हैं। बीकेटीसी के कार्याधिकारी रमेश चंद्र तिवारी का कहना हैं कि पिछले तीन दिनों केदारनाथ में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लाइन संगम तक लगी रही।
15 मई तक चारधाम यात्रा में अब तक 30 लाख से अधिक यात्री पंजीकरण कर चुके हैं। केदारनाथ धाम के लिए 15 से 25 मई तक 2.79 लाख यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। सोनप्रयाग से सोमवार को कुल 17345 श्रद्धालुओं को केदारनाथ भेजा गया। सेक्टर मजिस्ट्रेट का कहना हैं कि पूरे दिनभर मौसम सामान्य रहा। इस दौरान अपराह्न बाद चार बजे तक श्रद्धालुओं को भेजा गया।
स्वास्थ्य विभाग ने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 1900 श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच कर इलाज किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एचसीएस मार्तोलिया ने बताया कि अब तक कुल 15 यात्रियों को एयर लिफ्ट किया जा चुका है जिसमें छह को एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है।