बॉबी कटारिया पर उत्तराखंड पुलिस का शिकंजा..
DGP अशोक कुमार के आदेश पर इनाम होगा घोषित..
उत्तराखंड: पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने देहरादून के सड़क पर बैठकर शराब पीने वाले यूट्यूबर बॉबी कटारिया पर इनाम घोषित करने की कार्रवाई शुरू करने को कहा है। इसके साथ ही उसकी संपत्तियां भी कुर्क करने की कार्रवाई के लिए डीजीपी ने कहा है। डीजीपी के निर्देश के बाद एसएसपी की ओर से इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
तमाम कोशिशों के बावजूद देहरादून पुलिस अब तक बॉबी को नहीं खोज पायी है। वह सोशल मीडिया पर तो सक्रिय है, लेकिन पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम गुरुग्राम गई थी, वहां भी वह नहीं मिला। इसके साथ ही उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। मंगलवार को उसके देहरादून कोर्ट में सरेंडर करने की संभावना थी, लेकिन वह वहां भी नहीं आया और पुलिस उसका इंतजार करती रही।
आपको बता दे कि विगत दिनों ब्लॉगर ने कैंट क्षेत्र में एक स्थानीय नेता के साथ घूमकर सड़क पर बैठकर शराब पी थी। उसका वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद इस पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। डीजीपी अशोक कुमार का कहना हैं कि एसएसपी को उस पर इनाम घोषित करने और उसकी संपत्तियां कुर्क करने की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
देहरादून में अचानक गर्जना और आंधी के साथ हुई तेज बारिश..
उत्तराखंड: अगर आप चारधाम यात्रा के लिए जा रहे हैं तो अपने पास छाता या बरसाती का इंतजाम अवश्य कर लें, क्योंकि मौसम विभाग ने बुधवार को चारधाम रूट सहित पर्वतीय इलाकों में गरज के साथ बौछार होने की संभावना जताई है। वहीं मैदानी इलाकों में आंधी चलने का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अलर्ट के बीच बुधवार को सुबह साढ़े दस बजे देहरादून में घने बादल छा गए और गर्जना के साथ तेज आंधी चलने लगी। जिसके बाद बारिश शुरू हो गई। वही मसूरी में घने बादल छाए हुए हैं, बारिश की संभावना बनी हुई है।
खाई में गिरी कार, युवक की मौत, युवती घायल..
उत्तराखंड: आज उत्तराखंड में सड़क हादसे भयावह तरीके से बढ़ रहे हैं। वाहनों की बढ़ती संख्या तथा लापरवाही के कारण आज सड़क पर चलना या वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया हैं। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में वाहन हमेशा संभलकर ही चलाएं। पहाड़ों से आए दिन किसी न किसी हादसे की खबर सामने आ रही है। ऐसी ही एक खबर टिहरी गढ़वाल से भी सामने आयी है। यहां एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई और युवती गंभीर रूप से घायल हो गई है। युवक और युवती दोनों ही शादी के बंधन में बंधने वाले थे। जानकारी के अनुसार कार श्रीनगर से चिन्यालीसौड़ की तरफ आ रही थी। कार कंडीसौड़ तहसील के राजस्व पुलिस क्षेत्र भल्डियाणा के पास बेकाबू होकर गहरी खाई में जा गिरी।
हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी । मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को नई टिहरी अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया। युवती का इलाज चल रहा है। मृतक की पहचान संजय राणा निवासी गंगोरी उत्तरकाशी के रूप में हुई है। जबकि घायल युवती की पहचान सावित्री राणा निवासी बड़ेथी उत्तरकाशी के रूप में हुई है। संजय राणा पॉलिटेक्निक चिन्यालीसौड़ में वरिष्ठ सहायक और सावित्री राणा सिविल इंजीनियरिंग विभाग में लेक्चरर पद पर तैनात हैं। हादसे की सूचना मिलने के बाद मृतक के घर में मातम छाया हुआ है।
भाजपा की कैंट विधानसभा सीट पर अब कौन संभालेगा विरासत?
नए चेहरे को लेकर चर्चाएं शुरू हुई..
कांग्रेस ने तमाम बड़े नेता मैदान में उतारे लेकिन हरबंस कपूर को नहीं हरा पाए..
उत्तराखंड: देहरादून कैंट विधानसभा से लगातार चार बार विधायक रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री हरबंस कपूर के निधन के साथ ही कैंट सीट पर अब विरासत संभालने को लेकर चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। कैंट विधानसभा सीट भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती हैं हालांकि भाजपा वक्त आने पर अपने पत्ते खोलेगी।
आपको बता दे कि कैंट विधानसभा सीट पर जीत 32 साल से कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों के लिए एक सपना है। कांग्रेस ने तमाम बड़े नेता कैंट विधानसभा सीट के मैदान में उतारे लेकिन कोई भी हरबंस कपूर को नहीं हरा पाया। 1989 में कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट, 1991 में विनोद, 1993 और 1996 में दिनेश अग्रवाल, 2002 में संजय शर्मा, 2007 में लालचंद शर्मा, 2012 में देवेंद्र सिंह सेठी और 2017 में सूर्यकांत धस्माना को हराकर रिकॉर्ड कायम करने वाले हरबंस कपूर की कुर्सी खाली हो चुकी है। हालांकि कैंट विधानसभा में भाजपा के पास करीब दस दावेदार हैं, लेकिन पार्टी आगामी चुनाव में भी हरबंस कपूर को ही टिकट देने की तैयारी में थी। उनके अचानक निधन से भाजपा को एक बहुत बड़ा झटका लगा है।
लेकिन अब सवाल यहां हैं कि भाजपा टिकट किसे देगी। हरबंस कपूर के परिवार के नजरिए से देखा जाये तो, उनकी पत्नी सविता कपूर मजबूत दावेदार कही जा सकती हैं। राजनीतिक जानकारों के अनुसार पत्नी की दावेदारी की दो प्रमुख वजह हैं। एक वजह तो यह है कि वह पति के साथ ही लगातार सामाजिक संगठनों, कार्यक्रमों का हिस्सा बनी रही हैं। दूसरी यह है कि संघ में भी उनकी अच्छी पकड़ है। परिवार में दूसरा विकल्प उनका बेटा अमित कपूर है। परिवार के दोनों सदस्यों के लिए सकारात्मक बिंदु यह भी है कि विधायक कपूर के निधन से सिम्पैथी वोट भी मिलेगा। लेकिन अब यह आने वाला समय ही बताएगा कि पार्टी, कपूर परिवार को ही विरासत सौंपेगी या किसी अन्य को मैदान में उतारेगी।
देहरादून से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के बीच अब चलेंगी इलेक्ट्रिक बस
उत्तराखंड: देहरादून वासियो के लिए जल्द ही स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून के बीच स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने इस बात की पुष्टि की है। आपको बता दे कि देहरादून में अलग-अलग रूटों पर 10 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है।
इसमें एक रूट आईएसबीटी देहरादून से राजपुर तक का है। वहीं, दूसरा रूट रायपुर से सेलाकुई तक का है। केवल इन दोनों ही रूटों पर पिछले 1 साल से स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का सफल संचालन जारी है। तीसरे रूट पर प्रशासन इलेक्ट्रिक बसें संचालित करने का विचार कर रहा है।
स्मार्ट सिटी परियोजना के सीईओ डॉ. आर राजेश कुमार का कहना हैं कि स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट अथॉरिटी से हुई वार्ता में सहमति बन चुकी है। इस रूट के लिए अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह या नवंबर माह की शुरुआत से इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध हो जाएंगी और इस रूट पर बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
इस साल के अंत तक स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का संचालन जौली ग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून के सहस्त्रधारा रूट पर शुरू कर दिया जाएगा। जिसके बाद देहरादून में 3 रूटों पर इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। शुरुआत में जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून वाले नए रूट पर दो स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। धीरे-धीरे बसों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। पिछले साल से देहरादून शहर में स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो रहा है जिसको लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव को लेकर दिखाई देने लगा मंत्रियों-विधायकों पर परफॉर्मेंस का दबाव..
उत्तराखंड: प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों और विधायकों पर परफॉर्मेंस का दबाव साफ नजर आ रहा है। कहीं अफसरशाही की मनमानी के खिलाफ खुलकर नाराजगी दिख रही है तो कहीं अपनी ही पार्टी के नेताओं से विधायक की तकरार सामने आ रही है।
सियासी जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में मंत्रियों और विधायकों पर यह दबाव और ज्यादा दिखाई देगा। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल, हरक सिंह रावत और बंशीधर भगत से जुड़े कई बयान और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें वे अपने विभागों और जन सरोकारों से जुड़े मुद्दों को लेकर अफसरों को फटकार रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री महाराज का अफसरों को फटकारते वीडियो वायरल हुए। देहरादून में एनएच मार्ग में खराब काम को लेकर वह अधिकारियों की जमकर क्लास लेते नजर आए तो यूएस नगर में एक अफसर को उन्होंने खुली बैठक में खूब फटकार लगाई। वही कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने पिछले दिनों राजकीय उद्यानों को पीपीपी मोड पर देने के प्रस्ताव में ढिलाई को लेकर अफसरों को अल्टीमेटम दिया कि 15 दिन में सुधार नहीं हुआ तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
बात अगर करे सौम्य माने जाने वाले यशपाल आर्य की तो वो भी पिछले दिनों गुस्से में दिखे। उन्होंने नैनीताल में एक विभाग के अधिकारी को लापरवाही के लिए जमकर फटकार लगाई। इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत भी ऊर्जा निगम के अधिकारियों के खिलाफ कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भगत के धरने में शामिल होने के बहाने सरकार पर तंज भी किया।
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने पिछले दिनों विधानसभा टिहरी जिले के मसलों को लेकर विधानसभा एक बैठक बुलाई। तैयारी के साथ न आने पर उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली और कहा कि वे दाल-भात खाने नहीं आए हैं। मंत्री रेखा आर्य ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं को लेकर अफसरशाही की हीलाहवाली को लेकर मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू को पत्र लिखकर खुलकर नाराजगी जाहिर की।
साथ ही धर्मपुर से भाजपा विधायक विनोद चमोली सिस्टम के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर करते दिखाई दिए। दो दिन पहले चमोली अपने विधानसभा क्षेत्र में कुछ सड़कों के चौड़ीकरण के मामले में हो रही देरी से नाराज थे। सड़क निर्माण की मांग को लेकर कुछ लोग जब उनके आवास पर धरना देने पहुंचे तो चमोली भी उनके साथ बैठ गए। उन्होंने चेतावनी दी थी कि सड़क का प्रस्ताव मंजूर नहीं हुआ तो वे क्षेत्र के लोगों के साथ सचिवालय में धरना देंगे।
रायपुर से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ तो अपनी ही पार्टी के नेताओं से तकरार को लेकर चर्चाओं में हैं। पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री धनसिंह रावत की उपस्थिति में काऊ की क्षेत्र के भाजपा नेता के साथ जमकर बहस हुई।
देहरादून के महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश शुरू..
उत्तराखंड: देहरादून शहर के विभिन्न महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम सेमेस्टर में आज से प्रवेश शुरू हो गए हैं। वहीं, कुछ महाविद्यालयों में आवेदन फार्म की जांच का कार्य चल रहा है। एमकेपी पीजी कॉलेज में स्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए पहली मेरिट सूची जारी हो चुकी है। जिन छात्राओं को पहली मेरिट सूची में नाम आया है उन्हें सोमवार से 11 सितंबर तक जरूरी प्रमाणपत्र और शुल्क जमाकर प्रवेश लेना है।
कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रेखा खरे का कहना हैं कि जिन श्रेणी में प्रवेश पूरे नहीं होंगे, उसके बाद दूसरी मेरिट सूची जारी कर दी जाएगी। वहीं, श्री गुरु राम राय (एसजीआरआर) पीजी कॉलेज मेें स्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए मेरिट लिस्ट जारी कर दी जाएगी। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बीए बौड़ाई ने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल के निर्देशानुसार प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सोमवार को पहली मेरिट लिस्ट जारी होगी। जबकि डीएवी और डीबीएस पीजी कॉलेज में आवेदन पत्रों की जांच का कार्य चल रहा है। उधर, दून विश्वविद्यालय में भी स्नातक (बीए, बीएससी) प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए गत शनिवार को पहली मेरिट सूची जारी की जा चुुकी है।
कुलपति डॉ. सुरेखा डंगवाल का कहना हैं कि मेरिट सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.doonuniversity.ac.in पर भी अपलोड की गई है। छात्र-छात्राएं इस पर अपना नाम देखकर सोमवार से 11 सितंबर तक विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकते हैं। जो छात्र-छात्राएं निर्धारित अवधि पर प्रवेश नहीं लेंगे, उनकी जगह दूसरी मेरिट सूची जारी कर दी जाएगी।
उमंग ग्रुप के जरिये युवाओं में समाजसेवा का बीज बो रहीं देहरादून की 15 बेटियां..
उत्तराखंड: उमंग ग्रुप के जरिये शहर की पंद्रह बेटियां युवाओं को समाजसेवा के लिए प्रेरित कर रही है। शहर की पंद्रह बेटियों के बनाए गए इस ग्रुप की हर कोई मिसाल देता है। हर जगह जरूरत पड़ने पर इस ग्रुप की सदस्य मदद के लिए पहुंचती हैं। कोराना काल में भी इस ग्रुप के सदस्यों ने लोगों तक मदद पहुंचाई। इन्होंने बिना किसी रोक-टोक के आने जाने की आजादी के लिए इस ग्रुप ने इसी साल बड़े स्तर स्कूटी रैली निकाली।
अब अन्य युवाओं को भी समाजसेवा के लिए प्रेरित कर रही हैं। 18 से 30 आयुवर्ग की युवतियों ने उमंग ग्रुप बनाया है। यह ग्रुप अपने रचनात्मक विचारों के जरिये सामाजिक मुद्दों को लेकर जागरूकता अभियान चलाता है। इसके अलावा अपने साथ बड़ी संख्या में अन्य युवाओं को अभियानों में जुड़कर समाजसेवा के लिए प्रेरित करता है। खास बात यह है कि इस ग्रुप की सभी सदस्य पढ़ाई व नौकरी में व्यस्त होने के बावजूद सामाजिक कार्यों के लिए समय निकलती हैं।
कोई इंजीनियरिंग तो कोई एमबीए कर रही है। कुछ युवतियां नौकरी करती हैं। सामाजिक कार्यों केे प्रति इन युवतियों के रुझान को देखते हुए कई युवा भी अब स्वयं आगे आ रहे हैं। इस ग्रुप के जरिये बेटियां अभी तक बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ, साइबर क्राइम, बच्चों की शिक्षा जैसे विषय पर जागरूकता का काम कर चुकी हैं। इस ग्रुप में को-ऑर्डिनेटर भूमिका शर्मा, सलोनी, काजल, रुचिका, ऐश्वर्या, अनुष्का, राधिका, मल्लिका, परिणीता, निहारिका, अरुषी, इशिता, अन्वेषा, रीतिका, अदिति और प्रेरणा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निर्देश दिए हैं कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर देहरादून , हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर व नैनीताल जिले के जिलाधिकारी विशेष तौर पर विवेकानुसार अपने जनपदों में कर्फ्यू लगाने अथवा अन्य कड़े नियम लागू करने के लिए अधिकृत होगें। परन्तु यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि उद्योग, भारवाहन, निर्माण कार्य व अन्य आवश्यक सेवाएं निर्बाध रूप से संचालित रहें।
मुख्यमंत्री ने रविवार को बीजापुर सेफ हाउस में कोविड-19 की आपात बैठक में ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना की चेन को ब्रेक करने के लिए जन जागरूकता बहुत जरूरी है। साथ ही मास्क न पहनने या सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करने पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए। राज्य की सीमाओं पर और सख्त होने की जरूरत है।
इधर, देहरादून के जिलाधिकारी डॉ.आशीष कुमार श्रीवास्तव ने रविवार को राजधानी के अलावा नगर निगम ऋषिकेश, छावनी परिषद गढ़ी कैंट व क्लेमनटाउन में सोमवार 26 अप्रैल से आगामी 3 मई तक एक सप्ताह के लिए कर्फ्यू के आदेश जारी किये हैं। आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 के लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जनहित में यह निर्णय लिया गया है।
इसके साथ ही नैनीताल के जिलाधिकारी ने जनपद के हल्द्वानी नगर निगम, लालकुआं नगर पंचायत और नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में भी 27 अप्रैल से 3 मई के बीच कोरोना कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी किये हैं।
Uttarakhand | Corona curfew will remain in place in Haldwani Municipal Corporation, Lalkuan Nagar Panchayat, and Ramnagar areas of Nainital district between April 27 and May 3: Nainital district magistrate#COVID19
— ANI (@ANI) April 25, 2021
देहरादून के जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना कर्फ्यू 26 अप्रैल शाम 7 बजे से 3 मई प्रातः 5 बजे तक रहेगा। इस दौरान निजी वाहनों के संचालन पर भी पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। कोरोना कर्फ्यू की अवधि में निम्नलिखित सेवाओं को सशर्त छूट मिलेगी –
- फल सब्जी की दुकान, डेरी, बेकरी, मीट-मछली, राशन, सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानें तथा पशु चारा की दुकानें अपराह्न 4:00 बजे तक ही खुली रह सकेंगी।
- पेट्रोल पंप, गैस आपूर्ति तथा दवा की दुकानें पूरे समय खुली रहेंगी।
- आवश्यक सेवा से जुड़े वाहनों तथा सरकारी वाहनों को केवल ड्यूटी हेतु आवागमन में छूट होगी।
- हवाई जहाज, ट्रेन तथा बस से यात्रा करने वाले व्यक्तियों को आवागमन में छूट होगी।
- शादी और संबंधित समारोह में प्रवेश करने के लिए बैंकेट हाल/सामुदायिक हाल और विवाह समारोह से संबंधित व्यक्तियों/वाहनों की आवाजाही हेतु प्रतिबंधों के साथ छूट रहेगी। समारोह स्थल पर 50 से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं हो सकेंगे।
- सार्वजनिक हित के निर्माण कार्य के चलते रहेंगे तथा इनसे जुड़े हुए कार्मिक एवं मजदूरों तथा निर्माण सामग्री के वाहनों को आवागमन में छूट रहेगी।
- औद्योगिक इकाइयों तथा उनके वाहन व कार्मिकों को आने-जाने की छूट होगी।
- रेस्टोरेंट्स तथा मिठाई की दुकानों से होम डिलीवरी में छूट रहेगी।
- शव यात्रा से संबंधित वाहनों को छूट रहेगी तथा अंतिम संस्कार में 20 से अधिक व्यक्ति सम्मिलित नहीं हो सकेंगे।
- केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के अधीन समस्त शासकीय तथा अशासकीय कार्यालय (आवश्यक सेवा के कार्य को छोड़कर) बंद रहेंगे।
- मालवाहक वाहनों के आवागमन में छूट रहेगी।
- वास्तविक रूप से चिकित्सालय में उपचार हेतु जाने वाले व्यक्तियों के वाहनों को आवागमन में छूट होगी।
- कोविड जांच व टीकाकरण हेतु निकटवर्ती केंद्र तक आवागमन में छूट रहेगी।
- पोस्ट ऑफिस तथा बैंक यथासमय खुले रहेंगे।
आदेश में कहा गया है कि नियमों का उल्लंघन करने की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व उत्तराखंड एपिडेमिक डिजीज कोविड-19 रेगुलेशन, एपिडेमिक डिजीज एक्ट- 1897 एवं भारतीय दंड संहिता तथा अन्य सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में 1580 करोड़ की सौंग बांध पेयजल योजना के सम्बन्ध में उच्च अधिकार प्राप्त समिति की बैठक आयोजित हुई । बैठक के दौरान इस परियोजना के पुनर्वास एवं पुनर्व्यवस्थापन हेतु नीति का ड्राफ्ट भी प्रस्तुत किया गया।
बैठक में बताया गया कि सौंग बांध पेयजल परियोजना, सौंग नदी पर मालदेवता से 10 किमी अपस्ट्रीम में सौंदणा गांव में प्रस्तावित है। परियोजना की प्रस्तावित लागत 1580 करोड़ है। बांध की ऊँचाई 130.60 मी. एवं लम्बाई 225 मी. होगी। इससे निर्मित होने वाली झील की लम्बाई 3.5 कि.मी. तथा धारण क्षमता 264 लाख घनमीटर होगी।
परियोजना से देहरादून नगर की 10 लाख की जनसंख्या को वर्ष 2051 तक 150 एमएलडी पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। परियोजना से पेयजल आपूर्ति के बाद भूजल दोहन में कमी आएगी, जिसके फलस्वरूप नलकूपों के निर्माण, अनुरक्षण एवं संचालन में कमी के साथ ही इनके संचालन में विद्युत व्यय में भी कमी आएगी। बताया गया कि परियोजना के निर्माण से कुल 275 परिवार एवं 10.641 हैक्टेयर भूमि प्रभावित होगी।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि पुनर्वास नीति में परियोजना से प्रभावित परिवारों को बेहतर जीवन स्तर उपलब्ध कराने हेतु प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि देहरादूनवासियों को इस योजना का लाभ समय पर मिल सके, इसके लिए परियोजना को धरातल पर लाने हेतु शीघ्रअतिशीघ्र प्रयास किए जाएं। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में सचिव नितेश झा, सौजन्या, सुशील कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।