चंपावत जिले में प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला 15 मार्च से होगा शुरू..
उत्तराखंड: चंपावत जिले के टनकपुर में होली पर्व के अगले दिन से हर साल शुरू होने वाले मां पूर्णागिरि मेले की प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिलाधिकारी चंपावत नवनीत पांडे ने टनकपुर पहुंचकर तहसील सभागार में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में पूर्णागिरि मेले की तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस बार प्रशासन पूर्णागिरि मेले का आयोजन 15 मार्च से 15 जून तक 3 महीने की सरकारी अवधि के लिए करेगा।
बता दे कि प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला 15 मार्च से शुरू होकर 15 जून तक चलेगा। तीन माह तक आयोजित होने वाले मेले को और अधिक भव्य बनाने के लिए जिलाधिकारी नवनीत पांडे की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूर्णागिरि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं अभी से शुरू कर दें, ताकि सभी तैयारियां समय से पूरी की जा सकें।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ ही वाहन पार्किंग, पेयजल व्यवस्था, यातायात, स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ ही परिवहन व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को बिजली, पानी, सड़क और यातायात से जुड़ी समस्याओं को अभी से दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को पूर्णागिरि में चिकित्सकों के साथ ही एंबुलेंस सेवा चालू रखने, ठुलीगाड़ व भैरव मंदिर में मेडिकल कैंप लगाने, टैक्सियों का सही संचालन करने, समय से पुलिस बल तैनात करने, बसों का संचालन परिवहन निगम से कराने, दुकानदारों से रेट लिस्ट लगवाने, सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने टनकपुर पूर्णागिरि में होने वाले विकास कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश की मातृशक्ति को एक सौगात दी है। कुंभ के मुख्य पर्वों पर प्रदेश की महिलाओं को उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों मेें मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी। इसी तरह कुमायूं के प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेले में जाने वाली महिलाओं को भी मुफ्त यात्रा का लाभ मिलेगा।
इन दिनों उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ की धूम है। बड़ी तादाद में देश-विदेश के श्रद्धालू पुण्य लाभ के लिए महाकुंभ में पहुंच रहे हैं। संतों के अखाड़ों का वैभव कुंभ की रौनक बढ़ा रहे हैं। सरकार के बेहतर प्रबंधन में संचालित हो रहे इस भव्य आयोजन में गंगा मैया के जयकारों व मंत्रोच्चार से धर्मनगरी गुंजायमान हो रही है।
कुंभ में विभिन्न स्नान पर्वों का विशेष महत्व होता है। इन पर्वों पर बड़ी तादाद में श्रद्धालू स्नान के लिए पहुंचते हैं। प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के स्नान पर्वों पर हरिद्वार की यात्रा करने वाली प्रदेश की महिलाओं को परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी है।
प्रदेश सरकार ने चंपावत जिले के पूर्णागिरि धाम में लगने वाले मेले के लिए भी प्रदेश की महिलाओं को परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दे दी है। पूर्णागिरि एक प्रसिद्ध सिद्धपीठ है। यहां प्रतिवर्ष तीन माह तक मेले का आयोजन होता है, किन्तु इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए केवल अप्रैल माह में ही मेले का आयोजन होगा।