उत्तराखंड के इन जिलों में लगने वाले हैं रोजगार मेला..
उत्तराखंड: बागेश्वर में रोजगार मेला लगने वाला है। अगर आप भी नौकरी की तालाश कर रहे है। तो ये आपके लिए अच्छा मौका है। बताया जा रहा है कि जिला सेवायोजन अधिकारी कार्यालय द्वारा 18 जनवरी को रोजगार मेले का आयोजन होने वाला है। वहीं सुरक्षा जवान और सुरक्षा अधिकारी का भर्ती के लिए पिथौरागढ़ में रोजगार मेला लगेगा।
बता दे कि बागेश्वर में विशाल रोजगार मेले का आयोजन होने वाला है। बताया जा रहा है कि इस मेले में कई पदों पर सीधी भर्ती की जाएगी। मेले में टैक्नोसीम टेनिंग सर्विसेज मारूति कंपनी के प्रतिनिधि साक्षात्कार लेंगे। चयनित अभ्यर्थियों का दो वर्षीय सीटीएस कोर्स कराया जाएगा तथा इस दौरान आवश्यक सुविधा प्रदान की जाएगी। इस मेले में प्रतिभाग करने के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों को अपने समस्त शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र, स्थायी निवास प्रमाण पत्र, 4 पासपोर्ट साइज फोटो तथा बायोडाटा के साथ उपस्थित होना होगा हैं। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 7465964718 पर संपर्क कर सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर सिक्योरिटी एण्ड इंटेलिजेंस सर्विसेज इण्डिया लि०, देहरादून द्वारा जनपद पिथौरागढ़ के समस्त विकास खण्ड स्तर पर सुरक्षा जवान और सुरक्षा अधिकारी की भर्ती शिविर कार्यकम आयोजित किये जायेंगें। जिसमें पुरूष अभ्यर्थी ही पात्र होगें। अभ्यर्थी की शैक्षिक योग्यता सुरक्षा जवान हेतु 10वीं फेल / पास हों, आयु 21 से 36 वर्ष तथा सुरक्षा अधिकारी हेतु इण्टर/ स्नातक, आयु 21 से 36 वर्ष एवं लम्बाई 168 से 170 सेमी० तथा वजन 56 कि०ग्रा० होने के साथ ही शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिये।
चयनित अभ्यर्थियों को सुरक्षा जवान हेतु 15,000.00 से 18000.00 रूपये तथा सुरक्षा अधिकारी हेतु 18000.00 से 25000.00 रूपये मानदेय सहित पी०एफ, ग्रैचुइटी, इ०एस०आई० द्वारा मेडिकल सुविधा, रहना खाना आदि सुविधा दी जायेगी। प्रशिक्षण स्थल देहरादून पर अपनी उपस्थिति देने के उपरान्त इच्छुक चयनित अभ्यर्थियों से कम्पनी द्वारा प्रशिक्षण हेतु रू0 500.00 Prospectus Fee तथा रू0 13500.00 शुल्क लिया जायेगा। जिसमें उन्हें कैन्टीन, यूनिफॉर्म, बोर्डिंग एवं लॉजिग आदि सुविधा अनुमन्य होगी। इस संबंध में कोई मार्ग व्यय देय नहीं होगा। इच्छुक अभ्यर्थियों को अपने साथ शैक्षिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्र, आधार कार्ड तथा उनकी छायाप्रति एवं एक पासपोर्ट साइज फोटो लाना अनिवार्य है।
अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे गिरा वाहन, तीन की मौत, तीन घायल..
उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड का टिहरी जिला हादसों का जिला बनता जा रहा है। आये दिन यहाँ कही न कही से सड़क हादसे की खबर सामने आ रही हैं। ऐसी ही खबर बागेश्वर-गिरेछीना मोटर मार्ग से भी सामने आयी हैं। जहां सड़क हादसा होने से तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि तीन घायल हो गए हैं। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखे गए हैं। जानकारी के अनुसार मंगलवार यानी आज सुबह करीब पौने चार बजे पिकअप गिरेछीना मोटर मार्ग से होते हुए बागेश्वर की ओर आ रही थी।
फल्याटी बैंड के पास पिकअप ऊपर की रोड से नीचे रोड पर गिर गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस और फायर सर्विस की टीम मौके पर गई और खोज बचाव का काम शुरू किया। कोतवाल केएस नेगी का कहना हैं कि हादसे में इरशाद अहमद, असलम और साजिद की मौत हो गई है। मोहम्मद सुलेमान, जहरान खान और आकाश घायल हो गए हैं। घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अगले 24 घंटे देहरादून और बागेश्वर में भारी बारिश का येलो अलर्ट..
उत्तराखंड: प्रदेश में आज मौसम फिर करवट बदलेगा। देहरादून और बागेश्वर में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है, तो कुछ इलाकों में तेज गर्जना के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि देहरादून, बागेश्वर में भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए नदियों, नालों के किनारे बसे लोगों के साथ ही भूस्खलन संभावित इलाकों में बसे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। डीएम सोनिका ने भी कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने सभी एसडीएम को हिदायत दी कि अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहें।
वही कपकोट तहसील क्षेत्र में हुई भारी बारिश का सबसे अधिक असर नगरपंचायत क्षेत्र और कनलगढ़ घाटी में हुआ है। कनलगढ़ घाटी के बैसानी गांव में काफी नुकसान होने की सूचना है। शनिवार की रात को क्षेत्र के लोगों ने बादल फटने की सूचना तहसील प्रशासन को दी थी। तहसीलदार पूजा शर्मा और राजस्व उपनिरीक्षक पंकज साह ने रविवार को क्षेत्र में जाकर नुकसान का जायजा लिया।
तहसीलदार शर्मा ने बादल फटने की घटना से इनकार करते हुए बताया कि अतिवृष्टि से बैसानी के पौंसारी में तीन मकानों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। कुछ गोशाला भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। हालांकि जानमाल का कोई नुकसान नहीं है। राजस्व उपनिरीक्षक साह ने बताया कि खेतों में मलबा भरने से फसलों को भी नुकसान हुआ है। पैदल रास्ते भी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए हैं। राजस्व विभाग की टीम ने नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार कर ली है।
उत्तराखंड के इस डीएम ने राजकीय कर्मचारियों के जींस, टी-शर्ट पहनने पर लगाया प्रतिबंध..
उत्तराखंड: बागेश्वर के जिला मजिस्ट्रेट विनीत कुमार ने राजकीय कर्मचारियों के जींस, टी-शर्ट पहनकर कार्यालय आने पर सख्त नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों और कर्मचारियों को उचित ड्रेस कोड में कार्यालय आने के निर्देश दिए हैं। जींस, टी-शर्ट पहनकर कार्यालय आने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
जिला मजिस्ट्रेट विनीत कुमार का कहना है कि जिला स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी ड्रेस कोड का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। अधिकतर लोग जींस, टी-शर्ट में अपने उच्च अधिकारियों के समक्ष बैठकों में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजकीय कर्मचारी होने के नाते यह शोभा नहीं देता है।
कार्यालय प्रबंधन की छवि हो रही खराब..
इससे कार्यालय प्रबंधन की छवि खराब हो रही है। समाज में इसका गलत संदेश जा रहा है। उन्होंने जिले के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालय अवधि के दौरान पूर्ण गणवेश में कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आदेश का पालन न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की बैठक में जनपद बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक व आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने एवं पलायन को कम करने हेतु आयोग द्वारा की गई सिफारिशों से सम्बन्धित पुस्तिका का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पलायन आयोग द्वारा पलायन के मूल कारणों से सम्बन्धित दी गई प्रारंभिक रिपोर्ट से ही स्पष्ट था कि इसके लिए मुख्यतः शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा एवं रोजगार की कमी रही है। उन्होंन कहा कि आयोग के सुझावों पर राज्य सरकार द्वारा नीतिगत निर्णय लिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि आयोग को वर्किंग एजेन्सी के रूप में नहीं, अपितु राज्य से पलायन रोकने तथा ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक विकास के लिये थिंकटेक के रूप में कार्य करना होगा।
बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों पर आधारित रिपोर्ट के सम्बन्ध में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ0 एस0एस0नेगी ने बताया कि जनगणना वर्ष 2011 के अनुसार जनपद बागेश्वर की जनसंख्या 2,59,898 है, इनमें 1,24,326 पुरूष तथा 1,35,572 महिलाएं है। पिछले 10 वर्षों में 346 ग्राम पंचायतों से कुल 23,388 व्यक्तियों द्वार अस्थायी रूप से पलायन किया गया है। पिछले 10 वर्षों में 195 ग्राम पंचायतों से 5912 व्यक्तियों द्वार पूर्णरूप से स्थायी पलायन किया गया है। आंकड़े दर्शाते है कि जनपद के सभी विकास खण्डों में स्थायी पलायन की तुलना में अस्थायी पलायन अधिक हुआ है। जनपद की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2016-17 के लिए अनन्तिम रूप से 1,00,117 रूपये है।
आयोग द्वारा जनपद हेतु जो सिफारिशें रखी हैं उनमें प्रमुख रूप से पशुधन की गुणवत्ता में सुधार लाने, दुग्ध उत्पादन और उससे जुड़े व्यवसायों का प्रशिक्षण, होम स्टे, इकोटूरिज्म, पर्यटन से जुड़े कौशल विकास प्रशिक्षण, उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किए जाने की बात कही है। इसके साथ ही मनरेगा में समान अवसर और भागीदारी सुनिश्चित करके महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बनाए रखना, फसलों को जंगली जानवरों से बचाव के लिए बन्दरबाड़ों/सोलर पावर फैन्सिंग का निर्माण कराए जाने, औषधीय, सुगंधित पौंधों व जड़ी-बूटी की खेती और बागवानी पर जोर देने की सिफारिश की गई है।
इस अवसर पर आयोग के सदस्यों रामप्रकाश पैन्यूली, सुरेश सुयाल, दिनेश रावत घण्डियाल, अनिल सिंह शाही व रंजना रावत ने भी अपने सुझाव रखे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने कुमायूं दौरे के दूसरे दिन शनिवार को बागेश्वर में जिले के अधिकारियों के साथ विभिन्न योजनाओं व कार्यों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने शासकीय योजनाओं की अद्यतन प्रगति की जानकारी प्राप्त करते हुए विकास कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की जनता को लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में कोविड-19 से निपटने के लिए हम सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे। इसमें किसी भी प्रकार का शिथिलता न बरती जाए। इस कार्य में पुलिस को एक्टिव होकर कार्य करना होगा तथा बिना मास्क व नियमों का पालन न करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूला जाए। उन्होंने सभी लोगों तक मास्क की उपलब्धता बनी रहे, इसके लिए महिला समूह के माध्यम से मास्क बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि दवाईयों की कमी नहीं होनी चाहिए और मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। कोरोना संक्रमण वायरस के नियंत्रण व रोकथाम के लिए लगातार प्रचार-प्रसार किया जाए।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना से लाभार्थियों को लाभान्वित करने के लिए विभाग निरंतर बैंकों के साथ समन्वय स्थापित करें। लाभार्थियों की परेशानियों को दूर करने के लिए बैंकों के साथ मेले का आयोजन करें और इसके लिए जनपद स्तर पर एक नोडल अधिकारी की तैनाती हो। कोविड-19 के कारण जनपद में वापस आये प्रवासियों की सफलता की कहानी पर मुख्यमंत्री ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग लोगों से वार्ता करें तथा वे जिस काम में रूचि रखते है उस कार्य के लिए उन्हें प्रेरित किया जाए।
मुख्यमंत्री घोषणा के संबंध में उन्होंने कहा कि जो कार्य शासन स्तर पर लम्बित है उन्हें चिन्हित कर तत्काल शासन को प्रेषित किया जाए। सिंचाई विभाग द्वारा बागेश्वर के घाट निर्माण के संबंध में उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में स्थानीय पत्थरों का उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला योजना का 40 प्रतिशत व्यय रोजगारपरक योजनाओं पर अनिवार्य रूप से करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा प्रत्येक व्यक्ति को रोजगारपरक योजनाओं से लाभान्वित करना है। इसलिए स्थानीय आवश्यकताओं के दृष्टिगत स्थानीय प्रशासन निर्णय ले, ताकि आम जनमानस को योजनाओं का वास्तिवक लाभ मिल सके।
बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री ने जनपद में ई-ऑफिस का शुभारम्भ किया। इस संबंध में जिलाधिकारी विनीत कुमार ने अवगत कराया कि इस प्रक्रिया को जिला कार्यालय से शुरु किया जा रहा है। इसके बाद मुख्य विकास अधिकारी, पुलिस अधीक्षक तथा तहसील कार्यालयों में प्रारम्भ किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्राम्या, ग्राम्य विकास विभाग, आजीविका सहयोग परियोजना तथा जिला उद्योग केन्द्र द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण कर उनके उत्पादों की प्रशंसा की।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देवी, विधायक चन्दन राम दास, व बलवन्त सिंह भौर्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, सहित जनपदस्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले, प्रातः मुख्यमंत्री ने बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।