हार के बाद भी उत्तराखंड के CM होंगे धामी, हाईकमान ने भरी हामी..
उत्तराखंड: प्रदेश की राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दे कि पुष्कर सिंह धामी ही उत्तराखड के अगले सीएम होंगे। ऐसी स्थिति में कोई एक विधायक उनके लिए सीट खाली करेगा। इसके 6 महीने के भीतर उपचुनाव होंगे और धामी के विधायक बनकर सदन में आना होगा। बीजेपी आलाकमान में धामी को लेकर किसी भी तरह का कनफ्यूजन नहीं है। उनकी इमेज को देखकर उन्हें एक बार फिर से मौका दिए जाने की बात कही जा रही है। इससे पहले धामी के लिए कई विधायक सीट खाली करने की बात कह चुके हैं। पिछली बार धामी ने उत्तराखंड के 11वें सीएम के रूप में शपथ ली थी। धामी खटीमा सीट से लगातार दो बार विधायक बने थे लेकिन इस बार चुनाव हार गए थे। ऐसे में सीएम को लेकर काफी कन्फ्यूजन हो गया था। कई चेहरों को लेकर कई तरह की बातें कही गई लेकिन अब आखिरकार धामी के नाम पर ही मुहर लग गई है
सीएम पर सस्पेंस जल्द होगा ख़त्म, कुछ ही देर में शुरू होगी विधायक दल की बैठक..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री का ताज किसके सिर सजेगा, इसका फैसला आज हो जाएगा। विधायक मंडल दल की होने जा रही बैठक में बीजेपी विधायक दल के नेता चुना जाएगा। प्रदेश के पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देहरादून पहुंच गए हैं। उनकी मौजूदगी में देहरादून में होने वाली बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाएगी। भाजपा प्रदेश कार्यालय में होने वाली बैठक में पार्टी हाईकमान के फैसले के अनुसार मुख्यमंत्री के नाम पर एलान कर दिया जाएगा। बता दे कि बैठक में भाग लेने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम सोमवार दोपहर को देहरादून पहुंच गए हैं।। इसके अलावा चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी समेत प्रदेश के सभी राज्यसभा व लोकसभा सांसद और नवनिर्वाचित विधायक बैठक में पहुंच गए हैं।
भाजपा हाईकमान से मुलाकात के बाद,पुष्कर सिंह धामी ने कहा कुछ ऐसा..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव 2022 में सीएम पुष्कर सिंह धामी के खटीमा विधानसभा सीट से हार के बाद अब भाजपा विधायकों ने लॉबिंग भी शुरू कर दी है। कई विधायक सहित सांसद मुख्यमंत्री की रेस में शामिल होने की बात कह रहे हैं। आपको बता दे कि इसी के बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि भाजपा हाईकमान ही उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएगी। उत्तराखंड की कमान किसके हाथों में दी जाएगी इस पर केंद्रीय नेतृत्व गहनता से विचार कर रहा है। विधायक दल की बैठक के बाद ही मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी। धामी के हारने के बाद करीब आधा दर्जन विधायकों ने उनके लिए सीट छोड़ने की भी पेशकश कर डाली है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा हाईकमान धामी पर दोबारा भरोसा जताती है या फिर विधायकों के बीच में से ही किसी को उत्तराखंड की कमान सौंपती है।
20 मार्च तक मुख्यमंत्री के नाम की हो सकती है घोषणा.
बता दे कि उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर भाजपा हाईकमान 20 मार्च तक मुहर लगा सकती है। हाईकमान ने भाजपा के सभी निर्वाचित विधायकों को होली के बाद देहरादून में रहने की सख्त हिदायत दी है। आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड बहुमत के बाद भी हाईकमान ने नेता सदन की चयन प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं की है।
बताया जा रहा है कि 17 मार्च यानि आज तक होलाष्टक होना इसका मुख्य कारण है। मुख्यमंत्री चयन के लिए भाजपा हाईकमान भी काफी सतर्क है ताकि पिछली बार की तरह तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलने जैसी स्थितियों न पैदा हो। ऐसे में हाईकमान सभी विकल्पों पर गहनता से विचार कर रही है।
उत्तराखंड में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के पास तीन-तीन विकल्प हैं। राजनैतिक सूत्रों की मानें तो पहला विकल्प कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी को रिपीट करने का होगा। तो दूसरे विकल्प के तौर पर भाजपा निर्वाचित विधायकों में से ही किसी विधायक को उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री बना सकते हैं। जबकि, तीसरे विकल्प की बात करें तो भाजपा विधायकों से बाहर किसी सांसद को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी भी सौंप सकती है।
क्या अनिल बलूनी होंगे उत्तराखंड के नए सीएम..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा की जीत के बाद उत्तराखंड में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर क्यास लगने शुरू हो गए हैं। युवा चेहरा के साथ ही अनुभवी चेहरे को उत्तराखंड का अगला सीएम बनाने को लेकर पार्टी हाईकमान में मंथन का दौर भी शुरू हो गया है।
आपको बता दे कि चर्चाओं के बीच अनिल बलूनी का नाम भी सीएम की रेस में आगे हैं । हालांकि सीएम पद के दावेदार कई हैं लेकिन निल बलूनी उत्तराखंड के लिए सरप्राइजिंग पैकेज हो सकते हैं। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता हैं। वह भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी हैं। आपको बता दे कि अनिल बलूनी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले से ताल्लुक रखते हैं।
अनिल बलूनी ने भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री, निशंक सरकार में वन्यजीव बोर्ड में उपाध्यक्ष, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और फिर राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी तक का सफर तय किया है। एक समय अनिल बलूनी पत्रकार हुआ करते थे और आज वह पीएम मोदी और अमित शाह के करीबियों में गिने जाते हैं. पार्टी में उनकी अच्छी पकड़ है। अमित शाह के 2014 में अध्यक्ष बनने के बाद अनिल बलूनी को पार्टी प्रवक्ता और मीडिया प्रकोष्ठ का प्रमुख बनाया गया। एक तरह से वो अमित शाह के भी सबसे भरोसेमंद लोगों में शामिल हैं। कहा जाता है कि अनिल उत्तराखंड के लोगों की नब्ज टटोलने में भी माहिर हैं। ऐसे में कोई शक नहीं कि बीजेपी आलाकमान उत्तराखंड के सीएम के तौर पर अनिल बलूनी का नाम आगे लाएगी ।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा..
उत्तराखंड: देहरादून से एक बड़ी खबर सामने आ रही है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से भेंट कर मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र सौंपा। पुष्कर सिंह धामी का इस्तीफ़ा स्वीकार करते हुए राज्यपाल ने उनसे राज्य में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति होने एवं पदभार ग्रहण करने की अवधि तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।
पिछले साल जुलाई में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी ने धामी को राज्य की कमान सौंपी थी। इसके बाद धामी ने राजनीतिक कौशल का परिचय देकर पार्टी हाईकमान का ध्यान खींचने में सफलता पाई थी। यही वजह है कि पार्टी ने साफ कर दिया था कि विधानसभा चुनाव में धामी ही उसका चेहरा होंगे। पुष्कर सिंह धामी ही मेहनत का ही नतीजा रहा कि बीजेपी स्पष्ट बहुमत से सत्ता में आ गई, लेकिन वो अपना दुर्ग नहीं बचा पाए। धामी के चुनाव हारने के बाद कई विधायकों ने उनके लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की है। चंपावत से चुनाव जीतने वाले बीजेपी विधायक कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि अगर धामी दोबारा चुनाव लड़ने को तैयार हैं, तो वो उनके लिए सीट छोड़ सकते हैं। बहरहाल मुख्यमंत्री पद को लेकर कई दावेदार मैदान में है, हालांकि अभी इसे लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
एक लाख वोटों से जीते योगी, संगीत सोम को मिली मात..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए मतगणना जारी है। रुझानों में UP में 273 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बना ली है। जबकि सपा 123 सीटों पर ही सिमटी दिखाई दे रही है। कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। मोहनलालगंज सीट से भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। देवबंद सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह जीत गए हैं, वहीं जनसत्ता दल के खाते में प्रतापगढ़ का पहला नतीजा आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1,02,399 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। वहीं, मेरठ की सरधना सीट से भारतीय जनता पार्टी के संगीत सोम हार गए हैं। उन्हें सपा के अतुल प्रधान ने हराया। भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम नहीं लगा सके जीत की हैट्रिक। सरधना में पहली बार साइकिल दौड़ी। सरधना विधानसभा सीट से सपा रालोद गठबंधन के अतुल प्रधान ने भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हरा दिया है। संगीत सोम इससे पहले दो बार यहां से चुनाव जीते थे, जबकि अतुल प्रधान दो बार चुनाव हारे थे। सरधना सीट पर ऐसा पहली बार हुआ है जब सपा का कोई प्रत्याशी जीता है। हार जीत का अंतर करीब 18000 वोटों का है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। जब चार राउंड की मतगणना होनी बाकी थी, उससे पहले ही संगीत सोम मोदीपुरम में कृषि विश्वविद्यालय स्थित मतगणना स्थल से चले गए थे।
कांग्रेस के साथ अपनी भी नैया पार नहीं लगा पाए हरीश रावत, 10 हजार से ज्यादा वोटों से हारे..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के 23 दिन बाद आज उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजे आएंगे। इसके साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि इस बार सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में आएगी। शुरुआती एक घंटे के रुझानों में भाजपा ने बहुमत की 36 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है
अपनी सीट नहीं बचा पाए हरीश रावत
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत कांग्रेस के साथ ही अपनी नैया भी पार नहीं लगा सके और उन्हें 10 हजार से भी ज्यादा वोटों से करारी हार मिली है।
गदरपुर में कांग्रेस आगे..
गदरपुर विधानसभा क्षेत्र की 10वीं राउंड की मतगणना पूरी। भाजपा के प्रत्याशी अरविंद पांडे को 2348 कांग्रेस के प्रत्याशी प्रेमानंद महाजन को 4175 वोट मिले। अरविंद पांडे को कुल 46400 एवं प्रेमानंद महाजन 41841 मिले हैं। अरविंद पांडे 4571 वोटों से आगे।
जसपुर विधानसभा की 10 राउंड की गिनती पूरी। कांग्रेस प्रत्याशी आदेश सिंह चौहान 2899 वोट से आगे।
रुड़की में कांग्रेस विधायक यशपाल राणा भाजपा विधायक से 1715 वोटों से आगे निकले।
गंगोत्री सीट आठ राउंड के बाद भाजपा 6071 वोट से आगे।
पुष्कर सिंह धामी 4000 वोट से चल रहे पीछे
सितारगंज विधानसभा के छठे चरण में भाजपा के सौरभ बहुगुणा को 3886, कांग्रेस के नव तेजपाल सिंह को 4520, बसपा के नारायण पाल को 348 एवं आम आदमी पार्टी के अजय जयसवाल को 155 वोट मिले। अभी तक भाजपा को कुल 29801 कांग्रेस को 16173 आम आदमी पार्टी को 9445 एवं बसपा को 5226 वोट प्राप्त हुए हैं। भाजपा के सौरभ अभी भी 13630 वोटों से आगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व हरिद्वार शहर सीट से भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक 8 राउंड की गिनती के बाद करीब 8 हजार वोटों से लीड कर आगे हैं। इससे भाजपाइयों में खुशी का माहौल बनने लगा है।
खटीमा विधानसभा क्षेत्र के पांचवें राउंड में भाजपा के पुष्कर सिंह धामी को 2908 कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी को 4702 वोट मिले। अभी तक भाजपा को 19979 और कांग्रेस को 24060 वोट मिले हैं। धामी चार हजार वोट से पीछे।
लोहाघाट सीट पर 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के 23 दिन बाद आज उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजे आएंगे। इसके साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि इस बार सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में आएगी। शुरुआती एक घंटे के रुझानों में भाजपा ने बहुमत की 36 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है
लोहाघाट सीट पर 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी
लोहाघाट सीट कांग्रेस ने 10 साल बाद भाजपा से वापस ली। 6118 वोटों से जीते। उत्तराखंड में लोहाघाट विधानसभा का रिजल्ट आया सामने। लोहाघाट सें कांग्रेस की जीत हुई। कांग्रेस प्रत्याशी खुशाल सिंह अधिकारी को 32,244 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी पूरन सिंह फर्तयाल को 26,126 वोट मिले। कांग्रेस के खुशाल सिंह अधिकारी ने 6,118 वोटो सें जीत हासिल की।
खटीमा में सीएम धामी को पछाड़कर कांग्रेस के भुवन कापड़ी 1068 मतों से आगे..
खटीमा सीट से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर पूरे प्रदेश की निगाह है, लेकिन सीटों की दौड़ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीसरे चरण के बाद भारी मतों से पीछे चल रहे हैं। खटीमा में तीसरे चरण की मतगणना पूरी हो गई है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 12,989 वोट मिले हैं। वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के भुवन कापड़ी को 14057 मत मिले हैं। जबकि तीसरे चरण तक कुल 203 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है। आम आदमी पार्टी के कलेर को कुल 192 वोट मिले हैं। मतगणना के दौरान पहले चरण में भी मुख्यमंत्री धामी पीछे चल रहे थे। जबकि कहा जा रहा है कि दूसरे चरण में सीएम धामी आगे हो गए थे। ऐसे में अब तीसरे चरण में भी सीएम धामी पीछे हो गए हैं। फिलहाल मतगणना का कार्य जारी है।
जीत के लिए मंदिरों में पूजा अर्चना करते नजर आये सीएम पुष्कर सिंह धामी..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा की जीत और प्रदेश की खुशहाली के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे सीएम ने भवाली के निकट घोड़ाखाल के गोल्ज्यू मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की। सुबह करीब 10 बजे नैनीताल पहुंचे। यहां पहले तल्लीताल स्थित पाषाण देवी मंदिर और उसके बाद मल्लीताल स्थित नैना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
नैनीताल के बाद धामी ने काशीपुर जाकर कुंडेश्वरी रोड स्थित साई धाम मंदिर में भी विधिवत पूजा-अर्चना की। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद राजनीति के जानकार प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच इस बार कड़ी टक्कर बता रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाए हुए हैं। वहीं भाजपा में मुख्यमंत्री धामी लगातार अलग-अलग स्थानों के दौरे कर रहे हैं।
भाजपा की जीत के लिए मंदिरों में पूजा-पाठ का दौर भी जारी है। गुरुवार को नैनीताल पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने कई मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हुए इन पूजास्थलों पर काफी समय भी बिताया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से केवल मंदिर में ही मुलाकात की। नैनीताल के नैना देवी मंदिर में पुजारी बसंत बल्लभ पांडे ने धामी को विशेष पूजा-अर्चना कराई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा की जीत के साथ ही प्रदेश की खुशहाली की कामना की
योगी को कुटिया बनाने के लिए दे दूंगा जमीन- हरीश रावत..
देश-विदेश: प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रचार में जुट गए हैं। बुधवार को प्रयागराज पहुंचे हरीश रावत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा और कहा कि हार के बाद उन्हें कुटिया बनाने के लिए उत्तराखंड में जमीन दे देंगे। हरीश रावत का कहना हैं कि उत्तराखंड में बीजेपी की हार होगी। चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही सीएम पद के लिए दावेदारी जताने में जुटे हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस को बहुमत मिलेगा।
उन्होंने यूपी में भी बीजेपी की हार का दावा करते हुए सीएम योगी पर कटाक्ष किया। हरीश रावत ने कहा, ”बीजेपी को उत्तराखंड से भगा दिया गया है। हम सीएम योगी को (यूपी में चुनाव हारने के बाद) उत्तराखंड में कुटिया बनाने के लिए जगह दे देंगे।” गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ का जन्म अविभाजित यूपी के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था, जो अब उत्तराखंड में है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सिविल लाइंस के एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नेहरू परिवार की पांचवीं पीढ़ी जनता से सेवा का मौका मांग रही है, उसे भी मौका दें। उन्होंने कहा कि मोती लाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के बाद अब राहुल और प्रियंका जनता की सेवा के लिए सामने आए हैं।
विधानसभा चुनाव के संदर्भ में हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा को खदेड़ दिया और अब यूपी में भी ऐसा होगा। प्रयागराज त्रिवेणी संगम का क्षेत्र है। प्रयाग की माटी से कांग्रेस का पुराना नाता है। इस लगाव को अब ऊर्जा देने का वक्त आ गया है। उनका कहना हैं कि भाजपा ने यूपी की जनता के अरमान रौंदने का काम किया। ऐसे में अब कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है। कोरोनाकाल में लोग बेबसी के हाल में घरों को लौटे। सरकार ने लोगों को मरने के लिए सड़कों पर छोड़ दिया था।