देश में 24 घंटे में मिले 12 हजार कोरोना संक्रमित, 11 की मौत..
देश-विदेश: देश में एक बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है। बता दे कि गुरुवार को बीते 24 घंटे में 12,213 नए संक्रमित मिले हैं। इनमें कल की तुलना में करीब 4 हजार की बढ़ोतरी आई है। ये बीते तीन माहों में एक दिन के सर्वाधिक नए मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह 8 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में 11 लोगों की महामारी से मौत हुई। वहीं सक्रिय केस बढ़कर 58,215 हो गए हैं। देश में दैनिक संक्रमण दर बढ़कर 2.35 हो गई है, जबकि कई राज्यों में यह 5 फीसदी से भी ज्यादा है। बीते 24 घंटे में सक्रिय केसों में 4578 की बढ़ोतरी हुई है।
आपको बता दे कि देश के पांच राज्यों में सबसे ज्यादा नए मरीज मिल रहे हैं। जिसमें महाराष्ट्र में 4,024, केरल में 3,488, दिल्ली में 1,375, कर्नाटक में 648 और हरियाणा में 596 नए मामले मिले हैं। ये देश में कुल नए मामलों के 82.96 फीसदी हैं। नए संक्रमितों में 32.95 फीसदी अकेले महाराष्ट्र से हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार रोज 8 हजार से ज्यादा केस आए थे। सिर्फ मंगलवार को कमी आई थी और इस दिन 6594 नए संक्रमित मिले थे। इसके पहले सोमवार को 8,084, 10 जून को 8,328 नए मामले और 11 जून को 8,582 केस आए थे।
अगले चार माह में नहीं मिले खरीदार तो बर्बाद हो जाएंगी करोड़ों वैक्सीन..
देश-विदेश: भारत में कोरोना वायरस के नए मामलों में एक बार फिर से इजाफा देखने को मिल रहा है। कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या एक महीने पहले की तुलना में दोगुनी से भी अधिक हो गई है। अचानक बढ़ते मामलों की वजह से एक बार फिर से लोगों के बीच डर का माहौल बनने लगा है। बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन अभियान भी जारी है। लोगों को बूस्टर डोज़ भी दी जा रही है। हालांकि इसी बीच कोविड-19 के टीकों के इस्तेमाल की मियाद कम होने और मांग घटने के कारण वैक्सीन की करोड़ों खुराक अगले तीन से चार महीनों में एक्सपायर यानी बेकार होने जा रही हैं।
भारत बायोटेक जैसी कंपनियां अपना स्टॉक बेचने के लिए पिछले कुछ महीनों से निजी अस्पतालों के साथ पूरी सक्रियता से काम कर रही हैं। कंपनी एक्सपायर हो चुकी खुराकों की जगह दूसरी खुराक दे रही हैं और उन्हें स्टॉक खपाने में मदद कर रही हैं। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि कोवॉक्सिन की कितनी खुराकों की मियाद खत्म होने जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पास कोविशील्ड की करीब 20 करोड़ खुराक हैं, जिन्हें दिसंबर में बनाया गया था और जो सितंबर में एक्सपायर हो जाएंगी। अगर कंपनी इन खुराकों को खपाने की योजना सफल नहीं रही तो इन्हें नष्ट करना होगा। हालांकि सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन पिछले महीने दावोस में विश्व आर्थिक मंच को संबोधित करते हुए कंपनी के के सीईओ अदार पूनावाला ने संकेत दिया था कि कंपनी की कम से कम 20 करोड़ खुराक बर्बाद हो जाएंगी। कंपनी को इन्हें नष्ट करना होगा, क्योंकि उनकी मियाद इस साल अगस्त-सितंबर में खत्म होने जा रही है। कोवॉक्सिन की मियाद 12 महीने की होती है। जबकि कोविशील्ड नौ महीने में एक्सपायर हो जाती है। भारत में टीकाकरण में करीब 80 फीसदी खुराक कोविशील्ड की लगी हैं।
राज्य और कंपनी के पास हैं करोड़ों खुराक
इधर, स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीरम ने इतनी खुराकों को खत्म करने का सोचने से पहले इन्हें फ्री में उपलब्ध करवाने या इन्हें राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में इस्तेमाल करने के लिए मंत्रालय से कोई भी संपर्क नहीं किया। सीरम ने दिसंबर से उत्पादन रोक दिया था, क्योंकि 25 करोड़ खुराकों का स्टॉक पहले ही तैयार हो गया था। इनके पास बल्क में भी करीब 20 से 25 करोड़ खुराक हैं। इसके बाद कंपनी ने निर्यात, अंतरराष्ट्रीय करारों और भारत में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र को आपूर्ति के करारों के जरिए अपना कुछ स्टॉक बेचा है। कंपनी के पास पुणे में अब भी एस्ट्राजेनेका के टीके और कोविशील्ड की 20 करोड़ तैयार खुराक हैं। इसके अलावा राज्यों के पास भी बड़ी मात्रा में खुराक हैं, जिनमें से कई एक्सपायर होने के कगार पर हैं। हालांकि राज्यों का केंद्र सरकार और कंपनी को तर्क दिया है कि वे इस स्टॉक को इस्तेमाल करेंगे, क्योंकि बूस्टर डोज के कारण टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी है।
चार माह बाद कोरोना संक्रमण दर 3 फीसदी पार, 8084 नए केस..
देश-विदेश: देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 8084 नए मामले सामने आए और 10 मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही दैनिक संक्रमण दर बढ़कर 3.24 फीसदी हो गई है। बढ़ती संक्रमण दर चिंताजनक है। यह 5 फीसदी से ज्यादा होने पर नई लहर का संकेत हो सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में अब कुल कोविड केस की संख्या बढ़कर 4,32,30,101 हो गई है। करीब चार महीनों के बाद दैनिक संक्रमण दर तीन प्रतिशत से अधिक हुई है। रविवार की तुलना में सोमवार को नए संक्रमितों की संख्या मामूली कम है, हालांकि, मौतें ज्यादा हुई हैं। रविवार सुबह समाप्त 24 घंटे में 8582 मामले दर्ज हुए थे और चार लोगों की मौत हुई थी। बीते 24 घंटे में देश में सक्रिय केस में 3,482 का इजाफा हुआ। ये बढ़कर कुल 47,995 हो गए हैं।
नई लहर की आशंका..
आपको बता दे कि देश में बीते कुछ दिनों से लगातार बढ़ते नए संक्रमितों को देखते हुए कोरोना की नई लहर की आशंका पैदा हो रही है। हालांकि, विशेषज्ञों ने अभी इससे इनकार किया है। सरकार ने ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों के 28 जिलों को रेड जोन में रखा गया है। केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों में केंद्र ने सावधानी व सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय भी हालात पर नजर रखे हुए है। बीते 24 घंटे में मृत 10 लोगों में केरल और दिल्ली के तीन-तीन, महाराष्ट्र के दो और मिजोरम और पंजाब में हुए एक-एक मौत हुई है। देश में कोरोना से अब तक कुल 5,24,771 मौतें हुई हैं। इनमें महाराष्ट्र से 1,47,870, केरल से 69,835, कर्नाटक से 40,108, तमिलनाडु से 38,025, दिल्ली से 26,221, उत्तर प्रदेश से 23,525 और पश्चिम बंगाल से 21,205 लोगों की मौत हुई है।
भारत में लगातार चौथे दिन बढ़े कोरोना के केस, एक दिन में 8,329 नए मामले आये सामने..
देश-विदेश: भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक बार फिर तेजी से बढ़ती जा रही है। पिछले 24 घंटे में ही देश में कोरोना के 8,329 नए मामले दर्ज हुए हैं। यह गुरुवार को मिले केसों के मुकाबले करीब 10 फीसदी की बढ़ोतरी है। इसी के साथ यह लगातार चौथा दिन है, जब देश में कोरोना के रोजाना मिलने वाले मामलों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। जहां सात जून को देश में रोजाना मिलने वाले मामलों का आंकड़ा पांच हजार के पार था, वहीं अब यह संख्या आठ हजार के ऊपर हो गई है।
इसी के साथ भारत में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 40,370 पर पहुंच गई है। हालांकि,पिछले एक दिन में कोरोना से सिर्फ 10 लोगों की मौत हुई है। यानी संक्रमण दर बढ़ने के बावजूद मृत्यु दर नहीं बढ़ी है। बता दे कि भारत में गुरुवार को कोरोना के 7584 केस मिले थे, वहीं बुधवार को रोजाना मिलने वाले मरीजों का आंकड़ा 7240 था। बीते चार दिनों में रोजाना मिलने वाले मामलों की संख्या लगभग ढाई गुना पहुंच चुकी है।
भारत-बांग्लादेश बस सेवा दो साल बाद फिर शुरू..
देश-विदेश: कोरोना महामारी के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच दो साल से बंद पड़ी बस सेवा आज से फिर शुरू हो गई। ढाका-कोलकाता-ढाका बस को ढाका में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इससे पहले 29 मई को दोनों देशों के बीच रेल सेवा फिर से शुरू की गई थी। ट्रेन सेवा मार्च 2020 से कोरोना 19 के चलते निलंबित कर दी गई थी। भारत और बांग्लादेश के बीच दो ट्रेनें चलती हैं। एक बंधन एक्सप्रेस कोलकाता और खुलना के बीच तो दूसरी मैत्री एक्सप्रेस कोलकाता को ढाका से जोड़ती है।
बस सेवा पुन: शुरू होने के मौके पर ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया ‘भारत-बांग्लादेश क्रॉस-बॉर्डर बस सेवाओं की बहाली हो गई है। अगरतला-अखौरा और हरिदासपुर-बेनापोल के माध्यम से भारत-बांग्लादेश बस सेवाएं फिर से शुरू हुईं। ढाका-कोलकाता-ढाका बस को आज सुबह ढाका में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इसका मकसद सस्ती और जन-केंद्रित आवाजाही को बढ़ावा देना है।
आपको बता दे कि बांग्लादेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (बीआरटीसी) के अध्यक्ष ताज़ुल इस्लाम ने गुरुवार को बस फिर शुरू किए जाने की पुष्टि की थी। पहली बस ढाका की मोतीझील से शुक्रवार सुबह 7:00 बजे रवाना होगी। बीआरटीसी के अधिकारी का कहना हैं कि पांचवें रूट से बस संचालन शुरू करने पर भी चर्चा चल रही है।
24 घंटे में मिले कोरोना के 7584 नए मामले, 24 की मौत..
देश-विदेश: देश में एक बार फिर कोरोना महामारी के मामले बढ़ने शुरू हो गए है। शुक्रवार को बीते 24 घंटे में 7584 नए संक्रमित मिले हैं। इस दौरान 24 मौतों ने भी चिंता बढ़ाई है। पिछले 10 दिनों से लगातार मरीज बढ़ रहे हैं। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। गुरुवार को देश में 7240 मरीज मिले थे, इसकी तुलना में शुक्रवार को 344 मरीज ज्यादा मिले हैं। इसके साथ ही सक्रिय केस भी 3769 बढ़कर कुल 36,267 हो गए हैं। वहीं, 24 और मौतों को मिलाकर अब तक कुल मौतें 5,24,747 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा के अनुसार देश में बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 7,584 मरीज बढ़े हैं। इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,32,05,106 हो गई है। कोरोना के खिलाफ टीकाकरण भी जारी है। अब तक वैक्सीन की कुल 194.76 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। सक्रिय मरीजों की संख्या कुल संक्रमितों की 0.08 फीसदी है। देश में महामारी से रिकवरी की दर 98.70 फीसदी है। दैनिक संक्रमण दर 2.26 फीसदी दर्ज की गई, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.50 फीसदी है। देश में महामारी से ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 4,26,44,092 हो गई। कोरोना मृत्यु दर 1.21 फीसदी है।
उत्तराखंड में मिले 12 नए कोरोना संक्रमित, 79 सक्रिय मरीजों का चल रहा इलाज..
उत्तराखंड: प्रदेश में छह जिलों में 12 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं जबकि एक मरीज ठीक हुआ है। 79 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। तीसरी लहर में कुल संक्रमितों की संख्या 92846 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शुक्रवार को 1452 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। छह जिलों में 12 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देहरादून जिले में सात, अल्मोड़ा, हरिद्वार, पौड़ी, ऊधमसिंह नगर और टिहरी जिले में एक-एक संक्रमित मिला है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से होने वाले मौतें थमीं है। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम हुई है। इससे सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं। वर्तमान में 11 जिलों में 79 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें अधिकतर संक्रमित होम आईसोलेशन में हैं।
देश में कोरोना के मामले 4000 पार..
देश-विदेश: भारत में कोरोना के दैनिक मामले तीन माह बाद फिर 4000 के पार पहुंच गए हैं। बीते 24 घंटे में भारत में 4041 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली में एक बार फिर मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सक्रिय केस में भी बीते 24 घंटे में 1668 की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 21,177 हो गए। बीते कुछ दिनों में नए संक्रमित और सक्रिय केस लगातार बढ़े हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार आंकड़ों में दैनिक केस में तेज बढ़ोतरी नजर आई। इस दौरान 10 लोगों की कोरोना के कारण मौत हुई। मंत्रालय के अनुसार देश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 43,168,585 पर पहुंच गई है, वहीं कुल मृतक संख्या भी बढ़कर 5,24,651 हो गई। सक्रिय केस में भी बीते 24 घंटे में 1668 की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 21,177 हो गए। बीते दिनों में नए संक्रमित और सक्रिय केस बढ़े हैं।
गुरुवार को देश में कोरोना केस 35.2 फीसदी बढ़े थे। गुरुवार सुबह समाप्त 24 घंटे में कोरोना के 3,712 नए केस मिले थे, वहीं पांच की मौत हुई थी। कोविड के नए मामले ज्यादातर केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा और कर्नाटक में मिल रहे हैं। नए केसों में से 80 फीसदी से ज्यादा सिर्फ इन्हीं पांच राज्यों में मिले हैं।
देश में 24 घंटे में मिले 3,712 कोरोना संक्रमित, 5 की मौत..
देश-विदेश: कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। देश में करीब 22 दिनों के बाद मामले 3 हजार के आंकड़े को पार कर गए। 24 घंटे में देश में 3 हजार 712 नए मरीज मिले। जबकि इस दौरान 5 कोविड संक्रमितों की मौत हुई। नए आंकड़ों को मिलाकर देश में कोरोना मरीजों की संख्या 4 करोड़ 31 लाख 64 हजार 544 पर पहुंच गई है। वहीं, अब तक 5 लाख 24 हजार 641 मरीज जान गंवा चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना हैं कि गुरुवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 19,509 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.05 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,123 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.74 प्रतिशत है। जिसमें दैनिक संक्रमण दर 0.84 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.67 प्रतिशत है। देश में अभी तक कुल 4,26,20,394 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 193.70 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।
एक ही या मिश्रित टीकों की तीन खुराक महामारी से बचाव में समान रूप से कारगर..
देश-विदेश: कोरोना महामारी से निपटने के लिए विकसित टीकों के असर को लेकर अब तक के सबसे बड़े अध्ययन की रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें दावा किया गया है कि एक ही तरह के कोविड टीके की तीन खुराक या मिश्रित टीकों की एक खुराक महामारी से बचाव में समान रूप से कारगर है। ये खुराक कोरोना के विभिन्न वैरिएंट्स से भी बचाव में प्रभावी हैं। अध्ययन के नतीजों में कहा गया है कि खुराक की संख्या इम्युनिटी बढ़ाने में निर्णायक भूमिका अदा करती है, बजाए अलग अलग वैक्सीनों की मिश्रित खुराक के। इस अध्ययन से स्वास्थ्य एजेंसियों को भविष्य में निर्णय लेने में सुविधा होगी।
शोधकर्ताओं का कहना हैं कि कोविड-19 के लिए एक ही टीके की प्रभावशीलता सबको स्पष्ट है, जबकि मिश्रित टीकों के असर को लेकर स्पष्टता कम है, खासकर बुजुर्गों और प्रतिरक्षा में अक्षम लोगों के मद्देनजर। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड संक्रमण और इससे मौतों में तीव्र गिरावट के बावजूद टीके की प्रतिरोधक क्षमता कम होने और नए वैरिएंट की आशंका को देखते हुए यह समझना महत्वपूर्ण है कि कौन से वैक्सीन कॉम्बिनेशन सबसे प्रभावी हैं।
चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के 38 कोविड-19 डाटाबेस का विश्लेषण किया। इसमें कोविड वैक्सीन के स्वीकृत 24 मिश्रित टीकों और सात अलग-अलग वैक्सीन लेने वाले 10 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों को शामिल करते हुए 53 परीक्षण किए।
शोधकर्ताओं के अनुसार एमआरएनए वैक्सीन की तीन खुराक कोविड संक्रमण रोकने में सबसे प्रभावी पाई गई। इसी तरह कोई भी समान या अलग अलग तीन खुराकें भी संक्रमण रोकने में तुलनात्मक रूप से अच्छी तरह से काम करती हैं। इतना ही नहीं ये कोरोना के विभिन्न वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी हैं। एक ही वैक्सीन की तीन खुराक को सजातीय खुराक माना जाता है, जबकि तीसरी खुराक यदि पहले ली गई दो खुराकों से अलग हो तो उसे विषम खुराक कहा जाता है। अध्ययन में यह भी पाया गया है कि किसी भी एमआरएनए वैक्सीन की तीन खुराक कम गंभीर संक्रमण से बचाव में सबसे ज्यादा यानी 96 फीसदी प्रभावी है। यह अस्पताल में भर्ती होने की जोखिम 95 फीसदी तक कम करने में सबसे ज्यादा असरकारी है।