देहरादून में 29 नवंबर को ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का आह्वान..
उत्तराखंड: केंद्र सरकार की अधिसूचना के खिलाफ देहरादून में स्वचालित फिटनेस स्टेशन खोले जाने का विरोध करते हुए निजी ट्रांसपोर्टरों ने मंगलवार 29 नवंबर को जिले में नाकाबंदी कर विधानसभा तक मार्च निकालने का आह्वान किया है। ट्रांसपोर्टरों का कहना हैं कि एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों ने फिटनेस स्टेशन बनाया है और वहां वाहनों को ले जाने का दबाव बनाया जा रहा है.
देहरादून महानगर सिटी बस सर्विस फेडरेशन ने गढ़वाल के सभी वाहनों को एक ही फिटनेस सेंटर में जांच के लिए भेजने का विरोध किया है। महासंघ के मुताबिक इसके विरोध में 29 नवंबर को परिवहन व्यवसायी विधानसभा तक मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की अधिसूचना को लागू करने में परिवहन आयुक्त कार्यालय असमर्थता दिखा रहा है। जबकि केंद्र की गाइडलाइन में स्पष्ट है कि भारी वाहनों के लिए एक अप्रैल 2023 से और छोटे वाहनों के लिए एक जून 2024 से फिटनेस सेंटर अनिवार्य रूप से शुरू हो जाएं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डोईवाला के लालतपड़ में वाहनों की फिटनेस के लिए पीपीपी मोड पर बने ऑटोमेटेड फिटनेस स्टेशन का उद्घाटन किया था।इस स्टेशन के बनने के बाद आरटीओ कार्यालय में हो रहे फिटनेस कार्य को बंद कर दिया गया है।ट्रांसपोर्टर शुरू से ही इसका विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि डोईवाला पहुंचने के लिए डीजल के दाम बढ़ रहे हैं और प्रत्येक वाहन पर पांच से छह हजार रुपये अतिरिक्त खर्च हो रहे हैं. इसके विरोध में ट्रांसपोर्टरों ने एक दिन पहले शुक्रवार को परिवहन मुख्यालय जाकर परिवहन आयुक्त से मुलाकात की थी, लेकिन आयुक्त ने निर्णय पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
केंद्र ने आदेश दिया है कि 1 अप्रैल 2023 से सभी बड़े वाहनों, बसों और ट्रकों को फिटनेस के लिए ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर जाना होगा।बाकी छोटे वाहनों पर यह नियम 1 जून 2024 से लागू होगा। आरोप है कि यहां तक कि इससे पहले उत्तराखंड के परिवहन अधिकारी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए मनमानी कर रहे हैं।
स्कूली छात्रों को उद्यमी बनाएगी सरकार..
उत्तराखंड: 10वीं से 12वीं तक के छात्र भी बिजनेस के नए आइडिया से उद्यमी बन सकेंगे। इसके लिए स्टार्टअप नीति में बदलाव किया जा रहा है। नई नीति के तहत सरकार स्कूली छात्रों को भी उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करेगी। उत्तराखंड में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 2018 में स्टार्टअप नीति लागू की थी। इस नीति में तकनीकी शिक्षण संस्थानों के छात्रों को ही स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित करने पर फोकस है।
अब सरकार नए बिजनेस आइडिया के साथ सामने आने वाले स्कूली छात्रों को उद्यमी बनने में मदद करेगी। शासन स्तर पर नई नीति के प्रस्ताव का वित्त विभाग को प्रस्तुतिकरण दिया गया। आइडिया चयन के लिए जिला स्तर पर कमेटी बनाने का प्रावधान किया जा रहा है। स्टार्टअप में वित्तीय सहायता के लिए सरकारी क्षेत्र में वेंचर फंड बनाया जाएगा। इससे नए उद्यमियों को निवेशक नहीं ढूंढने पड़ेंगे। स्टार्टअप को सरकार की ओर से प्रति माह दिए जाने वाला भत्ता भी बढ़ाया जाएगा।
नहीं रहेगी कंपनी बनाने की अनिवार्यता..
अभी तक स्टार्टअप के लिए छात्रों को सबसे पहले कंपनी का पंजीकरण करना होता है। इसके बाद ही बिजनेस आइडिया के आधार पर सरकार स्टार्टअप की मान्यता देती है। नई नीति में स्कूली छात्रों के लिए यह शर्त नहीं रहेगी।
स्टार्टअप नीति-2018..
बिजनेस स्थापित करने के लिए स्टार्टअप को एक साल तक 10 हजार रुपये प्रति माह भत्ता दिया जाता है। एससी, एसटी, महिला, दिव्यांगों के स्टार्टअप को ए श्रेणी के जनपदों में 15 हजार प्रति माह भत्ता मिलता है। स्टांप शुल्क में शत प्रतिशत छूट, उत्पाद का पेटेंट कराने के लिए एक से पांच लाख की वित्तीय सहायता, मार्केटिंग के लिए पांच से 7.50 लाख सहायता दी जाती है। इन्क्यूबेटर सेंटर के लिए पूंजीगत व्यय पर 50 प्रतिशत या अधिकतम एक करोड़ की वित्तीय सहायता मिलती है।
उत्तराखंड पुलिस के 1611 कांस्टेबल को मिला बड़ा तोहफा..
उत्तराखंड: उत्तराखंड पुलिस में सेवा दे रहे 1611 कांस्टेबलों को प्रमोशन का तोहफा दिया गया है। इन कांस्टेबलों की सूची जारी की गई है। प्रमोशन पाकर अब ये कांस्टेबल हेड कांस्टेबल बन गए हैं। जिससे पुलिस कर्मियों में खुशी की लहर है। पुलिस मुख्यालय द्वारा हेड कांस्टेबल पद पर प्रोन्नत हुए जवानों की सूची जारी हो गयी है। बताया जा रहा है कि प्रथम चरण में नागरिक पुलिस के 1611 कांस्टेबल प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल बन गए हैं।
सशस्त्र पुलिस, पी0ए0सी0 में शीघ्र पदोन्नित की जाएगी।वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने सभी पदोन्नत पुलिस कर्मियों को बधाई दी। उनका कहना हैं कि हेड कांस्टेबल पद पर पदोन्नति मिलने से पुलिस जवानों का मनोबल बढ़ा है। जल्द ही नागरिक पुलिस के शेष 380 पदों को शिथिलीकरण लेकर भरने का प्रयास किया जाएगा।
CDO ने की जिला अनुश्रवण समिति की बैठक..
उत्तराखंड: आज विकास भवन सभागार नई टिहरी में मुख्य विकास अधिकारी टिहरी गढ़वाल मनीष कुमार की अध्यक्षता में पर्यटन विभाग की जिला अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक में वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत वाहन मद में 09 एवं गैर वाहन मद में 04 सहित कुल 13 आवेदन पत्रों पर बैठक में समिति द्वारा विचार विमर्श कर आवेदकों की पत्रावलियों को अनुमति प्रदान की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पत्रावलियों को सम्बन्धित बैंकों को प्रेषित किये जाने हेतु जिला पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया। बैठक में दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास (होम-स्टे) विकास योजनाओं की 14 एवं टैªकिंग ट्रक्शन सेंटर होम स्टे अनुदान योजना के अन्तर्गत 11 आवेदन पत्रों पर विचार विमर्श किया गया तथा मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त आवेदनकर्ताओं के साक्षात्कार एवं पत्रावलियों के अवलोकन उपरान्त कुछ आवेदनकर्ताओं को अपूर्ण अभिलेख उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया, तत्पश्चात पत्रालियां सम्बन्धित बैंको को ऋण वितरण हेतु अग्रसारित की जाएंगी।
बैठक में अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग पी.एस.नेगी, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र शमहेश प्रकाश, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी चक्रपाणि मिश्र, अग्रणी बैंक प्रबन्धक कपिल मरवाह, उप महाप्रबन्धक जिला सहकारी बैंक टिहरी गढ़वाल संजीव सिंह एवं जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भण्डारी सहित मनोज प्रसाद बिजल्वाण, उम्मेद सिंह राणा आदि उपस्थित रहे।
अविनाश तिवारी के ऐसे काम आए अमिताभ..
देश-विदेश: नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ की इन दिनों हर तरफ चर्चा है। हो भी क्यों न आखिर इसके रचयिता नीरज पांडे जो ठहरे। नीरज पांडे ने रॉ के एजेंटों की एक दिलचस्प कहानी अपनी पिछली वेब सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स’ में दिखाई धी जिसके वह निर्देशकों में भी शामिल थे। अब बतौर रचयिता नीरज पांडे ने निर्देशन की कमान उन भव धूलिया को थमाई है जिन्होंने इसके पहले ‘रंगबाज’ का निर्देशन किया थाअविनाश तिवारी के ऐसे काम आए अमिताभ।
वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ की झारखंड में शूटिंग के लिए कोई दो महीने तक स्थानीय कलाकारों की वर्कशॉप चली, दर्जनों लोगों को सीरीज के खास किरदारों को तैयार किया गया और ऐसी वास्तविक लोकेशन पर सीरीज की शूटिंग की गई जिन्हें हिंदी सिनेमा में भी अब तक कम ही देखा गया है। वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ के रचयिता नीरज पांडे, निर्देशक भव धूलिया और लीड कलाकारों करण टैकर व अविनाश तिवारी का ये दिलचस्प इंटरव्यू आप यहां देख सकते हैं…
हॉरर के लिए बनाया नया बैनर..
वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ के रचयिता निर्माता-निर्देशक नीरज पांडे का इरादा देश के हर राज्य की पुलिस की दुर्दांत अपराधियों से मुकाबले की कहानियों पर सीरीज बनाने का है। इसकी शुरुआत वह बिहार में कार्यरत रहे पुलिस अधिकारी अमित लोढ़ा के अनुभवों से प्रेरित एक कहानी से कर रहे हैं हालांकि उनका ये भी कहना है कि ये सीरीज अमित लोढा की बायोपिक नहीं हैं। नीरज पांडे के साथ सीरीज के मुख्य कलाकारों करण टैकर और अविनाश तिवारी व सीरीज के निर्देशक भव धूलिया ने भी हिस्सा लिया। नीरज पांडे देश में हॉरर फिल्मों का एक नया अध्याय भी शुरू करना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने अपनी एक नई कंपनी भी खोली है।
बदलती रहेगी सीरीज की टैगलाइन..
शुक्रवार को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने जा रही वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ के बारे में बात करते हुए नीरज पांडे कहते हैं, ‘ये सीरीज बिहार की पुलिस की कार्यप्रणाली पर आधारित है लेकिन ये आईपीएस अफसर अमित लोढा की बायोपिक बिल्कुल नहीं है।’ ये पूछे जाने पर कि सीरीज बिहार की चर्चित कार्यप्रणाली के कितना करीब है, वह कहते हैं, ‘ये तो सीरीज देखने के बाद ही पता चलेगा।’ हालांकि वह कहते हैं कि उनके फोकस में सिर्फ बिहार की पुलिस नहीं है और वह देश के हर राज्य के बहादुर पुलिस अफसरों की कहानियां इस सीरीज के जरिये दिखना चाहते हैं और इसीलिए इसका नाम ‘खाकी’ रखा गया है। फिल्म की टैगलाइन हर सीजन में राज्य के अनुसार बदलती रहेगी।
रितेश शाह ने सुझाया भव धूलिया का नाम..
नीरज पांडे की ख्याति हिंदी सिनेमा में रोमांच, रहस्य के साथ साथ रुआब वाले किरदारों की कहानियां बनाने की रही है। फिल्म ‘अ वेडनेसडे’ के निर्देशन से अपना निर्देशकीय करियर शुरू करने वाले नीरज पांडे ने वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ का जिम्मा भव धूलिया को सौंपा है जो इसके पहले जी5 के लिए ‘रंगबाज’ सीरीज का निर्देशन कर चुके हैं। वह कहते हैं, ‘फिल्म जगत के नामी लेखक रितेश शाह से मैंने किसी अच्छे निर्देशक का नाम सुझाने को कहा था तो उन्होंने भव का नाम लिया। बस मैंने उन्हें फोन मिलाया। हमारी मुलाकात हुई और दो तीन दिन में ही भव ने इस सीरीज पर काम शुरू कर दिया।’
करण टैकर और अविनाश ने सुनाई मजेदार किस्से..
नीरज पांडे के साथ इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सीरीज में पुलिस अफसर बने करण टैकर और बिहार के खतरनाक अपराधी बने अविनाश तिवारी ने भी हिस्सा लिया। करण टैकर ने जहां इस दौरान एक वर्दीधारी अफसर का रोल करने में मिलने वाले रोमांच की बात की, वहीं अविनाश तिवारी ने कहा कि कैसे अमिताभ बच्चन के किरदारों के प्रभाव ने उन्हें एक बार कॉलेज में पिटते पिटते बचा लिया था। वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ के निर्देशक भव धूलिया इस इंटरव्यू में सीरीज की मेकिंग के बारे में बता रहे हैं।
प्रदेश के लिए 18602 अतिरिक्त आवास की मिली स्वीकृति..
उत्तराखंड: केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण में उत्तराखण्ड के लिये 18602 अतिरिक्त आवास की स्वीकृति मिली है। सीएम धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह का आभार व्यक्त किया है। सीएम धामी का कहना हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में विकास के अभूतपूर्व काम हो रहे हैं राज्य सरकार की पूरी कोशिश है कि विकास योजनाओं की धरातल पर क्रियान्वित सुनिश्चित हो। अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाने का प्रयास है।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में अतिरिक्त लक्ष्य आवंटित किये जाने का अनुरोध किया था। अप्रैल 2022 में मुख्यमंत्री ने पत्र भी लिखा था। केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा समयबद्ध तरीके से योजना के लक्ष्य हासिल करने के प्रयासों की सराहना करते हुए अब 18602 आवासों का अतिरिक्त लक्ष्य आवंटित किया गया है।
अब बिना अनुमति इस्तेमाल नहीं होंगे अमिताभ बच्चन के फोटो और आवाज..
देश-विदेश: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने अपने व्यक्तित्व अधिकारों की सुरक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमा दायर किया। आपको बता दे कि बिग बी ने अपनी छवि, व्यक्तित्व विशेषताओं, आवाज और नाम की रक्षा करने के लिए यह कदम उठाया है। याचिका दायर होने के बाद जाने-माने वकील हरीश साल्वे ने न्यायमूर्ति नवीन चावला के समक्ष अमिताभ बच्चन की तरफ से पक्ष रखा और तमाम दलीलों को सुनने व समझने के बाद कोर्ट ने अमिताभ बच्चन के पक्ष में अपना फैसला सुनाया।
कोर्ट ने बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन को बड़ी राहत देते हुए शुक्रवार को एक अंतरिम निषेधाज्ञा पारित कर दी है। अब अमिताभ बच्चन की अनुमति के बिना उनकी तस्वीर और आवाज का उपयोग नहीं किया जा सकता है। अदालत ने अपने आदेश के माध्यम से बड़े पैमाने पर व्यक्तियों को अभिनेता के व्यक्तित्व अधिकारों का उल्लंघन करने से रोक दिया।
न्यायमूर्ति ने क्या कहा?
आपको बता दे कि न्यायमूर्ति नवीन चावला ने अपना फैसला सुनाते वक्त कहा कि “अमिताभ बच्चन, एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व हैं। विभिन्न विज्ञापनों में उनकी आवाज और उनके नाम का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अब, अमिताभ बच्चन की अनुमति या प्राधिकरण के बिना, अपने स्वयं के सामान और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए, कोई भी उनके सेलिब्रिटी स्टेटस का उपयोग नहीं कर सकता है।
क्या है व्यक्तित्व अधिकार?
व्यक्तित्व अधिकार, जिसे प्रचार का अधिकार भी कहा जाता है, एक व्यक्ति के लिए अपनी पहचान, जैसे नाम और छवि के व्यावसायिक उपयोग को नियंत्रित करने का अधिकार है। अदालत ने अमिताभ बच्चन के व्यक्तित्व अधिकारों का उल्लंघन करने वाली सामग्री को हटाने के लिए अधिकारियों और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को भी निर्देश जारी किए।
बिग ब्रेकिंग- भारत में दम तोड़ने की कगार पर कोरोना..
देश-विदेश: देश में कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी शुक्रवार ( 25 नवंबर) के आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटों में कोरोना के केवल 347 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस दौरान तीन मरीजों की मौत भी हुई। इसके अलावा देश में सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 5,516 हो गई है। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक कुल 5,30,604 लोगों की मौत हुई है और 4,41,34,710 लोग स्वस्थ हुए हैं।
आपको बता दे कि बीते 24 घंटों में संक्रमण से दिल्ली, गुजरात और कर्नाटक में एक-एक मरीज की मौत हुई है। इससे पहले गुरुवार को देश में कोरोना संक्रमण के 408 नए मामले दर्ज किए गए थे। जबकि पांच लोगों की मौतें हुई थी। कल के मुकाबले आज 61 नए कोरोना मरीज सामने आए हैं। आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.80 प्रतिशत है। जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 219.89 खुराक दी जा चुकी हैं।
इन पदों की भर्ती परीक्षा की तारीख घोषित..
उत्तराखंड: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर सामने आयी है। कर्मचारी चयन आयोग ने एसएससी की विभिन्न परीक्षाओं की तारीखें जारी कर दी हैं। भर्ती परीक्षाओं का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि CGL, CHSL, कॉन्स्टेबल जीडी और स्टेनोग्राफर भर्ती परीक्षा की तारीख ऑफिशियल वेबसाइट ssc.nic.in पर जारी की गई है। कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल परीक्षा 2021 (स्किल टेस्ट) 4 जनवरी और 5 जनवरी, 2023 को आयोजित की जाएगी। वहीं, कंबाइंड हायर सेकंडरी एग्जाम 2021 (स्किल टेस्ट) 6 जनवरी, 2023 को आयोजित की जाएगी।SSC GD कॉन्स्टेबल परीक्षा का आयोजन 10 जनवरी से 14 फरवरी, 2023 तक किया जाएगा। वहीं, स्टेनोग्राफर ग्रुप ‘C’ और ‘D’ परीक्षा, 2022 15 से 16 फरवरी, 2023 तक आयोजित की जाएगी।
इस बीच, एसएससी ने 11 दिसंबर, 2022 को जूनियर हिंदी ट्रांसलेटर, जूनियर ट्रांसलेटर और सीनियर हिंदी ट्रांसलेटर परीक्षा, 2022 (पेपर- II) के लिए संशोधित परीक्षा तिथि की भी घोषणा की है। उम्मीदवार एसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से अधिक संबंधित जानकारी चेक कर सकते हैं। उम्मीदवार इस वेबसाइट ssc.nic.in पर जाकर परीक्षा का पूरा शेड्यूल चेक और डाउनलोड भी कर सकते हैं।
कांतारा को लेकर ऋषभ शेट्टी का खुलासा..
देश-विदेश: ऋषभ शेट्टी की फिल्म ‘कांतारा’ का बॉक्स ऑफिस पर धमाल अभी भी जारी है। ‘कांतारा’ को देश में ही नहीं विदेश में काफी सराहना मिल रही हैं। फिल्म वर्ल्ड वाइड 400 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर चुकी हैं और अभी भी इसकी कमाई जारी हैं। छोटे से बजट में बनी यह फिल्म अभी तक कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है। वहीं, अब ऋषभ शेट्टी ने फिल्म के क्लाइमेक्स सीन को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है।
‘कांतारा’ का क्लाइमेक्स सीन काफी इंटेंस हैं, जिसे फिल्माने के दौरान ऋषभ शेट्टी को चोट लग गई थी। एक इंटरव्यू के दौरान ऋषभ शेट्टी ने बताया, ‘फिल्म के प्री-क्लाइमेक्स में एक लड़के के साथ रात में मेरा एक एक्शन सीक्वेंस शूट होना था। उस समय हम दोपहर से शाम तक रिहर्सल करते थे। इसके लिए हमने रात में बारिश के प्रभाव में 360 डिग्री का सिंगल शॉट का इस्तेमाल किया था।’
उन्होंने कहा, ‘उस स्थान पर पानी लाना बहुत कठिन था। हमने आसपास के ग्रामीणों से पूछा कि क्या हम शूटिंग के उन 6-7 दिनों के लिए पास के कुएं से पानी भर सकते हैं। जब तक हम शूटिंग कर रहे थे, तब तक कुआं भी खाली हो चुका था। बारिश के प्रभाव से पूरी रात शूटिंग करना बहुत हेक्टिक था और हमने कई वर्षों के बाद ऐसा कुछ शूट किया। प्री-क्लाइमेक्स के लिए रिहर्सल करते समय, मुझे अपने कंधे में समस्या होने लगी। 360 डिग्री शॉट के दौरान मेरा एक कंधा खिसक (डिसलोकेट) गया। अगले ही दिन शूटिंग के दौरान मेरा दूसरा कंधा भी खिसक गया, लेकिन मैंने शूटिंग जारी रखी।
बता दें कि ‘कांतारा’ सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कन्नड़ की दूसरी फिल्म बन गई है। इस फिल्म का लेखन और निर्देशन ऋषभ शेट्टी ने किया है। फिल्म की कहानी मनुष्य और प्रकृति के संबंधों के बारे में है और कर्नाटक की लोक कथाओं का हिस्सा है। वहीं, आज से यह अमेजन प्राइम पर मलयालम, तमिल, तेलुगू और कन्नड़ भाषा में स्ट्रीम कर रही है।