रितु खंडूरी कर सकती हैं आज विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन..
उत्तराखंड: कोटद्वार से विधायक रितु खंडूरी को विधानसभा अध्यक्ष बनाने की तैयारी है। आज रितु खंडूरी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कर सकती हैं। सोमवार से विधानसभा सत्र आहूत किए जाने की संभावना जताई जा रही है। भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना हैं कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए पार्टी ने दो विधायकों के नाम प्रस्तावित किए हैं। इनमें पहला नाम राजपुर रोड के विधायक खजानदास का है और दूसरा कोटद्वार की विधायक रितु खंडूरी का। लेकिन प्रदेश मंत्रिमंडल में चंदन राम दास को जगह मिलने के बाद अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़े खजानदास का पलड़ा हलका हो गया है।
आपको बता दे कि यमकेश्वर से टिकट कटने के बाद अचानक कोटद्वार सीट पर उतारी गईं रितु खंडूरी की जीत ने प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व को बेहद प्रभावित किया है। पार्टी महिलाओं को प्राथमिकता देना चाहती है। इसी कड़ी में उनसे विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कराया जा सकता है। सोमवार से विधानसभा सत्र हो सकता है। बृहस्पतिवार को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में विधानसभा सत्र की तिथि को लेकर निर्णय हो सकता है।
चारधाम यात्रा को लेकर हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव को दिए ये निर्देश..
उत्तराखंड: हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा में सुविधाओं को लेकर स्वत: संज्ञान लिए जाने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई की हैं। कोर्ट ने प्रदेश के मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि वह दो माह के भीतर बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति केआर श्रीराम की ओर से चारधाम यात्रा की कमियों के संबंध में दिए पत्र के क्रम में उनका निस्तारण करें। इसके साथ ही कोर्ट ने जनहित याचिका को निस्तारित कर दिया है।
आपको बता दे कि सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा एवं न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ में हुई। बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति केआर श्रीराम ने बीती 15 जून 2019 को उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों को हो रही दिक्कतों और वहां की अव्यवस्थाओं को लेकर पत्र भेजा था। जिसमे कहा गया था कि चारधाम में आपदा का इंतजार हो रहा है। यमुनोत्री में तत्काल सुरक्षा इंतजाम करने की जरूरत है।
खुद के चारधाम यात्रा के दौरान के अनुभव बयां करते हुए कहा था कि यात्रा मार्ग में कई किलोमीटर तक पुलिस का जवान मौजूद नहीं रहता है। इस परिस्थिति में स्वास्थ्य या आपातकाल में मदद की उम्मीद नहीं की जा सकती। यात्रा मार्ग पर बैठने को बेंच, कुर्सी, शौचालय अथवा दूसरी अन्य सुविधाओं की भारी कमी है। उन्होंने स्वयं खच्चर से और परिवार के अन्य सदस्यों ने मिट्टी से भरे कट्टे वाले पथरीले रास्तों से यात्रा तय की। इतने लंबे मार्ग में आराम करने के लिए कोई सुख सुविधा नहीं है न ही चिकित्सा की सुविधा है। इसका संज्ञान लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं। जिससे तीर्थयात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
रितु खंडूरी को बनाया पहली महिला स्पीकर..
उत्तराखंड: भाजपा ने उत्तराखंड के राजनैतिक इतिहास में नया अध्याय जोड़ा है। प्रदेश को रितु खंडूरी के रूप में पहली महिला स्पीकर मिली है। इस बार के विधानसभा चुनाव में कोटद्वार के दिग्गज कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह नेगी को हराकर विधायक बनी रितु खंडूरी ने कई मिथक तोड़े हैं।उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार महिला स्पीकर बनने जा रही है। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी को विधानसभा स्पीकर बनाए जाने का यह बड़ा फैसला लिया है। उत्तराखंड में भाजपा ने यह नया इतिहास लिखा है। रितु कोटद्वार से विधायक चुनकर आई हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कोटद्वार से उनकी यह जीत कई मायनों में खास रही है। कोटद्वार सीट से चुनाव जीतकर उन्होंने अपने पिता की हार का बदला लिया था। अब इसके साथ ही अब पहली महिला स्पीकर का बनकर इतिहास रच रही हैं। रितु खंडूरी भूषण ने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ 3687 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। रितु दूसरी बार मैदान में उतरीं थीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में रितु खंडूरी को बीजेपी ने आखिरी समय पर यमकेश्वर से हटाकर कोटद्वार सीट से प्रत्याशी बनाया था। और आज रितु ने पहली महिला स्पीकर के रूप में शपथ भी ली।
पुष्कर सिंह धामी ने लगातार दूसरी बार ली शपथ, आठ मंत्रियों ने भी ली मंत्री पद की शपथ..
उत्तराखंड: पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सभी संतों से मिलने पहुंचे। संतों ने सीएम योगी को आमंत्रित किया था। इस दौरान संतों ने सीएम योगी का सम्मान किया।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अब पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट की बैठक ले सकते हैं। इसमें समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर हाई पावर कमेटी बनाए जाने का फैसला लिया जा सकता है। बता दे कि धामी सचिवालय में पहली कैबिनेट बैठक ले सकते हैं। इस संभावना को देखते हुए शासन स्तर पर भी तैयारियां की जा रही हैं। बताया जा रहा है कि पहली कैबिनेट में आगामी विधानसभा सत्र को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है। इसके अलावा भाजपा के चुनाव दृष्टि पत्र को सरकारी नीति दस्तावेज बनाए जाने का फैसला भी लिया जा सकता है।
भारत में 12 से 18 वर्ष के किशोरों को लगेगा नोवोवैक्स वैक्सीन का टीका..
देश-विदेश: नोवोवैक्स और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मंगलवार को भारत में 12-18 साल की उम्र के किशोरों के लिए अपने कोविड-19 वैक्सीन के पहले आपातकालीन उपयोग की मंजूरी की घोषणा की। नोवोवैक्स द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, वैक्सीन को NVX-CoV2373 के रूप में भी जाना जाता है। वहीं भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा इसे ‘कोवोवैक्स’ नाम के तहत निर्मित किया जा रहा है। यह पहला प्रोटीन-आधारित वैक्सीन है जो भारत में इस आयु वर्ग में उपयोग के लिए अधिकृत किया गया है।
आपको बता दे कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों में कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) के कारण होने वाले कोविड-19 बीमारी को रोकने के लिए सक्रिय टीकाकरण के लिए ‘कोवोवैक्स’ के आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग की अनुमति दी है। नोवावैक्स के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टेनली सी एर्क का कहना हैं कि “हमें किशोरों के लिए इस वैक्सीन की पहली मंजूरी मिलने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि हमारे आंकड़ों से पता चलता है कि इस वैक्सीन की प्रभावकारिता और सुरक्षा भारत में 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए एक वैकल्पिक प्रोटीन-आधारित वैक्सीन का विकल्प प्रदान करेगी।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला का कहना हैं कि भारत में 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के किशोरों के लिए कोवोवैक्स की मंजूरी भारत और निम्न एवं मध्यम आय वाले देश (एलएमआईसी) में हमारे टीकाकरण प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा, “हमें अपने देश के किशोरों के लिए एक अनुकूल सुरक्षा प्रोफ़ाइल के साथ प्रोटीन-आधारित कोविड-19 वैक्सीन देने पर गर्व है।
आपको बता दें कि डीसीजीआई ने पहले ही 28 दिसंबर को 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों के लिए ‘कोवोवैक्स’ के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दी थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी आपातकालीन उपयोग की सूची में शामिल वैक्सीन में भी ‘कोवोवैक्स’ का नाम शामिल है।
कैसे काम करती है यह वैक्सीन?
नोवोवैक्स एक प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन है और इसलिए मॉडर्ना और फाइजर द्वारा विकसित एमआरएनए वैक्सीन, एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा बनाई गई वायरल-वेक्टर वैक्सीन और सिनोवैक और सिनोफार्म द्वारा बनाई गई निष्क्रिय-वायरस वैक्सीन से अलग है। प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जिससे वे रक्षा करते हैं। ऐसे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए इनमें स्पाइक प्रोटीन होते हैं जो वायरस की सतह को ढक लेते हैं, जिसे इम्यून सिस्टम आसानी से पहचान सकता है। जब भविष्य में वास्तविक वायरस का सामना होता है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली में ऐसे बचाव होते हैं जो वायरस के इन बाहरी हिस्सों पर हमला करने और इसे जल्दी से नष्ट करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं। वहीं स्पाइक प्रोटीन अपने आप में हानिरहित, कोविड संक्रमण पैदा करने में असमर्थ होते हैं। यह कीट कोशिकाओं के भीतर, पेचीदा रूप से बनते हैं। फिर प्रोटीन को शुद्ध किया जाता है और एक सहायक घटक में जोड़ा जाता है जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाता है।
कोलकाता में पीएम मोदी कल विक्टोरिया मेमोरियल हॉल के विप्लवी भारत गैलरी का करेंगे उद्घाटन..
देश-विदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों के योगदान को प्रदर्शित करने वाली विप्लवी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे। पीएमओ का कहना हैं कि इस नई गैलरी का उद्देश्य 1947 में भारत की स्वतंत्रता के लिए नेतृत्व वाली घटनाओं का समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना और क्रांतिकारियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना है। शहीद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी 23 मार्च को शाम 6 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे।
भगत सिंह, सुखदेव थापर और राजगुरु की याद में शहीद दिवस
आपको बता दे कि शहीद दिवस स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। तीन युवा स्वतंत्रता सेनानियों को 23 मार्च, 1931 को लाहौर की लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी। यह गैलरी क्रांतिकारी आंदोलन के जन्म, क्रांतिकारी नेताओं द्वारा महत्वपूर्ण संघों के गठन, आंदोलन के प्रसार, भारतीय राष्ट्रीय सेना के गठन, नौसेना विद्रोह के योगदान को प्रदर्शित करता है।
कल होगा धामी का शपथ ग्रहण समारोह, पीएम मोदी और अमित शाह रहेंगे मौजूद..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक बार फिर सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री चुन लिया गया हैं। केंद्रीय पर्यवेक्षक बनकर आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने धामी के नाम का एलान किया। इसके बाद धामी पार्टी के वरिष्ठ विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे जहां उन्होंने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। 23 मार्च को परेड ग्राउंड में धामी सरकार का शपथग्रहण होगा। उनका पहला कार्यकाल केवल आठ महीने का था। अब उन्हें अगले पांच साल के लिए सत्ता की बागडोर सौंपी गई है।
आपको बता दे कि कल 23 मार्च को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह देहरादून पहुंचेंगे। नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार और डीआईजी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने सोमवार रात शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन स्थल परेड ग्राउंड का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सोमवार देर रात तक स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की टीम के देहरादून पहुंचने की सूचना थी। शपथ ग्रहण समारोह स्थल परेड ग्राउंड और उसके आसपास जिला प्रशासन, पुलिस और खुफिया विभाग ने चलाया देर रात तक सघन तलाशी अभियान हुआ था। शपथ ग्रहण समारोह स्थल परेड ग्राउंड के आसपास पानी की टंकियों और ऊंची इमारतों पर भी खुफिया विभाग और पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
हार के बाद भी उत्तराखंड के CM होंगे धामी, हाईकमान ने भरी हामी..
उत्तराखंड: प्रदेश की राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दे कि पुष्कर सिंह धामी ही उत्तराखड के अगले सीएम होंगे। ऐसी स्थिति में कोई एक विधायक उनके लिए सीट खाली करेगा। इसके 6 महीने के भीतर उपचुनाव होंगे और धामी के विधायक बनकर सदन में आना होगा। बीजेपी आलाकमान में धामी को लेकर किसी भी तरह का कनफ्यूजन नहीं है। उनकी इमेज को देखकर उन्हें एक बार फिर से मौका दिए जाने की बात कही जा रही है। इससे पहले धामी के लिए कई विधायक सीट खाली करने की बात कह चुके हैं। पिछली बार धामी ने उत्तराखंड के 11वें सीएम के रूप में शपथ ली थी। धामी खटीमा सीट से लगातार दो बार विधायक बने थे लेकिन इस बार चुनाव हार गए थे। ऐसे में सीएम को लेकर काफी कन्फ्यूजन हो गया था। कई चेहरों को लेकर कई तरह की बातें कही गई लेकिन अब आखिरकार धामी के नाम पर ही मुहर लग गई है
सीएम पर सस्पेंस जल्द होगा ख़त्म, कुछ ही देर में शुरू होगी विधायक दल की बैठक..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री का ताज किसके सिर सजेगा, इसका फैसला आज हो जाएगा। विधायक मंडल दल की होने जा रही बैठक में बीजेपी विधायक दल के नेता चुना जाएगा। प्रदेश के पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देहरादून पहुंच गए हैं। उनकी मौजूदगी में देहरादून में होने वाली बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जाएगी। भाजपा प्रदेश कार्यालय में होने वाली बैठक में पार्टी हाईकमान के फैसले के अनुसार मुख्यमंत्री के नाम पर एलान कर दिया जाएगा। बता दे कि बैठक में भाग लेने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम सोमवार दोपहर को देहरादून पहुंच गए हैं।। इसके अलावा चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी समेत प्रदेश के सभी राज्यसभा व लोकसभा सांसद और नवनिर्वाचित विधायक बैठक में पहुंच गए हैं।
जाबांज इंस्पेक्टर को सलाम, युवक को बचाने के लिए दे दी अपनी जान..
उत्तराखंड: हल्द्वानी के काठगोदाम में बैराज में डूबते युवक की जान बचाने के लिए पुलिस इंस्पेक्टर ने अपनी जान कुर्बान कर दी। युवक की जान तो बच गई लेकिन सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई। हादसे के बाद से पूरे क्षेत्र समेत पुलिस महकमे में शोक की लहर छा गई है। बता दे कि हादसे के दौरान सब इंस्पेक्टर ड्यूटी पर तैनात थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि बैराज में नहाने गया युवक डूब गया है। एसआई युवक की जान बचाने बैराज में कूद गए। लेकिन जैसे ही वे बैराज से बाहर आ रहे थे, अचानक ही वे डूबने लगे। उनके साथियों ने बैराज के गेट को खुलवाकर उनको बाहर निकाला और उन्हें बृजलाल हॉस्पिटल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक सब इंस्पेक्टर की पहचान एसआई अमरपाल के रूप में हुई है जो कि काठगोदाम में जल पुलिस टीम के साथ तैनात थे। एसआई अमरपाल अपने साथी के साथ युवक की जान बचाने बैराज में कूद गए। दोनों ने युवक की जान बचाई । लेकिन जैसे ही वे बैराज से बाहर आ रहे थे, अचानक ही एसआई अमरपाल भंवर में फंसकर डूबने लगे। अमरपाल तेजी से बैराज के चैनल में फंसते चले गए। उसके बाद वहां पर अफरा-तफरी मच गई और आनन-फानन में उनके साथी उन्हें बृजलाल हॉस्पिटल ले गए। जहा चिकित्सकों ने एसआई अमरपाल को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस विभाग में शोक की लहर छा गई है और उनके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।