उत्तराखंड में वन विभाग भर्ती में आया बड़ा अपडेट..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वन आरक्षी के 894 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा दी हैं। UKSSSC की इस भर्ती में अभ्यर्थी अब 25 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले आवेदन की लास्ट डेट 16 अक्टूबर थी ऐसे में जो अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पाए हैं, उनके पास आवेदन करने का एक और मौका है।
ऑनलाइन आवेदन करने से छूट गए अभ्यर्थी इस मौके का फायदा उठाकर वन आरक्षी के 894 पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ ही आपको बता दें की वन आरक्षी के इन पदों पर सीधी भर्ती की विज्ञप्ति उत्तराखंड शासन के शुल्क माफी के शासनादेश से पहले जारी हो गई थी। सभी अभ्यर्थियों को आवेदन की विस्तारित अवधि में शुल्क अदा करना होगा।
साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग श्रेणी के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क में राहत दी जाएगी। आपको बता दें की अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसी वर्ष दिसंबर में लिखित परीक्षा और शारीरिक परीक्षा प्रस्तावित की है। हालांकि दिसंबर में परीक्षा कब होगी इसकी तिथि अभी तक तय नहीं हो पाई है। ऐसे में, जिन इच्छुक और पात्र उम्मीदवारों ने अबतक आवेदन नहीं किया है, उन्हें जल्द अप्लाई कर देना चाहिए।
14 साल बाद बढ़ने जा रहे हैं माचिस के दाम, इतने में मिलेगी 1 रुपये वाली डिब्बी..
देश-विदेश: एक तरफ जहां पेट्रोल- डीजल, गैस और खाने की तेल के दाम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं वहीं अब दैनिक उपयोग में आने वाली माचिस की कीमत भी 14 साल बाद बढ़ने जा रही है। एक रुपये में मिलने वाली माचिस की डिब्बी अब दो रुपये में मिलेगी और नई कीमतें एक दिसंबर से लागू होंगी। पांच प्रमुख माचिस उद्योग निकायों के प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से 1 दिसंबर से प्रति माचिस की कीमत एक रुपये से बढ़ाकर दो रुपये करने का फैसला लिया है।
आपको बता दे कि पिछली बार माचिस की डिब्बी की कीमत में वर्ष 2007 में संशोधन किया गया था तब 50 पैसे से बढ़ाकर माचिस की डिब्बी की कीमत एक रुपये कर दी गई थी। गुरुवार को शिवकाशी में ऑल इंडिया चैंबर ऑफ माचिस की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
माचिस निर्माताओं का कहना हैं कि माचिस बनाने के लिए 10 से अधिक प्रकार के कच्चे माल की जरूरत होती है। लेकिन कच्चे माल की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो गई है जिससे अब वर्तमान कीमत पर बेचना संभव नहीं है। निर्माताओं ने कहा कि एक किलोग्राम लाल फास्फोरस 425 रुपये से बढ़कर 810 रुपये, मोम 58 रुपये से 80 रुपये, बाहरी बॉक्स बोर्ड 36 रुपये से 55 रुपये और भीतरी बॉक्स बोर्ड 32 रुपये से 58 रुपये तक पहुंच गया है। कागज, स्प्लिंट्स की कीमत , पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर के दामों में भी 10 फीसदी से अधिक की वृद्धि हो गई है। डीजल की बढ़ती कीमत ने भी उन इस उद्योग पर अतिरिक्त बोझ डाला है।
तमिलनाडु में माचिस उद्योग से 4 लाख लोगों को रोजगार..
तमिलनाडु में इस उद्योग में लगभग चार लाख लोग काम करते हैं और इन कर्मचारियों में 90 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं। माचिस की कीमत बढ़ने के बाद कर्मचारियों को बेहतर भुगतान मिलने की उम्मीद है।
उत्तराखंड आपदा में मरने वालों की संख्या पहुंची 69 के पार..
उत्तराखंड: प्रदेश में हो रही बारिश से कुदरती आपदा में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को गढ़वाल में पांच और कुमाऊं में छह शव बरामद किए गए थे। जिससे प्रदेश में मृतकों की संख्या 69 पहुंच गई।
सरकारी आंकड़ों में मृतकों की संख्या 64 बताई जा रही है। छितकुल में ट्रैकर में मरे गए लोग इसमें शामिल नहीं हैं। वही प्रशासन का कहना है कि उनके शव अभी तक निकाले नहीं गए हैं। 27 ट्रैकर अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। लापता लोगों की लताश जारी है। वहीं, कई जगहों पर फंसे पर्यटकों को भी निकालाने का काम जारी है।
कुमाऊं में 120 सड़कें बंद..
प्रदेश में बारिश के कहर ने सड़कों की हालत भी बिगाड़ दी है। कुमाऊं मंडल के पांच पर्वतीय जिलों में कुल 120 सड़कें बंद हैं। पिथौरागढ़ में 75, चंपावत में 28, अल्मोड़ा में 12, नैनीताल में चार और बागेश्वर में एक मोटर मार्ग पर यातायात ठप पड़ा हुआ है। बंद सड़कों में पहाड़ की दोनों लाइफ लाइन भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग, टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (बारहमासी सड़क) शामिल हैं।
इसके साथ ही पहाड़ी जिलों में आवश्यक वस्तुओं की किल्लत भी शुरू हो गई है। बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चंपावत में पेट्रोल खत्म होने की सूचना चस्पा कर दी गई है। प्रशासन ने पेट्रोल पंपों को कब्जे में ले लिया है। इसी तरह कुकिंग गैस, दूध आदि की आपूर्ति न होने से भी इन वस्तुओं के लिए भी मारामारी हो रही है।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी पद से मुक्ति चाहते हैं हरीश रावत..
उत्तराखंड: पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पंजाब कांग्रेस प्रभारी के पद से मुक्त करने की अपील की है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए उन्होंने यह बात कही है। अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि ‘मैं आज एक बड़ी उपापोह से उबर पाया हूं। एक तरफ जन्मभूमि (उत्तराखंड) के लिए मेरा कर्तव्य है और दूसरी तरफ कर्मभूमि पंजाब के लिए मेरी सेवाएं हैं, स्थितियां जटिलतर होती जा रही हैं
क्योंकि ज्यों-ज्यों चुनाव आएंगे, दोनों जगह व्यक्ति को पूर्ण समय देना पड़ेगा। कल उत्तराखंड में बेमौसम बारिश ने जो कहर ढाया है, मैं कुछ स्थानों पर जा पाया, लेकिन आंसू पोछने मैं सब जगह जाना चाहता था। मगर कर्तव्य पुकार, मुझसे कुछ और अपेक्षाएं लेकर खड़ी हुई।
मैं जन्मभूमि के साथ न्याय करूं, तभी कर्मभूमि के साथ भी न्याय कर पाऊंगा। मैं पंजाब कांग्रेस और पंजाब के लोगों का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे निरंतर आशीर्वाद और नैतिक समर्थन दिया। संतों, गुरुओं की भूमि, श्री नानक देव जी व गुरु गोबिंद सिंह जी की भूमि से मेरा गहरा भावनात्मक लगाव है। मैंने निश्चय किया है कि लीडरशिप से प्रार्थना करूं कि अगले कुछ महीने में उत्तराखंड को पूर्ण रूप से समर्पित रह सकूं, इसलिए पंजाब में जो मेरा वर्तमान दायित्व है, उस दायित्व से मुझे अवमुक्त कर दिया जाए।
आपको बता दें कि पंजाब और उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। हरीश रावत पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी हैं। इस कारण वह उत्तराखंड पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। वहीं हरीश रावत ने बुधवार को राहुल गांधी से मुलाकात की। उनका कहना हैं कि वह राहुल गांधी से उत्तराखंड की बात करने गए थे। राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं और वर्तमान में प्राकृतिक आपदा ने उत्तराखंड में तबाही ला दी है।
इसी संबंध में वह राहुल गांधी से बात करने गए थे। वहीं हरीश रावत ने कहा वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलेंगे। हरीश रावत के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद राहुल गांधी से उनकी मुलाकात के कई मायने निकले जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर जारी है।
नए नाम से जाना जाएगा फेसबुक, मार्क जुकरबर्ग जल्द करेंगे एलान..
देश-विदेश: पिछले 17 सालों से फेसबुक एक ही नाम से जाना जाता रहा है, लेकिन अब इसकी री-ब्रांडिंग की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि फेसबुक का नाम बदलने वाला है और इसका आधिकारिक एलान जल्द ही फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग करने वाले हैं। अगले सप्ताह फेसबुक के एक इवेंट में नए नाम का एलान हो सकता है।
जानकारी के अनुसार 28 अक्तूबर को फेसबुक का एक कॉन्फ्रेंस होने वाला है जिसमें मार्क जुकरबर्ग फेसबुक के नए नाम का एलान कर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुक एप के अलावा कंपनी के अन्य प्रोडक्ट जैसे इंस्टाग्राम, व्हाट्सप्प, ओक्युलस आदि के नाम को लेकर भी बड़े एलान हो सकते हैं, हालांकि इस रिपोर्ट पर फेसबुक की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।
आपको बता दे कि इस सप्ताह की शुरुआत में ही फेसबुक ने कहा था कि वह अब मेटावर्स कंपनी बनने जा रही है जिसके लिए उसने 10 हजार लोगों को नियुक्ति की है और भविष्य में अन्य नियुक्तियां भी होंगी। मेटावर्स का मतलब एक आभासी दुनिया से है जिसमें लोग फिजिकली मौजूद ना होते हुए भी मौजूद रहेंगे। मेटावर्स शब्द वर्चुअल रियलिटी और ऑग्युमेंट रियलिटी जैसा ही है।
मेटावर्स में केवल फेसबुक ही नहीं, बल्कि दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां निवेश कर रही हैं। मार्क जुकरबर्ग का मानना है कि आने वाले समय में लोग फेसबुक को सिर्फ एक सोशल मीडिया कंपनी नहीं, बल्कि एक मेटावर्स कंपनी के रूप में जानें। फेसबुक अपने वास्तविक और वर्चुअल दुनिया के अनुभवों के निर्माण के लिए पांच वर्षों में बड़े पैमाने पर भर्ती करेगा। इस भर्ती अभियान में फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, नीदरलैंड, पोलैंड और स्पेन सहित अन्य देशों में लोगों को काम पर रखा जाएगा।
हर्षिल में ट्रेकिंग दल फंसा, बचाव के लिए वायु सेना का हेलीकॉप्टर रवाना..
उत्तराखंड: उत्तरकाशी के हर्षिल में ट्रेकिंग दल के फंसे होने की सूचना है। इस दल में सात से आठ लोग बताए जा रहे हैं। दल को सुरक्षित निकालने के लिए पंतनगर से वायु सेना का हेलीकॉप्टर एसडीआरएफ के तीन जवानों को लेकर हर्षिल के लिए रवाना हो गया है।
वायु सेना के हेलीकॉप्टरों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी आरएफसी हरवीर सिंह का कहना हैं कि हर्षिल के पास ट्रेकिंग दल के फंसे होने की सूचना है। इसलिए हेलीकॉप्टर को हर्षिल के लिए भेजा गया है।
सोमवार और मंगलवार को आई आपदा में सबसे ज्यादा नैनीताल जिला प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कुछ के हताहत होने की भी खबर है। सड़क बंद होने से कई जगह लोग फंस गए हैं। वहीं आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी करने वाले हैं।
बर्फबारी के चलते भारत-चीन सीमा पर तीन पोर्टर लापता
उत्तराखंड के उत्तरकाशी से लगी भारत-चीन सीमा पर तीन पोर्टरों के लापता होने की सूचना है। तीनों पोर्टर भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की टीम के साथ सीमा पर लंबी दूरी गश्त के लिए रवाना हुए थे। जो वापसी के दौरान रास्ता भटक गए। बर्फबारी होने से मंगलवार देर शाम तक भी इन पोर्टरों का कोई पता नहीं चल पाया।
जिसके बाद आईटीबीपी ने इन पोर्टरों को तलाशने के लिए वायु सेना और राज्य आपदा प्रबंधन से मदद मांगी है। बुधवार की सुबह 20-20 आईटीबीपी जवानों की टीम खोज-बचाव के लिए रवाना हुई है।
आपको बता दे कि सोमवार और मंगलवार को उत्तराखंड में आई आपदा में 46 लोगों की मौत हुई है। वहीं 12 लोग घायल हैं और 11 लोग लापता हैं। इस आपदा में नौ घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
गौमुख ट्रैक में भारी बारिश के बाद 30 ट्रैकर फंसे, एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू
उत्तराखंड: उत्तरकाशी जिले में गौमुख ट्रेक में ट्रैकर भारी बारिश के बाद बुरी तरह से फंस गए थे। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शरू किया था लेकिन खराब मौसम के चलते टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद गौमुख ट्रेक में फंसे पांचों ट्रैकरों को सकुशल निकाल दिया था। बल ने सकुशल रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर ट्रैकरों की जान बचाई। एसडीआरएफ प्रवक्ता के अनुसार गौमुख ट्रैक पर देवगाड़ से एक किलोमीटर पहले रास्ता बंद होने से 30 ट्रेकर वहां फंस गए थे।
पहाड़ से लगातार पत्थर गिरने से वो नीचे नहीं आ पा रहे थे। ऐसे में एसडीआरएफ ने जोखिम भरे इस रास्ते पर ट्रैकरों को सकुशल गंगोत्री पहुंचा दिया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश में एक ओर जहां भूस्खलन का खतरा था तो दूसरी ओर बढ़ती ठंड में ट्रेकरों के स्वास्थ्य की चिन्ता। SDRF टीम द्वारा समय रहते सभी ट्रेकरों की जान बचाई गई और उत्तराखंड पुलिस के मित्रता,सेवा ,सुरक्षा के नारे को चरितार्थ किया गया।
इमरान खान को झटका देने की तैयारी में बाजवा..
देश-विदेश: पाकिस्तान में आइएसआइ प्रमुख की नियुक्ति को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले पर सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान खान आमने-सामने आ गए हैं। अब नई जानकारी यह सामने आ रही है कि सेना प्रमुख बाजवा ने पीएम इमरान को सूचित किए बिना सोमवार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के मुख्यालय का दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने आइएसआइ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद के साथ गुप्त बैठक की है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में आंतरिक सुरक्षा और अफगानिस्तान में चल रही स्थिति पर चर्चा हुई है, हालांकि पूरी बात निकलकर अब तक सामने नहीं आई है। वहीं इस बैठक के बाद यह माना जा रहा है कि कहीं बाजवा कोई नई चाल तो नहीं चल रहे।
बताया तो यह जा रहा है कि बाजवा के इस कदम से इमरान की कुर्सी कहीं खतरे में न पड़ जाए। कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर सेना और आईएसआई एक साथ हो जाए तो फिर यहां की सरकार के लिए संकट की घड़ी आ सकती है।
जानिए क्या है विवाद..
अगले ISI प्रमुख की नियुक्ति को लेकर चल रहे विवाद के बीच यह बैठक अहम मानी जा रही है। सेना ने छह अक्टूबर को घोषणा की थी कि मौजूदा आइएसआइ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हमीद को पेशावर कोर कमांडर बनाया गया है,
जबकि उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को नियुक्त किया गया है। लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने तब से लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम की नियुक्ति की आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की है, जिसके बाद से ही सरकार और सेना के बीच संबंधों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।
आईएसआई चीफ के लिए तीन नामों की सूची सौंपी गई..
पाकिस्तान में नए आईएसआई चीफ की नियुक्ति को लेकर सेना प्रमुख बाजवा से गतिरोधों के बीच पाक प्रधानमंत्री कार्यालय को आईएसआई चीफ के लिए तीन नामों की सूची मिली है। जिसमें से एक नाम पर पीएम इमरान खान मुहर लगा सकते हैं।
नई परंपरा शुरू कर रहे हैं इमरान..
प्रधानमंत्री इमरान खान अब अपनी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की शक्लो सूरत बदलने जा रहे हैं। अभी तक आईएसआई के मुखिया यानी डायरेक्टर जनरल (डीजी) की नियुक्ति परंपरागत तौर पर उन तीन नामों में से एक का होता था, जो इस पद से विदा लेने वाले डीजी ही प्रस्तावित करते थे।
लेकिन अब प्रधानमंत्री इमरान खान इस पद के लिए बाकायदा इंटरव्यू लेकर नया डीजी नियुक्त करने जा रहे हैं। इस पद के दावेदारों का एक जटिल इंटरव्यू लेकर इमरान खान और चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ यानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, इनमें से किसी एक को चुनेंगे। जल्दी ही आईएसआई के नए मुखिया का चयन कर लिया जाएगा।
धरने पर पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत..
उत्तराखंड: दो सूत्रीय मांगों को लेकर एसटीएच और मेडिकल कॉलेज के उपनल कर्मचारियों की हड़ताल 47वें दिन भी जारी रही। सोमवार को बुद्धपार्क में चल रहे धरना प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंचे। उपनल कर्मचारी समिति के अध्यक्ष पीएस बोरा व कर्मचारी नेता मोहन रावत ने कहा कि 15 साल से ज्यादा समय से उपनल कर्मचारी मांगों को उठा रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा की सरकार बारी बारी से आ रही हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
कर्मचारियों ने कहा कि व न्याय की मांग कर रहे हैं। इस पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। पूर्व सीएम रावत के साथ धरने में पहुंचने वालों में पूर्व कबीना मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री ललित जोशी, पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी, खजान पांडे समेत कई कांग्रेसी साथ थे।
वही इस उपनल कर्मचारियों के धरने में विजय रौतेला, कैलाश भट्ट, खेमराज शाहू, प्रेमा ओली, उमा डांगी, सुशील कुमार, सोनू, प्रकाश लोहनी, राजेन्द्र सिंह राणा, संजय पांडे, राकेश कुमार, नेत्रपाल, मोनिका, मुन्नी, अजय कुमार, मनीष तिवारी, मुरली भट्ट, दीपक पांडे आदि मौजूद रहे।