हरिद्वार में भव्य दीपोत्सव की तैयारी, सीएम धामी करेंगे दीपदान..
उत्तराखंड: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर उत्तराखंड में भी उत्सव का माहौल है। हरिद्वार में श्रीगंगा सभा की ओर से हरकी पैड़ी पर भव्य दीपोत्सव के आयोजन की तैयारी की गई है। विशाल रामनाम ध्वजा से समूचा परिसर सजा दिया गया है। दिनभर कई तरह के आयोजन किए गए जिससे पूरा शहर राममय हो गया। शाम को सीएम पुष्कर सिंह धामी घाट पर दीपदान करेंगे। महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, उज्ज्वल पंडित का कहना हैं कि ब्रह्मकुंड की महत्ता समूचे विश्व को ज्ञात है। यहां भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर विशेष आरती की जाएगी। भगवान राम का दरबार भी सजाया गया है। शाम को दीपदान किया जाएगा।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का देवभूमि में चढ़ा खुमार..
श्रीरामचरितमानस की खरीदारी में आया ऐसा उछाल..
उत्तराखंड: अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का खुमार देशभर में चढ़ा है। उत्सव की तमाम तरह की तैयारियों के साथ ही धर्मग्रंथों की खरीदारी का भी क्रेज बढ़ा है। खासकर श्रीरामचरितमान की खरीदारी में सबसे ज्यादा उछाल है। दूनवासियों ने डेढ़ महीने में ही इसकी ढाई से अधिक प्रतियों को अपना बना लिया है। राममंदिर के निर्माण के साथ ही भगवान राम के इतिहास और उनके कार्यों को जानने की उत्सुकता बढ़ी है। इसमें युवा पीढ़ी भी दिलचस्पी दिखा रहा है। लोग व्यक्तिगत पढ़ने के लिए इन किताबों को तो ले ही रहे हैं साथ ही एक-दूसरे को गिफ्ट भी कर रहे हैं। इनमें श्रीरामचरितमानस के साथ ही हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और श्रीमद्भगवद्गीता की पुस्तकें व महाकाव्य शामिल हैं।
बाजार में श्रीरामचरितमानस की प्रति 100 से 2000 हजार रुपये तक में उपलब्ध है। विष्णु पुराण 900 से 2500, श्रीमद्भगवद्गीता 2500 तक व हनुमान चालीसा की पुस्तकें 10 से 100 रुपये तक में मिल रही हैं। बता दे कि पलटन बाजार स्थित जुगलकिशोर भीमसेन सेंटर के मालिक संजीव रस्तोगी का कहना हैं कि पहले श्रीरामचरितमानस की हर माह पांच से 10 प्रतियां की बिकती थीं। लेकिन, डेढ़ महीने से उनकी दुकान से श्रीरामचरितमानस के 600 बड़े गुटके लोगों ने व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए खरीदे। वहीं, भेंट दो हजार से अधिक छोटे गुटके भी बिके। अशोक बुक डिपो के मालिक अशोक रस्तोगी ने बताया कि धार्मिक ग्रंथों की खरीदारी बढ़ने से हमें स्टॉक मेंटेन करने में भी अच्छा लग रहा है।
तुलसी की माला का स्टॉक खत्म..
पलटन बाजार स्थित पवित्र पूजा स्टोर के स्वामी विकास चांदना ने बताया 22 जनवरी के माहौल में तुलसी की माला की मांग बढ़ गई थी। कुछ दिन से उसका स्टॉक खाली हो गया है। लोग श्रीराम नाम लिखा कुर्ता खूब पसंद कर रहे हैं। जयश्रीराम नाम के भगवा पटकों और झंडों की मांग बढ़ी है।
14 से 22 जनवरी तक उत्तराखंड में आयोजित होंगे सांस्कृतिक उत्सव..
उत्तराखंड: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला विराजमान होंगे। जिसे लेकर उत्तराखंड में 14 से 22 जनवरी तक सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय से सभी जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर इसके निर्देश दिए हैं। सीएम धामी का कहना हैं कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। सभी जनपदों में मंदिरों, घाटों, प्रतिष्ठानों, शहरों में बड़े स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया जाए। सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि यह कार्यक्रम केवल सरकारी कार्यक्रम तक सीमित न रहे। इसमें महिला मंगल दल, युवक मंगल दल स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों और आम जन की सहभागिता से दीपोत्सव, रामचरितमानस पाठ, भजन-कीर्तन, प्रसाद वितरण, स्वच्छता कार्यक्रम चलाए जाएं।
सीएम ने कहा 22 जनवरी को सभी प्रमुख मंदिरों, गुरुद्वारों में प्रसाद वितरण किया जाए। जन सहभागिता से गरीबों तक प्रसाद वितरण की व्यवस्था की जाए। प्रसाद के रूप में उत्तराखंड के मिलेट्स को अधिक से अधिक शामिल किया जाए। सीएम ने कहा कि 22 जनवरी को सभी घरों में दीपोत्सव मनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। इस दिन को पूरे प्रदेश में दीपावली के उत्सव की तरह मनाया जाएगा। सीएम ने सभी डीएम को निर्देश दिए कि 14 से 22 जनवरी तक जनपदों में विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन किये जाएं। प्रमुख घाटों पर आरती, राम भजन, कलश यात्रा, वॉल पेंटिंग, कार्यालयों में लाइटिंग और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। सबसे अच्छा कार्यक्रम करने वाले जनपद को सम्मानित भी किया जाएगा। 22 जनवरी को राज्य में ड्राई डे घोषित किया जाए। इसके साथ ही वृद्धाश्रमों, नारी निकेतन, कुष्ठाश्रम, अनाथालयों, अस्पतालों में भी सांस्कृतिक उत्सव के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
अयोध्या में राम मंदिर के पास बनेगा उत्तराखंड अतिथि गृह, सीएम धामी ने दी स्वीकृति..
उत्तराखंड: अयोध्या में बनाए जा रहे भगवान राम के भव्य मंदिर के पास ही उत्तराखंड सरकार राज्य अतिथि गृह का निर्माण करेगी। राज्य अतिथि गृह के लिए राज्य सरकार ने जो भूमि चिह्नित की है, वह राम मंदिर से करीब सात किमी की दूरी पर है।करीब साढ़े तीन किमी की एरियल दूरी पर स्थित चिह्नित स्थान के लिए उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने ले आउट तैयार कर लिया है। इसी ले आउट के अनुसार राज्य सरकार ने भूखंड का चयन किया है। यूपी सरकार ने सभी राज्यों के अतिथि गृह बनाने के लिए एक ही स्थान तय किया है। राज्य संपत्ति विभाग की एक टीम पिछले दिनों अयोध्या से इस स्थान का निरीक्षण करके लौट आई है।
टीम ने करीब पांच भूखंड देखे हैं, जिनमें से किसी एक भूखंड पर सरकार को अतिथि गृह का निर्माण करना है। सीएम को भूखंड का प्रस्ताव दिखा दिया है। सीएम ने अनुमोदन दे दिया है। उन्होंने भूखंड आवंटन के बाद अतिथि गृह निर्माण के लिए तेजी से काम करने के निर्देश दिए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अतिथि गृह का निर्माण होने के बाद उत्तराखंड से अयोध्या जाने वाले राज्य के लोगों को सुविधा होगी।
4000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा अतिथि गृह..
राज्य अतिथि के लिए उत्तराखंड सरकार ने 4000 वर्ग मीटर भूमि की डिमांड की है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भूमि आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। आवंटन से पहले उत्तरप्रदेश आवास विकास परिषद वहां मास्टर प्लान के तहत अवस्थापना तैयार कर रहा है।
जनवरी तक आवंटित हो जाएगी भूमि..
राज्य सरकार अपेक्षा कर रही कि जनवरी माह तक उत्तराखंड को भूखंड का आवंटन हो जाएगा। राज्य सरकार को इसके लिए कीमत देनी होगी। चूंकि ले आउट और अवस्थापना के साथ भूखंडों का आवंटन हो रहा, इसलिए इसकी दरें भी सामान्य से अधिक होगी। भूखंड आवंटन होने के बाद अतिथि गृह के निर्माण की डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। हम जल्द भूमि मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। जिस स्थान पर भूमि चिह्नित की गई है, वहां से अयोध्या के लिए दो मार्ग हैं। पहले करीब साढ़े किमी और दूसरे करीब सात किमी है। अतिथि गृह के लिए सभी राज्यों को एक ही स्थान पर भी भूमि मिलेगी।